नईदिल्ली 8 अप्रैल।सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के प्रबंध निदेशक सुनील मेहता का कहना है कि बैंक के लिए खराब समय निकल चुका है और वह नीरव मोदी धोखाधड़ी मामले से उपजे संकट से छह महीने में उबर जाएगा.
पीएनबी हाल ही में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के धोखाधड़ी घोटाले के कारण चर्चा में रहा है. यह देश का अपनी तरह का सबसे बड़ा बैंकिंग धोखाधड़ी घोटाला है जिसमें अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी व उनके सहयोगी आरोपी हैं.
मेहता ने कहा कि मौजूदा हालात से निपटने के लिए बैंक को सरकार, अन्य भागीदारों व कर्मचारियों से अभूतपूर्व सहयोग मिला.
उन्होंने कहा , ‘इस तरह यह बुरा दौर अब पीछे छूट गया है. चूंकि शल्य क्रिया हो चुकी है इसलिए सब कुछ हमारे नियंत्रण में नजर आ रहा है. अब हम सुधार की राह पर हैं. हमें उम्मीद है कि अगले छह महीने में हम इस सारी समस्या व संकट से उबर जाएंगे.’
बैंक की लंबी विरासत व मजबूती को रेखांकित करते हुए मेहता ने कहा , ‘यह 123 साल पुराना संस्थान है जिसकी स्थापना स्वदेशी आंदोलन के दौरान लाला लाजपत राय ने की थी. देश भर में इसकी 7,000 शाखाएं हैं और घरेलू बाजार में इसका कारोबार 10 लाख करोड़ से अधिक का है. इसलिए धोखाधड़ी का यह मामला हमारे ग्राहकों का भरोसा नहीं तोड़ सकता.’
उन्होंने कहा कि संकट के समय में भी बैंक के कारोबार ने उद्योग की तुलना में बेहतर वृद्धि की. इस दौरान बैंक का ऋण लगभग 10 प्रतिशत व जमाएं 6.2 प्रतिशत की दर से बढ़ीं. मेहता ने कहा , ‘इसलिए हमारी वृद्धि दर उद्योग के हिसाब से ही रही और संकट के दिनों में भी हमारे लिए कारोबार सामान्य रहा. माहौल में जो नकारात्मकता पैदा की गई उसके बावजूद ग्राहकों का भरोसा नहीं टूटा और इसका पूरा श्रेय 70,000 कर्मचारियों को जाता है जो कि इस संकट के समय में बैंक के साथ खड़े रहे.’
एक सवाल के जवाब में मेहता ने बताया कि पीएनबी ने अमेरिकी कंपनी फायरस्टार डायमंड के खिलाफ दीवाला प्रक्रिया में अपने प्रतिनिधित्व के रूप में वकीलों की नियुक्ति की है. फायरस्टार डायमंड नीरव मोदी के समूह की ही कंपनी है. फायरस्टार डायमंड ने फरवरी में न्यूयार्क की एक ऋणशोधन अदालत में याचिका दायर की.
मेहता ने कहा, ‘अगर हमारी प्रणाली से धन गया है और एक कंपनी में लगाया गया है तो किसी भी याचिका पर फैसला किए जाने से पहले हमारी राय भी सुनी जानी चाहिए.’
उन्होंने कहा कि बैंक ने मौजूदा समय की जरूरतों को पूरा करने के लिये सभी तरह की व्यावसायिक प्रक्रियाओं को नये सिरे से बेहतर बनाने के लिये मिशन परिवर्तन शुरू किया है.
बकौल मेहता, ‘हमने प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाया है. विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिये हमने अपनी अंदर की प्रणाली को मजबूत किया है. हम प्रणाली को विदेशी मुद्रा कारोबार वाले सभी तरह के लेनदेन वाले क्षेत्रों तक पहुंचा रहे हैं. हम स्विफ्ट को कोर बैंकिंग साल्यूशंस से जोड़ने का काम शुरू किया है. हम इस कार्य को 30 अप्रैल तक पूरा कर लेंगे.’attacknews.in