उत्तर प्रदेश विस चुनाव: पहले चरण का मतदान कल

 

लखनउ, 10 फरवरी : उत्तर प्रदेश विधानसभा के महत्वपूर्ण चुनावों में पहले चरण के लिये शनिवार को पश्चिमांचल के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर मतदान होगा। मुस्लिम बहुल इलाकों में होने वाले इस चरण के मतदान में कई राजनीतिक दिग्गजों के दमखम की परीक्षा होगी।

निर्वाचन आयोग के अनुसार पहले चरण के चुनाव में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों में मतदान होगा।

पहले चरण के चुनाव में एक करोड़ 17 लाख महिलाओं समेत कुल दो करोड़ 60 लाख मतदाता कुल 839 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदान के लिये 26,823 केन्द्र बनाये गये हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिये पर्याप्त केन्द्रीय बल तथा पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।

पहले चरण में मतदाताओं की संख्या के लिहाज से गाजियाबाद का साहिबाबाद सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है, वहीं एटा का जलेसर सबसे छोटा क्षेत्र है। आगरा दक्षिण सीट से सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं हस्तिनापुर से सबसे कम छह प्रत्याशी मैदान में हैं।

राज्य में 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच सात चरणों में मतदान होगा।

पहले चरण में विभिन्न पार्टियों के कई छत्रपों की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। नोएडा सीट पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका कैराना से, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर मथुरा सीट से तथा भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा क्रमश: सरधना और थाना भवन से चुनाव लड़ रहे हैं।

attacknews.in

‘सबका साथ, सबका विकास’ उक्ति से हुई राष्ट्रपति अभिभाषण की शुरूआत, समापन

नयी दिल्ली, 31 जनवरी : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत में पहली बार बजट सत्र को समय से पहले आहूत करने और उसके साथ ही रेल बजट को विलय करने का उल्लेख करते हुए आज कहा कि लोकतंत्र के इस उत्सव के मूल्य एवं संस्कृति देश के लंबे इतिहास के हर दौर में फलते फूलते रहे हैं। उनके संबोधन की शुरूआत और समापन ‘सबका साथ, सबका विकास’ उक्ति से हुई।

बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में अपने अभिभाषण की शुरूआत में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक संयुक्त सत्र है जिसमें स्वतंत्र भारत में पहली बार बजट सत्र के निर्धारित समय को इस वर्ष आगे किया गया और आम बजट के साथ रेल बजट का विलय किया जा रहा है ।’’ मुखर्जी ने कहा, ‘‘हम एक ऐसे लोकतंत्र के उत्सव के लिए पुन: एकत्र हुए हैं जिसके मूल्य और संस्कृति इस देश के लंबे इतिहास के हर दौर में फलते फूलते रहे हैं। वास्तव में इसी संस्कृति ने मेरी सरकार को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की ओर प्रेरित किया।’’ राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के अंत में कहा कि आज हम यहां एकत्रित हुए हैं कि हम अपने देशवासियों, विशेषकर गरीब नागरिकों द्वारा संसद जैसी पवित्र संस्था के प्रति दर्शाये गए विश्वास को बनाए रख सकें।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा हर कदम लोकतंत्र के इस मंदिर में देश के निर्माण के लिए किये गए असंख्य बलिदानों की वेदी में आहूति होगी। हम सब मिलकर ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से ओत प्रोत होकर ऐसे भविष्य का निर्माण करें जिससे सभी को संविधान में प्रदत्त समानता और गरिमा प्राप्त हो सके। ’’

मुखर्जी ने कहा कि हम एक ऐसे लोकतंत्र के उत्सव के लिए दोबारा एकत्र हुए हैं जिसके मूल्य और संस्कृति इस देश के लंबे इतिहास के हर दौर में फलते फूलते रहे हैं. वास्तव में इसी संस्कृति ने मेरी सरकार को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की ओर प्रेरित किया. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के अंत में कहा कि आज हम यहां एकत्रित हुए हैं कि हम अपने देशवासियों, विशेषकर गरीब नागरिकों द्वारा संसद जैसी पवित्र संस्था के प्रति दर्शाए गए विश्वास को बनाए रख सकें.

क्या-क्या कहा राष्ट्रपति ने पढ़ें :

