अन्नाद्रमुक ने जयललिता की दोस्त शशिकला का अस्तित्व पार्टी से मिटाया;विधायकों की बैठक में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी;17 सदस्यों को पार्टी से निष्कासित किया attacknews.in

चेन्नई, 14 जून । अन्नाद्रमुक ने सोमवार को कहा कि पार्टी से निष्कासित अंतरिम महासचिव वी के शशिकला के पार्टी पर कब्जा करने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे।

अन्नाद्रमुक ने इसी के साथ ही सुश्री शशिकला के संपर्क में रहने वाले 17 पार्टी कार्यकर्ताओं को दल से निकाल दिया है

अन्नाद्रमुक ने पार्टी से बाहर की गयीं वी के शशिकला से किसी भी तरह का संवाद करने वाले नेताओं को अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रति सोमवार को चेताया। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक ने प्रवक्ता वी पुगाझेंधी समेत 17 सदस्यों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

पार्टी से बाहर किए गए नेताओं के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने पूर्व अंतरिम महासचिव वी के शशिकला से बात की थी।

चेन्नई में अन्नाद्रमुक मुख्यालय में पार्टी के विधायकों की बैठक की गयी। इसमें सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर कड़ी कार्रवाई के प्रति चेताया गया और पार्टी के समन्वयक ओ पनीरसेल्वम को विधानसभा में विपक्ष का उप नेता चुना गया। अन्नाद्रमुक के सह-समन्वयक और पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी को 10 जून को विपक्ष का नेता चुना गया था।

करीब तीन घंटे तक चली बैठक में अन्नाद्रमुक के विधायकों ने सोशल मीडिया पर शशिकला और अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं से जुड़े ‘लीक फोन कॉल’ मुद्दे पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। शशिकला ने कथित तौर पर कहा था कि वह निकट भविष्य में पार्टी में वापसी करेंगी।

पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ शशिकला की टेलीफोन पर हुई बातचीत को ‘‘नौटंकी’’ बताते हुए अन्नाद्रमुक ने कहा कि पार्टी ‘‘एक परिवार की महत्वाकांक्षा’’ के लिए बर्बाद नहीं हो सकती।

प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘हमने जयललिता का कार्यकाल पूरा करते हुए उन लोगों के मंसूबे पर पानी फेर दिया जो सोच रहे थे कि (जयललिता के निधन के बाद) तमिलनाडु में अराजकता फैल जाएगी। अन्नाद्रमुक गठबंधन ने सभी साजिशों को नाकाम करते हुए और लोगों के समर्थन से 75 सीटों पर जीत हासिल की।’’

इसमें कहा गया, ‘‘वह (शशिकला)’ पार्टी पर कब्जा करना चाहती हैं और कुछ लोगों से बात कर नौटंकी कर रही हैं।’’ बाद में एक बयान में अन्नाद्रमुक ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 17 कार्यकर्ताओं को निष्कासित करने की घोषणा की।

मुख्तार अंसारी नहीं है किसी वकील के भरोसे; एम्बुलेंस मामले में बाराबंकी नहीं पहुंचा मुख्तार अंसारी,बांदा जेल से खुद ही बहस की attacknews.in

बाराबंकी,14 जून । एम्बुलेंस मामले में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को आज प्रशासन सीजेएम की अदालत पर उपस्थित नहीं करा सका और उसने बांदा जिला जेल से ही खुद बहस की।

प्रभारी सीजेएम कमला पति ने वीडियो कांफ्रेंसिंग हाल में जाकर मामले की वर्चुअल सुनवाई की। सुनवाई के दौरान आरोपी मुख्तार अंसारी ने बांदा जिला जेल से ही अपने इस केस की खुद बहस की।

इस दौरान मुख्तार अंसारी के तर्क को प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कमलापति ने ध्यान पूर्वक सुनने के बाद मामले में अगली तिथि 28 जून नियत कर दी।

आरोपी मुख्तार अन्सारी ने सुनवाई के दौरान कहा कि उनपर कोई आरोप एम्बुलेंस के पंजीयन मामले में नही बनते।

क्या है मामला

गौरतलब है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2013 में एक एम्बुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय से पंजीकृत कराई गई थी। इस एम्बुलेंस का प्रयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किया जा रहा था और पंजाब की रोपड जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी इसी एम्बुलेंस से मोहाली अदालत में पेशी पर गया था। जिसके बाद ये एम्बुलेंस चर्चा में आई थी और बाराबंकी जिले के वढ41 अळ 7171 नम्बर से रजिस्टर्ड एम्बुलेंस को लेकर हड़कम्प मचा गया था।

बाराबंकी संभागीय परिवहन विभाग में जब इस एम्बुलेंस की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसका रिनिवल ही नहीं कराया गया था। बाद में जब इस एम्बुलेंस के कागजात खंगाले गए तो ये डॉ. अलका राय की फर्जी आईडी से पंजीकृत पाई गई। इस मामले में डॉ. अलका राय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मुजाहिद समेत कई के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा लिखाया गया था। बाद में छानबीन में मुख्तार अंसारी की संलिप्तता पाए जाने पर मुकदमें में धाराएं बढ़ाते हुए उनका नाम भी जोड़ा गया था।

तेलंगाना मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के खासमखास और बाद में बर्खास्त किए गए मंत्रिमंडल के पूर्व मंत्री इटेला राजेन्दर भाजपा में शामिल attacknews.in

नयी दिल्ली, 14 जून । तेलंगाना राष्ट्र समिति के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री इटेला राजेंदर सोमवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

श्री राजेन्दर विशेष विमान से नयी दिल्ली आये। वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी. किशन रेड्डी की उपस्थिति में भगवा पार्टी में शामिल हुए। हैदराबाद में श्री राजेन्दर के समर्थक भाजपा अध्यक्ष बांडी संजय कुमार और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए।

शनिवार को श्री राजेंदर ने हैदराबाद में विधानसभा के पास गन पार्क में तेलंगाना के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष के बजाय विधानसभा सचिव डॉ. वी नरसिम्हा चार्युलु को आधिकारिक तौर पर अपना इस्तीफा सौंप दिया। विधानसभा अध्यक्ष कोविड-19 के कारण कार्यालय में उपलब्ध नहीं थे।

इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और इस संबंध में विधानसभा सचिव ने अधिसूचना जारी कर दी है।

पूर्व मंत्री तेलंगाना के हुजुराबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। वह राज्य में सत्तारूढ़ टीआरएस के वरिष्ठ नेताओं में एक थे और मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव के करीबी सहयोगी थे।

मेडक जिले के अचामपेट और हकीमपेट के ग्रामीणों की ओर से भूमि अतिक्रमण करने के लगाये गये आरोपों के बाद श्री राव ने दो मई को श्री राजेंद्र को राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया था।

दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर निर्माण से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में कहा कि;”मोदी जी यदि आपके द्वारा गठित न्यास पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता है तो आप पर भी लगता है,आपने 2014 में वादा किया था ‘ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’ attacknews.in

भोपाल, 14 जून । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर निर्माण से जुड़े न्यास मामले में सिलसिलेवार ट्वीट कर आज अनेक सवाल उठाते हुए आरोप लगाए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने ट्वीट में लिखा है ‘भूमि खरीद में 16 करोड़ रुपए का घोटाला है तो हजारों करोड़ मंदिर निर्माण में जो चंदा उगाया गया है, उसमें मौजूदा ट्रस्ट जिसमें वीएचपी के पदाधिकारी व मोदी जी द्वारा मनोनीत सदस्य हैं, वे कितना और भ्रष्टाचार करेंगे, अंदाजा लगाएं।’

श्री सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट में आरोप लगाते हुए कहा ‘राम मंदिर निर्माण में भी भ्रष्टाचार का अवसर ढूंढ लिया? वीएचपी ना पूर्व में एकत्रित चंदे का हिसाब देती है ना अब उससे उम्मीद है। योगी जी, आप तो अपने मुख्यमंत्री रहते हुए भगवान राम मंदिर निर्माण में इस प्रकार का भ्रष्टाचार तो ना होने दें। यदि यह सही नहीं है, तो स्पष्टीकरण दें।’

कांग्रेस नेता ने लिखा है ‘मोदी जी आप से पूर्व में ही मैंने अनुरोध किया था कि नए ट्रस्ट के गठन के बजाए आप पूर्व से गठित रामालय ट्रस्ट को ही निर्माण का काम सौंप दें। रामालय न्यास, जिसमें देश के सभी सनातनी हिंदू धर्म के मान्यता प्राप्त शंकराचार्य जी व रामानंदी संप्रदाय के प्रमुख सदस्य हैं।’

श्री सिंह ने लिखा है ‘यदि आपके द्वारा गठित न्यास पर भ्रष्टाचार का आरोप लगता है तो आप पर भी लगता है। आपने 2014 में वादा किया था ‘ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’ लेकिन वह भी एक और जुमला ही निकला। यदि यह आरोप सही है और आप ईमानदार हैं तो तत्काल मौजूदा न्यास को भंग कर पूरे प्रकरण को सीबीआई व ईडी को सौंपे। और पूर्व से गठित रामालय न्यास को भगवान राम मंदिर निर्माण का कार्य सौंपे।’

श्री सिंह ने लिखा है ‘लेकिन आपने उसका राजनीतिकरण कर पूरा न्यास विहिप आरएसएस को सौंप दिया। यह वहीं संघटन गठबंधन है, जिसने पूर्व में मंदिर निर्माण में 1400 करोड़ रुपए चंदे का हिसाब अब तक नहीं दिया। निर्मोही अखाड़े के अनेक सदस्यों द्वारा कई बार मांगने पर भी हिसाब नहीं दिया गया।’

पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले पर और भी ट्वीट किए हैं।

गुजरात में पाटीदारों के बिखराव का फायदा उठाकर अरविंद केजरीवाल ने सभी 182 विस सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया, देंगे शासन का ‘नया गुजरात मॉडल’ attacknews.in

अहमदाबाद, 14 जून । आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में शासन का एक ‘अलग और नया मॉडल’ देने का दावा करते हुए आज कहा कि राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 182 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इस गृह राज्य के एक दिवसीय दौरे पर आए श्री केजरीवाल ने यहां नवरंगपुरा में पार्टी के राज्य मुख्यालय का उद्घाटन भी किया। राज्य के एक पत्रकार इसुदान गढ़वी इस मौक़े पर आप पार्टी में शामिल भी हो गए।

श्री केजरीवाल ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गुजरात में उनकी पार्टी जीतने पर शासन का एक नया मॉडल पेश करेगी। गुजरात का वह मॉडल दिल्ली के मॉडल से अलग होगा। पार्टी गुजरात में यहां के लोगों के मुद्दों को उठाएगी और इन्ही पर 2022 यानी अगले साल का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि गुजरात के लोग भी सोचते हैं कि अगर दिल्ली में बिजली मुफ़्त मिल सकती है तो यहां क्यों नहीं। गुजरात में स्कूलों और अस्पतालों की हालत भी ख़राब है पर आने वाले समय में यह स्थिति बदली जाएगी।

उन्होंने कहा कि गुजरात की बदहाली के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनो ज़िम्मेदार हैं। पिछले 27 साल से राज्य में भाजपा की सरकार है और इस दौरान कांग्रेस से भी उसकी मित्रता ही रही है। ऐसा भी कहा जाता है कि कांग्रेस भाजपा की जेब में है। भाजपा जैसा चाहती है कांग्रेस वैसा ही करती है।

श्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि कोरोना काल में पिछले एक साल में तो गुजरात को जैसे अनाथ छोड़ दिया गया था। इस दौरान गुजरातियों की सुधि लेने वाला कोई नहीं था।

ज्ञातव्य है की इसी साल फ़रवरी में हुए स्थानीय चुनाव में आप ने गुजरात में उत्साहजनक प्रदर्शन किया था और उसके बाद श्री केजरीवाल ने सूरत में एक रोड शो भी किया था। उसके बाद से ही माना जा रहा था कि आप अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी मज़बूती के साथ उतरेगी। हाल में राज्य में राजनीतिक रूप से मज़बूत माने जाने वाले पाटीदार समुदाय के एक वरिष्ठ नेता ने भी खुलेआम आप पार्टी और श्री केजरीवाल की तारीफ़ की थी।

