उज्जैन 24 अगस्त। देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी की अस्थियां शुक्रवार को सम्पूर्ण वैदिक विधि-विधान के साथ शिप्रा नदी में प्रवाहित की गई। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री , मंत्री श्री लालसिंह आर्य, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री सुदर्शन गुप्ता एवं अन्य गणमान्य नागरिकों ने नाव द्वारा शिप्रा नदी के मध्य में जाकर अटलजी की अस्थियां प्रवाहित कीं।
इसके पूर्व श्री अटलबिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा शहर में निकाली गई।
गौरतलब है कि भोपाल से प्रदेश के ऊर्जा मंत्री गुरूवार रात्रि को अस्थि कलश लेकर आये थे। उज्जैन पहुंचकर रात्रि में यह कलश स्वामीनारायण मन्दिर के परिसर में रखा गया। शुक्रवार को प्रात: 9 बजे यह यात्रा पं.दीनदयाल प्रतिमा नानाखेड़ा से प्रारम्भ हुई।
यात्रा के पूर्व अस्थि कलश पर जनप्रतिनिधियों और आमजन ने पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पं.दीनदयाल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये गये। इसके बाद एक खुले वाहन पर अस्थि कलश रखा गया, ताकि आमजन कलश के दर्शन कर सकें।
यात्रा नानाखेड़ा से प्रारम्भ होकर सिंधी कॉलोनी, तीन बत्ती चौराहा, टॉवर, चामुण्डा चौराहा, मालीपुरा, दौलतगंज, कण्ठाल, गोपाल मन्दिर और पानदरीबा होते हुए रामघाट पहुंची।
अस्थि कलश यात्रा के दौरान सभी आयु वर्ग के लोगों ने भावुक होकर अटलजी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शासकीय विजयाराजे सिंधिया विद्यालय, गुजराती समाज भवन, शाउमावि फाजलपुरा और अन्य विद्यालयों के बच्चों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री के अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
रामघाट पहुंचने के पश्चात पुरोहितों द्वारा पूरे विधि-विधान से और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अस्थि कलश की पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप , यूडीए अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल, विधायक नागदा श्री दिलीपसिंह शेखावत, बड़नगर विधायक श्री मुकेश पण्ड्या, श्री बाबूलाल जैन, श्री सोनू गेहलोत, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, श्री दिवाकर नातू, कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, श्री इकबालसिंह गांधी, श्री बंशीलाल गुर्जर, श्री अशोक प्रजापत, महामण्डलेश्वर श्री शान्तिस्वरूपानन्दजी, रामानुज कोट के श्री रंगनाथाचार्यजी एवं अन्य गणमान्य नागरिक तथा भारी संख्या में आम जनता मौजूद थी।
रामघाट पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए गणमान्य नागरिकों ने अपने अनुभव साझा किये। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने सदैव अटलजी की कविताओं और उनके भाषण से प्रेरणा ली है। अटलजी के प्रधानमंत्री रहते हुए विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। पोखरन में उनके द्वारा करवाये गये परमाणु परीक्षण से देश परमाणु तकनीक में आत्मनिर्भर बना और सारे विश्व ने भारत की ताकत का लोहा माना। प्रदेश और देश को निरन्तर विकास के पथ पर प्रगतिशील करके ही हम अटलजी को सच्ची श्रद्धांजलि दे पायेंगे। हमें उनके राष्ट्र विकास के संकल्प को पूरा करना है।
श्री बाबूलाल जैन ने इस अवसर पर कहा कि अटलजी अपने नाम के साथ-साथ कर्म में भी अटल थे। कुछ वर्ष पूर्व अटलजी के साथ उन्हें कुछ समय बिताने का मौका मिला था। पहली बार अटलजी एक कवि के बतौर उज्जैन आये थे। अटलजी समाज को समरसता से जोड़ने और सभी वर्गों के विकास में विश्वास करते थे। देश के विकास और विश्व की शान्ति को बनाये रखने में हम सभी को योगदान देना चाहिये।
इसके पश्चात अतिथियों द्वारा 2 मिनिट का मौन रखकर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई।attacknews.in