अमेरिका के पोर्टलैंड शहर में गर्मी के रिकॉर्ड टूटे:पूर्वी वाशिंगटन स्टेट से लेकर पोर्टलैंड तक के अन्य शहरों में गर्मी के रिकॉर्ड टूटने की संभावना attacknews.in

पोर्टलैंड (अमेरिका), 27 जून (एपी) अमेरिका में ओरेगन राज्य का सबसे बड़ा शहर पोर्टलैंड भीषण गर्मी का सामना कर रहा है और शनिवार को शहर में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए। रविवार को भी गर्मी के नए रिकॉर्ड बन सकते हैं।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शहर के निवासियों को इतिहास की सबसे भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। शहर में लू चलने से पारा बहुत अधिक बढ़ गया है। दुकानों में पोर्टेबल एयर कंडीशनरों और पंखों की आपूर्ति मांग से कम पड़ गई है, अस्पतालों ने बाहर टीकाकरण शिविर रद्द कर दिए हैं, शहरों में कूलिंग केंद्र खुल गए हैं और बेसबॉल खेल प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं।

राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, पोर्टलैंड में शनिवार दोपहर को तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। ओरेगन के सबसे बड़े शहर में इससे पहले 1965 और 1981 में अधिक गर्मी पड़ी थी और तब तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

सिएटल में शनिवार को तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जिससे वह जून में सबसे गर्म दिन बन गया और इतिहास में केवल चौथी बार शहर में तापमान 100 डिग्री फेरेनहाइट के पार चला गया है।

रविवार और सोमवार को और अधिक गर्मी पड़ने का अनुमान है जिससे कई रिकॉर्ड टूट सकते हैं। सिएटल में 2009 में सबसे अधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

पूर्वी वाशिंगटन स्टेट से लेकर पोर्टलैंड तक के अन्य शहरों में गर्मी के रिकॉर्ड टूटने की संभावना है।

नरेन्‍द्र मोदी ने देशवासियों को आगाह किया: यह समझने की भूल ना करें कि कोरोना महामारी खत्म हो गई,सभी प्रोटोकॉल का पालन करना और टीका लगवाना ही उपाय है attacknews.in

देशवासियो से अपील:ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना है, बल्कि उत्साह बढ़ाना है:

टीकों को लेकर भ्रम एवं अफवाहों से दूर रहें:

नयी दिल्ली, 27 जून । प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रविवार को देशवासियों को आगाह किया कि वे यह समझने की भूल ना करें कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी खत्म हो गई है।

मोदी ने कहा कि यह वायरस अपना स्वरूप बदलता है, इसलिए इससे बचाव के लिए कोरोना वायरस संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करना और टीका लगवाना ही उपाय है। प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 78वीं कड़ी में लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हुए टीकों को लेकर लोगों की आशंका दूर करने की कोशिश की और उनसे भ्रम में ना पड़ने एवं अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की।

लोगों का भ्रम दूर करने के लिए प्रधानमंत्री ने अपना उदाहरण दिया और कहा, ‘‘मैंने दोनों खुराक ली हैं। मेरी माताजी लगभग 100 साल की हैं। उन्होंने भी दोनों खुराक ले ली हैं, इसलिए टीकों को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं दें।’’

उन्होंने कहा कि इस भ्रम में मत रहिए कि कोरोना वायरस समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बीमारी ऐसी है… यह बहुरुपिया है… रूप बदलती है… नए-नए रंग-रूप लेकर पहुंच जाती है। इससे बचाव के हमारे पास दो ही रास्ते हैं। पहला रास्ता है- कोरोना वायरस संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करना और दूसरा रास्ता है टीकाकरण का।’’

मध्य प्रदेश के बेतूल जिले के एक गांव के लोगों से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने अपील की कि वे बेहिचक टीका लगवाएं और अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान ना दें।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वैज्ञानिकों ने बहुत मेहनत करके और साल भर की मेहनत के बाद टीका बनाया है। इसलिए हमें विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए, अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा करना चाहिए। झूठ फैलाने वाले लोगों को समझाना चाहिए कि ऐसा नहीं होता है।’’

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई जारी है और इस जंग में देश आए दिन कई असाधारण मुकाम भी हासिल कर रहा है। उन्होंने इस कड़ी में टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण के पहले दिन 21 जून को 86 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त टीका लगाए जाने का जिक्र किया।

मोदी ने कहा कि टीका नहीं लेना बहुत खतरनाक हो सकता है और इससे ना सिर्फ एक व्यक्ति अपनी जान को खतरे में डालता है, बल्कि अपने परिवार और गांव को भी खतरे में डालता है। उन्होंने कहा कि देश के कई ऐसे गांव हैं जहां शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है या फिर इसके करीब है। प्रधानमंत्री ने इस सिलसिले में कश्मीर के बांदीपोरा जिले और नगालैंड के तीन गांवों का उदाहरण दिया।

ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना है, बल्कि उत्साह बढ़ाना है:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने जा रहे कई खिलाड़ियों के संघर्ष की कहानी सुनाई और देशवासियों से अपील की कि वे प्रतियोगिता के दौरान किसी खिलाड़ी पर दबाव न बनाएं, बल्कि खुले मन से उनका साथ देकर उत्साहवर्धन करें।

इस कार्यक्रम की 78वीं कड़ी में लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने महान धावक मिल्खा सिंह को भी याद किया और कहा कि खेलों के प्रति वह बहुत भावुक और समर्पित थे।

मिल्खा (91) का एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर अस्पताल में पिछले दिनों निधन हो गया था।

मोदी ने कहा कि जब प्रतिभा, समर्पण, दृढ़ता और खेल भावना का एक साथ मिलन होता है तब जाकर कोई विजेता बनता है और भारत में तो अधिकांश खिलाड़ी ऐसे हैं जो छोटे-छोटे शहरों, कस्बों और गांवों से निकल करके आते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने जा रहे खिलाड़ियों के दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है।

इस कड़ी में उन्होंने तीरंदाज प्रवीण जाधव, महिला हॉकी दल की सदस्य नेहा गोयल, महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी, पैदल चाल (रेस वॉकिंग) की धाविका प्रियंका गोस्वामी, भाला फेंक प्रतियोगिता के खिलाड़ी शिवपाल सिंह और मुक्केबाज मनीष कौशिक सहित कुछ अन्य खिलाड़ियों के संघर्ष की कहानी सुनाई और बताया कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद इन खिलाड़ियों ने खेलों की दुनिया में एक मुकाम हासिल किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘जीवन में हम जहां भी पहुंचते हैं, जितनी भी ऊंचाई प्राप्त करते हैं, जमीन से ये जुड़ाव, हमेशा हमें अपनी जड़ों से बांधे रखता है। संघर्ष के दिनों के बाद मिली सफलता का आनंद भी कुछ और ही होता है। तोक्यो जा रहे हमारे खिलाड़ियों ने बचपन में साधनों-संसाधनों की हर कमी का सामना किया, लेकिन वो डटे रहे, जुटे रहे।’’

मोदी ने कहा कि ऐसे तो अनगिनत नाम हैं और तोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष एवं बरसों की मेहनत रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘वह सिर्फ अपने लिए ही नहीं जा रहे, बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। इन खिलाड़ियों को भारत का गौरव भी बढ़ाना है और लोगों का दिल भी जीतना है और इसलिए मैं आपको भी सलाह देना चाहता हूं। हमें जाने-अनजाने में भी हमारे इन खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना है, बल्कि खुले मन से, इनका साथ देना है, हर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाना है।’’

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से सोशल मीडिया पर तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने जा रहे खिलाड़ियों के समर्थन और उत्साहवर्धन के लिए ‘‘चीयर फॉर इंडिया’’ हैशटेग से अभियान चलाने की गुजारिश की।

मिल्खा सिंह को याद करते हुए मोदी ने कहा कि जब वह अस्पताल में भर्ती थे और कोरोना से जूझ रहे थे तब उन्होंने उनसे बात की थी।

मोदी ने बताया कि उन्होंने मिल्खा सिंह से आग्रह किया था इस बार जब भारतीय खिलाड़ी तोक्यो जाएं तब उन्हें भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाना है और अपने संदेश से प्रेरित करना है।

उन्होंने कहा, ‘‘वह खेल को लेकर इतना समर्पित और भावुक थे कि बीमारी में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी, लेकिन, दुर्भाग्य से नियति को कुछ और मंजूर था।’’

पिछले साल स्थगित किए गए तोक्यो ओलंपिक खेल 23 जुलाई से शुरू होंगे जिसके लिए अभी तक 100 से ज्यादा भारतीय खिलाड़ियों ने क्वालीफाई कर लिया है। पैरालंपिक इसके एक महीने बाद शुरू होंगे।

कोरोना काल में भारत सरकार के ऊपर चढ़ा खरबों रूपये का ॠण:1,16,21,781 करोड़ रूपये की देनदारियां,जारी की सरकार ने लोक (सार्वजनिक) ॠण प्रबंधन रिपोर्ट attacknews.in

नईदिल्ली 25 जून ।वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के अंतर्गत बजट प्रभाग में लोक ऋण प्रबंधन प्रकोष्ठ (पीडीएमसी नियमित आधार पर ऋण प्रबंधन पर अप्रैल-जून (पहली तिमाही ) 2010-11 से एक त्रैमासिक रिपोर्ट निकाल रहा है। वर्तमान रिपोर्ट जनवरी-मार्च 2021 (वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही) से संबंधित है।

वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के दौरान, केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही की तुलना में जारी की गई 76,000 करोड़ रुपये की प्रतिभूतियों मुकाबले 3,20,249 करोड़ रुपये की दिनांकित प्रतिभूतियाँ जारी की, जबकि पुनर्भुगतान 29,145 करोड़ रुपये था। प्राथमिक निर्गमों की भारित औसत उपलब्धि वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में बढ़कर 5.80 प्रतिशत हो गई, जो वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में 5.68 प्रतिशत थी। दिनांकित प्रतिभूतियों के नए निर्गमों की भारित औसत परिपक्वता वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में 13.36 वर्ष पर कम थी, जबकि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में यह 14.96 वर्ष थी। जनवरी-मार्च 2021 के दौरान केंद्र सरकार ने नकद प्रबन्धन बिल (कैश मैनेजमेंट बिल) के जरिए कोई राशि नहीं जुटाई। रिज़र्व बैंक ने तिमाही के दौरान सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री को शामिल करते हुए नौ विशेष और सामान्य ओएमओ आयोजित किए। सीमांत स्थायी सुविधा और विशेष चलनिधि सुविधा सहित चलनिधि समायोजन सुविधा (लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी -एलएएफ) के तहत भारतीय रिजर्व बैंक -आरबीआई द्वारा शुद्ध दैनिक औसत चलनिधि अवशोषण (एवरेज लिक्विडिटी अब्जोरप्शन) इस तिमाही के दौरान 3,35,651 करोड़ रुपये था।

सरकार की कुल देनदारियां (‘लोक/सार्वजनिक खाते’ के तहत देनदारियों सहित), अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2021 के अंत में बढ़कर 1,16,21,781 करोड़ रुपये हो गई, जो दिसंबर 2020 के अंत में 1,09,26,322 करोड़ रुपये थी। यह वित्त वर्ष 21 की चौथी तिमाही में 6.36 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है । मार्च 2021 के अंत में कुल बकाया देनदारियों का 88.10 प्रतिशत सार्वजनिक ऋण था। बकाया दिनांकित प्रतिभूतियों के लगभग 29.33 प्रतिशत की शेष परिपक्वता 5 वर्ष से कम थी। स्वामित्व पैटर्न मार्च 2021 के अंत में वाणिज्यिक बैंकों की हिस्सेदारी 37.8 प्रतिशत और बीमा कंपनियों के लिए 25.3 प्रतिशत पर इंगित करता है।

तिमाही के दौरान सरकारी प्रतिभूतियों की आपूर्ति में वृद्धि के कारण द्वितीयक बाजार में सरकारी प्रतिभूतियों पर प्रतिफल आना कठिन हो गया। इसके अलावा, साप्ताहिक उधारी में वृद्धि और रिज़र्व बैंक द्वारा सामान्य चलनिधि(लिक्विडिटी) संचालन को फिर से शुरू करने की घोषणा के कारण प्राप्तियों-प्रतिफल का कठिन होना इस विचलन (वक्र) के छोटे छोर पर अधिक था। हालांकि, इन प्राप्तियों को 5 फरवरी, 2021 को आयोजित एमपीसी की बैठकों के निर्णय द्वारा समर्थन दिया गया था, जिसमें एमपीसी ने नीति रेपो दर को 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा और इसे कम से कम चालू वित्तीय वर्ष के दौरान और अगले वित्तीय वर्ष में समायोजन के रुख के साथ जारी रखने पर जोर दिया – ताकि टिकाऊ आधार पर विकास को फिर से शुरू करने के साथ ही अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम किया जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि आने वाले समय में भी मुद्रास्फीति भी लक्ष्य के भीतर बनी रह सके ।

छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग ने रायपुर में कई स्थानों पर छापामारी करके 100 करोड़ रुपये से अधिक के हवाला लेन-देन को उजागर किया attacknews.in

रायपुर 25 जून ।आयकर विभाग को विशिष्ट कार्रवाई योग्य खुफिया सूचना प्राप्त हुई थी कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में लोगों का एक समूह बहुत अधिक मात्रा में गैर-लिखित नकद लेन देन करने वाला है।इससे आगे की जांच में, इनपुट विश्वसनीय पाया गया और हवाला डीलर की पहचान की गई।

इसके परिणामस्वरूप विभाग ने 21 जून,2021 को रायपुर स्थित हवाला संचालक के खिलाफ छापामारी और जब्ती की कार्रवाई की।

इस कार्रवाई में रायपुर स्थित चार परिसरों को शामिल किया गया था।इस कार्यप्रणाली में न केवल लोगों को बिक्री,खरीद आदि की आवास प्रविष्टियां देना शामिल था, बल्कि बेहिसाब धन के परिवहन और अंतिम उपयोग की सुविधा भी शामिल थी।

