मध्यप्रदेश में बुधवार को मिले कोरोना के 991 मरीज, 45 की मृत्यु;अबतक संक्रमितों की संख्या 7,82,099 और मृतकों की संख्या 8157 हुई;#इंदौर जिले में  अभी तक संक्रमितों में 21 से 40 वर्ष के 41 फीसदी नागरिक शामिल attacknews.in

भोपाल, 02 जून । मध्यप्रदेश में आज 991 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।इस महामारी से आज भी 45 लोगों की मौत हुई है।

अब सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 17136 पहुंच गयी है।

राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 79794 सैंपल की जांच में 991 कोरोना संक्रमित मिले है।जबकि 78,803 की रिपोर्ट निगेटिव रहे।

235 सैंपल रिजेक्ट हुए और संक्रमण दर आज 1़ 2 प्रतिशत पहुंच गयी।

राज्य में 991 नए मामले आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,82,099 हाे गयी।

राहत की खबर है कि इनमें से 7, 56,806 लोग कोरोना संक्रमण को मात देकर घर पहुंच चुके हैं।

इस संक्रमित महामारी ने राज्य में अब तक 8157 लोगों की जान ले चुका है।

वर्तमान में सक्रिय मामले अब घटकर 17,136 हो गए हैं।

राज्य के इंदौर जिले में 338, भोपाल में 191, ग्वालियर में 29, जबलपुर में 83, उज्जैन में 12, रतलाम में 19, सागर में 16, रीवा में 14, खरगोन में 13, बैतूल में 17 और धार में 11 नए मामले सामने आए।

#इंदौर जिले में कोरोना संक्रमितों में 21 से 40 वर्ष के 41 फीसदी नागरिक शामिल

मध्यप्रदेश के सर्वाधिक कोरोना से प्रभावित इंदौर जिले में कोरोना से अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा सामने आये संक्रमितों में सर्वाधिक संक्रमित 21 से 40 वर्ष आयु वर्ग के 41 फीसदी नागरिक शामिल है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार 24 मार्च 2020 को कोरोना के दस्तक देने के बाद से 31 मई 2021 तक कुल 150178 संक्रमित सामने आये है।

इनमें 21 से 40 वर्ष के 62738 संक्रमित शामिल है।

इसी क्रम में दूसरी सर्वाधिक प्रभावित आयु वर्ग श्रेणी 41 से 60 वर्ष की श्रेणी रही।

जिसके कुल 477896 संक्रमितों के मामले सामने आये है।

इसके बाद तीसरी प्रभावित आयु श्रेणी 61 से 80 वर्ष के वयोवृद्ध नागरिकों की रही है।

इस आयु के 19841 मामले कोरोना रोगियों के चिन्हित किये गए है।

चौथे क्रम पर कोरोना से पीड़ित होने वाले 11 से 20 वर्ष आयु वर्ग के नागरिक रहे है।

जिनकी संख्या 12729 के रूप में सामने आई है।

इसके अलावा 0 से 10 वर्ष 5316 बालक बालिकाएं तथा 81 से 100 वर्ष के 1768 रोगी कोरोना से संक्रमित पाए गए है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीएस सैत्या के अनुसार उक्त डेढ़ लाख से ज्यादा संक्रमितों में से उपचार के बाद 146141 अब तक स्वस्थ्य करार दिए गए है।

उपचार के दौरान दम तोड़ चुके संक्रमितों की संख्या 1347 दर्ज की गई है।

डॉ. सैत्या ने बताया जिले में एक्टिव केस यानी वर्तमान में उपचारत रोगियों की संख्या 3028 हैं।

भारत के टीकाकरण को लेकर मीडिया के कपोल कल्पित तथ्यों का खुलासा; सच्चाई यह है कि,मई 2021 में राज्यों को 79.45 मिलियन टीके दिए गए, 61.06 मिलियन उपयोग हो गये;16.22 मिलियन इस्तेमाल नहीं हुए attacknews.in

नईदिल्ली 2 जून । भारत सरकार इस वर्ष की 16 जनवरी से ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण के तहत कारगर टीकाकरण अभियान के लिए राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के प्रयासों का समर्थन करती रही है। टीके की खुराकों की उपलब्धता को कारगर बनाने के लिए केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं के निरंतर संपर्क में है और 1 मई 2021 से राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए खरीद के अलग-अलग विकल्प खोले हैं।

ऐसी कई निराधार मीडिया रिपोर्टें आई हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय महत्व के इस कार्य में जनता के बीच गलत सूचना फैलाई है।

कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह आरोप लगाया गया है कि केंद्र सरकार ने जून के दौरान टीकों की 120 मिलियन खुराकों का वादा किया जबकि मई महीने में उपलब्ध कुल 79 मिलियन खुराकों में से केवल 58 मिलियन खुराकें दी गईं। यह रिपोर्ट तथ्यात्मक दृष्टि से गलत और निराधार है।