ज्ञातव्य है कि गुजरात में आप का अब तक कोई सांसद अथवा विधायक नहीं है।

भोजपुर में बैग व्यापारी इमरान खान हत्याकांड में दस लोगों को फांसी की सजा:₹10 लाख रंगदारी देने से इंकार करने पर दिनदहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया था attacknews.in

आरा, 14 जून । बिहार में भोजपुर जिले की सत्र अदालत ने सोमवार को चर्चित इमरान हत्याकांड में दस लोगों को फांसी की सजा सुनायी।

अपर जिला एवम सत्र न्यायाधीश (नवम) मनोज कुमार ने यहां मामले में सुनवाई के बाद चर्चित इमरान हत्याकांड में खुर्शीद कुरेशी, उनके भाई अब्दुल्लाह कुरेशी समेत 10 लोगों को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई। अदालत ने दोषियों पर एक लाख रूपये का अर्थ दंड भी लगाया।

गौरतलब है कि 06 दिसंबर 2018 को आरा चौक पर इमरान की हत्या हुई थी। इस मामले में (सेशन ट्रायल 117/2019) के मुख्य अभियुक्त खुर्शीद कुरेशी, अब्दुल्लाह कुरेशी, अहमद मियां, बबली मियां, राजू खान, अनवर खान उर्फ सलामिया, तौसीफ मियां तथा (209/19) के अभियुक्त शमशेर मियां ,फूलचंद्र मियां और गुडु मियां को सजा हुई है।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार के कोर्ट ने सभी आरोपितों को हत्या, आपराधिक षड़यंत्र आर्म्स एक्ट और रंगदारी के लिये भय पैदा करने में दोषी पाते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सजा-ए- मौत सुनाई है। 9 मार्च को ही सभी आरोपियों को दोषी पाया गया था।

मालूम हो कि छह दिसंबर 2018 को दिनदहाड़े शहर के धर्मन चौक स्थित शोभा मार्केट पर अंधाधुंध फार्यंरग की गई थी। उसमें दूध कटोरा निवासी बैग कारोबारी इमरान खान की मौत हो गई थी। इमरान के भाई अकील अहमद और एक बीएसएनएल कर्मी भी गोली लगने से जख्मी हो गए थे। उसे लेकर अकील अहमद के बयान पर टाउन थाना में खुर्शीद कुरैशी और उसके भाई सहित अन्य के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।

उसमें कहा गया था कि उससे दस लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई थी। पैसे देने से इंकार किया तो आरोपितों द्वारा उन पर अंधाधुंध गोली चलाई गई। जिसमें इमरान की मौत हो ग गई थी। जबकि ,उनके भाई अकील अहमद और एक कर्मी जख्मी हो गए थे।

सनद हो कि नौ मार्च को दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद नवम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार ने भादवि की धारा 387/34, 302/34, 307/34,120 (बी ) व 27 आम्र्स एक्ट तहत खुर्शीद कुरैशी उसके भाई अब्दुल्ला कुरैशी, नजीरगंज के राजू खान, रौजा मोहल्ला के अनवर कुरैशी, मिल्की मोहल्ला के अहमद मियां, खेताड़ी मोहल्ला के बब्ली मियां, तौशिफ आलम व फुरचन उर्फ फुचन मियां, रोजा के गुड्डू मियां व अबरपुल मुहल्ला शमशेर मियां को दोषी करार दिया था। जिन्हें सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए फांसी की सजा सुना दी गई।

छह दिसंबर 2018 को घटना के दिन आरा शहर के काफी भीड़-भाड़ वाले धर्मन चौक के पास बैग और बेल्ट कारोबारी इमरान को दिनदहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया गया था। उसे नजदीक से दर्जन भर गोलियां मारी गई थी। उस दौरान अंधाधुंध फार्यंरग की गई थी। जिसमें इमरान के भाई और बगल में काम कर रहे बीएसएनएल के एक कर्मी को भी गोली लग गई थी।

दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना से पूरा शहर दहल उठा था। गोलियों की आवाज सुन लोग भाग गये थे। कुछ देर के बाद जब गोली बारी थमी, तब लोगों को इमरान के मारे जाने और दो लोगों गोली लगने की खबर मिली थी। उस घटना के बाद जबरदस्त बवाल भी मचा था।

शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर में मंत्रि-परिषद के साथ”मध्यप्रदेश विकास के रोड मैप और कोरोना की चुनौती” पर गहन विचार-मंथन करके कहा:मैं या तुम नहीं हम मिलकर बनायेंगे प्रदेश का इतिहास,1 जुलाई से वैक्सीनेशन का महाअभियान attacknews.in

सीहोर, 14 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए आज फिर व्यापक टीकाकरण (वैक्सीनेशन) पर जोर देते हुए कहा कि एक जुलाई से तीन दिनों तक वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया जाएगा।

श्री चौहान ने राजधानी भोपाल से लगभग 40 किलोमीटर दूर सीहोर जिला मुख्यालय के समीप एक रिसोर्ट में मंत्रियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर लोगों का टीकाकरण करने के लिए यह महाअभियान विशेष रूप से चलाया जाएगा। एक से तीन जुलाई तक चलने वाले इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए आपदा प्रबंधन समितियां पंचायत स्तर तक और अधिक सक्रिय रहें।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस समय हमारे सामने दोहरी चुनौती है। कोविड-काल में आप लोगों ने अपने प्रभार के जिलों में कोविड संक्रमण रोकने के लिए निरंतर कार्य किया है। उसी का परिणाम है कि जनता के सक्रिय सहयोग से मध्यप्रदेश ने कोरोना संक्रमण पर लगभग पूर्ण नियंत्रण पाया है। अब हमें अपनी पूरी ताकत इस बात के लिए लगा देनी है कि मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आए ही नहीं और अगर आती भी है तो उसका प्रभाव नगण्य रहे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कारण जन-जीवन प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ है और विकास की गति रूक सी गई है। हमें जन-जीवन को सामान्य करना है और विकास को गति देनी है। आने वाले समय में स्वास्थ्य के साथ ही रोजगार, शिक्षा और सभी वर्गों का कल्याण हमारी प्राथमिकता रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल की सर्वत्र सराहना हुई है। आने वाले समय में हमें न केवल कोरोना संक्रमण को प्रदेश में आने नहीं देना है, बल्कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को गति देकर नए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के सपने को पूरा करना है। मैं या तुम नहीं हम मिलकर बनायेंगे प्रदेश का इतिहास।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज इछावर, सीहोर में मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ अनौपचारिक बैठक में कोरोना नियंत्रण सहित विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-मंथन किया। मंथन में मंत्रि-परिषद के सभी सदस्य शामिल हुए।