इस छापामारी के दौरान लगभग 6 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई है। इसके अलावा हवाला लेन-देन के विवरण वाले कंप्यूटर हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव के रूप में कई डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं।इनका विश्लेषण किया जा रहा है और इसमें शामिल कुल रकम की मात्रा का निर्धारण प्रगति पर है।प्रारंभिक अनुमान की मानें तो इनमें 100 करोड़ रुपये से अधिक के हवाला लेन-देन शामिल हो सकते हैं।

आगे की जांच जारी है।

मनी लान्ड्रिंग घोटाले में ईडी ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री के नागपुर, मुंबई स्थित परिसरों पर छापा मारा, CBI ने बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर मामला दायर कर प्रारंभिक जांच की थी attacknews.in

नयी दिल्ली, 25 जून । प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ धन शोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में नागपुर तथा मुंबई में स्थित उनके परिसरों पर शुक्रवार को तलाशी ली।

अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापे मारे गए और देशमुख के नागपुर में स्थित आवास पर भी छापे मारे गए। अभी यह पता नहीं चला है कि क्या देशमुख (71) आवास में मौजूद थे।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने सीबीआई की एक प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद पिछले महीने देशमुख (71) और अन्य के खिलाफ धन शोधन रोकथाम कानून के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया था।

सीबीआई ने बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर एक मामला दायर करने के बाद प्रारंभिक जांच की थी जिसके बाद ईडी ने मामला दर्ज किया। उच्च न्यायालय ने सीबीआई को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए कहा था।

अधिकारियों ने बताया कि तलाशी लेने वाले दल अतिरिक्त सबूत की तलाश कर रहे हैं जो उनकी जांच में अहम हो सकते हैं। एजेंसी की जांच उस आरोप पर केंद्रित है कि महाराष्ट्र में पुलिसकर्मियों के तबादलों, नियुक्तियों में अवैध निधि अर्जित की गई और क्या पुलिसकर्मियों से अवैध वसूली की गई जैसा सिंह ने अपनी शिकायत में दावा किया है।

ईडी के पास जांच के स्तर के दौरान आरोपियों की संपत्तियां कुर्क करने और मुकदमे के लिए पीएमएलए अदालत के समक्ष उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर करने की शक्तियां हैं। मुंबई में कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के पास एक एसयूवी मिलने की जांच के दौरान पुलिसकर्मी सचिन वाजे की भूमिका सामने आने के बाद सिंह को पुलिस आयुक्त पद से हटा दिया गया था। इस एसयूवी में विस्फोटक सामग्री रखी मिली थी।

पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में सिंह ने आरोप लगाया था कि देखमुख ने वाजे से मुंबई के बार और रेस्त्रां से एक महीने में 100 करोड़ रुपये से अधिक वसूलने के लिए कहा था। राकांपा नेता देशमुख उस वक्त ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार में गृह मंत्री थे। उन्होंने इन आरोपों के बाद अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था।

सीबीआई ने भी 21 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पूर्व मंत्री के मुंबई तथा नागपुर में स्थित आवासों पर छापे मारे थे। उच्च न्यायालय ने इस मामले में देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए थे जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, बोलीं- उनकी सरकार के साथ भी Twitter जैसा व्यवहार किया जा रहा है attacknews.in

कोलकाता 17 जून ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीटर को लेकर जारी विवाद पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि केंद्र माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को प्रभावित करने में असफल होने के बाद अब उसे प्रभावहीन करने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने अपनी सरकार से तुलना करते हुए कहा कि उनकी सरकार के साथ भी केंद्र ऐसा ही व्यवहार कर रहा है।

ममता बनर्जी ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि वे ट्विटर को नियंत्रित नहीं कर सकते तो अब उसे प्रभावहीन करने का प्रयास कर रहे हैं। केंद्र हर उस व्यक्ति के साथ यह कर रहे हैं जिसे अपने पक्ष में नहीं ला पा रहे हैं। वे मुझे नियंत्रित नहीं कर सकते, इसलिए मेरी सरकार को भी प्रभावहीन करने की कोशिश कर रहे हैं।

राजनीतिक हिंसा जारी रहने के बीजेपी के आरोपों पर बनर्जी ने कहा कि यह भगवा पार्टी की ‘चाल’ है और उसके दावे पूरी तरह से ‘आधारहीन’ हैं। ‘राज्य में कोई राजनीतिक हिंसा नहीं हो रही है। एक-दो छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं लेकिन उन पर राजनीतिक हिंसा का ठप्पा नहीं लगाया जा सकता।

ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने तीन तीन बार पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है कि राज्यपाल को वापस बुला लिया जाए. वो अमित शाह के आदमी हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल किससे मुलाकात करते हैं यह उनका व्यक्तिगत मामला है और राज्यपाल उनके ही लोग हैं तो मिलना तो होगा ही। बता दें कि राज्यपाल धनखड़ दिल्ली के दौरे पर हैं।

केंद्र ने मुकुल रॉय और उनके बेटे की VIPसुरक्षा वापस ली;भाजपा विधायक राय ने पत्र लिखकर सुरक्षा हटाने को कहा था,अब ममता बनर्जी रॉय और बेटे को पुलिस सुरक्षा दे रही है attacknews.in

नयी दिल्ली, 17 जून ।पश्चिम बंगाल के नेता एवं विधायक मुकुल रॉय को प्रदत्त ‘जेड’ श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा उनसे वापस ले ली गई है।

आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि रॉय कुछ दिन पहले भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में वापस आ गए थे।

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 67 वर्षीय रॉय की सुरक्षा में तैनात जवानों को वापस बुलाने का निर्देश दिया है।

रॉय और उनके पुत्र शुभ्रांशु पिछले हफ्ते कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी में शामिल हो गए।

सूत्रों ने बताया कि भाजपा के उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव जीतने वाले रॉय ने केंद्र को पत्र लिखकर सुरक्षा हटाने को कहा था जिसके बाद यह फैसला लिया गया।

इससे पहले 2017 में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटाए जाने के बाद रॉय ने पार्टी छोड़ दी थी और नवंबर 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद उन्हें केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ की वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी जो इस साल मार्च-अप्रैल में पश्चिम बंगाल में विधानसभा से ठीक पहले बढ़ाकर जेड श्रेणी की कर दी गई थी।

रॉय जब भी पश्चिम बंगाल में कहीं जाते थे तो हर बार उनके साथ सीआरपीएफ के 22-24 सशस्त्र कमांडो का जत्था होता था।

सूत्रों ने बताया कि रॉय के पुत्र को सीआईएसएफ की कम श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, वह भी वापस ले ली गई है। अब रॉय और उनके बेटे को राज्य पुलिस सुरक्षा दे रही है।

मध्यप्रदेश में बुधवार को कोरोना के 160 नए मामले आए सामने, 34 की मौत;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,88,809 हुई attacknews.in

भोपाल, 16 जून । मध्यप्रदेश में कोरोना के घटते मामलों के बीच आज 160 नए मामले सामने आए, तो वहीं 34 मरीजों ने इस बीमारी से अपनी जान गवां दी।
राज्य स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में जहां कोरोना के 160 नए मामले सामने आए।

संक्रमण दर भी घटकर 0़ 3 से 0़ 2 पर पहुंच गयी।

प्रदेश में अब तक 7,88,809 लोग संक्रमित हो चुके हैं।

प्रदेश भर में 463 नए मरीजों के स्वस्थ हो जाने के बाद अब तक इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 7,76,887 तक पहुंच गयी है।

प्रदेश भर में तेजी से ठीक हो रहे कोरोना मरीजों के चलते एक्टिव मरीजों की संख्या भी घटकर 3273 तक पहुंच गयी है।

इन सभी मरीजों का उपचार विभिन्न अस्पताल, होम आइसोलेशन एवं संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटरों में किया जा रहा है।

इस बीच प्रदेश में सर्वाधिक मामले राजधानी भोपाल में आए, जहां 47 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है।

यहां 1081 एक्टिव मरीज है, जिनका इलाज किया जा रहा है।

वहीं, इंदौर में 36 नए मामले सामने आए।

वहां सक्रिय मरीजों की संख्या 561 रह गयी है।

इसके अलावा जबलपुर में 17 मरीज मिले हैं।

इन तीनों जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में दस से नीचे मरीज सामने आए हैं।

वहीं प्रदेश के 26 ऐसे जिले है, जहां कोरोना के एक भी नए मामले सामने नहीं आए हैं।

चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार से ठोस निर्णय लेकर 22 जून तक अदालत में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का हाईकोर्ट आदेश attacknews.in

नैनीताल, 16 मई । उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा को लेकर सरकार से ठोस निर्णय लेकर 22 जून तक अदालत में रिपोर्ट प्रस्तुत करे।

मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान की अगुवाई वाली पीठ में कोरोना महामारी को लेकर दायर जनहित याचिकाओं के परिपेक्ष्य में आज चारधाम यात्रा के संदर्भ में सुनवाई के दौरान यह बात कही। राज्य के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर वर्चुअली अदालल में पेश हुए। उन्होंने अदालत को बताया कि चारधाम यात्रा अभी विचाराधीन है और 22 जून तक लॉकडाउन के कारण यात्रा के संचालन को लेकर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसके बाद निर्णय नहीं लिया जायेगा।