1 जून 2021 की सुबह 7:00 बजे के आंकड़ों के अनुसार, 1 से 31 मई 2021 के बीच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा टीकों की कुल 61.06 मिलियन खुराकें दी गई हैं।राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के पास कुल 16.22 मिलियन शेष और इस्तेमाल नहीं की गईं खुराकें उपलब्ध थीं। 1 मई से 31 मई 2021 तक उपलब्ध कुल टीके की खुराकें 79.45 मिलियन थीं।

कुछ मीडिया रिपोर्टों ने असत्यापित हवालों के आधार पर भारत की टीकाकरण नीति की आलोचना की है। जनसंख्या भागों की प्राथमिकता पर सवाल उठाने वाली ये रिपोर्टें इस मामले की पूरी जानकारी से समर्थित नहीं हैं।

कोविड-19 के लिए वैक्सीन दिए जाने को लेकर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) का गठन अगस्त 2020 में लाभार्थियों की प्राथमिकता, खरीद, टीका चयन और इसकी डिलीवरी सहित वैक्सीन परिचय के सभी पहलुओं पर निर्देश देने के लिए किया गया था।

भारत में कोविड-19 टीकाकरण के लिए लाभार्थियों की प्राथमिकता उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य की समीक्षा, विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) के प्रस्तावित दिशा-निर्देशों और अन्य देशों में अपनाए गए व्यवहारों के आधार पर तय की गई है।

भारत में कोविड टीकाकरण का प्राथमिक उद्देश्य हैः

· स्वास्थ्य सेवा की रक्षा महामारी अनुक्रिया प्रणाली के हिस्से के रूप में करना।

· कोविड-19 के कारण मृत्यु को रोकना और बीमारी के कारण उच्चतम जोखिम और मृत्यु दर की चपेट में आने वाले व्यक्तियों की रक्षा करना।

इसी के अनुसार अपने देश में टीकाकरण अभियान का क्रमिक रूप से विस्तार किया गया है ताकि स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) के साथ शुरू होने वाले प्राथमिकता वाले समूहों को शामिल किया जा सके, इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू), फिर 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों और 20 चिन्हित रोगों के साथ 45-59 वर्ष की आयु वाले लोगों को शामिल किया जा सके।

बाद में 1 अप्रैल 2021 से 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी व्यक्ति कोविड-19 टीकाकरण के लिए पात्र थे।

इस तरह के दृष्टिकोण के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। पंजीकृत एचसीडब्ल्यू के बीच 81 प्रतिशत से अधिक पहली खुराक कवरेज और पंजीकृत एफएलडब्ल्यू में पहली खुराक के लगभग 84 प्रतिशत का कवरेज मिला है जिससे दूसरी लहर के बीच स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं, निगरानी और रोकथाम गतिविधियों में शामिल इन समूहों की रक्षा की जा रही है।45 वर्ष और उससे ऊपर के आयु वर्ग में 37 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई है जबकि इस समूह के पात्र 32 प्रतिशत लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है।

अब 1 मई, 2021 से 18 वर्ष और उससे ऊपर की आयु के सभी नागरिक टीका के पात्र हैं। 1 मई, 2021 को एक ‘उदारीकृत मूल्य निर्धारण और त्वरित राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण रणनीति’ को अपनाया गया जो कोविड-19 टीकारण अभियान के चालू चरण-III का निर्देशन कर रही है। इस रणनीति के अंतर्गत प्रत्येक महीने किसी भी निर्माता की कुल केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल) द्वारा मंजूर टीके की 50 प्रतिशत खुराक भारत सरकार द्वारा खरीदी जाएगी।भारत सरकार पहले की तरह ही इन खुराकों को राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क उपलब्ध कराती रहेगी।शेष 50 प्रतिशत खुराकें राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पतालों द्वारा सीधी खरीद के लिए उपलब्ध हैं, जिनमें से राज्यों का हिस्सा आनुपातिक आधार पर है।

केंद्र सरकार ने खुफिया और सुरक्षा संस्थानों के सेवानिवृत्त अधिकारियों को संवेदनशील जानकारी प्रकाशित करने से रोकने के नियमों में किया संशोधन attacknews.in

नयी दिल्ली, दो जून । केंद्र सरकार ने खुफिया और सुरक्षा संबंधी संस्थानों में काम कर चुके सेवानिवृत्त अधिकारियों को संवेदनशील जानकारी प्रकाशित करने से रोकने संबंधी अपने नियमों में संशोधन करके नए उपनियम शामिल किए हैं।

इनमें यह शर्त भी शामिल है कि अधिकारी ‘‘संस्थान के कार्य क्षेत्र’’ या किसी कर्मचारी संबंधी कोई सामग्री साझा नहीं कर सकते।

केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) संशोधन नियम, 2021 को मंगलवार देर रात अधिसूचित किया गया। इन नियमों में कहा गया है कि सेवानिवृत्त कर्मियों को इस प्रकार की सामग्री प्रकाशित करने के लिए ‘‘संस्थान प्रमुख’’ से पूर्व में अनुमति लेनी होगी। इससे पहले, 2007 के नियमों के अनुसार, विभाग के प्रमुख से अनुमति लेनी होती थी।