  • -सरकार ने नोटबंदी पर बड़ा फैसला लिया
  • -कालेधन पर नकेल कसने के लिए नोटबंदी
  • -बेनामी संपत्ति के लिए कड़े कानून
  • -सबसे पहले हमने एसआईटी बनाई
  • -कालेधन के मॉरिशस-सिंगापुर रूट बंद
  • -आतंक के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक किया
  • -अपनी सेना के शौर्य पर हमें गर्व है
  • -एलओसी के पार सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक किया
  • -4 दशकों से लंबित पड़ी ओआरओपी योजना लागू की
  • -सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है
  • -देश में स्वच्छ भारत मिशन एक जनांदोलन बन गया.
  • -हमने बैंकिंग सिस्टम को गरीबों से जोड़ा.
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  • -हमने जीवन की गुणवत्ता की दिशा में काम किया.
  • -मेरी सरकार का लक्ष्य सबका साथ सबका विकास है.
  • -1.2 करोड़ लोगों ने सरकार के प्रयास का साथ देते हुए गैस सब्सिडी छोड़ी.
  • -26 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले गए.
  • -पीएम फसल योजना से गरीबों को फायदा
  • -अच्छे मानसून से किसान योजनाओं को फायदा
  • -गरीबों के लिए पीएम आवास योजना चलाई
  • -कृषि सिंचाई योजना का विस्तार हुआ
  • -किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए गए
  • -13 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़े
  • -सबका साथ-सबका विकास हमारा लक्ष्य
  • -11 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई
  • -किसानों को बीज और कीटनाशक की व्यवस्था
  • -सरकार की योजनाओं से दाल की कीमतें घटीं
  • -मुद्रा योजनाओं के जरिए लोगों को लोन मिले
  • -नारी शक्ति हमारी सरकार का लक्ष्य
  • -मातृत्व अवकाश 12 से बढ़ाकर 26 सप्ताह किया गया
  • -पहली बारी वायुसेना में महिला फाइटर पायलट
  • -सेना में महिलाओं को बराबरी का मौका
  • -बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के बेहतर नतीजे
  • -24 लाख युवाओं को रोजगार के लिए ट्रेनिंग
  • -बिजली बचाने के लिए 3 करोड़ एलईडी बल्ब
  • -बैंकिंग सिस्टम को गरीबों से जोड़ा
  • -सबको घर के लिए काम कर रहे हैं
  • -1.5 करोड़ लोगों को फ्री गैस कनेक्शन
  • -कौशल विकास के लिए कई योजनाएं जारी
  • -नोटबंदी पर लोगों का साथ मिला
  • -55 लाख नौकरीपेशा लोगों के लिए UAN
  • -रोजगार देने के लिए 6000 करोड़ का बजट
  • -पूर्वी भारत के विकास पर जोर
  • -नॉर्थ ईस्ट के राज्य अष्ट लक्ष्मी
  • -नॉर्थ ईस्ट राज्यों में रेल-सड़क नेटवर्क पर जोर
  • -नॉर्थ ईस्ट में पर्यटन पर जोर दिया जा रहा है
  • -अगरतला-त्रिपुरा रेल नेटवर्क जुड़े
  • -अरुणाचल-मेघालय रेल लाइन से जुड़ेंगे
  • -6 लाख दिव्यांगों को रोजगार देने का लक्ष्य
  • -2022 तक सबको घर देने का लक्ष्य
  • -लोगों का स्वास्थ्य लोगों की प्राथमिकता
  • -सरकार ने ऊर्जा गंगा योजना शुरू की
  • -हल्दिया गैस पाइप लाइन को हरी झंडी
  • -ग्रामीण इलाकों में 73 हजार किमीं. सड़क बनी
  • -रेल योजनाओं के लिए 1.2 लाख करोड़ का बजट
  • -डिजिटल पेमेंट से देश में नई क्रांति आई
  • -भीम एप डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित
  • -आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा
  • -जम्मू-कश्मीर प्रायोजित आतंकवाद का शिकार
  • -सरकार ने आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया
  • -सरकार लोकसभा-विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर बहस को तैयार
  • -विदेशी निवेश में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

शिवपाल सिंह यादव 11 मार्च के बाद बनाएंगे उतरप्रदेश में अपनी पार्टी

इटावा, 31 जनवरी : समाजवादी पार्टी :सपा: में सत्ता परिवर्तन के बाद हाशिये पर पहुंचे पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव आगामी 11 मार्च के बाद अपनी नयी पार्टी बनाएंगे।

शिवपाल ने जसवन्तनगर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने के बाद नुमाइश पंडाल में आयोजित जनसभा में एलान किया कि वह 11 मार्च के बाद नयी पार्टी बनाएंगे। इसी तारीख को विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आएंगे।

उन्होंने सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज करते हुए कहा ‘‘आप :अखिलेश: देख लेना कि 11 मार्च के बाद आप सरकार बना लो। हम 11 मार्च के बाद पार्टी बनाएंगे। हम पांच साल से मेहनत कर रहे हैं, आखिर हम कहां जाएं।’’ सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा निकाले गये या बागी हुए उन समाजवादी नेताओं के पक्ष में प्रचार करेंगे, जो चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग किन्हीं कारणवश सपा से अलग हो गये हैं, उन्हें अपनी नयी पार्टी में शामिल करेंगे।

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव द्वारा सपा-कांग्रेस गठबंधन का विरोध करते हुए सपा नेताओं से कांग्रेस की सीटों पर चुनाव लड़ने के आहवान के बाद शिवपाल का नया एलान अखिलेश के लिये चुनावी गणित के लिहाज से मुश्किलें खड़ी कर सकता है।

शिवपाल ने कहा ‘‘मैं हमेशा नेताजी के साथ रहूंगा लेकिन उनका अपमान बिल्कुल नहीं सहूंगा। मुझे अपने अच्छे कामों की सजा मिली है। जिन लोगों ने गड़बड़ियां की उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।’’ दूसरी ओर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाथरस में अपनी चुनावी रैली में शिवपाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अच्छा हुआ कि ‘साइकिल’ उनके हाथ में आ गयी है। जो भी लोग भितरघात कर रहे थे, वे साथ नहीं रह सकते।
31/01/2017

देश में कुल कितने हैं? अखबार और कितनों का हुआ नया रजिस्ट्रेशन?

प्रिंट मीडिया ने पिछले वित्तीय वर्ष में 5.13 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की और इस दौरान 5423 नए रजिस्‍ट्रेशन किए गए। ‘Press in India 2015-16’ रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 31 तक कुल पब्लिकेशंस की संख्‍या 1,10,851 तक पहुंच गई। इनमें हिन्‍दी में सबसे ज्‍यादा और उसके बाद अंग्रेजी में पब्लिकेशंस रजिस्टर्ड हुए हैं

रिपोर्ट के अनुसार, इनमें हिन्‍दी अखबार और पत्रिकाओं की संख्‍या 44,557 थी जबकि अंग्रेजी में पब्लिकेशंस की संख्‍या 14,083 थी!सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू द्वारा एक कार्यक्रम में जारी की गई इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि रजिस्टर्ड हुए कुल पब्लिकेशंस 1,10,851 में दैनिक (dailies) और पाक्षिक-साप्ताहिक (bi-tri weeklies) की संख्‍या 16136 रही जबकि अन्‍य पीरियडिकल्‍स (periodicities) शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ भी मौजूद थे।

