चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार से ठोस निर्णय लेकर 22 जून तक अदालत में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का हाईकोर्ट आदेश attacknews.in

नैनीताल, 16 मई । उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा को लेकर सरकार से ठोस निर्णय लेकर 22 जून तक अदालत में रिपोर्ट प्रस्तुत करे।

मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान की अगुवाई वाली पीठ में कोरोना महामारी को लेकर दायर जनहित याचिकाओं के परिपेक्ष्य में आज चारधाम यात्रा के संदर्भ में सुनवाई के दौरान यह बात कही। राज्य के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर वर्चुअली अदालल में पेश हुए। उन्होंने अदालत को बताया कि चारधाम यात्रा अभी विचाराधीन है और 22 जून तक लॉकडाउन के कारण यात्रा के संचालन को लेकर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसके बाद निर्णय नहीं लिया जायेगा।

ट्रक और डंपर की आमने-सामने भिड़ंत के बाद दोनों वाहनों में लगी भीषण आग की चपेट में आने से दोनों के चालकों की जिंदा जलकर मौत attacknews.in

महोबा 16 जून । कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कबरई में खनिज चेक पोस्ट के पास बुधवार सुबह ट्रक और डंपर की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। टक्कर के बाद दोनों वाहनों में आग लग गई। आग की चपेट में आने से दोनों के चालकों की जिंदा जलकर मौत हो गई। एक का क्लीनर गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मौके पर पहुंची दमकल गाड़ी ने आग बुझाई, जिसके बाद हाईवे पर यातायात बहाल हो सका। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह हादसा देख आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। आग बुझाने के लिए पुलिस ने दमकल गाड़ी बुलवाई। आग पर काबू पाने के बाद वाहनों में फंसे घायलों को बाहर निकाला गया। इसमें डंपर चालक प्रांशू पाल निवासी बंगला बिहार कानपुर और ट्रक चालक शिवकुमार निवासी बगैनी दतिया मप्र की आग में जलने से मौत हो गई थी।

डंपर का खलासी प्रांशू के मामा राम पाल को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल भेजा गया। हालत नाजुक होने पर मेडिकल कॉलेज कानपुर रेफर किया गया है। हादसे के बाद राजमार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। पुलिस ने वाहनों को क्रेन से खिंचवाकर हटवाया, जिससे यातायात बहाल हो सका। सूचना पर मृतकों के परिजन मौके पर पहुंचे।

शहडोल में बैंक में पदनाम का खाता खोल कर सरकार के एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का गबन करने वाला फरार बीईओ निलंबित attacknews.in

शहडोल 16 जून ।मध्यप्रदेश के शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा ने आज बुढ़ार के पूर्व बीईओ अशोक कुमार शर्मा को उनके पद से निलम्बित कर दिया।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर शहडोल के प्रतिवेदन पर यह कार्यवाही की गई है। कल रात को ही प्रशासन ने बुढ़ार थाने में अशोक शर्मा के खिलाफ एक करोड़ रुपये के गबन और धोखाधड़ी करने का अपराध दर्ज करा दिया है जिसमें प्रमाण दिए गए हैं कि शर्मा ने शासन के निर्देश के खिलाफ बुढ़ार के एक बैंक में पदनाम का खाता खोल कर सरकार के एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि का गबन कर लिया था। अब पुलिस अशोक शर्मा को ढूढ रही है।

मध्यप्रदेश के सिवनी में कोविड टीका लगवाने से मना करने और सुरक्षा की गारंटी स्टाम्प पेपर में लिखकर मांगने वाला शिक्षक निलंबित attacknews.in

सिवनी, 16 जून। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में कोविड-19 का टीका लगवाने से मना करने तथा अधिकारियों से टीका लगवाने के उपरांत सुरक्षा की गारंटी स्टाम्प पेपर में लिखकर मांगने वाले एक शिक्षक को कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने निलंबित किये जाने के आदेश जारी किये हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार जारी आदेश में सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड घंसौर के अंतर्गत शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय घंसौर में पदस्थ सहायक शिक्षक रतनलाल मरकाम से कोविड-19 का टीकाकरण की द्वितीय डोज लगवाने के लिए ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा दूरभाष पर संपर्क किया गया। इस दौरान सहायक शिक्षक ने सचिव से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुये टीका लगवाने से मना कर दिया।

इसके पश्चात मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत घंसौर ने सहायक शिक्षक रतनलाल मरकाम से दूरभाष पर संपर्क किया, जहां शिक्षक ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी घंसौर को कोविड वैक्सीन लगवाने के उपरांत सुरक्षा की गारंटी स्टाम्प पेपर पर मांगी।

इस मामले में सिवनी कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग ने सहायक शिक्षक रतन लाल मरकाम के निलंबन संबंधी आदेश आज जारी किये हैं।

आदेश में लेख किया गया है कि रतनलाल मरकाम, सहायक शिक्षक शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय घंसौर द्वारा कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने के लिए शासन की महत्वाकांक्षी एवं जनहितैषी योजना के क्रियान्वयन में अवरोध उत्पन्न कर शासन की योजना पर प्रश्नचिन्ह लगाया गया है तथा वरिष्ठ अधिकारियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करना मप्र सिविल सेवा आचरण नियमों के प्रतिकूल है। इसके बाद सहायक शिक्षक को निलंबित किया गया है।

मायावती की अखिलेश यादव को चेतावनी यदि बसपा के निष्कासित विघायकों को लिया तो फिर समाजवादी पार्टी भी टूटेगी attacknews.in

लखनऊ 16 जून । बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष् मायावती ने आज अखिलेश यादव को पार्टी को चेतावनी दी कि यदि बसपा के निष्कासित विधायकों को शामिल कराया तो समाजवादी पार्टी में फूट पड़ेगी और पार्टी टूट जायेगी ।