संशोधन में कहा गया है, ‘‘सभी कर्मियों को संस्थान प्रमुख को वचन देना होगा कि वे इस प्रकार की सूचना प्रकाशित नहीं करेंगे और ऐसा नहीं करने पर उनकी पेंशन रोक ली जाएगी या वापस ले ली जाएगी।’’

मार्च 2008 में अधिसूचित केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) संशोधन नियम 2007 के अनुसार, इस प्रकार से कभी कर्मचारियों के लिए ऐसी कोई भी संवेदनशील जानकारी प्रकाशित करना पहले से ही प्रतिबंधित है, ‘‘जिसका खुलासा करने से भारत की सम्प्रभुता एवं अखंडता को नुकसान पहुंचता हो।’’

संशोधित प्रावधान में अब कहा गया है, ‘‘किसी खुफिया या सुरक्षा संबंधी संस्थान में काम कर चुका कोई भी अधिकारी संगठन प्रमुख की पूर्व अनुमति के बिना सेवानिवृत्ति के बाद संगठन के कार्य क्षेत्र संबंधी कोई सामग्री प्रकाशित नहीं करेगा, वह किसी कर्मचारी या उसके पद के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं करेगा और संस्थान में काम के दौरान प्राप्त ज्ञान या विशेषज्ञता को साझा नहीं करेगा।’’

इससे पहले 2007 के नियमों में संस्थान के कार्य क्षेत्र और किसी कर्मी संबंधी जानकारी का जिक्र नहीं था।

एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कार्य क्षेत्र का अर्थ किसी संस्थान के कामकाज के मुख्य क्षेत्र या मुख्य क्षेत्रों से हो सकता है।’’

संशोधित नियमानुसार संगठन प्रमुख फैसला करेगा कि प्रस्तावित सामग्री संवेदनशील है या नहीं और वह संस्थान के कार्य क्षेत्र में आती है, या नहीं।

2007 नियमों के तहत कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद ऐसी संवेदनशील जानकारी प्रकाशित करना प्रतिबंधित था, ‘‘ जिसके खुलासा होने से भारत की संप्रभुता और अखंडता, राज्य की सुरक्षा, रणनीतिक, वैज्ञानिक या आर्थिक हितों, या किसी अन्य देश के साथ संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है या किसी अपराध को उकसाया जा सकता है’’।

ये नियम उन कर्मचारियों पर लागू होते हैं जो खुफिया विभाग (आईबी), अनुसंधान एवं विश्लेषण विंग (रॉ), राजस्व खुफिया निदेशालय, केंद्रीय आर्थिक खुफिया ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय, विमानन अनुसंधान केंद्र, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस आदि से सेवानिवृत्त हैं।

SIT द्वारा बयान लेने से पहले ही मप्र से बाहर चले गये कमलनाथ:हनी ट्रैप की फांस में मध्य प्रदेश की कई नामी हस्ती, गिरोह ऐसे बनाते थे शिकार attacknews.in

भोपाल, 02 जून । बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच करने वाले मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के सदस्य आज यहां पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के निवासस्थान पर नहीं पहुंचे।

दरअसल श्री कमलनाथ की ओर से उनके अधिवक्ता ने कल ही एसआईटी को सूचित कर दिया कि श्री कमलनाथ निर्धारित समय दो जून को भोपाल में नहीं रहेंगे। इसलिए एसआईटी के सदस्य इंदौर से यहां नहीं आए। श्री कमलनाथ ने हाल ही में मीडिया के समक्ष हनीट्रैप से संबंधित पेनड्राइव की उपलब्धता के बारे में बयान दिया था।

हनी ट्रैप की फांस में मध्य प्रदेश की कई नामी हस्ती, गिरोह ऐसे बनाते थे शिकार

मामले की जांच कर रहे अधिकारी की मानें तो यह देश का सबसे बड़ा ब्‍लैकमेलिंग सेक्‍स स्‍कैंडल हो सकता है।

मध्य प्रदेश एक बार फिर से सुर्खियों मेंआया था जब मामला हनी ट्रैप का उजागर हुआ जिसकी जद में बीजेपी और कांग्रेस के कई बड़े नेता, साथ ही कई अधिकारी भी शामिल हैं . हालांकि मामला उजागर होने के बाद से सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी दोनों एक दूसरे पर हनी ट्रैप गैंग द्वारा फंसाने का आरोप लगाते रहे।

वहीं मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने 23 सितंबर 2019 को इस केस की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर दिया ।

क्या है मामला?

