कोलंबो, 24 अप्रैल । श्रीलंका सरकार ने ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में मारे गये 11 भारतीय नागरिकों में से अब तक पांच लोग के पार्थिव शरीर को विशेष विमान से कर्नाटक भेजा है।
श्रीलंका में गंभीर सुरक्षा चूक के परिणाम स्वरूप हुये आतंकवादी हमले के बाद राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने देश के पुलिस प्रमुख पुजिथ जयसुंदर और रक्षा सचिव हमासीरी फर्नांडो को इस्तीफा देने के लिए कह दिया है। राष्ट्रपति के एक करीबी अधिकारी ने बुधवार को बताया कि श्री सिरिसेना ने एक बैठक के दौरान रक्षा सचिव को अपना निर्णय बताया और इसके बाद पुलिस प्रमुख को भी इस इस बारे में सूचित कर दिया गया।
श्री सिरिसेना ने मंगलवार शाम देश को अपने संबोधन में कहा था कि रविवार के आतंकवादी हमले को रोकने में नाकाम रहने के मद्देनजर वह अगले 24 घंटों के अंदर सुरक्षा बलों के प्रमुखों काे बदल सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह आगामी सप्ताहों में पुलिस और सुरक्षा बलों का पूरी तरह से पुनर्गठन भी करेंगे। उनका कहना था कि रक्षा अधिकारियों की तरफ से चूक हुई है।
आतंकवादी हमले के एक दिन बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा था कि पुलिस को संभावित आतंकवादी हमले की पूर्व सूचना मिली थी लेकिन फिर भी पर्याप्त कदम नहीं उठाये गये।
श्री विक्रमसिंघे ने कहा कि उनके या अन्य मंत्रियों के साथ इस सूचना को साझा नहीं किया गया था।
राष्ट्रपति ने भी कहा कि उन्हें भी इस सबंध में कोई सूचना नहीं दी गयी थी। राष्ट्रपति ने सूचना साझा नहीं किये जाने को लेकर जांच शुरू कराई है।
मारे गये 11 भारतीय नागरिकों में से कुछ जनता दल (सेक्युलर) के कार्यकर्ता भी शामिल है जाे अपने देश में हो रहे चुनावों से ब्रेक लेने के लिए श्रीलंका गये हुए थे। इस हादसे में मारे गये कुल 39 विदेशी नागरिकों में आठ कर्नाटक के निवासी थे।
इस बीच बेंगलुरु से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में मारे गये कर्नाटक के लोगों के शव यहां केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने शुरू हो गये हैं। उप सचिव (प्रोटोकॉल) एवं राज्य सत्कार संगठन के निदेशक विजय महंतेश ने बुधवार को बताया कि एस आर नागराज का शव श्रीलंकन एयरलाइंस की उड़ान संख्या यूएल 171 से मंगलवार रात आठ बजे यहां पहुंचा। चार अन्य मृतकों कंचना हल्ली गोविंदप्पा हनुमंत रैयप्पा, कंचना हल्ली मुनिबाइरप्पा लक्ष्मीनारायण, मुनियप्पा रंगप्पा और हनुमैया शिवकुमार के शव श्रीलंकन एयरलाइंस की उड़ान संख्या यूएल 173 से आज तड़के यहां पहुंचा।
उन्होंने बताया कि रमेश, ए मारे गौड़ा और एच पुट्टाराजू के शवों के किसी भी समय यहां पहुंचने का अनुमान है। इसके अलावा श्रीलंका से एयर एंबुलेंस से लाये गये गंभीर रूप से घायल पुरुषोत्तम को हवाई अड्डे से सीधा मणिपाल अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान यातायात पुलिस ने हवाई अड्डे से अस्पताल तक पूरी सड़क खाली रखी थी।
विस्फोटों में नारायण चंद्रशेखर और रेमूरई तुलसी राम की मौत की भी पुष्टि हुई है लेकिन विस्तृत ब्योरा नहीं मिल सका हैै। मृतकाें में से अधिकतर जनता दल (एस) के नेता थे। वे कर्नाटक में लोकसभा के पहले चरण के चुनाव के बाद छुट्टियां मनाने श्रीलंका गये थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने में अनुभव, बुद्धिमत्ता और उच्च तकनीकी क्षमता संपन्न आठ देशों ने श्रीलंका काे आतंकवाद से लड़ाई में मदद करने का आश्वासन दिया है। उन्हाेंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सुरक्षा बलों को अधिक मजबूत बनाने और विदेशी विशेषज्ञता की मदद से आतंकवाद के खतरे पर जल्द ही लगाम लगा लिया जायेगा।
उन्होंने आश्वस्त किया कि सोमवार रात को लागू किया गया सीमित आपातकाल का मकसद केवल संदिग्धों को पकड़ना और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसका इस्तेमाल लोगों की आजादी अथवा लाेकतांत्रिक अधिकारों पर अंकुश लगाने के लिये नहीं किया जायेगा।
गौरतलब है कि श्रीलंका में गिरजाघरों और लक्जरी होटलों को निशाना बनाकर किये गये अब तक के सबसे बड़े आतंकवादी हमले में 359 लोग मारे गये और 500 से अधिक लोग घायल हो गये। इस संबंध में अब तक 60 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने मंगलवार को इस हमले की जिम्मेदारी ली।
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