कोलंबो, 26 अप्रैल । श्रीलंका के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को कहा कि ईस्टर धमाके करने वाले आतंकवादी समूह आईएस से जुड़ा श्रीलंकाई इस्लामिक चरमपंथी शंगरी-ला होटल में हुए धमाके में मारा गया था।
नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) आतंकवादी समूह का प्रमुख सरगना जहरान हाशिम ने होटल पर हमले की अगुवाई की थी और उसके साथ ‘‘इल्हाम’’ नाम का दूसरा हमलावर था।
राष्ट्रपति ने यहां पत्रकारों को बताया कि धमाकों के दौरान हाशिम मारा गया।
उन्होंने बताया कि सेना की खुफिया शाखा से सूचना मिली है और यह घटनास्थल से निकाली गई सीसीटीवी फुटेज पर आधारित है।
धमाकों के बाद इस्लामिक स्टेट द्वारा जारी एक वीडियो में हाशिम दिखाई दे रहा है लेकिन धमाकों के बाद उसका कोई अता-पता नहीं चला था। तीन गिरजाघरों और तीन होटलों पर हमले में 250 से अधिक लोग मारे गए।
वीडियो में गोल चेहरे का कटरपंथी सिर पर काले रंग का स्कार्फ बांधे हुए और एक राइफल के साथ दिख रहा है।
देश का मुस्लिम समुदाय वर्षों पहले से इस कट्टर मौलवी को लेकर आगाह करता आ रहा था। हालांकि आईएस के वीडियो से आतंकवाद और ईस्टर को हुए धमाकों में श्रीलंका के इस मौलवी की भूमिका का ठोस सबूत मिल गया है।
हाशिम की उम्र 40 वर्ष के आसपास बताई जा रही है। वह बट्टीकालोआ के पूर्वी तटीय क्षेत्र का रहने वाला था। उसने बीच में ही कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी थी।
भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी को दक्षिण भारत में बड़े नेताओं की हत्या की योजना बना रहे आईएस से प्रेरित मॉड्यूल की जांच के दौरान हाशिम के वीडियो मिले थे।
वीडियो में दिखाया गया कि हाशिम श्रीलंका, तमिलनाडु और केरल के युवाओं से क्षेत्र में इस्लामिक शासन लागू करने के लिए कह रहा है।
भारत की केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ आईएस के मॉड्यूल द्वारा गिरजाघरों को निशाना बनाए जाने की आशंका की खुफिया सूचनाएं साझा की थी।
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