उत्तरप्रदेश और बिहार के परीक्षा माफियाओं ने पहले ही लीक कर दिया ‘उप्र टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)-2021’का प्रश्न पत्र,परीक्षा स्थगित,26 गिरफ्तार; करीब 20 लाख परीक्षार्थी होने वाले थे शामिल attacknews.in

लखनऊ/प्रयागराज, 28 नवंबर । उत्तर प्रदेश में रविवार को होने वाली ‘उप्र टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा)-2021’ का प्रश्न पत्र लीक होने की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी गई है और पुलिस ने इस मामले में प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के 26 सदस्यों को राज्‍य के विभिन्‍न जिलों से गिरफ्तार किया है।

लोकभवन में अपर मुख्‍य सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद प्रश्न पत्र की प्रति को शासन के साथ साझा किया गया, जिसमें लीक हुई सामग्री अध्यापक पात्रता परीक्षा के वास्तविक प्रश्न पत्र से मेल खाती थी।

अधिकारियों ने बताया कि इसी कारण परीक्षा स्थगित करने और अगले एक माह में दोबारा परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसमें होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार करेगी और अभ्‍यर्थी को दोबारा फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा।

उन्होंने बताया कि अभ्‍यर्थियों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने तय किया है कि प्रवेश पत्र के आधार पर अभ्यर्थियों को सरकारी बसों में निशुल्क अपने गंतव्य तक जाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि मामले में जांच की जिम्मेदारी विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को सौंपी गई है और दोषियों को बख्‍शा नहीं जाएगा।

प्रशांत कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (यूपी टीईटी-2021) की परीक्षाएं रविवार को दो पालियों में (दस से साढ़े 12 बजे और ढाई से पांच बजे तक) राज्‍य के सभी 75 जिलों के 2,736 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी। उन्होंने बताया कि इसमें 19 लाख 99 हजार 418 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे।

परीक्षा में आयोजन में किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के मद्देनजर नकल माफिया और सॉल्वर गैंग पर नजर रखने के लिए जाल बिछाया गया और मुखबिर तथा खुफिया जानकारी के आधार पर शनिवार रात से अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

कुमार ने बताया कि मामले में लखनऊ से चार लोगों को पकड़ा गया है, वहीं पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने मेरठ से तीन लोगों को, एसटीएफ वाराणसी और गोरखपुर की टीम ने दो लोगों को, कौशांबी से एक और प्रयागराज से 16 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। गिरफ्तार सदस्यों में कुछ बिहार के निवासी हैं।

एसटीएफ की प्रयागराज इकाई के पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार ने बताया कि गिरोह के सरगना समेत 16 सदस्यों को विभिन्न थाना क्षेत्रों से रविवार को गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने बताया कि नैनी थाना क्षेत्र से इस गिरोह के मुख्य सरगना राजेंद्र पटेल, निवासी रानीगंज, प्रतापगढ़ सहित सन्नी सिंह, टिंकू कुमार, नीरज शुक्ला, शीतल कुमार, धनंजय कुमार, कुनैन राजा और शिवदयाल को गिरफ्तार किया गया।

इसके अलावा, झूंसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत अनुराग, अभिषेक सिंह और सत्य प्रकाश सिंह को गिरफ्तार किया गया। सत्य प्रकाश के मोबाइल फोन में व्हाट्सऐप में हल किया गया प्रश्न पत्र पाया गया है। सत्य प्रकाश प्राथमिक विद्यालय, करिया खुर्द, शंकरगढ़ में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है।

कुमार ने बताया कि जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र से चतुर्भुज सिंह, संजय सिंह, अजय कुमार, ब्रह्मा शंकर सिंह और सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया।

शादी का झांसा देकर प्रोफेसर ने नशीला पदार्थ खिलाकर कोचिंग मालकिन के साथ होटल में कर दिया बलात्कार attacknews.in

उदयपुर 09 अगस्त । राजस्थान में उदयपुर जिले के गोगुन्दा थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुंबई की एक युवती से दुष्कर्म के आरोप में पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है।