इस रिपोर्ट के अनुसार, यदि प्रसार संख्या (circulations) की बात करें तो हिन्दी पब्लिकेशंस की संख्या रोजाना सबसे ज्यादा 31,44,55,106 प्रतियां (copies) रही जबकि अंग्रेजी में यह संख्या 6,54,13,443 और उर्दू में 5,17,75,006 प्रतियां रहीं। बंगाल में ‘आनंद बाजार पत्रिका’ (Anand Bazar Patrika) की सबसे ज्यादा बिक्री 11,50,038 प्रतियां रही।

दूसरा सबसे ज्यादा प्रसार संख्या वाला अखबार ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ (Hindustan Times), दिल्ली रहा। इसकी प्रसार संख्या 9,92, 239 रही। वहीं7,36,399 कॉपियों के साथ हिन्दी दैनिक ‘पंजाब केसरी’ (Punjab Kesari), जालंधर का सर्कुलेशन सबसे ज्यादा रहा। इसके अलावा मल्टी एडिशन में दैनिक अखबार की बात करें तो 46,14,939 कॉपियों के साथ ‘दैनिक भास्‍कर’ (Dainik Bhaskar) हिन्‍दी रहा।

रिपोर्ट के अनुसार, मल्‍टी एडिशन डेली में ‘द टाइम्‍स ऑफ इंडिया’ (The Times of India) का सर्कुलेशन दूसरे नंबर पर सबसे ज्‍यादा 44,21,374 और ‘द संडे टाइम्‍स ऑफ इंडिया’(The Sunday Times of India) 8,02,466 सुर्कलेशन के साथ सबसे ज्‍यादा बिकने वाली पीरियडिकल्‍स (periodical) रहा।

पब्लिकेशंस की संख्‍या के मामले में 2015-16 के आखिर में उत्‍तर प्रदेश पहले नंबर पर (16,984 पब्लिकेशंस), महाराष्‍ट्र दूसरे नंबरी पर (15,260पब्लिकेशंस) और 12,482 पब्लिकेशंस के साथ दिल्ली तीसरे नंबर पर रही।

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष के दौरान 15 पब्लिकेशंस जब्त किए गए जबकि 22 पब्लिकेशंस अपंजीकृत (deregistered) किए गए। वहीं27,445 पब्लिकेशंस ने अपने वार्षिक स्‍टेटमेंट (Annual Statements) जमा कराए।

रेलवे ने दोगुना किया रेल हादसों के पीड़ितों का मुआवजा 19 साल बाद

रेल मंत्रालय ने रेल हादसों में मारे जानेवालों और घायलों के लिए मुआवजे की राशि 19 साल बाद दोगुनी करने का फैसला किया है। देश में रेल हादसों की घटनाएं आम होने के मद्देनजर मंत्रालय का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा सकता है। गौरतलब है कि पिछले महीने ही कानपुर ट्रेन ऐक्सिडेंट में 143 लोगों की मौत हो गई थी।

दोगुने मुआवजे का फैसला 1 जनवरी, 2017 से लागू हो जाएगा। इसके तहत रेल हादसों में मारे गए लोगों के परिवारों को अब 4 लाख की जगह 8 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

वहीं, गंभीर रूप से घायल (हाथ या पैर खो देने, अंधा हो जाने, चेहरे पर गंभीर चोट आने और पूरी तरह बहरा हो जाने) व्यक्ति को भी अब 4 लाख की जगह 8 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। इनके अलावा, अन्य 34 तरह के जख्मों के लिए मुआवजे की रकम भी दोगुनी होकर 6 लाख 40 हजार से 7 लाख 20 हजार रुपये हो गई।

रेल मंत्रालय ने गुरुवार को रेल दुर्घटनाओं को लेकर मुआवजे के नियम में संशोधन किया। साल 1990 में बना यह नियम इससे पहले 1997 में संशोधित किया गया था।

मध्यप्रदेश में भाजपा अध्यक्ष चौहान रहेगे या जायेगे ?

         भोपाल ६ अक्टोबर.प्रदेश भाजपा संगठन की बागडोर संभालने के लिए राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह और सांसद राकेश सिंह के नाम भी प्रमुख्ता से चर्चा में हैं। राज्य भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के लिए पहले चरण में स्थानीय समितियों के चुनाव हो चुके हैं और अब जल्द ही मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन का दौर शुरू होने वाला है। इसके बाद जिला अध्यक्षों के चुनाव होंगे और फिर नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए निर्वाचन होगा।

भाजपा में ज्यादातर प्रदेश अध्यक्ष सर्वसम्मति से ही बने हैं। पार्टी ने हर बार चुनाव और टकराव को टाला है। इस बार चुनाव होंगे या फिर सर्वसम्मति से किसी नेता की इस पद पर ताजपोशी की जाएगी, यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन बीजेपी प्रमुख के लिए उक्त नेताओं की दावेदारी भी चर्चा में हैं।
 
इधर, विजयवर्गीय प्रदेश के कद्दावर और जनाधार वाले नेता माने जाते हैं। मंत्री पद छोड़कर उन्होंने खुद संगठन का हाथ थामा है। संगठन क्षमता में माहिर और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के विजयवर्गीय नजदीकी हैं। ऐसे में शाह के रूख पर ही विजयवर्गीय की अगली भूमिका तय होना या न होना निराधार करेगा। प्रदेश के परिवहन मंत्री सिंह भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गुडबुक में हैं, लेकिन उनके सरकार में रहने या संगठन की कमान संभालने का फैसला भी मुख्यमंत्री पर ही निर्भर करेगा। इसके अलावा जबलपुर के सांसद राकेश सिंह का नाम भी इस पद के लिए प्रमुखता से चर्चा में है।

फिलहाल, सियासी समीकरण वर्तमान  नंदकुमार सिंह चौहान के पक्ष में ज्यादा नजर आ रहे हैं। दरअसल वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहली पसंद हैं। सीएम चौहान और बीजेपी प्रमुख चौहान ने परस्पर तालमेल के साथ कईं चुनाव और उपचुनाव जीते हैं। जबकि नगरीय निकाय चुनाव में तो एकतरफा पार्टी का परचम फहराया है। यूं भी चौहान को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का शेष कार्यकाल मिला है। इस लिहाज से उनकी दावेदारी ज्यादा मजबूत मानी जा रही है।

