उज्जैन 14 अगस्त । हमारे जवान कठिन परिस्थिति में रहकर देश की सेवा कर रहे है ,इनका सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है । मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शहीद हुए सैनिकों एवं अर्धसैनिक बलों के सिपाहियों के परिजनों का आज सम्मान किया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा यह एक अनूठी पहल की गई है । शहीद गजेंद्र सुर्वे ने गुजराती समाज स्कूल में पढ़कर देश सेवा के लिए अपने जीवन का उत्सर्ग कर दिया। धन्य है ऐसे माता-पिता जिन्होंने ऐसे ऐसे वीर को जन्म दिया एवं धन्य है वह स्कूल जहां पर पढ़कर सुर्वे जैसे सैनिक ने अपना सर्वोच्च देश के लिए निछावर कर दिया।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने यह बात आज गुजराती समाज स्कूल में आयोजित शहीद सम्मान कार्यक्रम में कही ।
कलेक्टर ने कहा कि उज्जैन जिले में कुल 11 शहीदों को चिन्हित किया गया है। ये शहीद सेना, सीमा सुरक्षा बल एवं पुलिस के हैं ।इन शहीदों के नाम पर विभिन्न चौराहों एवं मार्गों का नामकरण करने के लिए शहीदों की सूची नगरी निकाय को भेजी जाएगी ।
इसके पूर्व कलेक्टर श्री मनीष सिंह ,पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, नगर निगम सभापति श्री सोनू गहलोत ने शहीद गजेंद्र सुर्वे के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
अतिथियों द्वारा शहीद गजेंद्र सिंह के माता-पिता श्रीमती कल्पना सुर्वे एवं श्री अशोक सुर्वे को शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर कलेक्टर द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। यह प्रशस्ति पत्र मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हस्ताक्षरित है। कलेक्टर ने प्रशस्ति पत्र का वाचन भी किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर ने कहा कि शहीदों का स्मरण करने हेतु इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर एक नई परंपरा की शुरुआत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि गुजराती समाज स्कूल से एक ऐसा वीर निकला जिसने देश के लिए सर्वोच्च निछावर कर दिया। इस तरह के बलिदान के लिए हिम्मत की आवश्यकता होती है और यह जज्बा माता-पिता एवं स्कूल के द्वारा दिए गए संस्कारों के कारण ही आता है ।
उन्होंने बताया कि लेह लद्दाख जैसे स्थानों पर बहुत ही कम तापमान में सैनिकों को काम करना होता है। इसकी कल्पना हम सामान्य जीवन जी रहे लोग नहीं कर सकते हैं ।
शहीद सम्मान दिवस पर नगर निगम के सभापति श्री सोनू गहलोत ने कहा कि सम्मान समारोह आयोजित कर मुख्यमंत्री द्वारा एक नई पहल की गई है। प्रदेश सरकार सैनिकों के कल्याण के लिए बहुत कार्य कर रही है ।उन्होंने कहा कि शहीदों के माता पिताओं का सम्मान करके निश्चित रूप से प्रदेश सरकार स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है ।
श्री गहलोत ने कहा कि कारगिल के बाद हर वर्ष उज्जैन से 100 जवान सेना में भर्ती हो रहे हैं ।उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता स्वर्गीय गजेंद्र सुर्वे के नाम पर आयोजित की जाती है, यही नहीं श्री गहलोत ने गजेंद्र सिंह के नाम से उनकी कॉलोनी में गेट निर्माण के लिए 5 लाख रु नगर निगम से स्वीकृत करने की बात कही । साथ ही कहा कि उज्जैन शहर के सभी शहीदों की जन्मतिथि और पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए नगर निगम द्वारा 25000 रू की राशि बजट में प्रावधान की गई है।
शहीद सम्मान समारोह में सेवा निवृत्त सैन्यकर्मी सूबेदार श्री राजेन्द्र हाड़ा ने बताया कि स्व.गजेन्द्र सुर्वे ने किस तरह अपना बलिदान दिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सहायक परियोजना अधिकारी श्री गिरीश तिवारी ने समारोह की रूपरेखा के बारे में बताया तथा अंत में आभार गुजराती समाज के अध्यक्ष श्री संजय आचार्य द्वारा प्रकट किया गया।attacknews.in