थानाधिकारी प्रवीणसिंह शिशोदिया ने बताया कि मुंबई में इंजीनियरिंग कोचिंग सेंटर चलाने वाली तलाकशुदा महिला द्वारा दर्ज करवायी गयी जीरो नंबर की एफआईआर में बताया कि उदयपुर में हिरण मगरी सेक्टर तीन के रहने वाले नीरज मारोठिया से उसक ऑनलाइन वेबसाईट से परिचय हुआ था।

उदयपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां शादी का झांसा देकर प्रोफेसर ने कोचिंग मालकिन से होटल में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में गोगुंदा पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है।

आरोपी ने शादी का झांसा देकर मुंबई में कोचिंग सेंटर चलाने वाली महिला को उदयपुर बुलाया। नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद आरोपी ने जल्द ही शादी करने का आश्वासन देकर उसे मुंबई भेज दिया। फिर आरोपी ने फोन उठाना बंद कर दिया। काफी दिनों तक संपर्क नहीं हुआ तो महिला ने मुंबई में जीरो नंबर की FIR दर्ज करवाकर उदयपुर भेजी। पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर नीरज को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ जारी है।

गोगुंदा पुलिस ने बताया कि मुंबई के खारघर निवासी एक महिला का अपने पति से करीब 12 साल पहले तलाक हो गया था। महिला अपने पुत्र के साथ रहती है। जो मुंबई में इंजीनियरिंग कोचिंग इंस्टिट्यूट चलाती है। महिला का कुछ समय पूर्व ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए उदयपुर के सेक्टर 3 निवासी नीरज मारोठिया से संपर्क हुआ। दोनों के बीच इंटरनेट पर लंबी बातें होने लगी। एक-दूसरे को अपने नंबर दे दिए। मेलजोल बढ़ने पर आरोपी ने महिला को शादी का झांसा दिया। उसे उदयपुर आने के लिए कहने लगा। महिला 9 जुलाई को युवक से मिलने उदयपुर पहुंची। इस दौरान आरोपी ने गोगुंदा के बरौलिया स्थित स्पेक्ट्रम रिसोर्ट में महिला को रुकवाया। महिला ने आरोप लगाया कि इस दौरान आरोपी ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किया।

खरगोन में प्रेम प्रसंग से आक्रोशित होकर माँ-बाप ने कर दी नाबालिग बेटी की हत्या;पुलिस ने हत्यारे भाई,बुआ और फूफा को भी किया गिरफ्तार attacknews.in

खरगोन 22 मार्च ।मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के सनावद थाना क्षेत्र के खंगवाड़ा में प्रेम प्रसंग से आक्रोशित होकर किशोरी की हत्या करने के आरोप में आज उसके माता-पिता समेत पांच परिजनों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 17 वर्ष की रेशमा की हत्या के आरोप में उसके पिता राकेश, मां रेखा ,भाई रोहित ,बुआ पिंकी तथा फूफा महेश को आज गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि 17 मार्च को राकेश और उसकी पत्नी रेखा ने सनावद थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी नाबालिग लड़की को 16 मार्च की शाम कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर ले गया है।

इसके चलते सनावद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध अपहरण का प्रकरण दर्ज कर विवेचना आरंभ की थी।

उन्होंने बताया कि 18 मार्च को किशोरी का शव उसके घर से कुछ दूर पर खेत में बने एक कुएं में मिला।

शव के पोस्टमार्टम से पता चला कि उसकी मृत्यु पानी में डूबने से ना होकर मुंह दबाकर दम घुटने से हुई है।

इस मामले में एसडीओपी बड़वाह मान सिंह ठाकुर के निर्देशन में एक टीम गठित की गई।

इसी दौरान लड़की के प्रेम प्रसंग का पता चलने पर पुलिस ने उसके माता-पिता व अन्य परिजनों से पूछताछ की जिस में घटना का खुलासा हो गया।

दरअसल घटना के दिन बुआ पिंकी ने राकेश व रेखा को बताया था कि रेशमा के पास एक मोबाइल है, जिससे वह किसी से बात करती है।

इस पर पूछे जाने पर रेशमा ने उन्हें कुछ नहीं बताया और प्रतिक्रिया स्वरूप सभी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की ।

जब वह भया क्रांत होकर घर से भाग रही थी, तब सभी ने मिलकर एक दुपट्टे से उसका मुंह दबा दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

