Home / Education/ University/ School / नरेन्द्र मोदी ने विश्वभारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधन में कहा: विश्व भारती मां भारती में शामिल हो गया है और इसने शिक्षा को प्रमुखता दी, “सबके लिए शिक्षा और ज्ञान” रही टैगोर की परिकल्पना attacknews.in

नरेन्द्र मोदी ने विश्वभारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधन में कहा: विश्व भारती मां भारती में शामिल हो गया है और इसने शिक्षा को प्रमुखता दी, “सबके लिए शिक्षा और ज्ञान” रही टैगोर की परिकल्पना attacknews.in

शांतिनिकेतन, 24 दिसम्बर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि गुुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने “सबके लिए शिक्षा और ज्ञान” की परिकल्पना संजोए विश्वभारती विश्वविद्यालय की शुरुआत की और इस विश्व प्रसिद्ध संस्थान की 100 वीं वर्षगांठ के मौके पर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी को अच्छी शिक्षा मिले।

श्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए यह उद्गार व्यक्त किये। उन्होंने कहा,“ इस ऐतिहासिक समारोह को संबोधित करना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। मैं उन उन सभी को धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं , जिन्होंने इसे एक वास्तविक महान संस्थान बनाने में अपना योगदान दिया।”

उन्होंने कहा, “ हमारा देश विश्वभारती के संदेश और शिक्षा को आगे ले जाने में अग्रसर है। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन हो अथवा पेरिस जलवायु समझौते , यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो पेरिस जलवायु समझौते में निर्धारित लक्ष्यों के साथ क्रियाशील है।”

उन्होंने कहा कि विश्वभारती विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, आंध्र विश्वविद्यालय, अन्ना मलाई विश्वविद्यालय तथा और भी समकालीन उत्कृष्ट संस्थानों ने देश में शिक्षा एवं ज्ञान की अलख जगायी है।

श्री मोदी ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण हमेशा से दुनिया से सीखने और यहां जो रहा है उसे सिखाने का रहा है। उन्होंने विश्वभारती का उदाहरण देते हुए कहा कि यह संस्थान शिक्षा के बारे में देश के दृष्टिकोण और विचारों को प्रदर्शित करता है। विश्व भारती मां भारती में शामिल हो गया है और इसने शिक्षा को प्रमुखता दी है।

उन्होंने कहा कि सदियों तक व्याप्त भक्ति आंदोलन के युग ने वैचारिक मूल्य तथा सबक दिए और हम सबको एकता के सूत्र में बांधा। फिर ज्ञान आंदोलन से ज्ञान मिला और अंतत: कर्म आंदोलन ने योजनाओं के क्रियान्वयन में मदद की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “ हमें एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण की दिशा में काम करना होगा और इसके लिए उन सभी से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने देश को महान बनाने में अपना योगदान दिया है। ”

इस मौके पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री और अन्य गणमान्य हस्तियां मौजूद थीं।

भारत अभी तक ‘एकला चलो रे’ का पालन कर रहा है : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर को याद करते हुए कहा कि भारत उनके ‘एकला चलो रे’ के आह्वान का पालन कर अब एक ऐसा राष्ट्र बन गया है जो स्वतंत्र रूप से चल सकता है और दूसरों पर निर्भर नहीं हैं।

श्री मोदी ने विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को आभासी संबोधन के दौरान विवि के छात्रों से स्थानीय शिल्पकारों को वैश्विक बाजार में ऑनलाइन अपनी हस्तशिल्प वस्तुएं बेचने में मदद करने की अपील की। श्री मोदी इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। विवि ने आज अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर लिये।

गुरुदेव के विचार हमारे सीखने की नैतिकता की उच्चता को दर्शाते हैं : धनखड़

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने विश्व भारती के स्थापना दिवस के शताब्दी समारोह के अवसर पर गुरुदेव (रवीन्द्र नाथ टैगोर) के विचार हमारे सीखने की नैतिकता की उच्चता को दर्शाते हैं।