एमपी पुलिस एटीएस और इंदौर सिटी क्राइम ब्रांच ने मिलकर 18 और 19 सितंबर 2019 की रात संयुक्त ऑपरेशन चलाया था।इस ऑपरेशन में पांच महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया. जिनके पास से कई घंटों की वीडियो रिकॉर्डिंग बरामद हुई थी।इसके अलावा उनके पास से 14 लाख नकद और स्पाई कैमरे भी मिले।गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह सदस्यों को भोपाल और इंदौर से गिरफ्तार किया गया था।

बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के कई इलाक़ों की पांच महिलाओं ने हनी ट्रैप रैकेट शुरू किया था।इस रैकेट का मुख्य उद्देश्य सीनियर अफ़सरों और राजनेताओं को फंसाना था।इतना ही नहीं इस रैकेट ने कई राजनेताओं और अफ़सरों की सीडी बनाकर उनसे करोड़ों रुपये वसूले हैं।

कांग्रेस नेता ने बीजेपी कार्यकर्ता पर लगाया आरोप

हनी ट्रैप के खुलासे के बाद से मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल आया हुआ है।कांग्रेस ने हनी ट्रैप की मुख्य आरोपी श्वेता जैन की तस्वीर जारी की,यह तस्वीर विधानसभा कैंपेन की मालूम हो रही है. मंच पर बीजेपी के नेता भी बैठे हैं. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली भी दिख रहे हैं. ये तस्वीर मध्य प्रदेश के खुरई विधानसभा क्षेत्र की है।

वहीं एक दूसरी तस्वीर भी जारी की गई है जिसमें श्वेता जैन सड़क पर बीजेपी का प्रचार करती दिख रही हैं।

कांग्रेस के मुताबिक श्वेता जैन 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की स्टार प्रचारक थीं। हालांकि बीजेपी अब इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है।

शारीरिक संबंध बनाकर लड़की करती थी ब्लैकमेल

पुलिस जांच में पता चल रहा है कि यह रैकेट बड़ी हस्तियों को टारगेट करता था।फिर उनके साथ गिरोह की लड़कियां शारीरिक संबंध बनाती थी।बाद में उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। SIT प्रमुख और एडीजी (काउंटर इंटेलीजेंस) संजीव शमी ने इंदौर पहुंचकर छात्रा मोनिका से करीब चार घंटे पूछताछ की थी।

पलासिया के तत्कालीन थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया और एसआइ बलराम सिंह रघुवंशी ने भी पीड़ित छात्रा मोनिका को थाने बुलाया. बाद में उसे SIT प्रमुख के पास ले जाया गया था ।

देर रात होती थी वाट्सएप कॉलिंग

सूत्रों के अनुसार पूछताछ में मोनिका ने आरती और श्वेता के बारे में सारी जानकारी दी. उसने यह भी बताया कि इन दोनों के कई नेताओं और अधिकारियों से संबंध रहे हैं. दोनों देर रात तक वाट्सएप कॉलिंग करती थीं. और कई अन्य लोगों को अश्लील फोटो और वीडियो भेजती थी. मोनिका ने कुछ होटल और रेस्तरां के नाम भी बताए हैं, जहां आरती और श्वेता क्लाइंट के साथ मीटिंग करती थीं।

इससे पहले पुलिस मुख्यालय ने संजीव शमी को SIT प्रमुख नियुक्त किया था, पद संभालते ही उन्होंने आरोपित श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा भटनागर, आरती दयाल, अभिषेक और ओमप्रकाश के विरुद्ध दर्ज मानव तस्करी केस की जानकारी मंगवाई थी।

गंभीर है केस

SIT प्रमुख संजीव शमी ने कहा था कि केस की गंभीरता को देखते हुए एसआइटी गठित की गई है. उच्च अधिकारी ‘कॉम्प्रोमाइज’ कर रहे हैं, मतलब मामला गंभीर है।केस को देखते हुए एसआईटी में वरिष्ठ अधिकारियों को जगह दी गई है।

उन्होंने कहा था कि पूछताछ जैसे-जैसे पूरी होती जाएगी संलिप्त लोगों का नाम सामने आता जएगा।

एसआइटी इस केस को डील करने के लिए आम लोगों से भी मदद मांग रही है। वो लोगों से अपील कर रहे हैं कि अगर किन्हीं के पास मामले से जुड़ी कोई जानकारी है तो वे ई-मेल कर सकते हैं. सूचना देने वाले व्यक्ति की जानकारी गोपनीय रखे जाने का भरोसा भी दिया गया है।

देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल

मामले की जांच कर रहे अधिकारी की मानें तो यह देश का सबसे बड़ा ब्‍लैकमेलिंग सेक्‍स स्‍कैंडल हो सकता है। हनीट्रैप गिरोह से जब्त किए गए मेमोरी कार्ड और फोनों से फोटो और विडियो निकालने के लिए फरेंसिक टीम ओवरटाइम करता रहा ।

अधिकारियों के मुताबिक इस केस में अबतक 4 हज़ार से ज्यादा फाइलें मिलीं हैं और ये संख्या 5 हज़ार से ऊपर भी जा सकती है।।मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस स्कैंडल में शामिल कुछ लड़कियों की उम्र 18 साल है. ये लड़कियां भोपाल के एक चर्चित क्‍लब में जाती थीं।वरिष्‍ठ नौकरशाह और अधिकारी उनके लिए कमरे बुक करते थे।

