नईदिल्ली 22 मई। रूस की एतिहासिक यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लौटे स्वदेश। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखर वार्ता के दौरान दोनों नेताओँ ने कई वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर की बात। दोनों देशों के बीच पुरानी मित्रता को और मज़बूत करने की जताई प्रतिबद्धता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस की एक दिवसीय सफल यात्रा के बाद दिल्ली लौट आये हैं। पीएम मोदी ने कल रूस के सोची शहर में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ आपसी हितों के विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और घरेलू विषयों पर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि दोनों देश एस सी ओ, ब्रिक्स और नॉर्थ-साउथ कोरिडोर जैसे बहुपक्षीय मंचों पर मिलकर काम कर रहे हैं। पीएम ने एससीओ की सदस्यता के लिए रूस के प्रयासों के लिए पुतिन का आभार व्यक्त किया।
रूस की सफल यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखऱ वार्ता की और कहा कि भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी अब ” विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी ” के स्तर पर पहुंच गई है। पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन में स्थायी सदस्यता दिलाने में भारत की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर रूस को धन्यवाद दिया। राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग का भी जिक्र किया और कहा कि पीएम मोदी का दौरा द्विपक्षीय संबंधों में नई जान फूंकेगा।
समुद्र और पहाडियों से घिरे रुस के रिज़ॉर्ट शहर सोची में दो पुराने दोस्त देशों के प्रमुखों के मुलाकात की तस्वीर काफी कुछ कह रही हैं ।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए काला सागर के तट पर बसे सोची शहर में पहुंचने पर पीएम का भव्य स्वागत हुआ और इसके बाद वो राष्ट्रपति पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखऱ सम्मेलन के लिए पहुंचे । दोनों नेता गर्मजोशीसे मिले और फिर तमाम मसलों पर बात की । पीएम ने कहा कि रिश्तों की ये नई ऊंचाई है कि सोची में इस तरह की आनौपचारिक बैठक हो रही है।
इस मुलाकात में पीएम मोदी दोनों देशों की पुरानी दोस्ती को याद किया और कहा कि भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी अब ” विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी ” के स्तर पर पहुंच गई है। पीएम मोदी ने याद किया कि पुतिन दुनिया के पहले नेता थे जिनसे उन्होंने गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन में स्थायी सदस्यता दिलाने में भारत की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर रूस को धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा कि दोनों देश अंतरराष्ट्रीय उत्तर – दक्षिण यातायात गलियारा यानी आईएनएसटीसी और ब्रिक्स पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति पुतिन ने भी दोनों देशों के मजबूत संबंधों को याद किया और कहा रूस और भारत बहुराष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मोर्चों पर सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग का भी जिक्र किया और कहा कि पीएम मोदी का दौरा द्विपक्षीय संबंधों में नई जान फूंकेगा।
सोची में बैठक के बाद दोनों नेताओं ने बोचारेव क्रीक में दोपहर का भोजन किया । इसके बाद दोनों नेता क्रसयाना पोलयाना पहुंचे जो एक खूबसूरत हेरिटेज विलेज है ।
यहां पर दोनों नेताओ ने टहलते हुए आपसी संबंधों के साथ ही दुनिया से जुडे तमाम मसलों पर विस्तार से बात की । इस दौरान औपचारिकताओं से परे हटकर दोनों नेता एक दोस्त की तरह चलते हुए बातें कर रहे थे और इस दौरान कहीं से भी ये आभास नहीं हुआ ये दुनिया की दो बडी ताकतों के प्रमुखों की मुलाकात है ।
दरअसल पीएम मोदी की विदेश नीति का ये अहम हिस्सा है जहां वो मित्र देशों के साथ संबंधों में अपनी व्यक्तिगत छाप छोडते हैं ।
जापान हो या चीन , अमेरिका हो या फ्रांस पीएम मोदी विदेश नीति का नया अध्याय लिख रहे हैं ।
जानकारों का कहना है कि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात से न केवल आपसी रिश्तों में नयी गर्माहट पैदा की है बल्कि कूटनीति के आगे बढ़कर एक-दूसरे को समझने और तमाम वैश्विक मुद्दों पर एक राय बनाने की भी कोशिश की है । निश्चित रूप से सोची शहर में हुई इस मुलाकात ने दो मित्र देशों के इतिहास में एक नया और जरुरी अध्याय जोडा है ।
अपनी रूस की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने स्कूली बच्चों से भी मुलाक़ात की। उन्होने मानवता के लिए काम करने के लिए बच्चों का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन रूस के भविष्य को लेकर काफी संजीदा हैं। उन्होने बच्चों की उत्सुकता देख सभी को भारत आने का न्योता दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ बच्चों से बीच पहुंचे। बच्चों में दोनों नेताओं लेकर ख़ासा उत्साह दिखा। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होने बच्चों को मानवता और दुनिया के आने वाले भविष्य के लिए योगदान देने की प्रेरणा भी दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन रूस के भविष्य को लेकर काफी संजीदा हैं। उन्होने बच्चों की उत्सुकता देख सभी को भारत आने का न्योता दिया।attacknews.in