मैनपुरी, 01 अप्रैल । समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को मैनपुरी संसदीय सीट से नामांकन भरा। इस दौरान उनके साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव मौजूद थे। श्री यादव इस सीट पर पांचवीं बार जीत हासिल करने के लिये चुनाव लड़ रहे हैं।
श्री यादव के नामांकन दाखिल करने के समय उनके भाई और प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मौजूद नहीं थे। यह पहला मौका है जब श्री मुलायम सिंह यादव के नामांकन के समय उनके छोटे भाई शिवपाल साथ में नहीं दिखे। सुबह प्रसपा अध्यक्ष ने श्री यादव के आवास पर जाकर अपने बड़े भाई से मुलाकात की थी।
सपा संरक्षक का नामांकन कराने के लिये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समाजवादी रथ से उन्हें लेकर मैनपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
नामांकन के बाद संवाददाताओं से बात करते हुये श्री यादव ने क्षेत्र की जनता को धन्यवाद दिया। इस दौरान शिवपाल सिंह के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने हाथ जोड़ लिये और कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
सपा संरक्षक ने 2014 के लोकसभा चुनाव में साढ़े तीन लाख मतों के अंतर से मैनपुरी सीट जीती थी। वह आजमगढ़ सीट से भी जीते थे और मैनपुरी सीट छोड़ने के बाद हुये उप चुनाव में श्री यादव के पौत्र तेजप्रताप सांसद चुने गये थे।
वहीं, श्री यादव के नामांकन से पहले जिले के दन्नाहार थाना क्षेत्र के झंडाहार गांव के पास एक ग्रेनेड मिलने से हड़कंप भी मचा। ग्रेनेड उस वक्त मिला जब उनका काफिला मैनपुरी-इटावा मार्ग से आ रहा था। ग्रेनेड मिलने के बाद इलाके में सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया।
समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव सोमवार को मैनपुरी संसदीय सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने नहीं आये। उनके बेटे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
श्री यादव ने पार्टी कार्यालय पर मौजूद कार्यकर्ताओं से कहा कि नेताजी (मुलायम) आज मंच पर नहीं आये हैं लेकिन 19 अप्रैल को सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की संयुक्त रैली में वह आपके बीच आयेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार भी आजमगढ़ की जनता नेताजी को बुला रही थी लेकिन उन्होंने कहा कि मैनपुरी उनका घर है और वह अपने घर से ही चुनाव लड़ेंगे।
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