पटना में महात्मा गांधी की प्रतिमा तोड़ी

पटना। असामाजिक तत्वों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा तोड़ दी है। यह प्रतिमा मंगल तालाब परिसर में लगी हुई थी। मूर्ति को दो हिस्सों में तोड़ कर अलग कर दिया है।

छह दशक पुरानी इस मूर्ति को प्रसिद्ध शिल्पी दामोदर प्रसाद अम्बष्ट ने बनाया था। यह मूर्ति अंग्रेज अधिकारी मैंगेल्स के नाम पर बने बगीचे मैंगेल्स टैंक में लगी हुई थी। बाद में तालाब का नाम महात्मा गांधी के नाम पर गांधी सरोवर कर दिया गया था।

पुलिस अधिकारियों ने मौके पार जाकर घटना की जानकारी ली। पुलिस अधिकारी अशोक पाण्डेय ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। वही पास में बने स्टेडियम के केयर टेकर से भी पूछताछ की गई।

 

सिंहस्थ में सहयोग एवं समन्वय की भूमिका निभाएं उप समितियां : श्री नातू सिंहस्थ स्थानीय उप समितियों के सचिवों की बैठक संपन्न

इंदौर में कम्प्रेशर फटा, युवक के चीथड़े उड़े

इंदौर । एक मशीन रिपेयरिंग दुकान में कम्प्रेशर फटने से जोरदार धमाका हुआ। हादसे में एक युवक के चीथड़े उड़ गए, वहीं एक अन्य युवक घायल हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज दूर तक सुनाई दी। मौके पर पहुंचे लोगों ने घायल को एमवाय अस्पताल पहुंचाया।
हादसा कनाड़िया थाना क्षेत्र के संचार नगर स्थित आलोक नगर में रविवार सुबह 10 बजे हुआ। पुलिस ने बताया कि यहां प्रकाश नामक व्यक्ति की जय दुर्गा मशीनरी रिपेयरिंग नामक दुकान है। इसमें सुबह गोकुल पिता मानसिंह (30) निवासी चेतन नगर और सरदार पिता श्यामलाल (40) निवासी बाणगंगा काम कर रहे थे। इसी बीच अचानक कम्प्रेशर फट गया। बताया जा रहा है कि कम्प्रेशर फटकर सीधे गोकुल के सीने

पहले शाही स्नान के साथ हुआ सिंहस्थ का आगाज लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी सभी अखाड़े हुए स्नान में शामिल

उज्जैन 22 अप्रैल। सिंहस्थ 2016 का पहला शाही स्नान आज 22 अप्रैल को संपन्न हुआ। इसके साथ ही सिंहस्थ का आगाज हो गया। उज्जैन में इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी, लाखों श्रद्धालुओं ने शिप्रा में आस्था की डुबकी लगाई। शिप्रा नदी में 22 अप्रैल की सुबह धर्म आध्यात्म और आस्था का यहां संगम देखते ही बनता था।
अखाड़ों के संतों, महंतों, साधुओं का दौड़ते हुए शिप्रा में स्नान के लिए आना और अपनी अगाध आस्था प्रदर्शित करते हुए जयकारों के साथ सामूहिक स्नान का यह नजारा देखने वालों को सम्मोहित और अभिभूत कर रहा था। स्नान के लिए सभी अखाड़े अपने निर्धारित मार्गों से शिप्रा पर आए शाही स्नान के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद और शानदार थी। जूना अखाड़े द्वारा सुबह 5.11 बजे दत्त अखाड़े पर शाही स्नान का आरम्भ किया गया। इसके बाद अन्य अखाड़ों द्वारा स्नान किया गया।
पहले शाही स्नान की सुबह सिंहस्थ के लिए तैयार किए गए शिप्रा के घाटों पर एक अलग ही रौनक थी। साधु संतों के साथ-साथ श्रद्धालु स्नान के लिए आतुर थे। देखने वाले स्नान के इस विहंगम दृश्य को देखकर आल्हादित हो रहे थे। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के साधु संतों ने सबसे पहले दत्त अखाड़ा घाट पर स्नान किया। शाही स्नान में श्री पंचायती आवाहन अखाड़ा और श्री पंचायती अग्नि अखाड़ा, श्री तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा, श्री पंचायती आनंद अखाड़ा, श्रीपंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा, श्री पंच अटल अखाड़ा, रामघाट पर श्री निर्मोंही अणि अखाड़ा, श्री दिगम्बर निर्वाणी अखाड़ा, श्री निवा्रणी अणि अखाड़ा, दत्त अखाड़ा घाट पर श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा, श्री पंचायती नवीन उदासीन अखाड़ा और श्री निर्मल अखाड़े के साधु संतों शामिल हुए। अखाड़ों के नागा साधुओं के स्नान का शिप्रा तट पर एक विशेष आकर्षण था। स्नान में सभी अखाड़ों के प्रमुख-प्रमुख सभी संत, महंत, श्रीमहंत, महामंडलेश्वर, पीठाधीश सम्मिलित हुए। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्रगिरी महाराज, महामंत्री श्री हरिगिरि महाराज के अलावा जूना अखाड़े के अवधेशानंदगिरिजी महाराज व उनके साथ जोधपुर राजपरिवार, निरंजनी अखाड़े के स्वामी सत्यमित्रानन्दजी, महानिर्वाणी अखाड़े के नित्यानन्दजी के अलावा पायलेट बाबा, स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती आदि शाही स्नान में सम्मिलित हुए।
शाही स्नान में आस्था, अमृत और आत्मा का अनोखा संगम देखने को मिला। इसके सभी दृश्य अलौकिक थे। इस अलौकिकता के साथ ही शिप्रा और उसके घाटों की सुन्दरता ने दृश्य को चित्तरकर्षक बना दिया। साफ, स्वच्छ, बहती शिप्रा में उड़ते फव्वारों के साथ आस्था और आध्यात्म का यह शाही स्नान एक अनोखी ऊर्जा को समेटे हुए था। साधु, सन्तों व श्रद्धालुओं के साथ ही शिप्रा के घाटों पर शासकीय सेवक भी डुबकी लगाने से अपने आपको रोक नहीं सके।
प्रथम शाही स्नान के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री श्री भूपेंद्रसिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन, प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा, डीजीपी श्री सुरेंद्रसिंह, जनसंपर्क विभाग के आयुक्त अनुपम राजन, संभागायुक्त उज्जैन डॉ रवींद्र पस्तौर, कलेक्टर कवींद्र कियावत, पुलिस अधीक्षक एमएस वर्मा शिप्रा के घाटों पर मौजूद थे।
शाही स्नान के लिए प्रशासन द्वारा माकूल इंतजाम किए गए थे। स्नान के दौरान शिप्रा में होमगार्ड की मोटर बोट सतत गश्त कर रही थी। अखाड़ों के आवागमन मार्ग तथा शिप्रा के घाटों पर पुलिस व पैरा मिलेट्री फोर्स के जवान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद थे। घाटों की निरंतर सफाई की जा रही थी। सफाईकर्मी हर आवश्यक स्थान पर तैनात किये गये थे। कचरा एकत्र करने के लिये जगह-जगह डस्टबीन रखे गये थे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये फायर वाहन, मेडिकल एम्बुलेंस, तैराक दल शिप्रा के घाटों पर तैनात थे।

