बारामूला 28 जुलाई । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवाद की फंडिंग के मामले में रविवार को सीमा पार व्यापार करने वाले चार लोगों के घरों पर छापे मारे।
एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इससे कुछ दिन पहलेे एनआईए ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले और श्रीनगर में सीमा पार व्यापार करने वाले सात ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन ठिकानों का इस्तेमाल आतंकवादी राज्य में पैसा भेजकर आतंक फैलाने के लिए करते थे।
सुरक्षाबलों और राज्य पुलिसकर्मियों की मदद से एनआईए के अधिकारियों ने तारिक अहमद, बिलाल भट, आसिफ अहमद लोन और तनवीर अहमद नामक व्यापारियों के घरों पर छापे मारे।
अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह सुरक्षाबलों और राज्यपुलिसकर्मियों ने बारामूला के पुराने शहर में चार व्यापारियों के घरों की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया। इसके बाद एनआईए के अधिकारियों ने उनके घरों में छापेमारी की। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक छापेमारी जारी थी। सभी चारों व्यापारी सीमा पार व्यापार करने वाले हैं।
इससे पहले 23 जुलाई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के मामले में सीमा पार व्यवसाय में शामिल व्यापारी गुलाम अहमद वानी उर्फ बर्दाना के दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिला स्थित आवास पर छापेमारी की थी।
बर्दाना सीमा पार (भारत और पाकिस्तान के बीच) व्यापार में शामिल व्यापारियों में से एक हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद और श्रीनगर के बीच व्यापार को आठ मार्च से निलंबित कर दिया गया है क्योंकि यह (व्यापार) आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। इस साल फरवरी में पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 44 जवानाें के शहीद होने और कई अन्य के घायल होने के बाद व्यापार को निलंबित कर दिया गया। इन कारणों से ही गत आठ मार्च से श्रीनगर और पीओके के बीच चलने वाली कारवां-ए-अमन बस भी स्थगित है।
एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब तक कश्मीर घाटी में दो दर्जन से अधिक अलगाववादी नेताओं और व्यापारियों को आतंकी फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने घाटी के कई मीडियाकर्मियों से भी इस संबंध में पूछताछ की है। attacknews.in