तीसरी लहर को रोकने के लिए जागरूकता एवं सतर्कता आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने, उसके प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए पुख्ता रणनीति पर काम करना होगा। वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए अनुमान है कि अगले तीन या चार माह में तीसरी लहर आने की आशंका है। अनलॉक के परिणामस्वरूप गतिविधियों के बढ़ने और सावधानी का पालन नहीं करने से तीसरी लहर की संभावना बढ़ेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें जागरूक तथा लगातार सतर्क रहना होगा। कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने, मास्क लगाने, दूरी बनाए रखने, भीड़ नहीं लगाने और बार-बार हाथ धोने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। इसमें क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों की महत्वूपर्ण भूमिका है।

यह होगी भावी कोरोना नियंत्रण रणनीति

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए सभी जिलों में कोरोना टेस्ट जारी रहेंगे। प्रतिदिन 75 हजार से अधिक टेस्ट सुनिश्चित किए जाएँगे, ताकि किसी भी कोने में यदि कोई पॉजिटिव प्रकरण है, तो उसकी तत्काल पहचान की जा सके। टेस्ट रिपोर्ट एक दिन में आए, ऐसी व्यवस्था की गई है। जो भी व्यक्ति पॉजिटिव आएगा, उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी और पॉजिटिव व्यक्ति को होम आयसोलेशन में या कोविड केयर सेंटर में रखकर उपचार किया जाएगा। प्रदेश में किल-कोरोना अभियान जारी रहेगा। सर्दी, खाँसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान करवाकर उसका नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।

तीसरी लहर के लिए व्यवस्थाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में तीसरी लहर का सामना करने के लिए आवश्यक अधो-संरचना तैयार की जा रही है और व्यवस्थाएँ बनाई जा रही हैं। स्वास्थ्य अधो-संरचना को सुदृढ़ करने के लिए गतिविधियाँ जारी हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था, बेड बढ़ाने, आईसीयू वार्ड निर्माण, पैरा-मेडिकल स्टाफ के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ एक या दो घरों में संक्रमण है वहाँ माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण को वहीं समाप्त किया जाए।

बच्चों के उपचार के लिए व्यवस्थाएँ

तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। अत: बाल रोग विशेषज्ञों की उपलब्धता बढ़ाने, पैरा-मेडिकल स्टाफ को बच्चों के इलाज, टीकाकरण और अन्य प्रक्रियाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। बच्चों के लिए आई.सी.यू वार्ड, ऑक्सीजन बेड्स आदि बढ़ाने, पर्याप्त उपकरण, दवाओं और उपचार सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों में कार्य जारी हैं।

वातावरण निर्माण आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर को रोकने में कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करना आवश्यक है। इसके लिए ग्राम, वार्ड स्तर पर वातावरण निर्माण करना होगा। स्थानीय भाषा में स्लोगन, नारों, आकर्षक वाक्यों का उपयोग किया जाए। बैनर, होर्डिंग्स, वॉल-पेंटिंग से लोगों को मास्क लगाने, दूरी बनाने आदि के लिए प्रेरित करें। वाइस मैसेज, वीडियो मैसेज के माध्यम से भी लोगों को प्रेरित करें। तीसरी लहर से बचाव में टीकाकरण भी बहुत प्रभावी है। सभी मंत्रीगण, सांसद, विधायक, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य, कोरोना वॉलेंटियर, जन-अभियान परिषद और आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित सारा मैदानी अमला मिलकर टीकाकरण के लिए वातावरण बनाएँ, इसे अभियान का रूप दें। जन-जातीय क्षेत्रों में लघु वन उपज संघ और वन समितियों को भी अभियान में सम्मिलित किया जाए।

टीम वर्क से हुआ कोरोना पर नियंत्रण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण आपके सहयोग, परिश्रम और समर्पण के परिणाम-स्वरूप ही संभव हो पाया। आज कोरोना के मात्र 242 प्रकरण आए हैं। पॉजिटिविटी रेट 0.3% है। यह सब टीम वर्क का परिणाम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके लिए सभी मंत्रीगण को साधुवाद दिया।

आय के वैकल्पिक स्त्रोतों के लिए मंत्री-समूह

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है। आय के अन्य स्त्रोत और वैकल्पिक व्यवस्था कर कमी पूरी की जाएगी। राजस्व का मितव्ययता से उपयोग किया जाएगा और बेहतर वसूली सुनिश्चित की जाएगी। इस दिशा में निरंतर प्रयास और बेहतर प्रबंधन से हम लक्ष्य के अनुरूप व्यवस्था जारी रखेंगे। आय के अन्य स्त्रोतों को चिन्हित करने और वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर प्राप्त सुझावों को संकलित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए मंत्री-समूह गठित किया जाएगा। मंत्री-समूह जून अंत तक अपनी रिपोर्ट देगा।

स्कूल और कॉलेज स्तर पर शिक्षा व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस पर भी विचार करना है कि कोविड निर्मित परिस्थितियों में स्कूल और कॉलेज स्तर पर शिक्षा व्यवस्था कैसी होगी। इसमें तकनीक का किस सीमा तक और किस प्रकार उपयोग किया जा सकता है। इन परिस्थितियों में और क्या नवाचार या पहल हो सकती हैं, यह भी सोचना होगा।

