श्रीनगर 14 फरवरी । दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में गुरुवार को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वाहन पर किये गये आतंकी हमले में कम से कम 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गये, स्थानीय मीडिया ने हमले में 49 जवानों के शहीद होने की रिपोर्ट दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोरीपोरा के निकट सीआरपीएफ के वाहन से अत्याधुनिक विस्फोटक (आईईडी) से लदे वाहन की टक्कर मार दी। विस्फोटकों के विस्फोट से सीआरपीएफ का वाहन क्षत-विक्षत हो गया। इस हमले में सीआरपीएफ के 12 जवान मौके पर ही शहीद हो गये और 32 अन्य घायल हो गये। घायल जवानों को सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां 28 अन्य जवानों की उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी।
उन्होंने कहा कि जवानों के शहीद होने की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ अन्य जवानों की हालत नाजुक बनी हुई है। आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट किया गया है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी की पहचान पुलवामा के कोकापारो निवासी आदिल अहमद के रूप में की गयी है।
इस बीच राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने कहा जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है और आतंकवादी का चित्र भी जारी किया है।
उन्होंने कहा “फोरसेंनिक विशेषज्ञों को घटना स्थल की ओर भेजा गया है और जांच के बाद विस्तृत विवरण जारी किया जायेगा।”
उन्होंने कहा कि आतंकवादी पिछले एक साल की कार्रवाई से हतोत्साहित हो गये हैं। यही कारण है कि आतंकवादियों ने इस तरह के हमले काे अंजाम दिया है।
जम्मू कश्मीर मे आतंकी हमले मे शहीद हुए 42 जवाानों के नाम इस प्रकार हैं:
- जयमाल सिंह- 76 बटालियन
- नसीर अहमद- 76 बटालियन
- सुखविंदर सिंह- 76 बटालियन
- रोहिताश लांबा- 76 बटालियन
- तिकल राज- 76 बटालियन
- भागीरथ सिंह- 45 बटालियन
- बीरेंद्र सिंह- 45 बटालियन
- अवधेष कुमार यादव- 45 बटालियन
- नितिन सिंह राठौर- 3 बटालियन
- रतन कुमार ठाकुर- 45 बटालियन
- सुरेंद्र यादव- 45 बटालियन
- संजय कुमार सिंह- 176 बटालियन
- रामवकील- 176 बटालियन
- धरमचंद्रा- 176 बटालियन
- बेलकर ठाका- 176 बटालियन
- श्याम बाबू- 115 बटालियन
- अजीत कुमार आजाद- 115 बटालियन
- प्रदीप सिंह- 115 बटालियन
- संजय राजपूत- 115 बटालियन
- कौशल कुमार रावत- 115 बटालियन
- जीत राम- 92 बटालियन
- अमित कुमार- 92 बटालियन
- विजय कुमार मौर्य- 92 बटालियन
- कुलविंदर सिंह- 92 बटालियन
- विजय सोरंग- 82 बटालियन
- वसंत कुमार वीवी- 82 बटालियन
- गुरु एच- 82 बटालियन
- सुभम अनिरंग जी- 82 बटालियन
- अमर कुमार- 75 बटालियन
- अजय कुमार- 75 बटालियन
- मनिंदर सिंह- 75 बटालियन
- रमेश यादव- 61 बटालियन
- परशाना कुमार साहू- 61 बटालियन
- हेम राज मीना- 61 बटालियन
- बबला शंत्रा- 35 बटालियन
- अश्वनी कुमार कोची- 35 बटालियन
- प्रदीप कुमार- 21 बटालियन
- सुधीर कुमार बंशल- 21 बटालियन
- रविंदर सिंह- 98 बटालियन
- एम बाशुमातारे- 98 बटालियन
- महेश कुमार- 118 बटालियन
- एलएल गुलजार- 118 बटालियन।
दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में गुरुवार को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वाहन पर अत्याधुनिक विस्फोटक उपकरण (आईईडी) के इस्तेमाल से किये गये आतंकवादी हमले में यह जवान शहीद हो गये ।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर जा रहे सीआरपीएफ के वाहन को निशाना बनाकर गोरीपोरा के निकट इस विस्फोट को अंजाम दिया।
इस हमले में सीआरपीएफ के 12 जवान मौके पर ही शहीद हो गये और कई अन्य घायल हो गये। हमले से वाहन पूरी तरह नष्ट हो गया।
कश्मीर में आतंकवाद के सफाए के लिए चलाये जा रहे ऑपरेशन ऑलआउट से बौखलाए आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा में सुरक्षाबलों के खिलाफ बड़े हमले को अंजाम दिया ।
सीआरपीएफ के काफिले को पहले फिदायीन हमले में उड़ाया गया और उसके बाद आतंकियों ने बस पर जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी।
आतंकियों ने उस बस को निशाना बनाया जिसमें सबसे ज्यादा जवान सवार थे. आईईडी से हुआ धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और शहीद जवानों के अंग सड़कों पर बिखर गए.