शहडोल में बैंक में पदनाम का खाता खोल कर सरकार के एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का गबन करने वाला फरार बीईओ निलंबित attacknews.in

शहडोल 16 जून ।मध्यप्रदेश के शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा ने आज बुढ़ार के पूर्व बीईओ अशोक कुमार शर्मा को उनके पद से निलम्बित कर दिया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर शहडोल के प्रतिवेदन पर यह कार्यवाही की गई है। कल रात को ही प्रशासन ने बुढ़ार थाने में अशोक शर्मा के खिलाफ एक करोड़ रुपये के गबन और धोखाधड़ी करने का अपराध दर्ज करा दिया है जिसमें प्रमाण दिए गए हैं कि शर्मा ने शासन के निर्देश के खिलाफ बुढ़ार के एक बैंक में पदनाम का खाता खोल कर सरकार के एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का गबन कर लिया था। अब पुलिस अशोक शर्मा को ढूढ रही है।

मध्यप्रदेश के सिवनी में कोविड टीका लगवाने से मना करने और सुरक्षा की गारंटी स्टाम्प पेपर में लिखकर मांगने वाला शिक्षक निलंबित attacknews.in

सिवनी, 16 जून। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में कोविड-19 का टीका लगवाने से मना करने तथा अधिकारियों से टीका लगवाने के उपरांत सुरक्षा की गारंटी स्टाम्प पेपर में लिखकर मांगने वाले एक शिक्षक को कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने निलंबित किये जाने के आदेश जारी किये हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जारी आदेश में सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड घंसौर के अंतर्गत शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय घंसौर में पदस्थ सहायक शिक्षक रतनलाल मरकाम से कोविड-19 का टीकाकरण की द्वितीय डोज लगवाने के लिए ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा दूरभाष पर संपर्क किया गया। इस दौरान सहायक शिक्षक ने सचिव से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये टीका लगवाने से मना कर दिया।

इसके पश्चात मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत घंसौर ने सहायक शिक्षक रतनलाल मरकाम से दूरभाष पर संपर्क किया, जहां शिक्षक ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी घंसौर को कोविड वैक्सीन लगवाने के उपरांत सुरक्षा की गारंटी स्टाम्प पेपर पर मांगी।

इस मामले में सिवनी कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने सहायक शिक्षक रतन लाल मरकाम के निलंबन संबंधी आदेश आज जारी किये हैं।

आदेश में लेख किया गया है कि रतनलाल मरकाम, सहायक शिक्षक शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय घंसौर द्वारा कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने के लिए शासन की महत्वाकांक्षी एवं जनहितैषी योजना के क्रियान्वयन में अवरोध उत्पन्न कर शासन की योजना पर प्रश्नचिन्ह लगाया गया है तथा वरिष्ठ अधिकारियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करना मप्र सिविल सेवा आचरण नियमों के प्रतिकूल है। इसके बाद सहायक शिक्षक को निलंबित किया गया है।

नामी ब्रांडो की नकली बीडी बेचने वाले गिरोह के दो सदस्य डालिम और शफीकुल शेख गिरफतार attacknews.in

इटावा, 16 जून ।उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के फ्रेंड्स कालोनी पुलिस ने इलाके के यशोदानगर मे नकली बीड़ी बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार ।

दोनो गिरफतार आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले है ।

एसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह ने आज यहाॅ बताया कि मादक पदार्थ तस्करी रोकने के एसएसपी के आदेश के क्रम में मुखबिर की सूचना पर फ्रैंडस कालोनी पुलिस से यशोदा नगर के एक मकान में छापा मार कर नकली बीड़ी का कारोबार करने वाले दो लोगो को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल निवासी डालिम और शफीकुल शेख को गिरफ्तार किया गया ।दोनों इस समय विजयनगर में रह कर नकली बीड़ी का कारोबार कर रहे थे।

इनके पास से जीत, कैश, और तानजीत ब्रांड के 17 बंडल बीड़ी बरामद की गई।साथ ही बीड़ी के रैपर, इनाम के कूपन, बारकोड और भारी मात्रा में पैकिंग का सामना बरामद किया गया।

उन्होने बताया कि मुखिबर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने भागने का प्रयास मे आवश्यक बल प्रयोग व घेराबन्दी कर कोकपुरा पुल से 100 मीटर आगे एक सख्श को पकड लिया गया ।जिसकी तलाशी लेने पर उसके पास थेले में 32 पैकिट बीडी बरामद की गयी ।पकडे गये सख्श का नाम डालिम है।

पुलिस ने बरामद बीडी के बाबत कडाई से पूछताछ करने पर गिरफ्तार आरोपी ने बताया गया कि वो और उसका एक अन्य साथी मिलकर विजयनगर में हरीशंकर यादव के मकान में किराए पर रहते है और दोनो लोग मिलकर उसी मकान मे नकडी बीडी की पैकिंग करते है ।

गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने बताए गए स्थान पर पहुची तो वहाॅ एक व्यक्ति मकान की तीसरी मंजिल पर बीडी के बण्डल पैक कर रहा था और आस- पास के कमरों में भारी मात्रा में बीडी के वण्डल, रैपर, बारकोड व कुछ बोरे बीडी के वण्डलों से भरे हुए रखे थे ।

मध्यप्रदेश में अब कोरोना वैक्सीनेशन महा अभियान 21 जून से, नरेन्द्र मोदी से चर्चा के बाद तिथि बदली, केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन का कार्य फिर से अपने हाथ में लिया attacknews.in

भोपाल, 16 जून । कोरोना की दूसरी लहर के कहर पर काबू पाने वाले मध्यप्रदेश में अब वैक्सीनेशन अभियान पर जोर दिया जा रहा है और इसके लिए 21 जून से पूरे प्रदेश में ‘वैक्सीनेशन महाअभियान’ प्रारंभ किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दिल्ली में हुयी मुलाकात के बाद महाअभियान की नयी तिथि तय की गयी है। इसके पहले राज्य सरकार ने एक जुलाई से वैक्सीनेशन महाअभियान चलाने की घोषणा की थी। श्री मोदी ने इस मुद्दे पर श्री चौहान को मार्गदर्शन भी दिया है। इसके बाद तिथि 21 जून तय की गयी है।

सवा सात करोड़ से अधिक की आबादी वाले प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान जनवरी माह में प्रारंभ हुआ था और अब तक एक करोड़ 40 लाख के आसपास डोज लक्षित व्यक्तियों को लगाए गए हैं। इस बीच विशेषज्ञों के मत सामने आए हैं कि कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण पाने का ठोस उपाय सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन ही है। इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार लगभग एक घंटा 20 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान श्री चौहान ने श्री मोदी को बताया कि राज्य में कोरोना की स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। लेकिन निकट भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच इसे रोकने या इसके आने की स्थिति में इस पर काबू पाने के प्रयास अभी से ही जारी हैं। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में भी श्री मोदी को बताया।

श्री चौहान ने कहा कि वे इस कार्य के लिए श्री मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं कि केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन का कार्य फिर से अपने हाथ में ले लिया है।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी से हुए परामर्श के बाद राज्य में 21 जून से प्रारंभ होने वाले वैक्सीनेशन महाभियान के तहत व्यापक जनजागरण किया जाएगा और सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के साथ ही वैक्सीन तेज गति से लगाने के प्रयास किए जाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि 21 जून को राज्य में वे स्वयं, सारे मंत्री, सांसद, विधायक, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटीज़, अलग-अलग क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए निकलेंगे। इसके साथ ही प्रयास किए जाएंगे कि निश्चित समयसीमा में वैक्सीनेशन का कार्य पूरा किया जाए।

श्री चौहान ने श्री मोदी को मध्यप्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कोरोना नियंत्रण को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी और तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों पर भी चर्चा की।

उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को हम नियंत्रित कर पाएं, इसके लिए पूरी ताकत से प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकतम टेस्ट, पॉज़िटिव आए व्यक्ति को आइसोलेट करना, ट्रेसिंग करना, किल कोरोना अभियान चलाते रहना, कोविड केयर सेंटर्स को चालू रखना और जनता से ‘कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर’ का पालन करवाना जारी रहेगा।

श्री चौहान ने बताया कि राज्य में कोरोना के प्रकरण तेजी से घट रहे हैं और संक्रमण दर 0.2 प्रतिशत पर आ गया है। कोविड पूरी तरह से नियंत्रण में है।

श्री चौहान ने प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुरूप गरीबों को दीपावली तक नि:शुल्क राशन मुहैया कराने के संबंध में भी श्री मोदी को अवगत कराया और कहा कि इस दिशा में किए जा रहे कार्यों पर उच्च स्तर पर निगरानी भी की जा रही है, ताकि गरीब भाई बहनों तक राशन पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं हो।

STF ने विभिन्न बीमा कम्पनियोें के नाम पर प्रलोभन देकर धोखाधड़ी कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत 2 गिरफ्तार,ग्राहकों का डेटा किया बरामद attacknews.in

नोएडा,16 जून ।उत्तर प्रदेश पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सेक्ट्रर 64 नोएडा में फर्जी काल सेन्टर का भण्डाफोड़ करते हुए विभिन्न इंश्योरेंस कम्पनियोें के नाम पर प्रलोभन देकर धोखाधड़ी कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सहित दो लोगों गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ग्राहकों का डेटा बरामद किया है।

एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से एसटीएफ को सूचना प्राप्त हो रही थी कि विभिन्न इंश्योरेस कम्पनियों के ग्राहको को फोन करके प्रलोभन देकर उनसे ठगी की जा रही है।