स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में नए उप, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और सी.एम. राइज स्कूल स्थापित किए जाने है। ये केन्द्र बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करेंगे और विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराएँगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों और स्कूलों की स्थापना में मानवीय दृष्टिकोण से काम लिया जाए। जिन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं और शालाओं की कमी है, वहाँ प्राथमिकता के आधार पर केन्द्र स्थापित किए जाएँ। सी.एम. राइज स्कूल में नई शिक्षा नीति के सभी प्रावधानों को लागू किया जाएगा।

सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब, किसान, माताओं, बहनों और बच्चों के कल्याण की योजनाओं पर भी सुझाव आमंत्रित हैं। प्रदेश में विकास गतिविधियाँ और जन-कल्याण के कार्यक्रम निरंतर जारी रहेंगे। इनके लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था करना होगी। आय के अन्य स्रोतों और वैकल्पिक व्यवस्था के संबंध में विचार करना होगा। गरीबों के कल्याण और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर विचार करना होगा।

एक माह में एक लाख युवाओं को रोजगार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में एक माह में एक लाख युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कार्य-योजना तैयार की जाएगी। इसके तहत केवल शासकीय नौकरियों में ही नहीं बल्कि युवाओं को निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जाएँगे। इसके तहत मनीओरिएंटेड कोर्सेज़, पशुपालन, डेयरी विकास, लोहारी, गार्डनिंग आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभिन्न लघु एवं कुटीर उद्योगों के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

तेज गति से टीकाकरण

प्रदेश में टीकाकरण गतिविधियों को विस्तार देने की आवश्यकता है। इसे प्रदेश में अभियान का रूप देकर रिकार्ड समय में पूर्ण करना है। वैक्सीनेशन सुरक्षा चक्र है। प्रदेश में कोरोना को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान का अभिनव मॉडल प्रस्तुत करना है।

जुलाई से प्रारंभ होगा त्रि-दिवसीय वैक्सीनेशन महाअभियान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में एक से 3 जुलाई के मध्य वैक्सीनेशन के लिए त्रि-दिवसीय महा अभियान प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा मैं, मंत्री-मंडल के सभी सदस्य, कोरोना वॉलिंटियर्स, क्राइसिस कमेटी के सदस्य, सड़क पर उतरकर जनता से अपील करेंगे कि वैक्सीनेशन अवश्य कराएँ। इसके लिए होर्डिंग्स, बैनर्स, वॉल पेंटिंग, वीडियो स्पाट्स आदि के माध्यम से वैक्सीनेशन का व्यापक भरपूर प्रचार-प्रसार कराया जाए, जिससे अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेट हो सकें।

अब थैले में दिया जाएगा उचित मूल्य दुकान से राशन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों को नि:शुल्क राशन प्रदाय किया जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा नि:शुल्क राशन प्रदाय नवम्बर माह तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब उचित मूल्य दुकान से राशन थैले में दिया जाएगा। थैले पर टीकाकरण और अन्य योजनाओं के संबंध में संदेश भी अंकित होंगे।

जारी रहेगा सिलसिला

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्री-मंडल की पिछली बैठक 5 जनवरी को कोलार डैम पर हुई थी, जिसमें यह तय हुआ था कि हर छ: महीने में इस प्रकार की अनौपचारिक बैठक होगी, परंतु कोरोना के कारण यह संभव नहीं हो पाया। आगे सिलसिला जारी रहेगा।

बैठक का प्रारंभ वंदे-मातरम के गान के साथ हुआ। कोरोना संक्रमण में दिवंगत व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनिट का मौन रखा गया।

शिवराज सीहोर में अपने मंत्रियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक के लिए पहुंचे

इससे पहले मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काफी हद तक काबू पाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सीहोर जिले में स्थित एक रिसाेर्ट में अपने मंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने पहुंचे, जिसमें कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के अलावा अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा होनी थी।

श्री चौहान ने बैठक के लिए रिसाेर्ट पहुंचने के पहले यहां मीडिया से कहा कि बैठक (अनौपचारिक मंत्रिपरिषद) में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों पर चर्चा होगी। कोरोना के बाद आर्थिक गतिविधियां कैसे बढ़ायी जाएं, इस पर भी मंथन किया जाएगा। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुदृढ़ीकरण और नवाचार पर भी मंथन होगा।

श्री चौहान ने कहा कि विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की प्रगति और राजस्व बढ़ाने जैसे मुद्दों पर भी गहन विचार विमर्श किया जाएगा। रोजगार बढ़ाने के मुद्दे पर भी मुख्य रूप से मंथन होगा।

श्री चौहान ने कहा कि इस तरह की बैठकें पहले भी होती रही हैं। संक्षेप में कहा जाए तो बैठक में प्रदेश के विकास, प्रगति और समृद्धि से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर मुक्त चिंतन और मनन होगा।

सुबह 11 बजे तक रिसोर्ट में मुख्यमंत्री और अधिकांश मंत्री पहुंच चुके थे।

राज्य में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मंंत्रिपरिषद की पहली बैठक हाल में ही हुयी थी, जिसमें सभी मंत्री भौतिक रूप से मौजूद रहे थे। इसके पहले पिछले दो माह के दौरान कैबिनेट की बैठक वर्चुअल तरीके से हाे रही थीं।

इटावा जेल से रिहा हूटर रैली निकालने वाला गैंगस्टर इनामी बदमाश सपा नेता धर्मेंद्र यादव समर्पण से पहले गिरफ्तार attacknews.in

इटावा 14 जून। उत्तर प्रदेश के इटावा मे अदालत में आत्मसमर्पण करने के लिए जाने से पहले 25000 के इनामी सपा नेता धर्मेंद्र यादव को आज गिरफ्तार कर लिया गया ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने धर्मेंद्र यादव की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए आज यहां कहा कि धर्मेंद्र यादव को आज उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह गेट नंबर 3 से अदालत में समर्पण करने के लिए जा रहा था।

एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने गिरफ्तारी की पुष्टि की।फरार गैंगस्टर सपा नेता की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 25,000 रुपये का इनाम देने का भी ऐलान किया गया था।

