नयी दिल्ली, 20 मई । भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान बंगाल के तट पर पहुंच चुका है और इसकी वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई क्षेत्रों में जोरदार बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के महानिदेेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यह तूफान पश्चिम बंगाल के तट से टकरा गया है। तट से टकराने की यह की प्रक्रिया अपराह्न 2.30 बजे शुरू हुई थी।
यहां अनेक क्षेत्रों में पेड़ उखड़ कर गिर गये हैं।
कल रात से इसका असर ओडिशा के उपर हो गया था और इसकी वजह से ओडिशा के तटीय जिलों मे काफी तेज बारिश हो रही थी और हवाओं की रफ्तार भी सैंकड़ो किलाेमीटर प्रति घंटा से अधिक दर्ज की गई। ओड़िशा और बंगाल के अनेक हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही हैं। भद्रक और बालासोर में तेज हवाएं चल रही हैं।
राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के मुताबिक एस एन प्रधान ने इस चक्रवाती तूफान को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि ओड़िशा में 20 और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात कर दी गई हैं और केन्द्रीय मुख्यालय तथा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में स्थानीय मुख्यालय के बीच लगातार इसे लेकर संपर्क जारी है। ये सभी टीमें वायरलेस और सेटेलाइट संचार प्रणााली से युक्त हैं। इनके अलावा दो टीमों को तैयार रखा गया हैं।
उन्होंने बताया कि इससे पहले आए तूफान फैनी से सबक लेते हुए सभी टीमों के पास पेड़ और लोहे के खंबे काटने वाले उपकरण हैं और तूफान के गुरजने के बाद इस तरह की स्थितियों से निपटा जा सके। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इन सभी टीमों को पीपीई और आवश्यक उपकरण दिए गए हैं। इन टीमों ने संबद्व जिलों और स्थानीय प्रशासन से संपर्क बना लिया हैं और ये सभी मिलकर काम कर रहे हैं। टीमें लोगों को लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को कोविड के दौरान सावधानी बरतने और तूफान के दौरान किए जाने वाले एहतियाती उपायों के बारे में पहले ही जागरुक कर चुकी है।
उन्होेंने बताया कि पश्चिम बंगाल से पांच लाख से अधिक और ओडिशा से डेढ़ लाख से अधिक लोगों को तूफान की आशंका के चलते पहले ही सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था। एनडीआरएफ की टीमें दीघा, पूर्वी मेदिनीपुर,काकद्वीप, रामनगर में लोंगों को सावधानी बरतने के लिए समझा रही हैं।
पश्चिम बंगाल में दीघा से करीब 240 किलोमीटर दक्षिण में है चक्रवात ‘अम्फान’
चक्रवात ‘अम्फान’ बुधवार सुबह पश्चिम बंगाल के दीघा से करीब 240 किलोमीटर दक्षिण में अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में केंद्रित है।
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि तूफान के केंद्र के निकट हवाओं की गति लगातार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही जिसने बीच-बीच में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी।
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि ‘अम्फान’ के उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ने और बुधवार की दोपहर से शाम तक ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ के रूप में सुंदरवन के निकट पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों के बीच दीघा और हटिया द्वीप के बीच से गुजरा। इस दौरान हवाओं की गति निरंतर 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही, जो बीच-बीच में 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी।
अधिकारियों ने बताया कि निकट आ रहे चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के मद्देनजर पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों से कम से कम तीन लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाये गये हैं।
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए ‘‘ऑरेंज” अलर्ट जारी किया है और आगाह किया है कि कोलकाता, हुगली, हावड़ा, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है।
मौसम विज्ञान विभाग ने कोलकाता और निकटवर्ती इलाकों में 20 मई को सभी संस्थान एवं बाजार बंद करने और लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है।
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं और सभी प्रकार के ‘कच्चे’ घरों को अत्यंत नुकसान होगा।
मौसम विभाग ने तैयार फसलों एवं बाग-बगीचों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई है।
मौसम विभाग ने सलाह दी है कि जिन जिलों के प्रभावित होने की आशंका है, उनमें सड़क यातायात और रेल सेवा का मार्ग परिवर्तित किया जाए या उन्हें निलंबित किया जाए।
महाचक्रवात ‘अम्फान’ के कारण हावड़ा-नयी दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को रद्द कर दी गई।
पूर्व रेलवे ने बताया कि इस चक्रवात के कारण भारी बारिश होने और तूफान आने की आशंका है। इसी के मद्देनजर बुधवार को रवाना होने वाली 02301 हावड़ा-नयी दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस और 21 मई को चलने वाली नयी दिल्ली-हावड़ा एसी स्पेशल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है।
क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक जी के दास ने कहा कि पश्चिम बंगाल के तटीय एवं आस-पास के इलाकों में उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में एवं उनके आस-पास बुधवार सुबह हवाओं की गति 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंची और बीच- बीच में इन हवाओं की गति 95 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई ।
दास ने कहा, “इसकी गति धीरे-धीरे पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, कोलकाता में और रफ्तार पकड़कर 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई तथा बुधवार दोपहर से 20 मई की रात तक उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के ऊपर 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली।”