चांडाल योग: व्यथित होंगे संत, मीडिया पर रहेगा खासा प्रभाव मेष, सिंह, धनु और कुंभ राशि के व्यकित हो सकते हैं प्रभावित :आचार्य आशीष ममगाई

अटैक न्यूज संवाददाता दिलीप शर्मा ने गुरू-राहू के चांडाल योग पर फलित ज्यौतिषाचार्य पं‐ आशीष ममगार्इ से जाना इस योग पर उनका ज्यौतिषीय दृषिटकोण और आगामी प्रभाव।

महाराष्ट्र में भूमाता बि्रगेड द्वारा शनिशिंगणापूर में महिलाओं के द्वारा पूजा करने की बात को लेकर आंदोलन, नर्इ दिल्ली में आध्यात्म गुरू श्री श्री रविशंकर के धार्मिक आयोजन के हो पाने को लेकर संशय, दबाव फिर जुर्माना, उज्जैन में कुछेक संतों द्वारा सरकार से भूमि आवंटन न मिलने को लेकर चक्काजाम, जेएनयू में कन्हैया द्वारा देशपे्रमियों की भावनाओं को आघात पहुंचाना, औवेसी द्वारा भारत माता की जय न बोले जाने को लेकर विवाद यह सब दरअसल गुरू-राहू के चांडाल योग का ही परिणाम है। इस योग का प्रभाव अगस्त 2016 तक न सिर्फ पडेगा, बलिक बढ‐ भी सकता है। चांडाल योग के प्रभाव ने कुंभ से पूर्व अन्य प्रकार के देशव्यापि इवेंट खडे कर दिये हैं। जो ना सिर्फ राज्य सरकार, बलिक केन्द्र सरकार को भी खासे मानसिक तनाव देते नजर आ रहे हैं।

क्या होता है गुरू चांडाल-योग

ज्योतिष के अनुसार जब गौचर में गुरू एवं राहू की युति हो जाती है, तो उसे गुरू चांडाल योग कहा जाता है। फलित ज्यौतिष के हिसाब से जिन व्यकितयों की जन्म पत्रिकाओं में यह युति होती है, उनका धर्म के प्रति कम तथा अर्थ के प्रति रूझान होना ज्यादा देखा गया है। सरल भाषा में इस योग को थोडा यूं भी समझा जा सकता है कि राहू का काम ही होता है ग्रहण लगाया यानी अपना नकारात्मक प्रभाव छोडना। राहू के द्वारा सूर्य एवं चंद्र को ग्रहण लगाया जाता है। वर्तमान में इस योग के तहत राहू अपना पूर्ण प्रभाव गुरू ग्रह पर छोडेंगे। यानी गुरू जितनी शुभता एवं रक्षा संसार को दे पाते उसमें कमी होगी, गुरू तत्व प्रभावित होगा। गुरू चूंकि ज्ञान एवं आध्यात्म के कारक ग्रह है अत: गुरू ग्रह के क्षेत्रों से जुडे जातकों जिसमें धार्मिक एवं आध्यातिमक गुरू एवं संतजन शामिल हैं, की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती है, उन्हें अनावश्यक रूप से तनाव का सामना करना पड सकता है।

मीडिया पर भी पडेगा असर

दरअसल तात्कालिक घटना, दुर्घटना एवं सनसनी मचाने वाला ग्रह है। इन सब चीजों को चूंकि मीडिया द्वारा खबर के रूप में संजोया एवं प्रसारित किया जाता है अत: नकनीक एवं कम्यूनिकेशन के क्षेत्र में राहू का खासा रोल रहता है। कम्यूनिकेशन के क्षेत्रों की यदि बात करें तो प्रिंट, रेडियो, टेलीविजन तथा तेजी से उभरता सोशल मीडिया भी शामिल हैंं। चांडाल योग की अवधि में मीडिया एवं मीडियाकर्मी भी अछूते नहीं रहेंगे! इसके तहत सोशल मीडिया सहित अन्य मीडिया में कुछेक ऐसे बयान एवं घटनाएं प्रकाशित हो सकती है जो तिल का ताड बना सकती हैं, साथ ही भ्रम भी पैदा कर सकती हैं। उपरोक्त योग के प्रभाव से मीडियाकर्मियों को राहू कुछ लीक से हटकर करने के लिए उकसा भी सकता है! साथ ही, मीडियाकर्मियों को आगामी माहों में विशेष एवं बडे इवेंट को कवर करने के मौके भी प्रदान कर सकता है जिससे उनकी ख्याति अंतरराष्टीय स्तर पर पहुंच सकती है। मीडियाकर्मियों के लिए सलाह रहेगी कि छ: माह रिर्पोंटिंग के क्षेत्र में ज्यादा विवेक एवं सजगता बरतें।