बता दें कि 4 जून को गैंगस्टर अधिनियम के तहत आरोपी धर्मेन्द्र यादव इटावा कारागार से जमानत पर रिहा होने के बाद 5 जून को कानपुर हाईवे पर भारी संख्या में अपने वाहनों के साथ निकले. जुलूस को लेकर सिविल लाइन थाने में धारा 188, 269, 270, 51/57, 3 महामारी अधिनियम और 7 सीएलए एक्ट के तहत अभियोग दर्ज किया गया है।

धर्मेन्द्र यादव की ओर से प्रयुक्त गाड़ी सहित 29 गाड़ियों को जब्त किया गया और कुल 39 आरोपी गिरफ्तार किये गए।इस मामले में 200 लोगों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।इसमें जेल पुलिस चौकी के इंचार्ज की लापरवाही सामने आई है जिसे सस्पेंड कर दिया गया तो 7 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

प्रतापगढ़ में टीवी चैनल के रिपोर्टर की सड़क दुर्घटना में मौत में उलझी पुलिस;हत्या या दुर्घटना के अलग-अलग दावों से नहीं सुलझा मामला,एक दिन पहले ही जाहिर की थी हत्या की आशंका attacknews.in

प्रतापगढ 14 जून । उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ के एक खबरिया चैनल के रिपोर्टर सुलभ श्रीवास्तव की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो गई।

अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेंद्र प्रसाद द्विवेदी ने आज कहा कि कल रात 10 बजे रिर्पोटिंग के बाद वापस घर आ रहे थे । कोतवाली नगर के सुखपाल नगर, कटरा चांद ईट भट्टा के पास सड़क के किनारे पोल व हैड पम्प से टकराकर मोटर साइकिल से गिरकर गम्भीर रुप से घायल हो गये ।

घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। घरवालों ने हत्या का आरोप लगाया है।

नगर कोतवाली क्षेत्र के रेलवे स्टेशन मोहल्ले में रहने वाले सुलभ श्रीवास्तव (40) एक टीवी चैनल के पत्रकार थे। रविवार शाम वह एक घटना के कवरेज के लिए लालगंज कोतवाली गए थे। रात करीब 10:30 बजे वहां से लौट रहे थे। इस दौरान उनके कुछ साथी भी उनके साथ मौजूद थे। वापसी के समय रास्ते में उनके साथी आगे निकल आए। लेकिन जब पत्रकार के साथियों ने देखा कि सुलभ श्रीवास्तव पीछे छूट गए हैं, इसलिए उन्होंने अपनी बाइक मोड़ी और पीछे चले गए।

थोड़ी ही दूर पीछे जाने के बाद सुलभ श्रीवास्तव अचेत अवस्था में पड़े हुए थे। सुलभ के सिर पर चोट आई हुई थी। सुलभ मृत्यु की आगोश में समा चुके थे। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस प्रथम दृष्टया सड़क दुर्घटना मान रही है।

बताया जा रहा है कि नगर कोतवाली क्षेत्र के सुखपाल नगर इलाके में संदिग्ध हालत में रोड के किनारे पड़े हुए मिले। वह अर्धनग्न अवस्था में थे। सिर पर हल्की चोट के निशान थे। शर्ट के सारे बटन खुले हुए थे। स्थानीय लोगों की सूचना पर उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज (जिला अस्पताल) पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर परिजन मेडिकल कॉलेज पहुंचे।

घर वालों ने हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सुलभ की मौत सड़क हादसे में नहीं हुई है। साजिश के तहत उनकी हत्या की गई। सूचना पर सीओ सिटी भी अस्पताल पहुंचे। घटना की जानकारी होने पर अस्पताल में पत्रकारों का जमावड़ा हो गया। सुलभ के दो छोटे छोटे बच्चे हैं।

खास बात यह है कि एक दिन पहले ही पत्रकार ने शराब माफियाओं द्वारा अपनी हत्या की आशंका जताई थी।

पुलिस का कहना है कि बारिश होने की वजह से सुलभ श्रीवास्तव की बाइक फिसली, जिसके बाद वे दुर्घटना के शिकार हो गए। हालांकि पुलिस का कहना है कि मृतक की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही वो किसी खास नतीजे पर पहुंच सकेगी।

लेकिन सुलभ श्रीवास्तव की मौत को महज एक दुर्घटना मानने के इतर पत्रकार की हत्या की जाने के दावे किए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि खुद पत्रकार ने महज एक दिन पहले अपनी हत्या की आशंका जताई थी। सुलभ श्रीवास्तव ने पुलिस अधिकारियों से कहा था कि क्षेत्र में सक्रिय शराब माफिया किसी भी समय उनकी हत्या करा सकता है। इसके लिए सुलभ श्रीवास्तव ने प्रयागराज के एडीजी को पत्र भी लिखा था।

कोरोना के कारण लगी पाबंदियों का असर आवक और लदान पर पड़ने से खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा महंगाई मई में बढ़कर 6.3% पर, 6 महीने के उच्चतम स्तर पर attacknews.in

नईदिल्ली 14 जून ।मई के महीने में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 6.3 प्रतिशत पर पहुंच गई है जो अप्रैल के महीने में 4.23 फीसदी थी।

कच्चे तेल और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर मई में बढ़कर रिकॉर्ड उच्च स्तर 12.94 प्रतिशत पर पहुंच गई।

सरकार के सोमवार को यहां जारी आंकड़ों में बताया गया कि खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ने और आवक सख्त होने से मई 2021 में खुदरा मूल्यों पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 6.30 प्रतिशत पर दर्ज की गयी है। अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति की दर 4.23 प्रतिशत रही थी।

कोरोना महामारी के कारण देश को विभिन्न हिस्सों में पाबंदियां लगी है जिनका असर आवक और लदान पर पड़ा है।

आंकड़ों के अनुसार मई 2021 में मोटे अनाज की खुदरा कीमतों में 1.42 प्रतिशत की कमी आयी है। दूसरी ओर, मांस और मछली की कीमत 9.03 प्रतिशत, अंडा की 15.16 प्रतिशत, दूध उत्पाद की 0.64 प्रतिशत, तेल एवं वसा की 30.84 प्रतिशत और फल की 11.98 प्रतिशत में वृद्धि में दर्ज की गयी है।