रात को शव को घर के दूसरे कमरे में छिपा दिया गया और सुबह खेत के कुएं में फेंक दिया।

सनावद के थाना प्रभारी ललित सिंह डागुर ने बताया कि किशोरी एक अन्य जाति के युवक से प्यार करती थी।

और इस बात को लेकर दोनों परिवारों में कई बार विवाद भी हुआ था।

उन्होंने बताया कि उक्त मोबाइल युवक ने ही रेशमा को दिया था, किंतु दोनों के द्वारा इस बात से इंकार कर दिए जाने के चलते परिजनों को नाराजगी हो गई।

उनका कहना था कि बारंबार मना करने के बावजूद दोनों नहीं मान रहे थे।

ऑनलाइन करोड़ों की धोखाधड़ी का खुलासा, दो बिहारी ठगोरे गिरफ्तार;देश की नामी कंपनी IFFCO की फ्रेंचाइजी दिलवाने के नाम कर रहे थे ठगी attacknews.in

श्रीगंगानगर,12 मार्च । राजस्थान के चुरू जिले में पुलिस ने ऑनलाइन करोड़ों की धोखाधड़ी किए जाने का खुलासा करते हुए बिहार के दो युवकों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि सरदारशहर में एक खाद बीज विक्रेता कपिल कस्वां से ठगी के मामले की तफ्तीश करते हुए पुलिस दल ने बिहार में छापेमारी कर सुशील (27) निवासी सिपाह थाना दीपनगर जिला नालंदा और रमेश कुशवाहा (22) निवासी मदारी थाना शेखपुरा जिला शेखपुरा बिहार को गिरफ्तार किया है।

चुरू जिले में राजगढ़ थाना क्षेत्र के गांव राघाबडी निवासी कपिल जाट ने विगत 27 फरवरी को सरदारशहर थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि उसने इफ्फको बाजार डॉट इन पर फ्रेंचाइजी लेने के लिए अप्लाई किया था।

इसके बाद अतुल और आदित्य नामक व्यक्तियों के लगातार फोन आने लगे।

उन्होंने खुद को कंपनी का अधिकारी बताया।

फ्रेंचाइजी लेने की प्रक्रिया बताते रकम बैंक खाते में जमा करवाने के लिए कहा।

अतुल-आदित्य के कहने पर 17 फरवरी को उसने बैंक ऑफ बड़ौदा की साकेत नई दिल्ली शाखा के एक अकाउंट में एक लाख रुपए जमा करवा दिए।

इसके बाद यूको बैंक की शाखा के बताए अकाउंट नंबरों में 10 और 15 लाख रुपए रुपए जमा कराए।

तत्पश्चात 25 फरवरी को उसे और रुपए जमा करवाने के लिए कहा गया।

इस बार फैडरल बैंक का अकाउंट नंबर दिया गया।

इसमें भी पांच लाख रुपए जमा करवा दिए।

कपिल के मुताबिक शुरू में एक लाख जमा करवाने पर उसे डिस्ट्रिक्ट डिस्ट्रीब्यूटरशिप का एक अप्रूवल लेटर जारी किया गया।

इसी के आधार पर उक्त दोनों व्यक्ति उससे लगातार बैंक खातों में राशि जमा करवाते रहे।

बाद में उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई है।

पुलिस अधीक्षक के अनुसार इसी बीच इंडियन ओवरसीज बैंक के मैनेजर ने पुलिस को सूचना दी कि जो खाता फ्रिज करवाया गया है,उसमें से रुपए निकलवाने के लिए सुशील नामक युवक बैंक में आया है।

पुलिस टीम ने तुरंत बैंक पहुंचकर सुशील को काबू कर लिया।

उसने विभिन्न एटीएम मशीनों से लाखों रुपए निकालने की बात कबूल की।

सुशील से पूछताछ के बाद रमेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

पटना की एक अदालत से 2 दिन का ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस दल इन दोनों युवकों के साथ आज सरदारशहर पहुंचा।

मध्यप्रदेश में कोरोना के 305 नए मामले मिलने से एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ी,संक्रमितों की संख्या 16,341 तक पहुंची ,कोरोना के रोकथाम व बचाव के दिशा-निर्देश जारी attacknews.in