बसपा से निष्कासित असलम राइनी,मुजतबा ,हाकिम लाल,हरगोविंद भार्गव और सुषमा पटेल के कल मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मुलाकात और बंद कमरे मे बातचीत के बाद घटे राजनीतिक घटनाक्रम में आज मायावती ने लगातार पांच ट्वीट किये ।

उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश यादव ने बसपा के निष्कासित विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कराया तो सपा में फूट होगी और उसके विधायक बसपा में शामिल होंगे । उन्होंने बिना किसी का नाम लिये कहा कि सपा के कुछ विधायक बसपा में आने को तैयार बैठे हैं ।

घृणित गठजोड़,द्वेष और जातिवादी आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रकाशित करवाना कि बसपा के कुछ विधायक टूट कर सपा में आ रहे घोर छलावा है ।

उन्होंने कहा कि इन्हें काफी पहले ही सपा और एक उद्योगपति के बीच मिली भगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में दलित के बेटे को हराने के प्रयास के कारण निलंबित किया जा चुका है । ससपा इन निलंबित विधायकों के प्रति थोड़ी भी इमानदार होती तो इन्हें अधर में नहीं लटकाये रखती ।

उन्होंने कहा कि सपा का चाल चरित्र चेहरा हमेशा से दलित विरोधी रहा है और वो सुधार के लिये कतई तैयार नहीं है । बसपा के कार्यकाल में भदोही का नाम संत रविदास नगर किया गया था जिसे सपा ने अपने कार्यकाल में फिर बदल कर भदोही कर दिया ।

बसपा में बगावत, पार्टी से निलंबित विधायकों ने की अखिलेश से मुलाकात, सपा में हो सकते हैं शामिल

यूपी की सियासत एक बार फिर गरमाने लगी है। पिछले साल बसपा द्वारा निलंबित किए गए कम से कम पांच विधायकों ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि वे उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। माना जाता है कि इन विधायकों और अखिलेश के बीच यूपी विधानसभा चुनावों की चर्चा हुई।

जौनपुर जिले के मुंगरा बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुषमा पटेल ने कहा, “सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ 15-20 मिनट तक चली बैठक में आगामी यूपी विधानसभा चुनावों पर चर्चा हुई और यह एक अच्छी मुलाकात थी।” भविष्य की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर, पटेल ने कहा, “व्यक्तिगत रूप से, मैंने समाजवादी पार्टी में शामिल होने का मन बना लिया है।”

यह पूछे जाने पर कि बसपा के निलंबित विधायकों ने अखिलेश यादव से मिलने के लिए क्या प्रेरित किया, पटेल ने कहा, “हमें अक्टूबर 2020 में राज्यसभा चुनाव के दौरान निलंबित कर दिया गया था, और हमें स्पष्ट रूप से बसपा के झंडे और बैनर का उपयोग नहीं करने और पार्टी की किसी भी बैठख में शामिल नहीं होने के लिए कहा गया था।”

उन्होंने कहा, “राज्यसभा चुनाव के समय, बसपा ने कोई व्हिप जारी नहीं किया था, न ही हमने क्रॉस वोटिंग की थी। हमें बिना किसी आधार के निलंबित कर दिया गया था क्योंकि हम अखिलेश यादव से मिलने गए थे।”

उन्होंने कहा, “अब, हमें विकल्प तलाशने होंगे और अब उनका बसपा से कोई लेना-देना नहीं है। सपा प्रमुख से मिलने वाले अन्य लोगों में मोहम्मद असलम रैनी, हकीमलाल बिंद, मुस्तफा सिद्दीकी और हरगोविंद भार्गव हैं।

वर्तमान में, 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 18 विधायक हैं। अक्टूबर 2020 में, बसपा के सात विधायकों को पार्टी अध्यक्ष मायावती ने निलंबित कर दिया था। उन्होंने राज्यसभा के चुनाव के लिए पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रामजी गौतम के नामांकन का विरोध किया था। अखिलेश यादव से मिलने वाले पांचों के अलावा चौधरी असलम अली और वंदना सिंह को भी बसपा से निलंबित कर दिया गया था। मायावती ने इस महीने की शुरुआत में बसपा विधायक दल के नेता लालजी वर्मा और अकबरपुर विधायक राम अचल राजभर को निष्कासित कर दिया था।

साल 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को 47 सीटें मिली थीं। ऐसे में जब अगले विधानसभा चुनावों को एक साल भी नहीं रह गया, अगर ये एमएलए समाजवादी पार्टी का दामन थाम लेते हैं तो समाजवादी पार्टी की स्थिति और मजबूत हो जाएगी।

नामी ब्रांडो की नकली बीडी बेचने वाले गिरोह के दो सदस्य डालिम और शफीकुल शेख गिरफतार attacknews.in

इटावा, 16 जून ।उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के फ्रेंड्स कालोनी पुलिस ने इलाके के यशोदानगर मे नकली बीड़ी बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार ।

दोनो गिरफतार आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले है ।

एसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह ने आज यहाॅ बताया कि मादक पदार्थ तस्करी रोकने के एसएसपी के आदेश के क्रम में मुखबिर की सूचना पर फ्रैंडस कालोनी पुलिस से यशोदा नगर के एक मकान में छापा मार कर नकली बीड़ी का कारोबार करने वाले दो लोगो को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल निवासी डालिम और शफीकुल शेख को गिरफ्तार किया गया ।दोनों इस समय विजयनगर में रह कर नकली बीड़ी का कारोबार कर रहे थे।