इसी माह में सब्जी के दाम 1.92 प्रतिशत गिरे हैं। मई 2021 में दलहन के दाम 9.39 प्रतिशत बढे हैं। ईंधन के दाम में 11.58 प्रतिशत वृद्धि हुई है।

लगातार पांचवां महीने थोकमूल्य सूककांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति बढ़ी है। अप्रैल 2021 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति दो अंकों में 10.49 प्रतिशत हो गई थी। वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मासिक डब्ल्यूपीआई पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर मई 2021 (मई, 2020 के मुकाबले) में बढ़कर 12.94 प्रतिशत हो गई, जो मई 2020 में ऋणात्मक 3.37 प्रतिशत थी।’’

रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस के नेतृत्व में एलजेपी के 5 सांसदों ने कर दी बगावत; लोकसभा अध्यक्ष ने पार्टी संसदीय दल के नेता के रूप मे मान्यता दी attacknews.in

नईदिल्ली 14 जून । लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में उठे सियासी घमासान के बीच सोमवार देर शाम लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सांसद पशुपति पारस को पार्टी के संसदीय दल के नेता के तौर पर मान्यता दे दी। एलजेपी के 6 में से 5 सांसदों ने यह मांग की थी। अब चिराग की जगह उनके चाचा पशुपति पारस लोकसभा में एलजेपी संसदीय दल के नेता होंगे। महबूब अली कैसर को पार्टी का उपनेता चुना गया।

दिवंगत नेता रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस के नेतृत्व में एलजेपी के छह सांसदों में से पांच सांसदों ने पार्टी से बगावत कर दी। सभी ने चिराग पासवान की जगह पशुपति को अपना नेता चुना और इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र सौंपा था, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें संसदीय दल के नेता के रूप मे मान्यता दे दी है। लोकसभा सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना करते हुए पशुपति पारस ने उन्हें एक अच्छा नेता और विकास पुरुष बताया। हाजीपुर से सांसद पारस ने कहा, ‘‘मैंने पार्टी को तोड़ा नहीं, बल्कि बचाया है।’’ उन्होंने कहा कि एलजेपी के 99 प्रतिशत कार्यकर्ता पासवान के नेतृत्व में बिहार 2020 विधानसभा चुनाव में जेडीयू के खिलाफ पार्टी के लड़ने और खराब प्रदर्शन से नाखुश हैं। चुनाव में खराब प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि एलजेपी टूट के कगार पर थी। उन्होंने कहा कि उनका दल बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का हिस्सा बना रहेगा और चिराग पासवान भी संगठन का हिस्सा बने रह सकते हैं।

चिराग पासवान दिल्ली स्थित उनके चाचा के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। यहां पासवान के रिश्ते के भाई एवं सांसद प्रिंस राज भी रहते हैं। हालांकि उन्हें 20 मिनट से ज्यादा समय तक अपनी गाड़ी में ही इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद वह घर के अंदर जा पाए और एक घंटे से भी ज्यादा समय तक घर के अंदर रहने के बाद वहां से चले गए। उनकी चाचा से मुलाकात नहीं हो पाई।

असंतुष्ट एलजेपी सांसदों में प्रिंस राज, चंदन सिंह, वीना देवी और महबूब अली कैसर शामिल हैं, जो चिराग के काम करने के तरीके से नाखुश हैं। उनका मानना है कि नीतीश कुमार के खिलाफ लड़ने से प्रदेश की सियासत में पार्टी को नुकसान हुआ।

त्रिपुरा में 4 बच्चियों के साथ सामूहिक बलात्कार: रबर एस्टेट में मिलने के लिए बुलाकर जबरन जंगल ले जाकर सामूहिक बलात्कार करने के बाद सड़क पर छोड़ भागे attacknews.in

अगरतला 14 जून । त्रिपुरा में पुलिस ने चार नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में सात युवकों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया इन सभी को 12 जून को गबरडी क्षेत्र के बहमनीपारा में चार नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पकड़े गए युवकों की उम्र 19 से 21 के बीच है।

पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी पूर्वी अगरतला में जिरानिया उपमंडल के चंपकनगर इलाके रहने वाले हैं और उनकी पहचान मंजीत देबबर्मा (19), बीरकुमार देबबर्मा (21), रिपन देबबर्मा (19), बिमल देबबर्मा (20), सजल देबबर्मा(20), चंकी देबबर्मा (19 और विशाल देबबर्मा (21) के तौर हुई है।

पीड़ितों ने आरोप लगाया रिपन, बिमल और सजल ने उन्हें रबर एस्टेट में मिलने के लिए बुलाया था, वहां पहुंचने पीड़ितों को जबरन जंगल में ले जाया गया और उनके साथ दुष्कर्म करने के बाद शाम को उन्हें मुख्य सड़क पर छोड़कर फरार हो गए।

पुलिस ने बताया कि नाबालिगों के किसी तरह घर पहुंचने के बाद पीड़ित परिवारों ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और पीड़ितों स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया।

सभी पीड़ित 14 से 16 आयु वर्ग और स्कूली छात्रा हैं।

पुलिस ने कहा, “आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया और उन्हें अदालत में पेश किया गया।

धनबाद में मां समेत सौतेले पिता और भाई को हथियार से छलनी करके खुद ने कर ली आत्महत्या, हमेशा सौतेलेपन का दर्द बर्दाश्त नहीं कर सका attacknews.in

धनबाद, 14 जून । झारखंड में धनबाद जिले के धनसार थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपने परिवार के तीन लोगों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली।

पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि गांधी नगर में मुन्ना सिंह के मकान में मुन्ना यादव किराये पर रहकर पास के ईश्वर साव की मिक्चर फैक्ट्री में काम करता था।

लोगों ने रविवार की देर रात देखा कि दरवाजे से घर के बाहर खून आ रहा है, इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

मौके पर पहुंची पुलिस को मुन्ना यादव, मीना यादव और रोहित यादव का शव खून से लथपथ कमरे में नीचे पड़ा हुआ मिला, जबकि राहुल यादव का शव बेड पर पड़ा हुआ था।
सूत्रो ने बताया कि मीना यादव ने दूसरी शादी मुन्ना यादव से की थी। राहुल यादव मीना के पहले पति का बेटा था, जबकि रोहित मीना का बेटा था।