भोपाल, 09 जुलाई । मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या के बीच 305 नए मामले सामने आए, जिसके चलते एक्टिव मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।

राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा आज रात यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश भर में 305 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16341 तक पहुंच गयी। वहीं, कल 3420 एक्टिव मरीजों के मुकाबले आज इसकी संख्या बढ़कर 3475 तक पहुंच गयी। इस बीच 245 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं, जिसके बाद इस बीमारी से अब तक 12232 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।

भोपाल में कोरोना के 59 नए मामले, कुल संख्या 3337 हुयी

भोपाल में आज कोरोना संक्रमण के 59 नए मामले सामने आने के बाद इनकी कुल संख्या 3337 हो गयी है। हालाकि अब तक 2541 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भोपाल जिले में अब तक 115 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इसके पहले कल रात 53 व्यक्ति काेरोना संक्रमित मिले थे और इसके बाद संख्या बढ़कर 3278 हो गयी थी। आज सुबह 59 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद संख्या बढ़कर 3337 हो गयी है। भोपाल जिले में पांच सौ से अधिक कोरोना संक्रमितों का अस्पताल, क्वारेंटाइन सेंटर और होम आइसोलशन में इलाज चल रहा है।

इंदौर जिले में कोरोना के मामले पाँच हजार पार

इंदौर जिले में ‘कोविड 19’ के 45 नये मामले आने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 5,043 तक जा पहुंची है। राहत की खबर है कि अब तक इनमें से 3,903 संक्रमित रोगी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ प्रवीण जड़िया ने कल रात बुलेटिन जारी कर बताया कि जांचे गये 1392 सैम्पलों में कल 45 संक्रमित पाये गये हैं, जबकि जांच के लिए 2295 सैम्पल प्राप्त हुये हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 97,482 जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं, जिसमें कुल संक्रमितों की संख्या 5043 है।

सीएमएचओ ने बताया कि कोरोना वायरस से हुयी तीन मौतों को दर्ज किया गया है, जिसमें से एक मौत अप्रैल माह की 16 तारीख की है। इसके बाद वायरस से मौतों की संख्या 255 तक जा पहुंची है।

वर्तमान में अस्पताल में उपचारत रोगियों की संख्या 885 है। अब तक संस्थागत क्वारेंटाइन केंद्रों से 4697 संदेहियों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी जा चुकी है।

मध्यप्रदेश में किल कोरोना अभियान के अच्छे परिणाम: शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में ‘किल कोरोना’ अभियान के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इसके अंतर्गत अभी तक प्रदेश में लगभग 4 करोड़ व्यक्तियों का यानि 58 प्रतिशत सर्वे पूर्ण कर लिया गया है।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान आज यहां मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य फैज अहमद किदवई उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के दौरान 47 हज़ार 690 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 599 पॉजिटिव आए हैं।पॉजिटिविटी का प्रतिशत 1.26 प्रतिशत जो स्पष्ट रूप से बताता है कि प्रदेश में कम्युनिटी स्प्रेड जैसी कोई स्थिति नहीं है।

कोरोना के रोकथाम व बचाव के दिशा-निर्देश जारी

मध्यप्रदेश में गृह विभाग ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव के सिलसिले में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एस एन मिश्रा द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि कोविड के प्रभावी प्रबंधन के लिये यह जरूरी है कि आम लोग सोशल डिस्टेंसिंग रखें तथा फेस कवरिंग का पालन करें। अनेक शहरों में रविवार के दिन प्राय: शहर के विभिन्न भागों में अधिक भीड़ हो जाने और आवश्यक सावधानियाँ नहीं बरती जाने को भी रेखांकित किया गया है। कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की दृष्टि से लोगों को घरों से अनावश्यक रूप से बाहर निकलने के लिये हतोत्साहित किये जाने की जरूरत बताई गई है।

उत्तरप्रदेश के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की धरपकड़ के लिए चंबल के बीहड़ से लेकर राज्य के चप्पे-चप्पे की खोजबीन, आठ पुलिस वालों की जान लेने वाले का 85 घंटे बाद भी सुराग नहीं attacknews.in