इनके पास से जीत, कैश, और तानजीत ब्रांड के 17 बंडल बीड़ी बरामद की गई।साथ ही बीड़ी के रैपर, इनाम के कूपन, बारकोड और भारी मात्रा में पैकिंग का सामना बरामद किया गया।

उन्होने बताया कि मुखिबर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने भागने का प्रयास मे आवश्यक बल प्रयोग व घेराबन्दी कर कोकपुरा पुल से 100 मीटर आगे एक सख्श को पकड लिया गया ।जिसकी तलाशी लेने पर उसके पास थेले में 32 पैकिट बीडी बरामद की गयी ।पकडे गये सख्श का नाम डालिम है।

पुलिस ने बरामद बीडी के बाबत कडाई से पूछताछ करने पर गिरफ्तार आरोपी ने बताया गया कि वो और उसका एक अन्य साथी मिलकर विजयनगर में हरीशंकर यादव के मकान में किराए पर रहते है और दोनो लोग मिलकर उसी मकान मे नकडी बीडी की पैकिंग करते है ।

गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर पुलिस टीम ने बताए गए स्थान पर पहुची तो वहाॅ एक व्यक्ति मकान की तीसरी मंजिल पर बीडी के बण्डल पैक कर रहा था और आस- पास के कमरों में भारी मात्रा में बीडी के वण्डल, रैपर, बारकोड व कुछ बोरे बीडी के वण्डलों से भरे हुए रखे थे ।

मध्यप्रदेश में अब कोरोना वैक्सीनेशन महा अभियान 21 जून से, नरेन्द्र मोदी से चर्चा के बाद तिथि बदली, केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन का कार्य फिर से अपने हाथ में लिया attacknews.in

भोपाल, 16 जून । कोरोना की दूसरी लहर के कहर पर काबू पाने वाले मध्यप्रदेश में अब वैक्सीनेशन अभियान पर जोर दिया जा रहा है और इसके लिए 21 जून से पूरे प्रदेश में ‘वैक्सीनेशन महाअभियान’ प्रारंभ किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दिल्ली में हुयी मुलाकात के बाद महाअभियान की नयी तिथि तय की गयी है। इसके पहले राज्य सरकार ने एक जुलाई से वैक्सीनेशन महाअभियान चलाने की घोषणा की थी। श्री मोदी ने इस मुद्दे पर श्री चौहान को मार्गदर्शन भी दिया है। इसके बाद तिथि 21 जून तय की गयी है।

सवा सात करोड़ से अधिक की आबादी वाले प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान जनवरी माह में प्रारंभ हुआ था और अब तक एक करोड़ 40 लाख के आसपास डोज लक्षित व्यक्तियों को लगाए गए हैं। इस बीच विशेषज्ञों के मत सामने आए हैं कि कोरोना पर पूरी तरह नियंत्रण पाने का ठोस उपाय सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन ही है। इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार लगभग एक घंटा 20 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान श्री चौहान ने श्री मोदी को बताया कि राज्य में कोरोना की स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। लेकिन निकट भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच इसे रोकने या इसके आने की स्थिति में इस पर काबू पाने के प्रयास अभी से ही जारी हैं। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में भी श्री मोदी को बताया।

श्री चौहान ने कहा कि वे इस कार्य के लिए श्री मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं कि केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन का कार्य फिर से अपने हाथ में ले लिया है।

उन्होंने कहा कि श्री मोदी से हुए परामर्श के बाद राज्य में 21 जून से प्रारंभ होने वाले वैक्सीनेशन महाभियान के तहत व्यापक जनजागरण किया जाएगा और सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के साथ ही वैक्सीन तेज गति से लगाने के प्रयास किए जाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि 21 जून को राज्य में वे स्वयं, सारे मंत्री, सांसद, विधायक, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटीज़, अलग-अलग क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए निकलेंगे। इसके साथ ही प्रयास किए जाएंगे कि निश्चित समयसीमा में वैक्सीनेशन का कार्य पूरा किया जाए।

श्री चौहान ने श्री मोदी को मध्यप्रदेश में कोरोना की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कोरोना नियंत्रण को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी और तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों पर भी चर्चा की।

उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को हम नियंत्रित कर पाएं, इसके लिए पूरी ताकत से प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकतम टेस्ट, पॉज़िटिव आए व्यक्ति को आइसोलेट करना, ट्रेसिंग करना, किल कोरोना अभियान चलाते रहना, कोविड केयर सेंटर्स को चालू रखना और जनता से ‘कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर’ का पालन करवाना जारी रहेगा।

श्री चौहान ने बताया कि राज्य में कोरोना के प्रकरण तेजी से घट रहे हैं और संक्रमण दर 0.2 प्रतिशत पर आ गया है। कोविड पूरी तरह से नियंत्रण में है।

श्री चौहान ने प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुरूप गरीबों को दीपावली तक नि:शुल्क राशन मुहैया कराने के संबंध में भी श्री मोदी को अवगत कराया और कहा कि इस दिशा में किए जा रहे कार्यों पर उच्च स्तर पर निगरानी भी की जा रही है, ताकि गरीब भाई बहनों तक राशन पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं हो।

STF ने विभिन्न बीमा कम्पनियोें के नाम पर प्रलोभन देकर धोखाधड़ी कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत 2 गिरफ्तार,ग्राहकों का डेटा किया बरामद attacknews.in

नोएडा,16 जून ।उत्तर प्रदेश पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सेक्ट्रर 64 नोएडा में फर्जी काल सेन्टर का भण्डाफोड़ करते हुए विभिन्न इंश्योरेंस कम्पनियोें के नाम पर प्रलोभन देकर धोखाधड़ी कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सहित दो लोगों गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ग्राहकों का डेटा बरामद किया है।

एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से एसटीएफ को सूचना प्राप्त हो रही थी कि विभिन्न इंश्योरेस कम्पनियों के ग्राहको को फोन करके प्रलोभन देकर उनसे ठगी की जा रही है।

जिस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमाें को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।

जिसके क्रम में मुख्यालय पर तैनात उपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिसोदिया के पर्यवेक्षण में साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।

उन्होंने इस दौरान ज्ञात हुआ कि इन्श्योरेंस कम्पनियों के ग्राहको से ठगी करने वाल गिराहे के विरूद्ध कोतवाली नगर, औरैया पर मामला दर्ज कराया है।

वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं इस तरह से ठगी करने वाले गिराहों के बारे में अभिसूचना संकलन की जा रही थी, तभी विशेष श्रोतों से जानकारी हुई नोएडा के बी-113, 3 फ्लोर, सेक्टर 64, थाना फेज-3, में एक फर्जी काल सेन्टर चल रहा है, जहाॅ से विभिन्न इंश्योरेस कम्पनियों के ग्राहको को फोन करके प्रलोभन देकर उनसे ठगी की जा रही है।

प्रवक्ता ने बताया कि इस सूचना पर उपनिरीक्षक पंकज सिंह के नेतृत्व में एक टीम नोएडा के लिये रवाना की गयी तथा सम्बन्धित विवेचक को नोएडा पहॅुचने के लिए कहा गया।

एसटीएफ की टीम नोएडा पहॅुचकर पूर्व से ज्ञात स्थान के बारे में अपने स्तर से जानकारी कर फर्जी काल सेन्टर के संचालक एवं गिरोह के सरगना बदायूं निवासी दिलशाद और उसके सहयोगी समस्तीपुर बिहार निवासी अर्जुन कुमार को कल शाम उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया।

मौके से अलग-अलग इन्श्योरेंस कम्पिनियों का 330 पेज डेटा,18 मोबाइल फोन, आठ एटीएम कार्ड,दो लैपटाप,12 डायरी,17,020 नगदी और एक कार बरामद की।

उन्होंने बताया कि पूछताछ पर गिरफ्तार दिलशाद ने बताया कि वह वर्ष-2015 से 2017 तक इण्डिया इन्फोलाइन, वर्ष-2017 से 2018 तक श्रीधर इंश्योरेंस ब्रोकिंग कम्पनी में टेलीकालर के पद पर नौकरी किया था।

वहीं से विभिन्न कम्पनियों के ग्राहको का डेटा चुराकर वर्ष-2020 में अपने द्वारा बनाये गये फर्जी काल सेन्टर में इसका उपयोग करता था।

जिन ग्राहको की बड़ी पालिसी होती थी उनका डेटा तैयारकर उन्हें भ्रमित कर फर्जी स्कीम बताकर कमीशन, अधिक बोनस एवं एजेन्ट कोड ऐक्टिव कराने के नाम पर उनको मिलने वाले रूपयें पर टैक्स जमा करने के नाम पर तथा पैसे रिफण्ड कराने के नाम पर बैंक मैनेजर, इन्श्योरेंस आफिसर आरबीआई का चीफ जनरल मैनेजर आदि बनकर फर्जी नाम पते पर खोले गये बैंक खातों में उनसे पैसे जमा करा लेते थे।

प्रवक्ता ने बताया कि कानपुर के एक डाक्टर से लगभग एक करोड़ रूपये एवं औरैया के एक व्यक्ति से लगभग 70 हजार रूपये ठगी की।

इस गिरोह द्वारा कई करोड़ की ठगी की गयी हैं जिसमें बारे में छानबीन की जा रही है।

इनके पास से बरामद कार के बारे में पूछने पर बताया कि यह कार ठगी से मिलने वाले पैसे से ही खरीदी गयी है।

गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

आसाराम की तबियत बिगड़ने के बाद जोधपुर एम्स में भर्ती कराया गया,प्रारंभिक जांच में कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट आई,की जा रही है अन्य जांच attacknews.in

जयपुर 16 जून । राजस्थान की जोधपुर जेल में सजा काट रहे आसाराम की तबीयत बिगड़ जाने के बाद बुधवार को जेल से जोधपुर एम्स में लाकर भर्ती कराया गया।

सूत्रों के अनुसार आसाराम को मंगलवार रात से सांस लेने में तकलीफ होने लगी।बुधवार सुबह तक तकलीफ काफी बढ़ गई।इसके बाद जेल प्रशासन ने अस्पताल ले जाने का फैसला किया।

हालांकि आसाराम ने एक बार एम्स जाने से इनकार कर दिया।बाद में अधिकारियों के समझाने पर वह एम्स में अपना इलाज कराने को राजी हो गए ।

एम्स में पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद पोस्ट कोविड कॉम्पलिकेशन बताए।ऐसे में उसकी कुछ जांचें की गई हैं।गुरुवार तक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या बीमारी है।
इसके आधार पर डॉक्टर लाइन ऑफ ट्रीटमेंट तय करेंगे

नरेन्द्र मोदी ने वीवाटेक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि;एकजुट होकर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने,पृथ्वी को अगली महामारी से बचाने के लिए काम करने की जरूरत attacknews.in

नयी दिल्ली 16 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर दुनिया भर में हुई उथल पुथल की निराशा से बाहर निकल कर सबको एकजुट होकर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने तथा पृथ्वी को अगली महामारी से बचाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।