उन्होंने बताया कि इसके प्रभाव से गंगा वाले तटीय जिलों में बुधवार को भारी से बहुत भारी बारिश हुई जबकि उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली में कुछ स्थानों पर भीषण बारिश होने की आशंका है।
एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि भारतीय नौसेना ने राहत कार्यों में पश्चिम बंगाल सरकार की मदद के लिए एक टीम भेजी है।
अम्फान तूफान के चलते बंगाल, ओडिशा में तेज आंधी के साथ भारी बारिश शुरू
भीषण चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ बुधवार को भारतीय तटों की ओर तेजी से आगे बढ़ा जिसके कारण तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बारिश शुरू हो गई, कई मकान ढह गये और चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा।
एक समय पर महाचक्रवात बताया जा रहा यह तूफान मंगलवार से भले ही थोड़ा कमजोर हो रहा है, लेकिन इसने दो पूर्वी राज्यों पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के लिए आगे बढ़ना शुरू कर दिया ।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने बताया कि राज्य के निचले तटीय इलाकों से 1.25 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और बालासोर जैसे कई स्थानों पर यह कार्य अब भी जारी है। पश्चिम बंगाल में तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाडा, जाजपुर, गंजाम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई स्थानों में मंगलवार से भारी बारिश हो रही है।
तूफान ओडिशा में पारादीप के पूर्व-दक्षिण-पूर्व में करीब 120 किलोमीटर, दीघा (पश्चिम बंगाल) के दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में 125 किलोमीटर और कोलकाता के दक्षिण में करीब 220 किलोमीटर दूर था लेकिन इसका असर दोनों राज्यों में दिखाई देने लगा ।
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि ‘अम्फान’ के सुंदरवन के निकट बंगलादेश में हटिया द्वीप और दीघा के बीच से बुधवार दोपहर से शाम के बीच गुजरने पर हलचल मच गई ।
एक मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि तूफान के केंद्र के आस-पास हवाओं की गति लगातार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रही, जिनकी रफ्तार बीच-बीच में 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गयी। चक्रवात जब दिन में बाद में कोलकाता पहुंचा तो 110 से 120 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने लगी। इसके बाद यह और कमजोर होकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और नदिया पहुंचा । इसके बाद यह बंगलादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा।
एनडीआरएफ ने दोनों राज्यों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 41 टीमों को तैनात किया है। हर टीम में 41 सदस्य हैं। इसके अलावा पुलिस और अग्निशमन बल को भी तैनात किया गया है।
मौसम विज्ञान विभाग ने कोलकाता और निकटवर्ती इलाकों में 20 मई को सभी संस्थान एवं बाजार बंद करने और लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है। कोलकाता में सुबह से तेज हवाओं के साथ मामूली बारिश हो रही है। चक्रवात के मद्देनजर अधिकतर लोग घरों में हैं, इसलिए सड़कों पर यातायात बेहद कम नजर आया।
मौसम वैज्ञानिकों ने सचेत किया है कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं और सभी प्रकार के ‘कच्चे’ घरों को भारी नुकसान होगा।
मौसम विभाग ने तैयार फसलों एवं बाग-बगीचों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई है। ‘अम्फान’ के कारण हावड़ा-नयी दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को रद्द कर दी गई है।
पूर्व रेलवे ने बताया कि इस चक्रवात के कारण भारी बारिश होने और तूफान आने की आशंका है। इसी के मद्देनजर बुधवार को रवाना होने वाली 02301 हावड़ा-नयी दिल्ली एसी स्पेशल एक्सप्रेस और 21 मई को चलने वाली नयी दिल्ली-हावड़ा एसी स्पेशल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है।
चक्रवाती तूफान ‘अम्फन’ के कारण कोलकाता हवाईअड्डे पर गुरुवार सुबह पांच बजे तक मालवाहक विमान सेवा स्थगित रहेगी। भुवनेश्वर से मिली एक रिपोर्ट के अनुसार विशाखापत्तनम, पारादीप और गोपालपुर में ‘डॉप्लर वेदर रडार’ की मदद से चक्रवाती तूफान पर निरंतर नजर रखी जा रही है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि कई जिलो में पेड़ टूट जाने और झोपड़ियां नष्ट होने की खबरें मिली हैं। राज्य के जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज जिलों में दोपहर बाद तक चक्रवाती तूफान का असर रहा ।
चक्रवाती तूफान ‘अम्फन’ के आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा से करीब 4.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया ।
एनडीआरएफ के प्रमुख एस एन प्रधान ने बुधवार को बताया कि बचाव दल और प्रशासन ‘अमावस्या’ होने के कारण चार से छह मीटर ऊंची तूफानी या ज्वारभाटा की लहरों के कारण उत्पन्न होने वाली स्थिति के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों से मिले आंकड़ों के अनुसार ओडिशा से 1.20-1.25 लाख और पश्चिम बंगाल से 3.30 लाख लोगों को चक्रवात के मद्देनजर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले ओडिशा में पिछले साल तीन मई को आये ‘फेनी’ तूफान के कारण कम से कम 64 लोगों की मौत हो गई थी।
अम्फान: महिला ने दमकल वाहन में शिशु को दिया जन्म
केंद्रपाड़ा,से खबर है कि, भीषण चक्रवाती तूफान के बीच ओडिशा के केंद्रपाड़ा में बुधवार को एक गर्भवती महिला ने अग्निशमन विभाग के वाहन में बच्चे को जन्म दिया। जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। दमकलकर्मियों की ओर से इस दौरान किये गये उपायों की जमकर सराहना की जा रही है।
अम्फान तूफान के बीच गर्भवती महिला को एक दमकल वाहन में शरण मिली जहां उसने एक बालिका को जन्म दिया। बाद में उसे पास के महाकालपाड़ा सीएचसी में भर्ती कराया गया।