कानपुर/लखनऊ/इटावा 06 जुलाई । उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश में कई जिलों की खाक छान रही पुलिस के हाथ 85 घंटे बीत जाने के बाद भी खाली है वहीं इस घटना के बाद खाकी और अपराधियों के गठजोड़ पर सवाल उठने लगे हैं।

कुछ रोज पहले तक साधारण हिस्ट्रीशीटर के तौर पर समझे जाने वाले विकास को हल्के में लेने की भूल पुलिस महकमे को भारी पड़ी है जब उसे अपने जाबांज आठ जवानो को खोना पड़ा और सात अन्य अस्पताल में भर्ती है। शातिर दिमाग अपराधी ने बड़े ही सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया हालांकि उसके इस खूनी खेल में पुलिस के मददगार बने रहने की भूमिका सामने आने से आला अधिकारियों के साथ साथ सरकार की पेशानी में बल पड़े हैं। पुलिस के एक आला अधिकारी ने इस घटना को लेकर अपने समकक्ष पर ही सवाल उठा दिया है।

हिस्ट्रीशीटर विकास के अंदेशे में खंगाला जा रहा है चंबल का बीहड

उत्तर प्रदेश के कानपुर चौबेपुर क्षेत्र में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का फरार आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के डाकुओं की शरणस्थली के तौर पर बदनाम चंबल के बीहडों में शरण लिये जाने का अंदेशा होने पर खंगाला जा रहा है।

अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि हाईवे के सभी टोल के कैमरे खंगाले गए, लेकिन कोई संदिग्ध फुटेज नहीं मिली। हाईवे पर हर गाड़ी को चेक करने के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है। औरैया से लेकर आगरा बार्डर तक हाईवे से लगे सभी लिंक रोड पर भी चेकिंग अभियान चल रहा है। जिले भर की फोर्स अलर्ट है।

नेपाल सीमा पर हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे की तलाश जारी

उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में एक क्षेत्राधिकारी समेत आठ पुलिस कर्मियों के हत्या का आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की नेपाल से सटी सीमाओं पर सरगर्मी से तलाश जारी है।

गोरखपुर के अपर पुलिस महानिदेशक दावा शेरपा ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि नेपाल की सरहदों पर विकास दुबे की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। सरहद के इलाकों में उसकी तस्वीर को चस्पा कर दिया गया है । उसकी सूचना देने वाले को एक लाख का इनाम दिया जाएगा और नाम भी गुप्त रखा जाएगा।

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में उन्नाव में लगे पोस्टर

उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या का आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में कानपुर की चकेरी पुलिस ने उन्नाव में अजगैन क्षेत्र में स्थित टोल प्लाजा पर पोस्टर चश्पा किये है।

पोस्टर पर चकेरी थाना प्रभारी का सीयूजी नम्बर पड़ा हुआ है। इस संबध में उन्नाव पुलिस का कहना है चकेरी पुलिस द्वारा यह पोस्टर लगाए गये है। इससे अधिक जानकारी नहीं है। हां यह बात अलग है कि उन्नाव जिले की पुलिस कानपुर घटना को लेकर अलर्ट मोड पर है। लगातार क्षेत्राधिकारियों की मौजूदगी में विभिन्न थानों की पुलिस बार्डर पर वाहन चेकिंग अभियान चला रही है।

कानपुर मुठभेड : तीन और पुलिसकर्मी निलंबित

कुख्यात अपराधी विकास दुबे के घर के बाहर हुई मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना के बाद ड्यूटी में ढिलायी बरतने के लिए तीन और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी. ने बताया कि निलंबित होने वालों में उप निरीक्षकों – कुंवरपाल, तथा कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव हैं । ये सभी चौबेपुर थाने में तैनात थे । तीनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गयी है ।

उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जायेगा और अगर जांच के दौरान उनकी भूमिका या साजिश सामने आयी तो उनके खिलाफ आगे कार्रवाई की जाएगी ।

पुलिस के एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि तीनों पुलिसकर्मी चौबेपुर के थाना प्रभारी विनय तिवारी के साथ विकास दुबे के घर बुधवार को गये थे । स्थानीय कारोबारी राहुल तिवारी की शिकायत पर पुलिस वहां दबिश देने गयी थी । राहुल को विकास दुबे ने पुलिस की मौजूदगी में पीटा था ।