जिस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमाें को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।

जिसके क्रम में मुख्यालय पर तैनात उपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिसोदिया के पर्यवेक्षण में साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।

उन्होंने इस दौरान ज्ञात हुआ कि इन्श्योरेंस कम्पनियों के ग्राहको से ठगी करने वाल गिराहे के विरूद्ध कोतवाली नगर, औरैया पर मामला दर्ज कराया है।

वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं इस तरह से ठगी करने वाले गिराहों के बारे में अभिसूचना संकलन की जा रही थी, तभी विशेष श्रोतों से जानकारी हुई नोएडा के बी-113, 3 फ्लोर, सेक्टर 64, थाना फेज-3, में एक फर्जी काल सेन्टर चल रहा है, जहाॅ से विभिन्न इंश्योरेस कम्पनियों के ग्राहको को फोन करके प्रलोभन देकर उनसे ठगी की जा रही है।

प्रवक्ता ने बताया कि इस सूचना पर उपनिरीक्षक पंकज सिंह के नेतृत्व में एक टीम नोएडा के लिये रवाना की गयी तथा सम्बन्धित विवेचक को नोएडा पहॅुचने के लिए कहा गया।

एसटीएफ की टीम नोएडा पहॅुचकर पूर्व से ज्ञात स्थान के बारे में अपने स्तर से जानकारी कर फर्जी काल सेन्टर के संचालक एवं गिरोह के सरगना बदायूं निवासी दिलशाद और उसके सहयोगी समस्तीपुर बिहार निवासी अर्जुन कुमार को कल शाम उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया।

मौके से अलग-अलग इन्श्योरेंस कम्पिनियों का 330 पेज डेटा,18 मोबाइल फोन, आठ एटीएम कार्ड,दो लैपटाप,12 डायरी,17,020 नगदी और एक कार बरामद की।

उन्होंने बताया कि पूछताछ पर गिरफ्तार दिलशाद ने बताया कि वह वर्ष-2015 से 2017 तक इण्डिया इन्फोलाइन, वर्ष-2017 से 2018 तक श्रीधर इंश्योरेंस ब्रोकिंग कम्पनी में टेलीकालर के पद पर नौकरी किया था।

वहीं से विभिन्न कम्पनियों के ग्राहको का डेटा चुराकर वर्ष-2020 में अपने द्वारा बनाये गये फर्जी काल सेन्टर में इसका उपयोग करता था।

जिन ग्राहको की बड़ी पालिसी होती थी उनका डेटा तैयारकर उन्हें भ्रमित कर फर्जी स्कीम बताकर कमीशन, अधिक बोनस एवं एजेन्ट कोड ऐक्टिव कराने के नाम पर उनको मिलने वाले रूपयें पर टैक्स जमा करने के नाम पर तथा पैसे रिफण्ड कराने के नाम पर बैंक मैनेजर, इन्श्योरेंस आफिसर आरबीआई का चीफ जनरल मैनेजर आदि बनकर फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक खातों में उनसे पैसे जमा करा लेते थे।

प्रवक्ता ने बताया कि कानपुर के एक डाक्टर से लगभग एक करोड़ रूपये एवं औरैया के एक व्यक्ति से लगभग 70 हजार रूपये ठगी की।

इस गिरोह द्वारा कई करोड़ की ठगी की गयी हैं जिसमें बारे में छानबीन की जा रही है।

इनके पास से बरामद कार के बारे में पूछने पर बताया कि यह कार ठगी से मिलने वाले पैसे से ही खरीदी गयी है।

गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

आसाराम की तबियत बिगड़ने के बाद जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया,प्रारंभिक जांच में कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट आई,की जा रही है अन्य जांच attacknews.in

जयपुर 16 जून । राजस्थान की जोधपुर जेल में सजा काट रहे आसाराम की तबीयत बिगड़ जाने के बाद बुधवार को जेल से जोधपुर एम्स में लाकर भर्ती कराया गया।

सूत्रों के अनुसार आसाराम को मंगलवार रात से सांस लेने में तकलीफ होने लगी।बुधवार सुबह तक तकलीफ काफी बढ़ गई।इसके बाद जेल प्रशासन ने अस्पताल ले जाने का फैसला किया।

हालांकि आसाराम ने एक बार एम्स जाने से इनकार कर दिया।बाद में अधिकारियों के समझाने पर वह एम्स में अपना इलाज कराने को राजी हो गए ।

एम्स में पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद पोस्ट कोविड कॉम्पलिकेशन बताए।ऐसे में उसकी कुछ जांचें की गई हैं।गुरुवार तक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या बीमारी है।
इसके आधार पर डॉक्टर लाइन ऑफ ट्रीटमेंट तय करेंगे