राहू ही करवाता है असाधारण रिपोर्टिंग

हमने अपने अनुभवों में यह पाया है राहू ही जातक को सफल एवं प्रभावी पत्रकार बनाता है। अभी हाल की यदि बात करें तो भोपाल मध्यप्रदेश के एक पत्रकार के द्वारा एक्सक्लूसिव खबर के लिए पूरा एक दिन जेल में बिताया गया। एक पूरा दिन वह जेल में बिता सकें, इसके लिये उन्होंने योजनाबद्ध छोटा-मोटा जुर्म किया। फलित ज्यौतिष के हिसाब से इसे समझें, तो संबंधित पत्रकार की मीन राशि है। इस हिसाब से उनकी कुंडली में छटवे भाव में चांडाल योग घटित हो रहा है तथा जिसका पूर्ण प्रभाव दशम यानी कर्मभाव पर पड रहा है। कुल मिलाकर लीक से हटकर करने और करवाने वाले राहू ग्रह ने ही इस प्रकार की असाधारण रिपोर्टिंग इनसे करवा दी।

थल के साथ नभ में भी दिखेगा असर

गुरू की सत्ता चूंकि आकाश तत्व में भी है इसलिए इस योग का प्रभाव आकाश में भी दिख सकता है जिसके तहत कुछ विशेष खगोलीय घटना, दुर्घटना संभव है। आगामी छ: माहों में अंतरराष्ट्रीय परिपेक्ष्य में आतंकी संगठनों द्वारा अंजाने से संकट उत्पन्न करने संबंधी आशंका से लगभग सभी विकासशील देश ग्रसित हो सकते हैं! भले ही बडे स्तर पर कोर्इ घटना ना घटे, मगर बड‐े स्तर पर कुछ होने जैसा भ्रम एवं खबर रूपी माहौल जरूर यह योग बना देगा।

मेष, सिंह, धनु एवं कुंभ राशि वाले रहें विशेष सावधान

गुरू एवं राहू का वर्तमान गौचर सिंहराशि पर रहेगा। अत: आगामी अगस्त माह तक सिंहराशि के जातक तो इस योग से प्रभावित होंगे हीं, साथ ही चूंकि उपरोक्त दोनों ग्रहों की युतिपूर्ण दृषिट मेष, धनु एवं कुंभराशि पर रहने वाली है अत: इन सभी राशियों के जातकों के साथ-साथ जिनकी जन्मपत्रिका में उपरोक्त युति है, उन्हें शुभाशुभ फल मिल सकते हैं। राहू मुख्य रूप से चूंकि अहंकार देता है, अत: उपाय के तौर पर हमें अपने अहंकार को लेकर आत्मचिंतन करना चाहिए। कुछ लोग चांडाल योग के चलते अधर्म के कामों को भी अंजाम दे सकते हैं। शास्त्र के अनुसार धर्मों रक्षति रक्षित: यानी जो धर्म पथ पर चलते हैं अथवा धर्म की रक्षा करते हैं, धर्म भी उनकी रक्षा करता है! अत: चांडाल योग के प्रभाव को धर्मकर्म करके कम किया जा सकता है। इसके साथ ही मौन एवं धैर्य की साधना भी विशेष फलदायी रहेगी।

कुंभपर्व घटा देगा चाडांल योग के दुष्परिणाम

अच्छी बात यह है कि धर्मकर्म करने का तात्कालिक विशालपर्व कुंभ हमारे सामने हैं। इस दौरान जो सामूहिक ध्यान, आव्हान, पूजन इत्यादि धर्मकर्म सम्पन्न होंगे, उसके प्रभाव से निशिचत रूप से चाडांल योग के प्रभाव में कमी आएगी। जातकों को सकारात्मक उर्जा की प्रापित होगी एवं उनके गुरूत्व में वृद्धि होगी। इस युति के शुभ परिणामों के तहत इस वर्षांत तक कुछ विशेष ज्यौतिषीय एवं तकनीकी अनुसंधान हो सकते है। धर्म से संबंधित नर्इ परिपाटी को उठाने वाले व्यकित सामने आ सकते हैं, जिन्हें जनमानस का अद्वितीय समर्थन मिल सकता है।

मध्यप्रदेश सरकार को 24 हजार करोड़ का घाटा, हरेक पर 15 हजार का कर्जा

भोपाल। भारत के महालेखा नियंत्रण की रिपोर्ट ने सरकार को सकते में ला दिया है। साथ ही सरकार के वित्तीय हालात को भी उजागर कर दिया है। वर्ष 2015-16 में सरकार को वित्तीय घाटा 24 हज़ार करोड से अधिक का है, जो कि पिछले वित्तीय घाटे से 1.24 प्रतिशत अधिक है। मतलब पिछले वित्तीय घाटे से निकलने के लिये सरकार ने जो योजनाएं चलाई वह नाकाफी था।

रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि वर्ष 2015-16 में सरकार ने जो घाटे कम करने के लिये 74 विभागों पर आर्थिक लगाम लगाया। वह भी सरकार को राजकोषीय घाटे से निकाल नहीं पाया। सरकार मात्र 12 हज़ार करोड ही इस विभाग से बचा पाई। हालात यह हो गए है कि अब सरकार को मुख्य योजनाएं महिला बाल विकास , स्कूल शिक्षा सहित अन्य विभागों की योजनाओं में कटौती करके आर्थिक घाटा को कम करने की कोशिश की जा रही है। सरकार ने फिश्कल रिस्पांसबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत आम इंसानों पर क़र्ज़ की सीमा तीन प्रतिशत से अधिक कर दिया है।

