भोपाल 27 अक्टूबर । कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई मप्र ने छात्रसंघ चुनावों के लिए अपना घोषणा पत्र आज जारी कर दिया है।
एनएसयूआई ने अपने घोषणा पत्र में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने सहित छात्र कल्याण के लिए 50 वादे किए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े ने आज घोषणा पत्र जारी करते हुए दावा किया है कि एनएसयूआई के अथक प्रयासों के चलते ही सभी सरकारी और गैर सरकारी कालेजों में छात्रसंघ चुनाव हो रहे हैं। उन्होनें कहा है कि प्रदेश में उच्च शिक्षा का वातावरण सुधारने और छात्रों के कल्याण के लिए हर वादे पर अमल करेगी।
एनएसयूआई का घोषणा पत्र –
– कालेज परिसर में भेदभावपूर्ण नीति पर रोक लगाए जाने और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए काम किया जाएगा।
– सभी कॉलेज में हर महीने छात्र समस्या निवारण पंचायत और स्टूडेंट्स का स्वास्थ्य एवं दुर्घटना बीमा की व्यवस्था के प्रयास।
– सभी सरकारी कॉलेज में स्थायी प्राचार्य एवं ट्रेनिंग प्लेसमेंट ऑफिसर की नियुक्ति और छात्राओं की फीस में 30 प्रतिशत छूट का प्रयास।
– सभी कॉलेज में छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग और ग्रामीण क्षेत्र के सभी कॉलेज में स्नातकोत्तर कोर्स प्रारंभ किए जाने के प्रयास।
– यूनिवर्सटी से विभिन्न प्रमाण पत्र प्राप्ति के लिए समयबद्ध एवं सरल प्रक्रिया का निर्माण किए जाने के लिए प्रतिबद्ध।
– प्रत्येक सरकारी कॉलेज में आडिटोरियम और जनभागीदारी समिति को भंग कर समाप्त किए जाने के लिए प्रतिबद्ध।
– विकलांग छात्रों की मदद के लिए विशेष नीति और कॉलेज के लिए नि:शुल्क बस सेवा प्रारंभ किए जाने के लिए प्रयास।
– शासकीय कॉलेज में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और विश्वविद्यालय स्तर पर समस्या समाधान सेल का गठन।
– निजी हॉस्टल एवं पीजी के किराए को नियंत्रण करने के लिए संस्था या समिति का गठन किए जाएगा।
– बाहरी छात्रों को एवं उनके वाहनों को कॉलेज परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए जाने काम किया जाएगा।
– हॉस्टल के कमरों में फर्नीचर की व्यवस्था और भोजन एवं सुरक्षा के बेहतर प्रबंध किए जाने के प्रयास।
– सभी कॉलेजों में नि:शुल्क वाई-फाई सुविधा दिए जाने और सभी सरकारी कॉलेज में रिक्त पदों की पूर्ति के लिए काम करेंगे।
– प्रत्येक शासकीय कॉलेज में ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था और विषयवार स्टडी टूर की सुविधा दिए जाने का काम किया जाएगा।
– सभी यूनिवर्सटी में नि:शुल्क पुर्नमूल्यांकन प्रारंभ किए जाने और शासकीय कॉलेज में रोजगार मेला लगाए जाने के प्रयास।
– अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के छात्रों की समस्याओं के लिए अलग से सेल का गठन किए जाने के प्रयास।
– सरकारी कॉलेज में कैंटीन को आधुनिक तरीके से विकसित किए जाने और गर्मियों में कॉलेज कक्षाओं में कूलर की व्यवस्था कराए जाने के प्रयास।
– शासकीय कॉलेज में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर स्पोर्ट्स सामग्री उपलब्ध कराए जाने।
– सभी सरकारी कॉलेज में गर्ल्स कॉमन रूम का निर्माण और प्रत्येक जिले में इंटर कालेज कार्यक्रम आयोजित करवाना।
– ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा को बंद कर मैन्युअल प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ किए जाने।
– प्रत्येक सरकारी कॉलेज में वॉटर कूलर एवं आरओ की व्यवस्था शुरु कराए जाने।
– कॉलेज में कक्षाओं को नेशनल नॉलेज नेटवर्क से जोड़े जाने और हर कॉलेज में प्लेसमेंट सेल का गठन किए जाने।
– सरकारी कॉलेज में लेब को आधुनिक उपकरणों से युक्त कराए जाने और एनसीसी,एनएसस यूनिट का गठन कराए जाने।
– सभी सरकारी कॉलेज में सांस्कृतिक एवं स्पोर्ट्स के साप्ताहिक इवेंट्स आयोजित कराए जाने।
– ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाएं, अंग्रेजी ट्यूशन एवं अन्य सहायक व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने।
– कॉलेज में नामकरण महान वैज्ञानिक, एकेडेमिशियन एवं साहित्यकारों के नाम पर किए जाने।
– प्रत्येक कॉलेज में सीसीटीवी कैमरा लगवाए जाने और गर्ल्स में कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड महिलाओं को ही बनाए जाने।
– छात्रवृत्ति बढ़ाए जाने और उसका भुगतान समय पर कराए जाने।