बताया जा रहा है कि 70 गाड़ियों का सीआरपीएफ का यह पूरा मूवमेंट जम्मू से श्रीनगर की तरफ जा रहा था।
18 सितंबर 2016 को उरी में आतंकियों के बेस कैंप पर हुए हमले के बाद यह जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
उरी हमले में 18 जवान मारे गए थे जिसके बाद भारतीय सेना ने ठीक 10 दिन बाद 29 सितंबर को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर 50 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था.
काफिले में चल रहे थे 2400 जवान
गौरतलब है कि खुफिया विभाग ने एक हफ्ते पहले ही सुरक्षाबलों के खिलाफ इस तरह के हमले की आशंका जताई थी और कहा था कि आतंकी काफिले के रास्ते में आईईडी ब्लास्ट कर सकते हैं.
रिपोट् के मुताबिक सीआरपीएफ की तीन बटालियन का मूवमेंट हो रहा था जिस दौरान आतंकियों ने हमला बोला. बताया जा रहा है कि इन तीनों बटालियनों में करीब 2400 सीआरपीएफ के जवान शामिल थे. सीआरपीएफ के एक बटालियन में 800 जवान होते हैं।
घाटी में काफी लंबे समय के बाद आतंकियों ने आईईडी धमाके के जरिए सुरक्षाबलों पर बड़े हमले को अंजाम दिया है.।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो काफिले में सीआपीएफ की करीब दर्जनभर गाड़ियों में 2400 से अधिक जवान सवार थे. आतंकियों ने सुरक्षाबलों की एक गाड़ी को निशाना बनाया है।
बता दें कि कुलगाम में रविवार सुबह सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया था. इससे पहले 6 फरवरी को पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को मार गिराया गया था. मारा गया आतंकी लश्कर का जिला कमांडर था. 30 जनवरी को कुलगाम जिले में आतंकियों ने सीआरपीएफ कैंप पर ग्रेनेड से हमला किया था जिसमें 3 नागरिक घायल हो गए थे. अधिकारी ने बताया था, ‘लेकिन आतंकवादियों का निशाना चूक गया और ग्रेनेड सड़क पर जा गिरा जिससे तीन राहगीर घायल हो गए.’
वहीं 26 जनवरी को श्रीनगर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो आतंकवादी मारे गए थे. दोनों आतंकवादी श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र खोनमोह इलाके में मारे गए थे. उन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह को बाधित करने की योजना बनाई थी।
पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर जिम्मेदार:
भारत ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों पर आतंकवादी हमले को लेकर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए कहा कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) ने इस हमले का अंजाम दिया है, भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशाें से पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों को प्रतिबंधित किये जाने का आह्वान किया है।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी मसूद अजहर की अगुवाई वाले आतंकी समूह को चलाने और उसके ढांचे को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने उसे पूरी स्वतंत्रता दी है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति के तहत नामित आतंकवादी के रूप में और जेएएम प्रमुख मसूद अजहर सहित आतंकवादियों और पाकिस्तान के नियंत्रण वाले आतंकी समूहों को सूचीबद्ध करने के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सभी सदस्यों से अपील को दृढ़ता से दोहराया है।
पुलवामा हमला: सरकार ने टीवी चैनलों को परामर्श जारी किया
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हमले के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने गुरुवार को सभी निजी टेलिविजन चैनलों को का पालन करने की सलाह दी है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा सभी निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों को जारी की गई एक सलाह, सरकार ने उन्हें केबल टेलीविजन नेटवर्क (विनियमन) अधिनियम 1995 में निर्धारित ‘कन्टेंट कोड ’ का पालन करने के लिए कहा गया है।
सुरक्षा मामले की कैबिनेट समिति की बैठक:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुलवामा में सुरक्षा बलों के काफिले पर हमले के परिप्रेक्ष्य में शुक्रवार को सुबह नौ बजे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
एक उच्चाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
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