विश्व भारती के रेक्टर श्री धनखड़ ने कहा, “ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में मैं विश्व भारती के स्थापना दिवस के शताब्दी समारोह से जुड़ने पर खुद को सम्मानित मान रहा हूं। इस शुभ और महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित होना मेरे लिए महान सौभाग्य की बात है।”

उन्होंने कहा,“ यह अवसर हमें याद दिलाता है कि गुरुदेव ने भारत को प्रगति एवं सीखने की एक शक्ति के रूप में कल्पना की थी। गुरुदेव के विचार हमारे सीखने की नैतिकता की उच्चता को दर्शाते हैं।”

श्री धनखड़ ने कहा, “ देश के दूरदर्शी नेतृत्व के रूप में भी उनके संकल्प और संस्थापक योगदान निश्चित रूप से विश्व गुरु की अपनी स्थिति को प्राप्त करने वाले भारत में फिर से विकसित होंगे।”

उन्होंने कहा,“ नयी शिक्षा नीति, जिसे परिवर्तनकारी मानी जा रही है, भी गुरुदेव के सीखने पर जोर देने से प्रभावित है। समग्र शिक्षा पर जोर देने के लिए सामान्य सीखने से गुणात्मक और महत्वपूर्ण बदलाव इस नीति का एक महत्वपूर्ण कारक है। यह स्वतंत्र सोच और रचनात्मक आवेगों पर अधिक जोर देता है।”

राज्यपाल ने कहा, “ नयी शिक्षा नीति निश्चित रूप से अपने प्रतिबिंब में टैगोर द्वारा परिकल्पित परिदृश्य के उद्भव के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी।”

उन्होंने कहा, “ शताब्दी दिवस समारोह के दौरान, ऐसी गतिविधियां होंगी जो हमें अपनी प्रतिभा का दोहन करने में मदद करेंगी, अपनी क्षमता का एहसास कराएंगी और भारत के फिर से विश्व गुरु बनने के लिए आशावाद उत्पन्न करेंगी।”

राज्यपाल ने कहा, “ प्राचीन भारत में नालंदा एवं तक्षशिला जैसे विश्व स्तरीय संस्थान थे। इस नेतृत्व को लेने के लिए हमारे पास उचित समय है। विश्व भारती स्थापना दिवस शताब्दी समारोह निश्चित रूप से ऐसी अनुभूति उत्पन्न करेगा जो सीधे इस पूर्ण परिदृश्य को उत्प्रेरित करेगा।”

About Administrator Attack News

Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

Check Also

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने 55 प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों को सीधी भर्ती से भरने के लिए विज्ञापन जारी किया attacknews.in

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने 55 प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों को सीधी भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सत्र-2020-21 में 12वीं की परीक्षा का परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के विषयवार अंको के आधार पर तैयार किया जाएगा attacknews.in

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सत्र-2020-21 में 12वीं की परीक्षा का परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के विषयवार अंको के आधार पर तैयार किया जाएगा

शिक्षा मंत्री ने निजी शिक्षा संस्थानों/विद्यालयों को फीस का भुगतान न करने पर छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं रोकने के खिलाफ चेतावनी दी attacknews.in

बेंगलुरु, 12 जून । कर्नाटक के प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस. सुरेश कुमार ने …

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना महामारी की वजह से स्कूली व्यवस्था से बाहर हो गए बच्चों को वापस जोड़ने के लिए प्रबंध पोर्टल की शुरुआत की attacknews.in

नयी दिल्ली, 11 जून । केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय स्कूल एजुकेशन एवं लिटरेसी विभाग ने कोरोना …

डा दशरथ सिंह के पास तीन विषयों में पीएचडी के साथ है 68 डिग्री एवं डिप्लोमा;अधिक डिग्रियां हासिल करने पर इंटरनेशनल बुक में भी नाम दर्ज attacknews.in

झुंझुनू,10 जून।राजस्थान में झुंझुनू जिले के खिरोड़ गांव के डॉ. दशरथ सिंह शेखावत ने विभिन्न …