नईदिल्ली 29 अगस्त ।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में फिट इंडिया अभियान की शुरूआत की। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आग्रह किया कि वे फिटनेस को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाएं।
मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस पर जन अभियान की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने खेल और तकनीक से दुनिया का दिल जीतने वाले भारत के खेल प्रतिमान मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने देश के उन युवा खिलाड़ियों को बधाई दी जिन्होंने अपने प्रयासों से विश्व मंच पर तिरंगा लहराया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन खिलाड़ियों के पदक न केवल उनके कठोर परिश्रम का परिणाम है बल्कि नए भारत के जोश और नए विश्वास की झलक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘फिट इंडिया अभियान’ राष्ट्रीय लक्ष्य और उसकी महत्वकांक्षा बनना चाहिए। देश को उत्साहित करने का प्रयास करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि फिट इंडिया अभियान को सरकार द्वारा शुरु तो किया जा सकता है लेकिन इसकी अगुवाई लोगों को करनी होगी और इसे सफल बनाना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सफलता का संबंध फिटनेस से है औऱ जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रतिमान स्थापित करने वाले लोगों की सफलता में एक समानता है और उनका फिट रहना, फिटनेस पर ध्यान देना और फिटनेस की चाहत रखना।
प्रधानमंत्री ने कहा “प्रौद्योगिकी ने हमारी शारीरिक क्षमता कम कर दी है और हमारी फिटनेस की आदत छीन ली है तथा आज हम अपनी परंपरागत कार्यप्रणालियों और जीवनशैली से अनभिज्ञ हो गए हैं, जो हमें स्वस्थ रख सकती हैं। समय के साथ हमारे समाज ने फिटनेस को कम महत्व देकर खुद से दूर कर दिया है। पहले एक व्यक्ति कई किलोमीटर पैदल अथवा साइकिल पर चलता था, आज मोबाइल ऐप हमें बताता है कि हम कितने कदम चले हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत में आज जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं और उससे युवा भी प्रभावित हो रहे हैं। डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मामले बढ़ रहे हैं और यहां तक की भारत में बच्चों में भी यह बीमारियां देखने को मिल रही हैं। लेकिन जीवनशैली में मामूली बदलाव से जीवनशैली से जुड़ी इन बीमारियों से बचा जा सकता है। फिट इंडिया अभियान जीवनशैली में मामूली बदलाव लाने का एक प्रयास है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी पेशे से जुड़े लोग अपने पेशे में और प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं यदि वे मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहे। यदि शरीर फिट है तो आप मानसिक रूप से भी फिट हैं। खेलों का फिटनेस से सीधा संबंध है। लेकिन फिट इंडिया अभियान का उद्देश्य फिटनेस से भी आगे बढ़कर है। फिटनेस केवल एक शब्द नहीं है बल्कि एक स्वस्थ और समृद्ध जीवन का आवश्यक स्तंभ है। जब हम लड़ाई के लिए खुद को तैयार करते हैं, हम देश को लोहे की तरह मजबूत बनाते हैं। फिटनेस हमारी ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा है। भारत के हर कोने में फिटनेस से जुड़े खेल और खेल-कूद होते हैं। शरीर को तैयार करते समय शरीर के अंगों पर अधिक ध्यान देकर और शरीर के हिस्सों के बीच तालमेल बनाकर दिमाग को भी शिक्षित किया जाता है। नए भारत को फिट भारत बनाने के लिए एक स्वस्थ व्यक्ति, एक स्वस्थ परिवार और एक स्वस्थ समाज आवश्यक है।
प्रधानमंत्री ने कहा स्वस्थ व्यक्ति, स्वस्थ परिवार और स्वस्थ समाज यही नए भारत को श्रेष्ठ बनाने का रास्ता हैं। आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर हम फिट इंडिया अभियान को मजबूत बनाने की प्रतिज्ञा करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि फिट इंडिया अभियान एक राष्ट्रीय लक्ष्य बनना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि फिट इंडिया अभियान को सरकार द्वारा शुरु तो किया जा सकता है लेकिन इसकी अगुवाई लोगों को करनी होगी और इसे सफल बनाना होगा।
इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास, कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू मौजूद थे। इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के कारण देशभर के लोगों की इसमें भागीदारी सुनिश्चित हो गई।
केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि इस अभियान की प्रेरणा वही हैं। प्रधानमंत्री ने 25 अगस्त, 2019 को मन की बात कार्यक्रम के नवीनतम संस्करण में फिट इंडिया अभियान का जिक्र किया था। श्री रिजिजू ने कहा एक मजबूत और प्रगतिशील भारत की मांग है फिट इंडिया। सभी को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहने की आवश्यकता है।
उद्घाटन भाषण के बाद जोश और उत्साह से भरा आधे घंटे का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें खेलों और नृत्य के रूप में भारत की समृद्ध स्वदेशी विरासत का प्रदर्शन किया गया और फिटनेस को बढ़ाने के लिए उसके महत्व पर जोर दिया गया।
कुश्ती, कबड्डी, गट्का, खो-खो, मलखम्ब, कलीरयापट्टू और अनेक अन्य खेल भारतीयों की फिटनेस सुधारने में महत्वपूर्ण रहें। इसके अलावा त्यौहारों के दौरान पुरुष और महिलाएं परंपरागत तरीके से विभिन्न क्षेत्रीय नृत्यों में भाग लेती हैं, जो फिटनेस बढ़ाने में योगदान देते हैं। प्रौद्योगिकी के उन्नत होने के साथ, तेजी से आगे बढ़ती जीवनशैली मोबाइल फोन के आने से, फिटनेस का स्वदेशी स्वरूप तेजी से अपनी लोकप्रियता खो रहा है, लेकिन ये फिट रहने के शानदार तरीके हो सकते हैं। इस कार्यक्रम में सुस्त जीवनशैली को छोड़ने और दैनिक जीवन में सक्रिय होने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रधानमंत्री की संकल्पना के अनुरूप राष्ट्रव्यापी फिट इंडिया अभियान का उद्देश्य प्रत्येक भारतीय को रोजमर्रा के जीवन में फिट रहने के साधारण और आसान तरीके शामिल करने के लिए प्रेरित करना है।
इस समारोह की विशेषता राष्ट्रीय फिटनेस के प्रतीकों की उपस्थिति रही, जिनका उनकी आयु के बावजूद फिटनेस की दिशा में लगातार उनकी निष्ठा के लिए युवा कार्य और खेल मंत्रालय द्वारा चयन किया गया था। 101 वर्षीय मन कौर, जो अभी भी दौड़ सकती हैं, 81 वर्षीय ऊषा सोमन जो दंड-बैठक कर सकती हैं और अपने लड़के साथ दौड़ सकती हैं, ऐसे 20 फिटनेस प्रतीक थे जिन्हें फिट जीवन जीने के लिए नागरिकों को प्रेरित करने के उद्देश्य से चुना गया था। इस अवसर पर इस वर्ष के खेल पुरस्कार विजेता भी मौजूद थे।
कार्यक्रम की भावना को ध्यान में रखते हुए, हजारों स्कूली बच्चों, साइकिल सवारों, धावक, एरोबिक डांसर सुबह ही इंडिरा गांधी स्टेडियम के मैदान में एकत्रित हो गए और उन्होंने फिटनेस से जुड़े अनेक क्रियाकलापों का प्रदर्शन किया।