श्री मोदी ने वीवाटेक के 5 वें संस्करण में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्य अतिथि के रूप में भाषण देते हुए यह बात कही। प्रधानमंत्री को 2016 से हर साल पेरिस में हो रहे यूरोप के सबसे बड़े डिजिटल और स्टार्टअप कार्यक्रमों में से एक वीवाटेक 2021 में संबोधन के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम करते रहे हैं। इनमें प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल सहयोग के उभरते हुए क्षेत्र हैं। यह वक्त की जरूरत है कि ऐसे सहयोग को निरंतर बढ़ाया जाए। इससे न सिर्फ हमारे राष्ट्रों, बल्कि दुनिया को भी काफी हद तक सहायता मिलेगी।

उन्होंने बताया कि इन्फोसिस फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट के लिए तकनीकी समर्थन उपलब्ध करा रही है और एटस, कैपाजेमिनी जैसी फ्रांस की कंपनियों के साथ सहयोग कर रही है, वहीं भारत की टीसीएस और विप्रो दुनिया भर की कंपनियों व नागरिकों की सेवा करने वाली दोनों देशों की आईटी प्रतिभा का उदाहरण हैं।

श्री मोदी ने कहा कि कि जहां परंपरा नाकाम होती हैं, वहीं नवाचार से सहायता मिलती है। महामारी के दौरान डिजिटल तकनीक ने मुकाबला करने, जुड़ने, सहज होने और दिलासा देने में हमारी मदद की। भारत की यूनिवर्सल और विशेष बायो मीट्रिक डिजिटल पहचान प्रणाली – आधार ने गरीबों को समयबद्ध वित्तीय समर्थन उपलब्ध कराने में सहायता की।

प्रधानमंत्री ने बताया, “हमने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन की आपूर्ति की है और कई परिवारों को रसोई गैस सब्सिडी दी है। भारत में हम कम समय में विद्यार्थियों की मदद के लिए दो सरकारी डिजिटल शिक्षा कार्यक्रमों- स्वयं और दीक्षा के संचालन में सक्षम हुए हैं।”

बीते साल विभिन्न क्षेत्रों में आई उथलपुथल के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि व्यवधान का मतलब निराशा नहीं है। इसके बजाय मरम्मत और तैयारी की दो आधारशिलाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

श्री मोदी ने कहा, “बीते साल इस समय, दुनिया एक वैक्सीन खोज रही थी। आज, हमारे पास कुछ वैक्सीन हैं। इसी प्रकार, हमें अपने स्वास्थ्य अवसंरचना और हमारी अर्थव्यवस्थाओं की मरम्मत का काम जारी रखना है। भारत में हमने खनन, अंतरिक्ष, बैंकिंग, परमाणु ऊर्जा आदि कई क्षेत्रों में व्यापर सुधार लागू किए हैं। इससे पता चलता है कि महामारी के बीच में एक राष्ट्र के रूप में भारत अनुकूलित और मुस्तैद है।”

प्रधानमंत्री ने अगली महामारी से हमारे ग्रह को बचाने की जरूरत पर भी जोर देते हुए कहा , “ हमें ऐसी टिकाऊ जीवनशैलियों पर जोर देना चाहिए, जिनसे पारिस्थितिकी के क्षरण को रोका जा सके। इसके लिए, शोध के साथ-साथ नवाचार में सहयोग बढ़ाना होगा। स्टार्ट-अप समुदाय को इस चुनौती से पार पाने के लिए सामूहिकता की भावना और एक मानव केंद्रित दृष्टिकोण से काम करने की पहल करनी चाहिए। ”

प्रधानमंत्री ने कहा, “स्टार्ट-अप क्षेत्र पर युवाओं का वर्चस्व है। ये लोग अतीत के बोझ से मुक्त हैं। वे वैश्विक बदलाव को सक्षम बनाने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं। हमारे स्टार्ट-अप्स को स्वास्थ्य, अपशिष्ट पुनर्चक्रण, कृषि, नई पीढ़ी के शिक्षा के साधनों सहित पर्यावरण अनुकूल तकनीक जैसे क्षेत्रों में खोज करनी चाहिए।”

मुख्त्तार अंसारी के एंबुलेंस कनेक्शन का हुआ बड़ा खुलासा,इसमें हथियारों का चल रहा था गोरखधंधा बाराबंकी के एम्बुलेंस मामले में वांछित इनामी को किया गिरफ्तार attacknews.in

बाराबंकी,16 जून । उत्तर प्रदेश में बाहुबली मुख्तार अंसारी एम्बुलेंस मामले में वांछित चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी आरोपी आनंद यादव को आज पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह अदालत में आत्मसमर्पण करने की फिराक में था

गौरतलब है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2013 में एक एम्बुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय से पंजीकृत कराई गई थी।इस एम्बुलेंस का प्रयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किया जा रहा था।

पंजाब की रोपड जेल में बंद मुख्तार अंसारी द्वारा पेशी पर इसी एम्बुलेंस से मोहाली अदालत जाने के दौरान ये एम्बुलेंस चर्चा में आई थी।

बाराबंकी संभागीय परिवहन विभाग में जब इस एम्बुलेंस की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसका नवीनीकरण ही नहीं कराया गया था।

कागजात खंगाले गए तो ये डॉ. अलका राय की फर्जी आईडी से पंजीकृत पाई गई ।

इस मामले में डॉ. अलका रॉय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मुजाहिद समेत कई के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा लिखाया गया था. बाद में छानबीन में मुख्तार की संलिप्तता पाए जाने पर मुकदमे में धाराएं बढ़ाते हुए उनका नाम भी बढ़ाया गया था इस मामले में पुलिस ने डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय और राजनाथ यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

साथ ही इस मामले में वांछित चल रहे आनंद यादव, शाहिद और मुजाहिद की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया था।जिसमें से आरोपी आनंद यादव को आज गिरफ्तार कर लिया गया।इस पर 25 हजार रुपये का इनाम था, बाकी दो इनामी अपराधियों की तलाश की जा रही है।