जब तिवारी ने बीचबचाव की कोशिश की तो दुबे ने कथित रूप से उनका मोबाइल छीनकर उनके साथ भी बदसलूकी की थी । उसके बाद दोनों के बीच कहासुनी और धक्कामुक्की भी हुई और फिर पुलिस घर से चली गयी । मुठभेड़ की वारदात के बाद विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया है ।

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर अब ढाई लाख का इनाम, पूरे प्रदेश में पोस्टर लगाने के निर्देश

इधर उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में अपने घर के बाहर मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने के आरोपी एवं कुख्यात अपराधी विकास दुबे पर पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया है और पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर उसका पोस्टर लगाने के लिये भी कहा है ।

कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने सोमवार को बताया, ‘‘विकास दुबे पर अब ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया गया है । इस आशय का एक प्रस्ताव पुलिस महानिदेशक को भेजा गया था जिसके बाद सोमवार को इनाम की राशि बढ़ा दी गयी ।’’

अग्रवाल ने बताया, ‘‘जो व्यक्ति दुबे के बारे में सही जानकारी देगा उसे न केवल इनाम दिया जायेगा बल्कि उसकी पहचान भी गुप्त रखी जायेगी । पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर दुबे के पोस्टर लगाने के लिये भी कहा गया है ताकि अगर वह किसी टोल नाके से निकलता है तो उसके बारे में जानकारी मिल सके ।’’ उल्लेखनीय है कि पहले दुबे पर पचास हजार का इनाम था जिसे बाद में बढ़ा कर एक लाख कर दिया गया और अब सोमवार को इसमें इजाफा कर इसे ढाई लाख रुपये कर दिया गया है।

महानिरीक्षक ने बताया, ‘‘दुबे को ढूंढने के लिये 40 पुलिस थानों की 25 टीमें लगायी गयी है जो दिन रात पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर रही है । इसके अलावा कुछ टीमें दूसरे प्रदेशों को भी भेजी गयी है। जल्द ही अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है ।’’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस के निगरानी दल की नजरें दुबे के करीबियों के मोबाइल पर लगातार बनी हुयी है और उससे कोई भी नाता रखने वाला हर व्यक्ति पुलिस राडार पर है ।

गौरतलब है कि बृहस्पतिवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी और एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे । मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल है।

घटना के बाद से पुलिस को दुबे का कोई सुराग नहीं मिला है।

औरैया में अपराधी विकास दुबे के फर्जी एनकाउंटर की खबर पर पुलिस का एक्शन

औरैया,से खबर है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में दो जुलाई की रात इनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथ मुठभेड़ में आठ पुलिस कर्मियों के शहीद होने के अगले दिन शुक्रवार को सोशल मीडिया में अपराधी के औरैया में मार गिराये जाने की फर्जी अफवाह फैलाने वाले अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सदर कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और ऐसे व्यक्तियों की छानबीन के लिये साइबर सेल टीम को लगा दिया गया है।

पुलिस सूत्रों से सोमवार को यहां बताया कि रविवार को जिले के साइबर सेल के प्रभारी लोकेश कुमार ने पुलिस अधीक्षक सुश्री सुनीति को दी तहरीर में कहा कि साइबर सेल टीम द्वारा सोशल मीडिया में सतत निगरानी में पाया गया कि सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों ट्वीटर, फेसबुक, व्हाट्सएप से भ्रामक फोटो एवं वीडियो एक खबर के साथ वायरल हो रहा है जिसमें बताया जा रहा है कि कानपुर मुठभेड़ में पुरूस्कार घोषित वांछित अपराधी विकास दुबे का औरैया में इंस्पेक्टर ऋषिकान्त/एसटीएफ द्वारा एनकाउन्टर कर दिया गया है। इस प्रकरण की जांच करने पर जानकारी हुई कि वायरल हो रही फोटो/वीडियो एवं खबर का औरैया से कोई सम्बन्ध नहीं है, वायरल की जा रही फोटो, वीडियो व खबर पूर्णता असत्य व निराधार है। वायरल की जा रही औरैया में एनकाउन्टर की झूठी अफवाह से सामान्य जनमानस में भय का माहौल बन गया है। कोविड-19 में कार्यरत सरकारी कर्मचारी के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।