अधिकारियों के मुताबिक क्‍लब से चेक इन रजिस्‍टर गायब हैं और जिन रिकोर्ड्स में लड़कियों की तस्वीर है उससे भी छेड़छाड़ की गई है।

पुलवामा जिले के त्राल में आतंकवादियों ने की भाजपा पार्षद की हत्या attacknews.in

 

श्रीनगर 02 जून । केन्द्र शासित जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में बुधवार देर शाम संदिग्ध उग्रवादियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नगर पार्षद की हत्या कर दी और एक महिला को घायल कर दिया।

इस बीच पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि पार्षद श्रीनगर में दो पीएसओ और एक सुरक्षित होटल आवास की सुधाव दिए जाने के बावजूद, वह बिना किसी सुरक्षा के त्राल चले गए थे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आज देर शाम त्राल में तीन संदिग्ध आतंकवादियों ने भाजपा नगर पार्षद राकेश पंडिता पर गोली चला दी।

उन्होंने कहा, “इस घटना में पंडिता और एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां भाजपा नेता को मृत घोषित कर दिया गया।”

उन्होंने बताया कि संदिग्ध आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठा कर भागने में सफल रहे। सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया है तथा हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। “श्री पंडिता त्राल में अपने दोस्त से मिलने जा रहे थे।”

राजस्थान में धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार बाबा ने पुलिस थाना में 80 गोलियां निगल ली;पुलिस वालों के हाथ-पैर फूले attacknews.in

श्रीगंगानगर 02 जून । राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में पीलीबंगा पुलिस द्वारा लाखों की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक ढोंगी बाबा महेश कुमार ब्राह्मण (32) ने पुलिस थाना परिसर में खुदकुशी करने के इरादे से एक साथ 80 गोलियां निगल लीं, जिससे उसकी हालत खराब हो गई।

बाबा को तड़पते और बेहोश होते देखकर पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए।उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां से हनुमानगढ़ रैफर कर दिया गया।

उपचार के बाद बाबा की हालत में सुधार बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने उस पर थाना परिसर में ही आत्महत्या का प्रयास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।

थाना प्रभारी इंद्रकुमार ने बताया कि महेश डिप्रेशन का मरीज है।डिप्रेशन की दवाइयां वह अपने साथ रखता है।दो-तीन घंटे बाद कोई ना कोई गोली का सेवन करना होता है।

गिरफ्तार किए जाने पर इस बीमारी को देखते हुए दवाइयों का डिब्बा उसके पास ही रहने दिया गया था।
कल शाम को महेश ने थाना परिसर में ही अपने डिब्बे में से पैनिटोयन की 70 और अल्ट्रासेड की 10 गोलियां एक साथ निगली ली।

थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों को इसका पता चला जब वह बेहोश होकर गिर गया और तड़पने लगा।

महेश को तत्काल पीलीबंगा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार देकर डॉक्टरों ने हनुमानगढ़ कर दिया।

महेश कुमार के खिलाफ पीलीबंगा के एक किसान एवं व्यापारी अनिल जाट ने 4-5 रोज पूर्व 23 लाख की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था।

नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में इंदौर की युवती की हत्या करने वाला सागर सोनी शुजालपुर स्टेशन से चढ़ा और सीहोर में चाकू से लहू-लुहान करके कूदभागा, इकतरफा चाहत में घटित हुई यह घटना, हत्यारा गिरफ्तार attacknews.in

भोपाल, 02 जून । नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में इंदौर निवासी एक युवती की हत्या के मामले में शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) ने यहां के एक युवक को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार जब्त कर लिया है।

मृत युवती की पहचान इंदौर के सुखलिया निवासी 23 वर्षीय मुस्कान हाड़ा के रूप में हुयी है, जो कल रात इंदौर से बिलासपुर जाने वाली नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में इंदौर से भोपाल जाने के लिए सवार हुयी थी।लेकिन उसकी सागर सोनी नाम के युवक ने सीहोर स्टेशन आने के पहले ही धारदार हथियार से हत्या कर दी।

ट्रेन के डी 3 कोच में सवार युवती ने हत्या के पहले अपने भाई को खबर की थी कि पूर्व से परिचित सागर सोनी नाम का युवक ट्रेन में उसका पीछा कर रहा है।इसके बाद भाई ने पुलिस को सूचना दी।लेकिन पुलिस के पहुंचने के पहले ही आरोपी युवती की हत्या की घटना को अंजाम दे चुका था।

जीआरपी सूत्रों के अनुसार पुलिस की विभिन्न टीम एक साथ सक्रिय हुयीं और कुछ ही घंटों में भोपाल के बजरिया क्षेत्र निवासी आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह और उसका परिवार पहले इंदौर में ही रहता था।इस दौरान उसकी मुस्कान से मुलाकात हुयी और दोनों के बीच मेलजोल था।दोनों के बीच कुछ विवाद भी हुए।इस वजह से सागर युवती को सबक सिखाना चाहता था।

