मुंबई,10 सितंबर । एशिया के सबसे अमीर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने गुरुवार को देश के कंपनी जगत में इतिहास का नया अध्याय लिखा और 200 अरब डालर से अधिक बाजार पूंजीकरण वाली पहली कंपनी बनने का श्रेय हासिल किया।
देश के शेयर बाजारों में जोरदार बढ़त के साथ ही आरआईएल के शेयर ने ऊंची छंलाग लगाई और एनएसई में कारोबार के दौरान कल की तुलना में साढ़े आठ प्रतिशत बढ़कर अर्थात 2344.95 रुपए के रिकार्ड स्तर तक पहुंचा और कंपनी का बाजार पूंजीकरण 210 अरब डालर को छू गया।
यही नहीं रिलायंस के राईट इश्यू के तहत आंशिक भुगतान वाले शेयर पर तेजी की वजह से दस प्रतिशत का अपर सर्किट लगाना पड़ा। यह कारोबार में ऊंचे में 1393.7 रुपये तक चढ़ा।
रिलायंस के शेयर और आंशिक भुगतान वाले राईट इश्यू के शेयरों को जोड़ दिया जाये तो बाजार पूंजीकरण 15.45 लाख करोड़ रुपये हो गया और 73.33 रुपये की विनिमय दर पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण 210 अरब डालर पर पहुंच गया । इस प्रकार रिलायंस 200 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण वाली देश की पहली कंपनी बन गई।
कर्ज मुक्त हो चुकी रिलायंस तीन दशक में पहली बार 1257 रुपये की कीमत पर राईट इश्यू लाई थी और इस राशि का भुगतान तीन किश्तों में किया जाना है। पहली किश्त के रुप में 314.25 रुपये का भुगतान किया गया है। राईट इश्यू चार जून को बंद हुआ था और मात्र तीन माह में आंशिक भुगतान वाला शेयर 4.4 गुना की छंलाग लगा चुका है। आंशिक भुगतान वाला शेयर 15 जून को सूचीबद्ध हुआ था।
रिलायंस ने 150 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण का आंकड़ा इसी वर्ष 19 जून को छुआ था और 60 से कम कार्यदिवसों में रोजाना औसतन एक अरब डालर अर्थात 7300 करोड़ रुपये का इजाफा बाजार पूंजीकरण में हुआ।
रिलायंस के 633.9 करोड़ पूर्ण चुकता शेयर और 42.26 करोड़ आंशिक भुगतान वाले शेयर हैं।
रिलायंस के बल पर शेयर बाजार में तूफानी तेजी
देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिटेल क्षेत्र की कंपनी में अमेजन के निवेश करने से हुयी भारी लिवाली के बल पर आज शेयर बाजार में तूफानी तेजी रही और इस दौरान सेंसेक्स 646.40 अंक बढ़कर 38840.32 अंक अौर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 171.25 अंक चढ़कर 11449.25 अंक पर रहा।
रिलायस इंडस्ट्रीज में हुयी लिवाली के बल पर यह कंपनी 14.67 लाख करोड़ रुपये की बाजार पूंजीकरण वाली देश की पहली कंपनी भी बन गयी है। कंपनी के शेयर बाजार में सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.10 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गयी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बल पर बीएसई के एनर्जी समूह में सबसे अधिक 6.26 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गयी। बीएसई में टेलीकॉम 1.42 प्रतिशत, धातु 0.81 प्रतिशत और सीडी 0.03 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर शेष सभी समूह बढ़त में रहे। तेल एवं गैस समूह में भी 3.59 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी।
बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में लिवाली कम देखी गयी। मिडकैप 0.92 प्रतिशत बढ़कर 14575.14 अंक पर और स्मॉलकैप 1.27 प्रतिशत बढ़कर 14483.41 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 2876 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1821 में तेजी रही जबकि 889 गिरावट में रहे। 166 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
वैश्विक स्तर पर अधिकांश प्रमुख सूचकांक लाल निशान में रहे। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.55 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 0.25 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेग 0.64 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.61 प्रतिशत की गिरावट में रहा। जापान का निक्केई 0.88 प्रतिशत की बढ़त में रहा।