बताया जा रहा है कि राहुल का किसी बात को लेकर सौतले पिता, भाई और मां से विवाद चल रहा था, जिस कारण राहुल ने अपने सौतेले पिता मुन्ना और सौतले भाई रोहित और मां मीना की धारदार हथियार से हत्या कर दी और उसके बाद खुद गला रेतकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

राजनीति में कुछ भी नामुमकिन नहीं” भावना से प्रभावित पश्चिम बंगाल में अब वापस TMC नेता मुकुल राय के चहेतों में लगी पार्टी अदला-बदली की होड़ attacknews.in

कोलकाता, 14 जून । मुकुल रॉय के भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में लौटने के दो दिन बाद उनके करीबी सहयोगी और भाजपा के अनुसूचित जाति (एससी) मोर्चा के प्रमुख दुलाल बार ने रविवार को कहा कि ‘राजनीति में कुछ भी नामुकिन नहीं है” जिससे उनके अगले कदम को लेकर अटकलें लगने लगी हैं।

बार ने स्पष्ट किया कि वह रॉय के नक्शे कदम पर ही 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे।

उन्होंने कहा, “ वह (रॉय) मेरे नेता हैं, और मैं भाजपा में उनकी वजह से ही शामिल हुआ था। राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। फिलहाल मैं भाजपा राज्य एससी मोर्चा का अध्यक्ष हूं और मैं आगे क्या करूंगा, यह तो भविष्य ही बताएगा।” उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का क्षेत्र है।

रॉय के एक अन्य करीबी सहयोगी उत्तर 24 परगना जिला परिषद सदस्य रत्न घोष ने भी घोषणा की है कि वह भाजपा में सभी पदों से इस्तीफा देंगे।

चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए घोष ने तृणमूल कांग्रेस में वापसी की इच्छा जताते हुए दावा किया है कि वह भगवा पार्टी के आदर्शों को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।

इसी तरह, भाजपा नेता और नोआपाड़ा के पूर्व विधायक सुनील सिंह जो पार्टी सांसद अर्जुन सिंह के रिश्तेदार भी हैं, ने कहा कि रॉय के जाने से राज्य में भगवा खेमा प्रभावित होगा। हालांकि सुनील सिंह ने भाजपा छोड़ने की किसी भी संभावना से इनकार किया है।

चुनाव से पहले भगवा खेमे में शामिल होने वाले नाताबारी विधायक मिहिर गोस्वामी ने टीएमसी में जाने की कतार लगा रहे दल बदलुओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो लोग राजनीति को एक व्यवसाय के रूप में देखते हैं, वे बार-बार दल बदल सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि इस तरह के पलायन से उनकी पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा, “कुछ नेता ऐसे भी हैं जो सत्ता के केंद्र से दूर नहीं रह सकते हैं। ये वही लोग हैं जो इस उम्मीद में भाजपा में शामिल हुए कि वह सत्ता में आएगी।”

इस बीच, बारासात से टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि यह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कि वह ऐसी सभी अपीलों पर विचार करेगा या नहीं।

शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, उन्हें वापस नहीं लौटने दिया जाएगा।

विधानसभा में भाजपा की हार के बाद टीएमसी के कई दल बदलुओं ने पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से उन्हें पार्टी में वापस लेने की अपील की है। इनमें पूर्व विधायक सोनाली गुहा व दिपेंदु बिस्वास शामिल हैं।

खरगोन जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम में अचानक ब्लास्ट के साथ आग से हड़कंम मचा,मरीज सहित स्टाफ,में मची अफरा-तफरी attacknews.in

खरगोन, 14 जून ।मध्यप्रदेश के खरगोन जिला अस्पताल के कोविड-19 आईसीयू वार्ड में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले कक्ष में मामूली विस्फोट के बाद ऐहतियातन वहां से मरीजों को हटाना पड़ा।

खरगोन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डीएस चौहान ने बताया कि कोविड आईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले कक्ष में अचानक विस्फाेट हो जाने के चलते वहां मौजूद 4 मरीजों को दूसरे आईसीयू में स्थानांतरित किया गया। कक्ष की आग को शीघ्र ही नियंत्रित कर बड़े हादसे को टाल दिया गया।

खरगोन जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम में अचानक ब्लास्ट के साथ आग से हड़कंम मच गया. आईसीयू में भर्ती मरीज सहित ड्यूटी पर तैनात अस्पताल स्टाफ, डॉक्टर एवं सुरक्षा में मौजूद पुलिस में अफरा-तफरी मच गई. आग पर थोड़ी ही देर में काबू कर लिया गया।

आग के कारण प्रेशर एवं अधिक गर्मी होने से आईसीयू ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम की कंट्रोल पैनल का वॉल भी फट गया. जिससे ऑक्सीजन का धुंआ पूरी यूनिट में भर गया।जल्द ही डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ एवं पुलिस डयूटी पर तैनात जवान ने यूनिट से ऑक्सीजन सिलेंडर हटाएं।

यूनिट के ब्लास्ट होने से कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई बन्द होने से कोविड के चार मरीजों कि जान जरूर खतरे में पड़ गई थी।मगर अस्पताल में मौजूद पुलिस लोगों ने सूझबूझ से काम लेते हुए ताबड़तोड़ चारो मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर पर लेकर दूसरे मिनी आईसीयू में शिफ्ट कर दिया. तब चारों मरीजों को बचाया जा सका।

घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक रवि जोशी, सीएमएचओ एससी चौहान,एसडीएम, तहसीलदार एवं सिविल सर्जन पहुंचे।सब कुछ ठीक होने से सभी ने राहत की सांस ली।डयूटी पर तैनात रानू पाटीदार,पुलिस जवान राजेश पटेल एवं ऑक्सीजन सप्लाई पर तैनात विजय कि सभी ने तारीफ की है।वहीं कोविड आईसीयू में इस तरह के फाल्ट से क्षेत्रीय विधायक रवि जोशी ने गुणवत्ता पर सवाल उठाए है. जांच कर कार्रवाई की बात कहीं है।