आरोपी ने बताया कि कल उसे मुस्कान के ट्रेन से इंदौर से भोपाल जाने की सूचना प्राप्त हुयी।वह किसी तरह रास्ते में पड़ने वाले स्टेशन शुजालपुर पहुंचा और ट्रेन में सवार हो गया।वह अपने साथ चाकू लाया था।

आरोपी युवती के कोच में भी पहुंच गया।इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हुआ और उसने युवती पर चाकू से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी और सीहोर स्टेशन पहुंचने के पहले ट्रेन की गति धीरे होने पर वह उतर गया।

बताया गया है कि युवती अपनी किसी सहेली से मिलने के लिए भोपाल आ रही थी।

ट्रेन में एक युवती की हत्या

इससे पहले सीहोर से खबर आई कि ,सीहोर जिले में इंदौर से आ रही नर्मदा एक्सप्रेस में एक अज्ञात युवक एक युवती की हत्या कर ट्रेन से कूद कर फरार हो गया ।

पुलिस सूत्रों के अनुसार कल रात इदाैर से आ रही इंदौर-बिलासपुर (नर्मदा एक्सप्रेस) में सीहोर से पहले एक युवक और युवती के बीच विवाद हो गया।

दोनों ट्रेन के कोच ड़ी 3 के पास बात कर रहे थे। कुछ देर बाद युवती दौड़ते हुए अपनी सीट पर आयी और गिर गई, जिसके गले से खून बह रहा था।

इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस बल के पहुंचने से पहले युवती की मौत हो गई।

मृतका की शिनाख्त इंदौर निवासी जयसिंह हाडा की पुत्री मुस्कान हाडा (22) के रूप में हुई। यात्रियों ने बताया कि आउटर पर ट्रेन के धीमा होते ही आरोपी युवक ट्रेन से कूद कर फरार हो गया। युवती अपने किसी दोस्त से मिलने भोपाल आ रही थी।

गोण्डा में विस्फोट से धराशायी मकान मामले में ATS ,बम निरोधक दस्ता व स्पेशल फोरेंसिक टीमें समेत कई एजेंसियाें ने शुरु की जांच,सिलेंडर फटने के नहीं मिले अवशेष attacknews.in

 

गोण्डा, 02 जून । उत्तर प्रदेश में गोण्डा-अयोध्या से सटी सीमा पर वजीरगंज क्षेत्र के टिकरी गांव में मंगलवार देर रात दो मंजिला मकान में हुये शक्तिशाली विस्फोट की जांच के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस) ,बम निरोधक दस्ता व स्पेशल फोरेंसिक टीमें समेत कई जांच एजेंसियाें ने गोण्डा पहुंचकर जांच शुरु कर दी।

देवीपाटन मंडल के पुलिस महानिरीक्षक डा.राकेश सिंह नें बुधवार को यहां बताया कि विस्फोट की घटना की जांच के लिये लखनऊ से एटीएस, अयोध्या से बम निरोधक दस्ता और गोरखपुर से स्पेशल फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया है । उन्होंनें बताया कि मलबा पड़ा होने के कारण फिलहाल सिलेंडर के अवशेष नहीं मिल सके है ।

उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के वजीरगंज क्षेत्र में विस्फोट के कारण मकान गिरने से कम से कम आठ लोगों की मृत्यु हो गयी जबकि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये।

जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बुधवार को बताया कि टिकरी गांव के एक दो मंजिला मकान में बीती रात जबरदस्त धमाका हुआ और मकान की छत भरभरा कर ढह गयी। इस हादसे में घर मे सो रहे लोग दब गये । मौके पर पहुंचे पुलिस के जवानों नें ग्रामीणों संग मिलकर मलबा हटवाया और एक एक करके आठ शवों संग सात घायलों को बाहर निकलवा लिया ।

उन्होनें बताया कि घरेलू सिलेंडर ब्लास्ट से हुई घटना मे मकान की दीवार कच्ची होने के कारण छत ढह गयी । हादसे में करने वालों की पहचान नुरूल हसन के पुत्र शमशाद (23),मिराज (11), निसार अहमद (35),पुत्री रवीना बानो (38), निसार की पत्नी सायरुन निशा (37), पुत्री नूरी शबा (12) , पुत्र शहबाज अहमद (15) के अलावा आरिफ शेख के दो वर्षीय पुत्र मोहम्मद शोएब के तौर पर की गयी है।

वहीं गंभीर रूप से घायल इरशाद अहमद (32),रिहान (10),मोहम्मद जैद (8), मोहम्मद निजाम (10), गुलनाज (18),अनीसा (28) और नुरुल हसन (60) का उपचार चल रहा हैं । उन्होनें बताया कि पीड़ितों को सरकारी सहायता दी जायेगी । डीएम ने कहा कि घटना कि फोरेंसिक जांच जारी हैं ।

धोखे से अश्लील वीडियो बनाकर देहशोषण करने के बाद वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर किया अनेक बार बलात्कार ,पुलिस प्रकरण दर्ज attacknews.in

 

