इटावा, 10 फरवरी। कभी डाकुओं के लिये कुख्यात चंबल घाटी को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिये रेलवे ने एक नई पहल शुरू की है।
उत्तर प्रदेेश के इटावा जिले को कभी चम्बल के डाकुओं के लिए जाना जाता था लेकिन पिछले कुछ सालों से प्रशासन ने यहां की कायापलट कर दी है। इटावा जिले को दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए रेेलवे स्टेशन पर ही यात्रियाें काे यहां की धराेेहरों का दीदार कराया जायेगा।
देशी-विदेशी पर्यटको को चंबल घाटी के ऐतिहासिक महत्व से वाफिक कराने का काम दिल्ली-हावडा रेलमार्ग के इटावा जक्शंन स्टेशन पर शुरू कर दिया गया है। इटावा स्टेशन पर कानपुर के पेंटर मोहम्मद फहीम की अगुवाई मे टिकट बुकिंग कांउटर हॉल मे इटावा सफारी पार्क थीम की एक बडी डिजायन को उकेरने का काम शुरू किया गया है।
पेंटर मोहम्मद फहीम नेे बताया कि रेलवे अधिकारियों के निर्देश पर वह यहा काम कर रहा है। सबसे पहले इटावा सफारी पार्क की थीम का डिजायन तैयार किया जायेगा।
मोहम्मद फहीम ने बताया कि करीब नौ फुट उंची और 30 फुट लंबी दीवार पर बेहतरीन रंगो से इटावा सफारी पार्क की डिजायन को बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस डिजायन मे इटावा सफारी पार्क के दो शेरो के अलावा बड़े-बड़े अक्षरो मे इटावा सफारी लिखा हुआ रहेगा। इसी के साथ ही नीचे के हिस्से मे भी दो शेर नजर आयेगे।
उन्होंने कहा कि यह डिजायन तीन दिन में बन कर पूरी तरह से तैयार हो जायेगा। इस डिजायन की खूबसूरती स्टेशन पर प्रवेश करते समय, यात्रियों को टिकट लेते समय ही दीदार हो जायेगा। इसको देखकर लोग यहॉ के महत्व से वाकिफ हो जायेंगे ।attacknews.in
रेलवे विभाग के मंडल प्रबन्धक एस0 के0 पंकज दो दिन पहले इटावा जक्शंन का पहले दौरा करने आये थे। उसी दरम्यान उन्होंने रेलवे अधिकारियों को इटावा के ऐतिहासिक महत्वो की तस्वीरो को उकेरने के निर्देश दिया। उन्होने स्पष्ट किया था कि इटावा जक्शंन को आदर्श स्टेशन बनाने की दिशा मे कोई कमी नही रहने दी जायेगी ।
इसके अलावा चित्रों में सुमेर सिंह किला, सिद्ध पीठ माता कालीबांह मंदिर समेत कई अन्य धरोहरों को यहां उकेरा जायेगा। रेलवे ने इसकी तैयारियां काफी पहले से शुरू कर दी हैं।attacknews.in
इटावा-भिंड़, बाह-बटेश्वर-आगरा व इटावा-मैनपुरी तीन नई लाइनें शुरु होने के बाद इटावा स्टेशन को इटावा जंक्शन का दर्जा मिल गया है। अभी तक यह सिर्फ आदर्श स्टेशन के रुप में ही जाना जाता था । नई लाइनें शुरू होने के बाद यहां यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। आने वाले दिनों में कई प्रमुख ट्रेनों का टहराव इटावा जक्शंन पर होगा।
दिल्ली हावडा रेलमार्ग के बीच इटावा जक्शंन स्टेशन का राजनैतिक एवं साहित्य के क्षेत्र में प्रमुख स्थान माना जाता है। इटावा सफारी पार्क का उद्घाटन होने के बाद देश-विदेश के सैलानी इटावा आएंगे। इसलिए रेलवे ने इन सैलानियों के साथ आम यात्रियों को इटावा की प्रमुख धरोहरों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए रेलवे स्टेशन पर उनकी तस्वीर बनाने का फैसला लिया हुआ है।attacknews.in
देश की आजादी के लिए यहां का साहित्य एवं धर्म के क्षेत्र में प्रमुख स्थान रहा है। यहां पर आज भी कई ऐसी प्रमुख इमारतें हैं जो अन्य कहीं देखने को नहीं मिलेगी। चतुर्दिग वाहिनी यमुना नदी के किनारे राजा सुमेर सिंह का किला बना हुआ है जो आज वीवीआईपी गेस्ट हाउस के रूप में तब्दील हो चुका है। इस किले का दृश्य इटावा स्टेशन के मुख्य भवन पर बनाया जाएगा।
आने वाले यात्रियों को ऐसा प्रतीत होगा कि जैसे वह स्टेशन पर नहीं बल्कि समुरे सिंह किले पर जा रहे हैं। इटावा ही नहीं बल्कि देशभर में ख्याति प्राप्त सिद्धशक्ति पीठ माता कालीबांह मंदिर का दीदार भी अब यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर हो जायेगा।attacknews.in