भोपाल 20 अक्टूबर। सीएम शिवराज सिंह ने हर साल की तरह इस साल भी गोवर्धन पूजा का आयोजन सीएम हाउस पर किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधना सिंह ने परम्परा अनुसार गोवर्धन पूजा की।
इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि गोवर्धन पूजा की परंपरा प्रकृति आराधना करने की परंपरा है। प्रकृति के प्रति आदर और आभार व्यक्त करने का पर्व है। पहाड़ों, नदियों, पेड़-पौधों, वनस्पतियों को पूजने का संस्कार है। गोवर्धन पर्व पर्यावरण की रक्षा की प्रेरणा देता है। प्रकृति के शोषण की बजाय दोहन करें। शोषण से जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं पैदा होती है।
गौ-धन और गोवर्धन पूजा कर आज कन्हैया से यही प्रार्थना की कि हे राधे सब पर अपनी कृपा दृष्टि सदैव बनाये रखना। — ShivrajSingh Chouhan(@ChouhanShivraj) October 20, 2017
गौ-धन और गोवर्धन पूजा कर आज कन्हैया से यही प्रार्थना की है कि, हे राधे सब पर अपनी कृपा दृष्टि सदैव बनाये रखना। प्रकृति जीवन का और गौमाता हमारी आर्थिक समृद्धि का आधार है। गोवर्धन पूजा की परंपरा प्रकृति आराधना करने की परंपरा है।
प्रकृति जीवन का और गौमाता हमारी आर्थिक समृद्धि का आधार है। गोवर्धन पूजा की परंपरा प्रकृति आराधना करने की परंपरा है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2017
गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति आदर और आभार व्यक्त करने का पर्व है। पहाड़ों, नदियों, पेड़-पौधों, वनस्पतियों को पूजने का संस्कार है। प्रकृति के बगैर जीवन नहीं चल सकता है। इनमें और मनुष्यों में एक ही चेतना है। हजारों साल पहले ऋषियों ने पर्यावरण बचाने की परिकल्पना की थी।
गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति आदर और आभार व्यक्त करने का पर्व है। पहाड़ों, नदियों, पेड़, पौधों, वनस्पतियों को पूजने का संस्कार है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2017
गोवर्धन पर्व पर्यावरण की रक्षा की प्रेरणा देता है। प्रकृति के शोषण की बजाय दोहन करें। शोषण से जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं पैदा होती है।
हमारी संस्कृति में गौ-माता श्रद्धा ही नहीं, समृद्धि का भी मजबूत आधार हैं। मुझे इनकी सेवा और सानिध्य से नव ऊर्जा, उत्साह की अनुभूति होती है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 20, 2017
हमारी संस्कृति में गौ-माता श्रद्धा ही नहीं, समृद्धि का भी मजबूत आधार हैं। मुझे इनकी सेवा और सानिध्य से नव ऊर्जा, उत्साह की अनुभूति होती है।