श्रीगंगानगर,02 जून ।।राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में नोहर थाना पुलिस ने एक निजी बस के चालक और परिचालक पर एक युवती का धोखे से अश्लील वीडियो बनाकर देहशोषण करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार चुरू जिले में सरदारशहर थाना क्षेत्र की पीड़िता ने बताया है कि वह नोहर के एक संस्थान में कोचिंग कर रही है।

वह कोचिंग करने के लिए इस निजी बस से आया जाया करती थी।इसी दौरान चालक और परिचालक से उसकी जान पहचान हो गई।

युवती के अनुसार इसी जान पहचान के चलते चालक उपेंद्रसिंह निवासी रातूसर और परिचालक कैलाश गुर्जर निवासी दुधवा ने उसे धोखे से एक दिन नोहर में कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय के पास एक मकान में ले गए।उसे कोई नशीली वस्तु खिलाकर अश्लील वीडियो बना लिया।

वीडियो को सार्वजनिक कर देने की धमकी देकर कैलाश ने अनेक बार दुष्कर्म किया।

पुलिस के मुताबिक विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए गए इस मामले की जांच भादरा के डीएसपी सुनील झाझडिया कर रहे हैं।

पीड़िता का मेडिकल चेकअप करवाया गया है।दोनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मी भी नहीं डाल सकेंगे हथियारों के साथ फोटो;अपलोड करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश attacknews.in

झुंझुनूं, 02 जून । राजस्थान में पुलिसकर्मियों सहित लोग अब हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर अपना फोटो अपलोड नहीं कर पाएंगे।इसके लिए पुलिस महकमे ने आदेश जारी किए हैं।

जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने आदेश जारी कर सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सअप या अन्य सोशल मीडिया मंच पर हथियार समेत फोटो अपलोड करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।

श्री त्रिपाठी ने बताया कि कोई भी पुलिस अधिकारी कर्मचारी सोशल मीडिया पर वर्दी या सादा वस्त्रों में हथियार समेत फोटो अपलोड कर रखी है वे अविलंब हटाने को कहा गया है।

यदि फिर भी कोई पुलिस अधिकारी कर्मचारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हथियार समेत फोटो मिलने पर उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने सोशल मीडिया पर निगरानी शुरू कर दी है।

इसको लेकर साइबर सैल का गठन किया गया है।

जनता में भय न हो इसको लेकर पुलिस महकमे ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई की तैयारी शुरु कर दी है।

अब कोई भी युवा या व्यक्ति सोशल मीडिया पर आपराधिक गैंग के सदस्यता लेने या शेयर करने पोस्ट डालते है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संदेह का लाभ देकर नाबालिग के साथ रेप और हत्या के आरोपी को फांसी की सजा से बरी किया attacknews.in

लखनऊ 02 जून । इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ ने एक अहम फैसला देते हुए नाबालिग से दुष्कर्म के बाद हत्या करने के आरोपी को सत्र अदालत से सुनाई गई फांसी की सजा से बरी कर दिया।

अदालत ने आरोपी को संदेह का लाभ देकर उसकी अपील को मंजूर कर यह फैसला सुनाया है ।

पीठ ने कहा कि अभियोजन घटना को संदेह से परे साबित करने में नाकाम रहा इस आधार पर अदालत सजायाफ्ता को दोषमुक्त करार देकर उसे तत्काल रिहा किए जाने का आदेश दिया है ।

यह मामला बाराबंकी जिले के देवा थाने से सम्बंधित था।

न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा और न्यायामूर्ति राजीव सिंह की खंडपीठ ने यह अहम फैसला उभान यादव उर्फ अभय कुमार यादव की अपील पर दिया।

सत्र अदालत ने 12 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म करके हत्या करने के आरोपी उभान को फांसी की सजा सुनाई थी।

इसकी पुष्टि के लिए हाईकोर्ट को वर्ष 2014 में संदर्भ भेजा गया था और सजायाफ्ता की तरफ से अपील भी दायर की गयी थी।

अभियोजन के मुताबिक 30मार्च 2013 को 12 साल की बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी।

अदालत ने कहा “ हम इस नतीजे पर पहुंचते हैं कि अभियोजन ने जिस तरीके से अपराध किए जाने को बताने की कोशिश की है वह संदेहास्पद है।

ऐसे में अभियोजन मामले को तर्क संगत संदेह से परे साबित करने में नाकाम रहा।

लिहाजा अपीलकर्ता संदेह का लाभ पाने का हकदार है और उसकी अपील मंजूर करने लायक है।

मप्र में भी नहीं होगी इस वर्ष बारहवीं बोर्ड की परीक्षा, यदि विद्यार्थी बेहतर परिणाम या सुधार के लिए परीक्षा देना चाहेगा, तो विकल्प रहेगा कोरोना संकट समाप्ति के बाद परीक्षा देने का attacknews.in

भोपाल, 02 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज कहा कि इस वर्ष कोरोना संकट के कारण राज्य माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) की ओर से कक्षा बारहवीं (बोर्ड) की परीक्षा आयोजित नहीं की जाएंगी।

