नयी दिल्ली, 22 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह धारणा गलत है कि देश की विदेश नीति पाकिस्तान पर आधारित है।
श्री मोदी ने एक निजी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा है कि यह सोचना कि भारत की विदेश नीति सिर्फ पाकिस्तान पर आधारित है, भारत के साथ घोर अन्याय करने जैसा है।attacknews.in
भारत की विदेश नीति सिर्फ एक देश पर आधारित नहीं है, और ऐसा होना भी नहीं चाहिए।
नोटबंदी एक बहुत बड़ी सफलता है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मेदी ने नोटबंदी और जीएसटी के फैसले की आलोचना के लिये परोक्ष तौर पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि ऐसे लोगों ने कालेधन की जमाखोरी और भ्रष्टाचार करने वालों को बचाने का हर संभव प्रयास किया । फैसले को देश की जनता का समर्थन मिलने का दावा करते हुए मोदी ने कहा कि ‘‘ नोटबंदी एक बहुत बड़ी सफलता’’ है।
समाचार चैनल ‘टाइम्स नाउ’ को साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मुद्रा :500 रूपये और 1000 रूपये के पुराने नोट: को चलन से बाहर करने का रातोंरात किया गया फैसला ‘सफलता की एक बड़ी कहानी है । ’’attacknews.in
उनसे पूछा गया था कि नोटबंदी और जीएसटी के फैसले को जब आईएमएफ और विश्व वैंक जैसी अंतराष्ट्रीय संस्थाएं सही मान रही है तब घरेलू बिरादरी इससे क्यों सहमत नहीं है ।attacknews.in
मोदी ने कहा, ‘‘ राजनीतिक मतभेदों और विरोध के बावजूद इसके फायदे को देखा जाना चाहिए था । लेकिन कुछ लोगों की मजबूरी होती है और वे इन्हें देख नहीं पाते हैं । ’’attacknews.in
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों ने दंगे भड़काने, उकसाने का प्रयास किया और उच्चतम न्यायालय के दरवाजे खटखटाये । इन्होंने कालेधन की जमाखोरी करने वालों, भ्रष्टाचार करने वालों और बेईमानों को बचाने का हर संभव प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक करेंसी नोट के जाने और दूसरे के आने से जुड़ा कदम नहीं था बल्कि इस कदम से दुनिया भर में भारत और उसके प्रशासन तथा केंद्रीय बैंक आरबीआई के प्रति सम्मान का भाव पैदा हुआ ।attacknews.in
विपक्ष की ओर से राजग सरकार के कार्यो की आलोचना के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों को हमारी सरकार के अच्छे कार्यो का आभास तब होगा जब वे इसकी तुलना पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के 10 वर्षो के शासन से करेंगे ।
उन्होंने कहा कि देश अंधकारपूर्ण और घोटालों के माहौल से बाहर निकला है । ‘‘ मुझे इस बात की खुशी है कि जो संकल्प हमने किया था, उस संदर्भ में हम सही दिशा में बढ़ रहे हैं । हम सही गति से बढ़ रहे हैं और लोगों को विश्वास है कि हम आम लोगों की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिये कठिन परिश्रम कर रहे हैं । ’’attacknews.in
निराशाजनक भविष्यवाणी करने वालों के संदर्भ में मोदी ने कहा कि लोग ऐसी तस्वीर मजबूरी के कारण पेश करते हैं क्योंकि राजनीति में दोषारोपण करना, आरोप लगाना और चीजों को संदर्भ से हट कर पेश करना आम बात है ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग सरकार के साढ़े तीन वर्षो के कार्यकाल में कोई दाग नहीं लगा और ऐसी कोई समस्या या मुद्दा सरकार के सामने पेश नहीं आई जिसका विपक्ष फायदा उठा सके ।attacknews.in
उन्होंने कहा, ‘‘ एक तरह से जो लोग हमारे उपर आरोप लगा रहे हैं, उनके लिये सरकार को निशाना बनाने के लिये विषय तलाशना कठिन हो गया है । ’’
देश की विदेश नीति पाकिस्तान पर आधारित नहीं हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस धारणा को सिरे से खारिज किया कि भारत, पाकिस्तान को अलग थलग करने के लिये पूरा जोर लगा रहा है ।
उन्होंने जोर दिया कि उनका प्रयास आतंकवाद को परास्त करने के लिये दुनिया की ताकतों को एकजुट करने का है क्योंकि देश दशकों से इस बुराई से पीड़ित है ।
मोदी ने कहा कि यह धारणा गलत है कि देश की विदेश नीति पाकिस्तान पर आधारित है , लेकिन साथ ही जोर दिया कि आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ दुनिया एकजुट है ।
उनकी टिप्पणी को पड़ोसी देश के संदर्भ में देखा जा रहा है ।attacknews.in
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ अगर आप यह सोचते हैं कि हम एक देश को अलग थलग करने के लिये दुनिया में इतना कठिन परिश्रम कर रहे हैं, तब यह गलत है । यह हमारा काम नहीं है । हां, दुनिया आतंकवाद की बुराई का सामना कर रही है और जो भी आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखते हैं, उनके खिलाफ दुनिया एकजुट हो रही है । ’’
उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति मुद्दों पर आधारित है और दुनिया के साथ संबंधों के संदर्भ में है ।
मोदी ने पूरी शिद्दत से आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने के लिये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा की ।attacknews.in
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनका स्वागत करता हूं और मैं उनका सम्मान करता हूं । जो भी आतंकवाद के खिलाफ कदम कोई कदम उठायेगा, मैं उसका स्वागत करूंगा, उनकी प्रशंसा करूंगा क्योंकि मेरा देश 40 वर्षो से आतंकवाद से पीड़ित है । निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं । दुनिया में आतंकवाद के खत्मे की जरूरत है । ’’
पाकिस्तान के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा ही कहा है कि भारत और पाकिस्तान काफी लड़ चुके हैं और अब हमें गरीबी और बीमारी से लड़ना चाहिए ।attacknews.in