शहीद कोतवाल की बेटी ने की सीबीआई जांच की मांग

उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में बदमाशों की गोली के शिकार शहीद क्षेत्राधिकारी देवेन्द्र मिश्र की पुत्री ने घटना की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है।

शहीद की बेटी वैष्णवी मिश्रा ने कहा कि वह चाहती है कि घटना की जांच सीबीआई से कराई जाए। जिस तरह से साजिश हुई है और हम लोगों ने साक्ष्य जुटाए हैं,उससे हमारे परिवार को खतरा है।

उन्नाव में शैतानों द्वारा जिंदा जलाने के बाद भी बलात्कार पीड़िता 1 किमी भागकर डायल 100 करके खुद को जिंदा रखने में लगी रही attacknews.in

उन्नाव/लखनऊ/नईदिल्ली 05 दिसम्बर। तेलंगाना में महिला चिकित्सक के साथ हुयी दंरिदगी से देश भर में उपजा जनाक्रोश अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म की शिकार एक युवती को जिंदा जलाये जाने की घटना ने सभ्य समाज को झकझोर कर रख दिया है।

उन्नाव के बिहार क्षेत्र के हिन्दू भाटन खेड़ा गांव निवासी युवती को दुष्कर्म के आरोपियों ने गुरूवार तड़के उस समय केरोसिन डाल कर आग के हवाले कर दिया जब वह रायबरेली में अपने वकील से मिलने के लिये बैसवारा रेलवे स्टेशन को निकली थी।

लखनऊ के सिविल अस्पताल की आईसीयू में जिंदगी की जंग लड़ रही युवती काे देर शाम तक एयर एंबुलेन्स से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। सिविल अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार युवती 90 फीसदी तक जल चुकी है और उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुयी है।

उन्नाव: 90% जलकर भी 1 किलोमीटर तक दौड़ी रेप पीड़िता, खुद ही 100 नंबर पर किया कॉल-

उन्नाव में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में एक चश्मदीद सामने आया है।चश्मदीद के मुताबिक जब वह सुबह अपने घर के बाहर कुछ काम कर रहा था, तभी आग की लपटों से घिरीं हुई पीड़िता मदद के लिए उसके पास पहुंची।

उन्नाव. गैंगरेप पीड़िता (Gangrape victim) को जिंदा जलाने (Burning Alive) के मामले में एक चश्मदीद रविंद्र प्रकाश सामने आया है. उनके अनुसार जिंदा जलाए जाने के बाद पीड़िता करीब एक किलोमीटर तक दौड़ते हुए उसके पास मदद के लिए पहुंची थी।

इसके बाद उसके फोन से पीड़िता ने खुद ही 100 नंबर पर डायल किया और पुलिस को घटना की सूचना दी. पीड़िता से बात के बाद पीआरवी और पुलिस मौके पर पहुंची।

रविंद्र प्रकाश ने बताया कि वह वहां से दौड़ती हुई चली आ रही थी और बचाओ-बचाओ चिल्ला रही थी. जब हमने पूछा कौन तो उसने बताया कि अपनी पहचान बताई. रविंद्र कहते हैं, ‘हम डर गए, वह पूरी तरह से जली हुई थी. हमें लगा ये चुड़ैल है. हम पीछे भागे और डंडा उठाया इस दौरान हमने कुल्हाड़ी लाओ, कुल्हाड़ी लाओ आवाज भी लगाई.’