श्री चौहान ने यहां एक संदेश के जरिए यह घोषणा करते हुए कहा कि कोरोना संकट के बीच बच्चों की जिंदगी हमारे लिए अनमोल है। कॅरियर की चिंता हम बाद में करते हैं। इस समय बच्चों समेत पूरा प्रदेश कोरोना संकट झेल रहा है। ऐसे में बच्चों पर परीक्षाओं का मानसिक बोझ डालना कतई उचित नहीं है। बारहवीं बोर्ड के रिजल्ट किस प्रकार आएंगे, यह तय करने के लिए मंत्रियों का एक समूह बना दिया है। यह समूह विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद आंतरिक मूल्यांकन या अन्य आधारों पर विचार करके रिजल्ट का तरीका तय करेगा।

श्री चौहान ने बताया कि हमने दसवीं (बोर्ड) की परीक्षा आयोजित नहीं करने का निर्णय पहले ही लिया है। उनका रिजल्ट आंतरिक मूल्यांकन पर आधार पर जारी करने का निर्णय हुआ है।

श्री चौहान ने साथ ही यह भी कहा कि यदि बारहवीं का काेई विद्यार्थी बेहतर परिणाम या परिणाम में सुधार के लिए परीक्षा देना चाहेगा, तो उसके लिए विकल्प खुला रहेगा। कोरोना संकट की समाप्ति के बाद वो बारहवीं की परीक्षा दे सकेगा।

विद्यार्थियों के जीवन की सुरक्षा महत्वपूर्ण-परमार

स्कूल शिक्षा और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने का निर्णय लिया है।

श्री परमार ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव विद्यार्थियों और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर पड़ने की अधिक संभावना है, इसलिए यह निर्णय महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी विद्यार्थी को घबराने की जरूरत नहीं है। बारहवीं कक्षा का रिजल्ट वैज्ञानिक पद्धति के द्वारा तैयार किया जाएगा। इसके बाद भी यदि कोई विद्यार्थी संतुष्ट नहीं होता है, तो उसके लिए परीक्षा का विकल्प भी रखा जाएगा।

उन्होंने सभी विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में अपने आप को सुरक्षित रखें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क जरूर लगाएँ। यही हम सबकी जिम्मेदारी है। श्री परमार ने सभी विद्यार्थियों के सफल और सुरक्षित जीवन के लिए शुभकामनाएँ दी है

दिलीप कुमार , राज कपूर के पैतृक आवासों को संग्रहालय में बदलेगा पाकिस्तान;संग्रहालय निदेशालय ने इनका अधिग्रहण किया attacknews.in

इस्लामाबाद, 02 जून । पाकिस्तान सरकार ने महान ख्यातिलब्ध भारतीय फिल्म अभिनेता दिलीप कुमार और राजकपूर के यहां स्थित पैतृक आवासों को संग्रहालय में बदलने के लिए इनका अधिग्रहण कर लिया है।

पाकिस्तान के समाचारपत्र डान की रिपोर्ट के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पेशावर के उपायुक्त द्वारा दोनों संपत्तियों के स्वामित्व के हस्तांतरण की अधिसूचना जारी करने के बाद पुरातत्व और संग्रहालय निदेशालय ने मंगलवार को इनका अधिग्रहण कर लिया।

प्रांतीय सरकार ने पिछले वर्ष सितम्बर में इन संपत्तियों को संग्रहालय में बदलने की अपनी योजना की घोषणा की थी।

निदेशक (पुरातत्व) डॉ अब्दुल समद ने कहा कि निदेशालय ने दोनों संपत्तियों के मौजूदा स्वामियों से मालिकाना हक लेने के बाद इसे प्रांतीय सरकार को हस्तांतरित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि मोहल्ला खुदाद स्थित दिलीप कुमार के पुश्तैनी आवास की कीमत 72 लाख रुपये तथा ढाकी दलगरण इलाके में राज कपूर की हवेली की कीमत 11.5 करोड़ रुपये है।

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा अब 25 जुलाई को होगी attacknews.in

 

भोपाल, 02 जून । मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (2020) अब 25 जुलाई रविवार को आयोजित होगी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए और समग्र परिस्थितियों का मूल्यांकन करते हुए एवं अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (2020) की तिथि 20 जून को परिवर्तित करते हुए नवीन तिथि 25 जुलाई (रविवार) निर्धारित की गई है।

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए की गोलीबारी attacknews.in

जम्मू, 02 जून । पाकिस्तान ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की। .

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के आज सुबह अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर करीब 20 से 25 राउंड की गोलीबारी की।

सूत्रों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बलों (बीएसएफ) के जवानों ने पाकिस्तान की इस गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान की गोलीबारी में किसी के हताहत या किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

इससे पहले 18 मई को बीएसएफ के जवानों ने सांबा सेक्टर में घूसपैठ की कोशिश को नाकाम किया और इस दौरान एक घायल घुसपैठिये को पकड़ लिया था।

वहीं बीएसएफ ने 14 मई को सीमावर्ती सांबा जिले पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन से गिराये गये हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया था।