लंदन , नौ जुलाई । ब्रिटेन की नेशनल हैल्थ सर्विस ने जिन सीरिंज को असुरक्षित घोषित कर दिया है वह भारत के अस्पतालों में पहुंच रही हैं और संभव है कि देश के कुछ अस्पतालों में उनका इस्तेमाल भी हो चुका है।
द संडे टाइम्स की खबरों में कहा गया है कि प्रतिबंधित ग्रीसबाय सीरिंज ड्राइवर्स भारत , दक्षिण अफ्रीका और नेपाल जैसे देशों के अस्पतालों और चिकित्सा संगठनों में भेजे गए हैं।
वर्ष 2010 में एनएचएस से उपकरणों के चरणबद्ध तरीके से बाहर किया गया था। ऐसा सुरक्षा चेतावनियों के बाद किया गया था और ये चेतावनियां वर्ष 1995 में जारी की गई थीं।
अखबार को जांच के दौरान एक नोटिस मिला जो आईसल ऑफ वाइट एनएचएस ट्रस्ट ने दिसंबर 2011 में जारी किया था। इसमें ग्रीसबाय एमएस 16 और एमएस 26 सिरींज ड्राइवरों को हटाने को कहा गया है। इसमें इन सिरींजों के बारे में कहा गया है कि ‘‘ इन्हें विकासशील देशों के धर्मार्थ संगठनों को दान कर दिया जाएगा।attacknews.in