रविंद्र आगे बताते हैं, ‘पहचान जानने के बाद भी हमारा डर कम नहीं हुआ और उससे दूर खड़ा रखा. इसके बाद पीड़िता ने हमसे फोन मांगा और खुद ही 100 नंबर पर बात की, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसे लेकर चली गई.’ उधर, पुलिस ने इस मामले में 2 नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों को अभियुक्त बनाया गया है. उनके खिलाफ 307, 326, 506 धारा में केस दर्ज किया गया है।

इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुये पीड़िता के मुफ्त इलाज के बंदोबस्त करने के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा सुनिश्चित करने के यथासंभव उपाय करने के निर्देश दिये हैं। पुलिस के अनुसार आग लगाने की घटना में शामिल सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस के अनुसार दुष्कर्म के दो आरोपी जमानत पर रिहा होने के बाद पीड़िता से मामला वापस लेने का दवाब बना रहे थे जिसे नहीं मानने पर उन्होने अपने तीन साथियों के घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

गौरतलब है कि 11 जून 2017 को उन्नाव सामूहिक बलात्कार के मामले को लेकर देश भर में चर्चा का विषय बना था। दुष्कर्म पीड़ित युवती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके साथियों पर बलात्कार का आरोप लगाया था। बाद में रायबरेली में एक सड़क हादसे में बलात्कार पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गयी थी जिसे इलाज के लिये एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया था। इस हादसे में पीडिता के दो रिश्तेदारों की मृत्यु हो गयी थी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़ित युवती और आरोपियों में एक ने पिछले साल परिजनो की मर्जी के बगैर विवाह किया था लेकिन कुछ समय बाद दोनो ने संबंध तोड़ लिये थे।

उन्नाव के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीन ने बताया कि पिछली मार्च को लालगंज पुलिस स्टेशन पर युवती ने शिवम और शुभम के खिलाफ सामूहिक बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। दोनो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। कुछ समय पहले दोनो जमानत पर रिहा होकर जेल से बाहर आये थे।

इस बीच विपक्षी दलों ने एक सुर में घटना की तीखी भर्त्सना करते हुये राज्य की योगी सरकार को निशाने पर लिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया “ कल देश के गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की क़ानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी है। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। भाजपा नेताओं को भी अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए। ”

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि महिला सुरक्षा में बुरी तरह विफल राज्य की योगी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सरकार को घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये इस्तीफा दे देना चाहिये।

उन्नाव पीड़िता का सरकारी खर्च पर किया जायेगा उपचार : योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव के बिहार क्षेत्र में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को सरकारी खर्च पर पीड़िता को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के गुरूवार को निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और न्यायालय से प्रभावी दण्ड दिलाने कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।

उन्नाव में बलात्कार पीड़िता को जलाने की घटना पर राज्यसभा में हंगामा और निन्दा

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के चर्चित बलात्कार कांड की पीड़िता को जिंदा जलाने की घटना को लेकर विपक्ष के भारी हंगामें के बाद राज्यसभा ने गुरुवार को इसकी निन्दा की और इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों को समाज से अलग-थलग करने पर जोर दिया।

सुबह सदन की कार्यवाही शुरु होने पर कांग्रेस समेत विपक्ष के सदस्यों ने इस मामले को उठाने की अनुमति नहीं मिलने पर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी । भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरु होने पर विपक्ष के सदस्यों ने फिर इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की बैठक आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी ।

इसके बाद इस मुद्दे पर सदन में हुई संक्षिप्त चर्चा के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिये, जिससे समाज में संदेश जाये। उन्होंने कहा कि पूरा सदन इस घटना की निन्दा करता है।

उन्होंने कहा कि कई सदस्यों ने उनके कक्ष में इस मामले की जानकारी दी थी। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव से बात की। यह घटना आज सुबह साढे चार बजे की है। घटना के बाद कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।

समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि उन्नाव जिले के विहार में 12 दिसम्बर 2018 को बलात्कार की शिकार महिला को आज सुबह जलाने का प्रयास किया गया।

बलात्कार के तीन आरोपी जमानत पर जेल से रिहा हुये थे। उन्होंने कहा कि अभियुक्तों ने जलाने का प्रयास किया, जिसके कारण महिला 90 प्रतिशत जल गयी है और अस्पताल में भर्ती है ।

श्री यादव ने कहा कि कल चित्रकुट में बलात्कार की एक घटना को अंजाम दिया गया । इससे पहले संभल में बलात्कार के बाद एक महिला को जलाया गया था। महिलाओं पर यह अनाचार असहनीय है। राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह बलात्कार पीड़िता को सुरक्षा दे। उच्च्तम न्यायालय का इस संबंध में दिशानिर्देश भी है ।