मुख्त्तार अंसारी के एंबुलेंस कनेक्शन का खुलासा, हथियारों का चल रहा था गोरखधंधा

उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद विधायक मुख्तार अंसारी के साथ चलने वाली एम्बुलेंस के मामले में नया खुलासा हुआ है। उस एम्बुलेंस में हथियार भी ले जाए जाते थे।

हिंदुस्तान के मुताबिक,इस बात की पुष्टि पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने की है। उन्होंने बताया कि फर्जी एड्रेस पर रजिस्टर्ड एम्बुलेंस के मामले में फरार अभियुक्तों के अलावा कई अन्य नाम जांच के दौरान प्रकाश में आए हैं। यह भी सामने आया है कि एम्बुलेंस से हथियार भी आते-जाते रहे हैं। मामले से जुड़े सभी लोग रडार पर हैं। सबूत संकलन के बाद इनपर कार्रवाई की जाएगी।

प्रसाद ने बताया कि पंजाब जेल में बंद मुख्तार अंसारी को लेकर अदालत ले जाने वाली एम्बुलेंस बाराबंकी से पंजीकृत थी। इस मामले में पड़ताल के बाद पंजीकरण के लिए लगाई गई वोटर आईडी फर्जी पाई गई थी जिसे लेकर 2 अप्रैल को शहर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था। पड़ताल के बाद मऊ जिले के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ.अलका राय, उनके पति एसएन राय व राजनाथ यादव को जेल भेजा गया था। मुख्तार को भी आरोपी बनाया गया था। अभी मुख्तार अंसारी का प्रतिनिधि मुजाहिद व लखनऊ के मो. आफिरी उर्फ शाहिद फरार हैं।

पुलिस अधीक्षक प्रसाद ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि मो. जाफिरी उर्फ शाहिद ने डॉ. अलका राय को एक आडियो भेजा था, जिसमें बताया गया था कि पुलिस यदि पूछताछ करे तो क्या कहना है। शाहिद ने कहा था कि बता देना कि मुख्तार अंसारी की पत्नी बीमार थीं और उन्होंने किराए पर एम्बुलेंस ली थी और पंजाब गईं थीं।

ब्राजील में कोरोना के 19 स्वरूपों की पहचान हुई इनमें से पी.1 (अमेज़ॅनियन) के 89.9 प्रतिशत मामले मिले है attacknews.in

रियो डी जनेरियो, 17 जून (स्पूतनिक) ब्राजील के साओ पाउलो प्रांत में कोरोना वायरस (कोविड-।
9) के कम से कम 19 स्वरूपों की पहचान की गई है।

ब्राजील के जैविक अनुसंधान केंद्र इंस्टीट्यूटो बुटानटन ने एक बयान में कहा, “साओ पाउलो प्रांत में कोरोना वायरस के 19 स्वरूप पाये गये है।

इनमें से पी.1 (अमेज़ॅनियन) के 89.9 प्रतिशत मामले मिले है।

” बयान में कहा गया कि बी.1.1.7 के 4.2 प्रतिशत मामले पाये गये हैं।

बछड़े के सीरम विवाद में “कोवैक्सीन” बनाने वाली दवा कंपनी भारत बायोटेक ने बयान जारी कर कहा,“ विषाणु वैक्सीन को बनाने में नवजात बछड़े के रक्त के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है,यह केवल कोशिकाओं की वृद्धि के लिए किया जाता है लेकिन इसे सार्स कोविड- 2 की वृद्धि या अंतिम फार्मूलेशन में इस्तेमाल नहीं किया जाता है ”attacknews.in

कोवैक्सीन में निष्क्रिय विषाणु अवयव, उच्च तरीके से परिष्कृत: भारत बायोटेक

हैदराबाद/ नईदिल्ली , 16 जून । स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को विकसित करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि यह वैक्सीन उच्च तरीके से परिष्कृत है और इसमें सभी अशुद्धियों को हटाकर केवल विषाणु को निष्क्रिय करके डाला जाता है।

भारत बायोटेक ने यहां जारी एक बयान में बुधवार को कहा,“ विषाणु वैक्सीन को बनाने में नवजात बछड़े के रक्त के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है और यह केवल कोशिकाओं की वृद्धि के लिए किया जाता है लेकिन इसे सार्स कोविड- 2 की वृद्धि या अंतिम फार्मूलेशन में इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ”

इस बयान में कहा गया है कि बोवाइन सीरम का इस्तेमाल कई दशकों से वैश्विक स्तर पर वैक्सीन बनाने के लिए किया जाता रहा है और ‘नवजात बछड़े के सीरम के इस्तेमाल’ को विभिन्न प्रकाशनों में बहुत ही पारदर्शिता के साथ वर्णित किया गया है। इसे पिछले नौ महीनों में प्रयोग किया गया है। ”

इससेे पहले कंपनी ने कहा था कि उसने अब तक अपने संसाधनों से जोखिम लेकर कोवैक्सीन के विकास, चिकित्सकीय परीक्षणों और इसके निर्माण संयंत्रों की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि निवेश की है।

भारत बायोटक देश के विभिन्न राज्यों में नए संयंत्रों की स्थापना और मौजूदा संयंत्रों को अधिक सक्षम बनाने के लिए निवेश कर रहा है।

कंपनी ने कहा है कि कोरोना विषाणु के नए वेरिएंट के खिलाफ कारगर वैक्सीन को बनाने की दिशा में उत्पाद विकास की प्रकिया हमारे संयंत्रों में चल रही है।

कोवैक्सीन में बछड़े के खून की अफवाह निराधार, टीकाकरण विफल करने का पाप कर रही है कांग्रेस – सुशील

