मुंबई 08 सितम्बर। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को शिवसेना की ओर से रपब्लिक टीवी के प्रबंध निदेशक एवं एडीटर-इन-चीफ अर्णव गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सदन में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद हंगामा हो गया।
इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से तुलना किये जाने संबंधी टिप्पणी पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया गया।
शिवसेना के प्रताप सरनाइक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार पर बेबुनियाद टिप्पणी और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने के मामले को लेकर अर्णव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि अर्णव ने टीवी डिबेट के दौरान मंत्रियों, सांसदों और विधायकों का अपमान किया है तथा सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बहुत से लोगों पर अपुष्ट आरोप लगाये हैं।
श्री सरनाइक ने कहा, “ मीडिया की स्वतंत्रता के नाम पर अर्णव गोस्वामी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार और अन्य की छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। मैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं।”
संसदीय मामलों के मंत्री अनिल परब ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
श्री परब ने कहा , “ अर्णव स्वयं को एक जज समझ रहे हैं तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी और शरद पावर जी के खिलाफ अशिष्ट भाषा का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “ हम ऐसे पत्रकारों पर कार्रवाई की मांग करते हैं जो मंत्रियों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हैं।” उन्होंने सवाल उठाया कि अगर प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग किये जाने पर कार्रवाई हो सकती है , तो मुख्यमंत्री के मामले में क्यों नहीं हो सकती।
राकांपा नेता छगुन भुजबल और समाजवादी पार्टी के अबू आजमी ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।