एक व्यक्ति पर 15 हज़ार का कर्ज

सरकार के वित्तीय हालात ख़राब होने से वर्ष 2015-16 में आम इंसान पर क़र्ज़ 8000 पति व्यक्ति था जो कि वर्ष 2016-17 में यह क़र्ज़ बढ़कर 15 हज़ार रूपए पति व्यक्ति हो गया है। मतलब एक वित्तीय वर्ष में सरकार के गलत निर्णयों के कारण कर्ज में एक आदमी पर 95 फ़ीसदी का इजाफा हो गया है। किसी भी राज्य को फिश्कल रिस्पांसबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत 3 प्रतिशत से अधिक फिश्कल डिफीसिट नहीं कर सकता है।
इसको लेकर सरकार ने केंद सरकार से अनुमति मांगी है। लेकिन भारत महालेखाकार नियंत्रण ने अपनी रिपोर्ट में सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केंद से बिना अनुमति मिले सरकार ने तीन प्रतिशत से अधिक फिश्कल डिफीसिट कर लिया है। यह बाज़ार से लगातार क़र्ज़ लेने के कारण हुआ है। कैग ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि जब 3 प्रतिशत की लाइन पार करने की सीमा के बाद सरकार ने केंद से अनुमति लेने का सीधा नाटक किया है, जो की अभी तक मिला नहीं है। क्योंकि सरकार पिछले ही बजट में फिश्कल डिफीसिट 2.99 प्रतिशत रहा है।

क्या है एक्ट

इस एक्ट की मदद से किसी भी राज्य को क़र्ज़ लेने के अधिकार को सीमित करने की कोशिश की जाती है। बाज़ार से क़र्ज़ लेने को लेकर भारतीय रिज़र्व बैंक फिश्कल डिफीसिट की प्रतिशत के आधार पर क़र्ज़ लेने की सीमा तय करता है। मध्य पदेश सरकार ने रिज़र्व बैंक को भी गुमराह वर्ष 2015 में तीन से अधिक बार क़र्ज़ लिये। कैग की रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक रूप से कमज़ोर राज्य के श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है।

12 प्रतिशत कटौती के आदेश

वित्त विभाग ने राजकोषीय घाटा को कम करने के लिये 19 विभागों की 74 से अधिक योजनाओं में 12 पतिशत राशि कटौती करने का फ़ैसला लिया है। मतलब इसका सीधा असर आम ज़रूरतमंद लोगों पर पड़ेगा।

म.प्र. के पहले श्रेष्ठ नवीन जिला न्यायालय भवन का उज्जैन में लोकार्पण

उज्जैन 20-मार्च! उज्जैन के नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन का लोकार्पण म.प्र.उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्री अजय माणिकराव खानवीलकर, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन, म.प्र.उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर के प्रशासनिक न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्री पी.के.जायसवाल, म.प्र.उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर के पोर्टफोलियो न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्रीमती एस.आर.वाघमारे की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर मुख्य न्यायाधिपति श्री खानवीलकर ने कहा कि बदलाव के समय हम सबको मिलकर कार्य करना है। म.प्र.का उज्जैन ऐसा जिला है, जहां जिला मुख्यालय पर पहला श्रेष्ठ नवीन जिला न्यायालय भवन बना है। अब हमें बेहतर काम कर सबको समय पर न्याय मिले, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करना है।
मुख्य न्यायाधिपति श्री खानवीलकर ने पुण्य नगरी उज्जयिनी में आकर सर्वप्रथम भगवान महाकाल के दर्शन कर ईश्वर से प्रार्थना की कि नये भवन में काम करने वाले लोग सबके साथ समय पर न्याय करें। नये भवन बनवाने में न्यायाधिशगणों, वकील, पक्षकार सबकी सुविधा का ध्यान रखा गया है। उन्होंने भवन निर्माण की एजेन्सी की भी प्रशंसा की। नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन में स्वच्छता हो, इसकी जिम्मेदारी भी हम सबकी है। नई ईमारत साफ-सुथरी हो, इसके लिये न्यायाधिशों, वकीलों की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि बदलाव के समय भी हम सब मिलकर काम करें। आज का युग कम्प्यूटर का युग है और हमने कोशिश की है कि न्यायालय का अधिकांश काम कम्प्यूटरीकृत करें। इस काम में हमने सफलता भी अर्जित की है। तकनीक का उपयोग हर व्यक्ति सही तरीके से करे। कम्प्यूटरीकरण की व्यवस्था में और कोई सुझाव हो तो हमें सुझाव दे सकते हैं। इस कार्य में हम प्रयत्नशील रहेंगे।