इधर पटना में बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस पहले दिन से भारत में टीकाकरण के महाअभियान को विफल करने की साजिश में लगी है और अब वह कोवैक्सीन को लेकर धार्मिक भावनाएं भड़काने तथा साम्पदायिक तनाव पैदा करने पर उतर आई है।

श्री मोदी ने बुधवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि कोरोना की वैक्सीन में गाय के बछड़े के खून की अफवाह फैलाना पूरी तरह निराधार और भ्रामक है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन में बछड़े के खून की अफवाह उस कांग्रेस की तरफ फैलायी जा रही है, जिसकी सरकार ने गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग को लेकर 1966 में संसद के सामने अहिंसक प्रदर्शन करने वाले 400 से ज्यादा साधुओं पर गोली चलवा दी थी।

भाजपा सांसद ने कहा कि संतों की हत्या के खून से जिसके हाथ रंगे है, वह कांग्रेस आज कोरोना टीका के विरुद्ध दुष्प्रचार करने का महापाप कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी टीका विकसित होने पर गर्व करने के बजाय कांग्रेस शुरू से इसके खिलाफ तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। कभी कोवैक्सीन को विदेशी टीके से घटिया बताया गया, कभी इसे भाजपा का टीका कहा गया, तो कभी इसके दाम पर सवाल उठाये गए।

श्री मोदी ने कहा कि टीकाकरण को विफल कर कांग्रेस आज भी कोरोना से मौत का आंकड़ा इतना बढाना चाहती है कि भारत को दुनिया भर में बदनाम किया जा सके । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने सबसे तेज टीकाकरण कर सरकार ने लाशों की राजनीति करने वालों को करारा तमाचा लगाया।

कोवैक्सीन पर भ्रम फैलाकर कांग्रेस ने किया ‘महापाप’: संबित

कोरोना के टीके ‘कोवैक्सीन’ में गाय के बछड़े का ‘सीरम’ मिलाये जाने के कांग्रेस के आरोप के जवाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि पार्टी ने वैक्सीन के संबंध में भ्रम फैलाकर महापाप किया है।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘कोवैक्सीन’ में बछड़े का ‘सीरम’ नहीं मिलाया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय और वैज्ञानिकों ने साफ तौर पर कहा है कि कोवैक्सीन में किसी भी प्रकार का गाय या बछड़े का सीरम नहीं मिला हुआ है। वैक्सीन में ‘वेरोसेल’ का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक तरह से खाद का काम करता है। यह ‘वेरोसेल’ समय के साथ-साथ खत्म हो जाता है।

श्री पात्रा ने कहा, “यह वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है और इसमें किसी भी प्रकार का अपभ्रंश नहीं है।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ‘कोवैक्सीन’ में गाय के बछड़े का सीरम और खून होता है। जब हमने सोशल मीडिया में इस दुष्प्रचार को देखा तो उसमें यहां तक लिखा था कि गाय और बछड़ों को मारकर ये वैक्सीन तैयार की जा रही है। यह कांग्रेस द्वारा फैलाया जा रहा भ्रम है। ‘

श्री पात्रा ने कहा, “ कोवैक्सीन पर कांग्रेस ने कई बार सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बताएं कि उन्होंने कब वैक्सीन लिया था। गांधी परिवार ‘वैक्सीनेटेड है या नहीं? क्या गांधी परिवार को कोवैक्सीन पर भरोसा है? उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। इस वैश्विक महामारी में हमें वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए, न कि भ्रम फैलाना चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और पार्टी के सोशल मीडिया के राष्ट्रीय संयोजक गौरव पांधी ने आरोप लगाया है कि ‘कोवैक्सीन’ में गाय के बछड़े का सीरम होता है और गाय के बछड़े को मारकर ये वैक्सीन तैयार की जाती है। श्री पांधी ने ‘सूचना के अधिकार’ के तहत मिले दस्तावेज के हवाले से यह दावा किया था।

सुनंदा पुष्कर की हत्या या मौत के मामले में जमानत पर चल रहे पति शशि थरूर के खिलाफ आरोप तय करने की तिथि दो जुलाई निर्धारित attacknews.in

नयी दिल्ली, 16 जून । वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत मामले में दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को श्री थरूर के खिलाफ आरोप तय करने की तिथि दो जुलाई निर्धारित की है। वह 17 जनवरी 2014 की रात राजधानी के एक होटल में अपने कमरे में मृत पाई गईं थी।

इससे पहले की सुनवाई में राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने कहा था कि अगर 16 अप्रैल तक आदेश जारी नहीं किया जाता है तो एक अल्प अवधि वाली तारीख दे दी जाएगी।

इस मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष की श्री थरूर के खिलाफ आपराधिक मामले में आरोप तय किये जाने चाहिए या नहीं तय किये जाने चाहिए, संबंधी दलीलें सुनने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

श्री थरूर की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील विकास पाहवा ने कहा कि अभियोजन पक्ष श्री थरूर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत आरोप साबित करने के लिए धारा 498ए और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 113 ए को एक साथ लेकर चलना चाहता है, लेकिन उनका केस कुछ भी हो लेकिन वह यह साबित करने में असफल हुए हैं कि यह आत्महत्या का मामला है।

श्री पाहवा ने कहा कि सीएफएसएल की रिपोर्ट (जिस पर अभियोजन पक्ष विश्वास नहीं करता) के अनुसार श्रीमती पुष्कर के रक्त में वह ड्रग्स नहीं मिला था जिसको लेकर कयास लगाए जा रहे थे।

सरकारी पक्ष के वकील अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि यह कोई दुर्घटनावश मौत नहीं थी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी इसे जहर दिए जाने का मामला मानती है चाहे वह मुंह के जरिए दिया गया हो या इंजेक्शन लगाया गया हो।