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पाकिस्तान के लोगों से सीधे कहना चाहता हूं कि क्या हमें गरीबी से नहीं लड़ना चाहिए ? क्या हमें निरक्षरता से नहीं लड़ना चाहिए ? क्या हमें बीमारी ने नहीं लड़ना चाहिए । अगर हम इनसे साथ मिलकर लड़ेगे तब हम जल्दी जीतेंगे। ’’
न्यायपालिका का इतिहास उत्कृष्ट रहा है
न्यापालिका संकट पर अपनी प्रथम टिप्पणी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार और राजनीतिक पार्टियों को अवश्य ही इससे दूर रहना चाहिए। साथ ही, उन्होंने भरोसा जताया कि न्यायपालिका अपनी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए एक साथ बैठेगी।attacknews.in
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय न्यायपालिका का एक उत्कृष्ट इतिहास रहा है और यह बहुत सक्षम लोगों से परिपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश की न्यायपालिका का एक बहुत ही उत्कृष्ट अतीत रहा है, वे बहुत ही सक्षम लोग हैं। वे एक साथ बैठेंगे और अपनी समस्याओं का समाधान निकालेंगे। हमारी न्यायिक प्रणाली में मेरी आस्था है, वे निश्चित तौर पर एक समाधान निकालेंगे।’’attacknews.in
प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) द्वारा संवेदनशील मामलों के आवंटन की उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा सार्वजनिक तौर पर आलोचना किए जाने के बाद शीर्ष न्यायालय में उत्पन्न संकट के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मुझे इस चर्चा से दूर रहना चाहिए। सरकार को भी इससे अवश्य दूर रहना चाहिए। राजनीतिक दलों को भी इससे अवश्य दूर रहना चाहिए।’’
उनके गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्हें निशाना बनाए जाने की तरह ही भाजपा के हाई प्रोफाइल नेताओं को संकट में डालने की विपक्षी दलों की कथित कोशिशों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन लोगों ने उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करने की कई कोशिशें की थी।attacknews.in
गौरतलब है कि 12 जनवरी को शीर्ष न्यायालय के चार शीर्ष न्यायाधीशों – न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर, न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति मदन लोकुर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ- ने एक असाधारण घटनाक्रम के तहत संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि उच्चतम न्यायालय में ‘सब कुछ ठीक ठाक नहीं’ है। उन्होंने खुद के द्वारा जताई गई चिंताओं को नजरअंदाज करने को लेकर सीजेआई दीपक मिश्रा की तीखी आलोचना की थी।
सरकार की नीतियां रोजगार सृजन की है
प्रधानमंत्री ने आर्थिक वृद्धि के बावजूद रोजगार न बढ़ने की आलोचना को खारिज करते हुए आज कहा कि रोजगार सृजन के विषय पर एक “मिथ्या” प्रचार किया जा रहा है। सरकार की नीतियां रोजगार सृजन के लिए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में रोजगार के मामले में संगठित क्षेत्र का योगदान दस प्रतिशत है जबकि 90 प्रतिशत रोजगार असंगठित क्षेत्र में मिला हुआ है। उन्होंने कहा, “उनकी सरकार की नीति कपड़ा और चमड़ा जैसे क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने की है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 10 करोड़ छोटे कारोबारियों को कर्ज दिए गए हैं, जिससे उद्यमी तैयार हुए हैं और रोजगार के अवसर बने हैं। ये इकाइयां कॉरपोरेट की परिभाषा में नहीं आती हैं। attacknews.in
मोदी ने यह भी कहा कि पिछले एक साल में कर्मचारी भविष्य निधि योजना के तहत 70 लाख युवकों के नए खाते खुले हैं, जो 18 से 25 वर्ष के है। उन्होंने प्रश्न किया, “क्या यह नहीं दर्शाता कि नए रोजगार पैदा हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि देश में असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों का कोई आंकड़ा नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए चार्टर्ड अकाउंटेंट, डॉक्टर, वकील और कंसल्टेंट भी हैं जो 2014 के बाद से अपने-अपने पेशे में जुड़े हैं। attacknews.in
इसी तरह, सड़क निर्माण की रफ्तार पिछले तीन साल में जो दोगुनी हुई है वह लोगों को काम पर लगाए बिना नहीं हो सकती थी। इसी प्रकार नयी रेललाइनें बिछाने की रफ्तार भी दोगुनी हुई है। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण और बंदरगाहों का काम भी तेज हुआ है, जो रोजगार सृजन के बगैर नहीं हो सकता।
मोदी ने माना कि खेती संकट में जरुर है। इस संबंध में एक सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा, “आलोचना उचित है” और “हम इससे इंकार नहीं कर सकते हैं।” केंद्र और राज्य सरकारों का यह दायित्व है कि दोनों किसानों की समस्याओँ की पहचान करें और उनका समाधान किया जाए। attacknews.in
उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना, सिंचाई परियोजनाएं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, यूरिया की उपलब्धता बढ़ाना, फसलों के लिए सब्सिडीशुदा पौष्टिक तत्वों की चोरबाजारी रोकने जैसे कदमों का लक्ष्य किसानों की तकलीफों का समाधान करना ही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह किसानों को सोलर पम्प उपलब्ध कराने, कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण क्षमता के विस्तार और ग्रामीण तथा कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना चाहते हैं।attacknews.in