म.प्र.उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर के पोर्टफोलियो न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्रीमती एस.आर.वाघमारे ने इस अवसर पर कहा कि भगवान महाकाल की सदैव कृपा नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन पर बनी रहे और सबको न्याय मिले। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे अच्छी बिल्डिंग उज्जैन में जिला न्यायालय भवन की बनी है। जिला न्यायालय के न्यायाधीश नये भवन में जल्द से जल्द शिफ्ट हों और अपने नये भवन में काम कर न्याय के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दें। म.प्र.उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर के प्रशासनिक न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्री पी.के.जायसवाल ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किये और नवीन भवन को सुन्दर बताया। अब काम करने में कार्यक्षमता बढ़ेगी, नई ऊर्जा का संचार होगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन ने माननीय न्यायाधीशों के विचार सुनने के बाद कहा कि स्वच्छ भारत, स्वच्छ उज्जैन, स्वच्छ कोर्ट रहे, यह बात सुनकर उन्हें बेहद प्रसन्नता हुई। पुराने भवन में न्यायालय लगता था, परन्तु अधिकांश समय परेशानियों का सामना करना पड़ता था, परन्तु अब आधुनिक न्यायालय भवन बनने से अब हम सबको सुविधा होगी। आपने उपस्थित माननीय न्यायाधीशगणों को सिंहस्थ में आने का आमंत्रण भी दिया।
अखिल भारतीय विधिक परिषद के सदस्य श्री प्रताप मेहता ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन गौरव का दिन है। जिला न्यायालय का नया भवन बनने से अब हमारे के लिये बुरे दिन खत्म हो गये हैं और अच्छे दिन आ गये हैं।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला एवं सत्र न्यायाधीश उज्जैन श्री जे.पी.गुप्ता ने नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन की विस्तार से जानकारी देते हुए अवगत कराया कि यह भवन 2812.21 लाख रूपये की लागत से भवन को तैयार किया गया है। नवनिर्मित भवन की क्रियान्वयन एजेन्सी बी.आर.गोयल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा.लि.इन्दौर थी। कानून एवं विधि विभाग द्वारा अनुमोदित स्वीकृति एवं चीफ आर्किटेक्ट म.प्र.लोक निर्माण विभाग भोपाल द्वारा प्रदत्त ड्राइंग अनुसार जिला न्यायालय भवन का निर्माण किया गया है। जिला न्यायालय परिसर का कुल क्षेत्रफल 2.70 हेक्टेयर है। मुख्य भवन में भूतल का क्षेत्रफल 4500, प्रथम तल का क्षेत्रफल 4200 और द्वितीय तल का क्षेत्रफल 4100 वर्गमीटर है। सर्विस भवन का क्षेत्रफल 3040 वर्गमीटर है। भूतल में 12 कोर्ट रूम, दो मालखाना, चार रिकार्ड रूम है। प्रथम तल पर 10 कोर्ट रूम एवं कानूनी सहायता कार्यालय, विधिक सहायता प्राप्त क्लिनिक, नाजीर, कापिंग सेक्शन, फार्म एवं स्टेशनरी, नजारत, अकाउंट सेक्शन, स्थापना शाखा, कम्प्यूटर रूम, रीडर रूम एवं शासकीय एड्वोकेट रूम है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री गुप्ता ने अवगत कराया कि द्वितीय तल पर 10 कोर्ट रूम, दो जनरल स्टोर रूम, डिप्टी क्लब कोर्ट, आफिशियल रिकार्ड रूम, डिस्ट्रिक्ट प्रॉसिक्यूशन कार्यालय, पब्लिक प्रॉसिक्यूटर, स्टोर रूम, स्टेग स्पेस, लायब्रेरी, कॉन्फ्रेंस हॉल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, मीटिंग हॉल है। सर्विस भवन में शूटर शेड हॉल, शूटर शेड बार हट, बार टायपिस्ट, बार रूम, केन्टीन, एसटीडी, पीसीओ, फोटोकापी, युनियन आफिस, पोस्ट आफिस, बैंक, मेल लॉकअप, फीमेल लॉकअप, लॉबी रहेंगे।

भोपाल में किन्नरों को दो गुट में झगड़ा, एक पर चाकू से हमला

भोपाल। राजधानी भोपाल में किन्नर गुटों में आपसी विवाद कोई नई बात नहीं है। रविवार दोपहर भी ऐसी घटना सामने आयी है जिसमें आपसी विवाद के चलते एक किन्नर ने दूसरे किन्नर पर चाकू से हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि किसी बच्चे को उठाने के आरोप में किन्नर परवीन पर किन्नर काजल ने चाकू से हमला कर दिया।

रविवार दोपहर राजधानी के मंगलवारा इलाके स्थित सुंदर मोहल्ले में दो किन्नर गुटों में विवाद का मामला सामने आया है। विवाद की वजह एक किन्नर पर दूसरे किन्नर ने किसी बच्चे को उठाकर लाने का आरोप लगाया।

दरअसल, सुंदर मोहल्ला निवासी किन्नर काजल का आरोप है कि छावनी निवासी किन्नर परवीन किसी बच्चे को किन्नर बनाने की नीयत से उठा कर लायी थी। इसी बात को लेकर किन्नर काजल और किन्नर परवीन के गुट में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि किन्नर काजल ने परवीन पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में किन्नर परवीन को चोटें आयी है। घायल परवीन को वहां मौजूद लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में मंगलवारा पुलिस ने किन्नर काजल को गिरफ्तार कर धारा 324 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

इसके पहले 4 फरवरी को एक युवक को बंधक बनाकर उसका प्राइवेट पार्ट काटने का मामला सामने आया था। इस मामले में चार किन्नरों पर मामला दर्ज किया गया था।
दरअसल, किन्नरों में नकली और असली किन्नरों को लेकर आए दिन विवाद होते रहते हैं और रविवार को भी विवाद नकली किन्नर बनाने को लेकर हुआ था। किन्नर परवीन पर किन्नर काजल के गुट ने आरोप लगाया है कि किन्नर परवीन जिस बच्चे को उठा कर लायी है वो असल में उसे नकली किन्नर बनाना चाहती है।

बेटी के आशिक को बेटे के साथ मिलकर पिता ने मार डाला

अनूपपुर!अनूपपुर में जनवरी में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस के मुताबिक हत्या की इस वारदात को अवैध संबंधों के चलते अंजाम दिया गया था. वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, अनुपपुर-भालू माडा थाना अंतर्गत 20 जनवरी को 24 वर्षीय प्रदीप यादव की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो प्रदीप के एक युवती से अवैध संबंध होने की बात सामने आई.

इसी दिशा में जांच बढ़ाते हुए पुलिस को जानकारी मिली की इन संबंधों के बारे में युवती के पिता रज्जाक खान और भाई सलाउद्दीन को भी जानकारी थी और वो इस संबंध से बेहद नाखुश थे.

वो कई बार प्रदीप को युवती से दूर रहने की समझाइश दे चुके थे, लेकिन इसका प्रदीप पर कोई असर नहीं पड़ा. आखिरकार पिता रज्जाक खान और बेटे सलाउद्दीन ने प्रदीप को मारने की योजना बनाई और 20 जनवरी को अपनी योजना के अनुसार उन्होंने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया.

पुलिस ने दोनों आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बाप-बेटे ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया है.