अभियोजन पक्ष का यह भी कहना है कि श्रीमती पुष्कर को उनके पति शशि थरूर मानसिक तौर पर आघात पहुंचाते थे क्योंकि वह अपने पति के कथित विवाहेत्तर संबंधाें के बारे में परिचित थी।

श्री पाहवा ने दलील दी कि उनके मुवक्किल का किसी भी महिला के साथ कोई संबंध या अफेयर नहीं था।

गौरतलब है कि श्रीमती पुष्कर राजधानी के एक लक्जरी होटल में 17 जनवरी 2014 को अपने कमरे में मृत पाई गई थी। थरूर दंपति अपने आधिकारिक बंगले की मरम्मत के कारण इस हाेटल में रह रहा था। दिल्ली पुलिस ने श्री थरूर के खिलाफ भारतीय दंड़ संहिता की धारा 498ए और 306 के तहत मामला दर्ज किया था लेकिन इस मामले में उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था।

पांच जुलाई 2018 को अदालत ने उनकी जमानत मंजूर कर ली थी।

शिवराज सिंह चौहान ने पीयूष गोयल से चमकविहीन गेहूँ का उठाव करवाने,सदानन्द गौड़ा से डीएपी और यूरिया राज्य को शीघ्र जारी करने तथा नरेन्द्र सिंह तोमर से किसानों से निर्धारित प्रावधान अनुसार खरीदी के संशोधित लक्ष्य जारी करने का आग्रह किया attacknews.in

भोपाल, 16 जून । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में केन्द्रीय रेल, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल से उनके कार्यालय में मुलाकात कर प्रदेश में इस वर्ष कोरोना की दूसरी लहर की कठिन परिस्थिति में किसानों के चमकविहीन गेहूँ का उठाव करवाए जाने का अनुरोध किया।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने बताया कि इस वर्ष भी प्रदेश में 128.16 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन हुआ है और इसका पूरा श्रेय किसानों को जाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई असमय वर्षा के कारण प्रदेश के 26 जिलों में गेहूँ की चमकविहीनता की स्थिति उत्पन्न हुई है, लेकिन उसकी पौष्टिकता और गुणवत्ता बरकरार है। श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार ने 10 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूँ का उपार्जन करने की अनुमति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि राज्य में असमय वर्षा के कारण चमकविहीनता का प्रतिशत 10 से लेकर 80 प्रतिशत तक हो गया, जिसका उपार्जन किसानों के हित में किया गया है। उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्र सरकार भारतीय खाद्य निगम द्वारा 80 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उठाव शीघ्रातिशीघ्र कराये, जिससे भण्डारण की समस्या उत्पन्न न हो।

उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गेहूँ की खपत सीमित होने कारण उपार्जित चमकविहीन गेहूँ के निस्तारण में अत्यधिक समय लगने की संभावना है। अतः विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी उपार्जित चमकविहीन गेहूँ का भारतीय खाद्य निगम में परिदान लिये जाने की अनुमति शीघ्र प्रदान करें।

केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को ध्यान से सुना और इस संबंध में उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

श्री चौहान ने केन्द्र में लम्बित प्रदेश की विभिन्न रेल परियोजनाओं पर भी चर्चा की और उन पर केन्द्र द्वारा शीघ्र निर्णय लेने का अनुरोध किया। केन्द्रीय रेल मंत्री श्री गोयल ने लम्बित परियोजनाओं पर शीघ्र निर्णय लेने का आश्वासन दिया।

शिवराज ने सदानन्द गौड़ा से भेंट कर डीएपी और यूरिया राज्य को शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया

मुख्यमंत्री चौहान नेप्रवास के दौरान केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानन्द गौड़ा से भी मुलाकात कर राज्य में डीएपी की समस्या से अवगत कराया।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में बुआई प्रारम्भ होने से डीएपी की मांग अत्याधिक बढ़ गई है और डीएपी की कम उपलब्धता के कारण प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ने की संभावना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आग्रह किया कि 3.46 लाख मीट्रिक टन डीएपी तथा 3.84 लाख मीट्रिक टन यूरिया का संशोधित आवंटन शीघ्र जारी किया जाये। साथ ही 25 जून तक डीएपी अनिवार्यतः राज्य को प्रदाय करवाये, जिससे किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध करवाया जा सके।

श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि बल्क ड्रग क्षेत्र में आत्म-निर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य से 1276 करोड़ रुपये की लागत का बल्क ड्रग पार्क तथा 193 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल डिवाइसेस पार्क की स्थापना के प्रदेश के प्रस्ताव केन्द्र में लम्बित हैं। इन पार्क की अधोसंरचना का विकास किया जा चुका है। प्रस्तावित उद्योगों के लिए बिजली, पानी एवं जमीन की व्यवस्था की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि इसकी शीघ्र अनुमति दी जाये, जिससे निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। केन्द्रीय मंत्री श्री गौड़ा ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार को डीएपी और यूरिया की कमी नहीं होने दी जायेगी। इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही मंत्रालय द्वारा की जायेगी।

शिवराज ने नरेन्द्र सिंह तोमर से भेंट की

चौहान ने प्रवास के दौरान केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात कर किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित प्रावधान के अनुसार खरीदी करने के लिए प्रदेश के प्रस्ताव के अनुसार संशोधित लक्ष्य जारी करने का आग्रह किया।

आधिकारिक जानकारी में श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 विपणन के लिए प्रदेश के लिए मूंग का 34 हजार 20 मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और मूल्य स्थिरीकरण कोष से मूंग फसल का एक लाख मीट्रिक टन लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस प्रकार प्रदेश को कुल 1.34 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग का 6.56 लाख मीट्रिक टन और उड़द का 0.49 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है।