नयी दिल्ली 19 फरवरी ।सरकार द्वारा गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज यहां हुई पहली बैठक में श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के अग्रणी संत महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया और घोषणा की गयी कि राममंदिर का निर्माण उसी मॉडल पर किया जाएगा जाे करीब दो दशक से रामभक्तों के मानसपटस पर अंकित है।
ट्रस्ट की बैठक में महंत नृत्यगोपाल दास को अध्यक्ष और श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में शुरू से अब तक शामिल रहे विश्व हिन्दू परिषद के नेता चंपत राय को महामंत्री बनाने का निर्णय लिया गया जबकि प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया हैं। महंत गोविंद देव गिरी को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
बैठक में तय किया गया कि ट्रस्ट का खाता अयोध्या स्थित भारतीय स्टेट बैंक में खोला जाएगा और श्री चंपत राय, महंत गोविंद देव गिरी और श्री अनिल मिश्रा में से किन्हीं दो के हस्ताक्षर से उसका संचालन किया जाएगा।
बैठक में प्रस्ताव पारित करके 1528 से 1984 तक श्रीरामजन्मभूमि के लिए प्राणों का बलिदान देने वाले संतों एवं वीर पुरुषों को श्रद्धांजलि दी गयी तथा उच्चतम न्यायालय का फैसला आने तक अनुकूल वातावरण बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्र सरकार, संविधानिक संस्थाओं एवं सर्वसमाज को धन्यवाद दिया।
अगले प्रस्ताव में महंत नृत्यगोपाल दास एवं श्री चंपत राय को ट्रस्टी बनाया गया और फिर कार्यकारिणी का गठन किया गया।
बैठक समाप्त होने के बाद श्री चंपत राय ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में तय किया गया है कि श्री रामजन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर का मॉडल वही होगा जो करीब दो दशकों से जनमानस के हृदयपटल पर अंकित है। अयोध्या में कार्यशाला में बन रहे स्तंभों एवं गांव गांव से एकत्र रामशिलाओं से मंदिर निर्माण होगा। उन्होंने यह संकेत दिया कि मंदिर का आकार यानी लंबाई चौड़ाई एवं ऊंचाई बढ़ायी जा सकती है।
बैठक में जाने वाले वकील एवं उच्चतम न्यायालय में राममंदिर मामले की पैरवी करने वाले श्री के परासरन, महंत धीरेंद्र दास, स्वामी परमानंद जी महाराज, वासुदेवानंद जी महाराज, चंपत राय, महंत नृत्य गोपाल दास, कामेश्वर चौपाल, अवनीश अवस्थी, महंत गोविंद देव गिरी जी महाराज, स्वामी विश्व प्रसन्ना तीर्थ, स्वामी दिनेन्द्र दास जी महाराज, विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्रा, अनिल मिश्रा ने हिस्सा लिया। केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार, उत्तर प्रदेश सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट अनुज झा ने बैठक में भाग लिया।
गौरतलब है कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में निर्णय देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर पांच फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान किया था।
मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने की तिथि के बारे में पूछे जाने पर स्वामी गोविंददेव गिरि ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया है जो विशेषज्ञों एवं अन्य लोगों से विचार विमर्श करके यह तय करेगी कि निर्माण कार्य कब से शुरू किया जाए?
सूत्रों ने हालांकि बताया कि एक विचार यह आया था कि दो अप्रैल को रामनवमी को मुहूर्त कार्य किया जाए ।
बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में दिल्ली की फर्म वी शंकर अय्यर एंड कंपनी को स्वीकार किया गया ।
बैठक में नौ प्रस्ताव पारित किये गए । इस बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अतिरिक्त सचिव गृह विभाग ज्ञानेश कुमार शामिल हुए । इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आईएएस अवनीश अवस्थी तथा अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा उपस्थित थे ।
सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट की अगली बैठक 15 दिनों बाद अयोध्या में हो सकती है ।
बहरहाल, चंपत राय ने बताया, ‘‘ उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की एक शाखा में बचत बैंक खाता खोला जाए और ट्रस्ट के लिये बैंक लाकर को भी उसी बैंक में सुनिश्चित किया जाए ।
उक्त बचत बैंक खाता में कुल तीन व्यक्ति अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता होंगे जिनमें चंपत राय, गोविंददेव गिरि और डा. अनिल कुमार मिश्रा शामिल हैं ।
उन्होंने बताया कि अयोध्या में एक उचित एवं सुरक्षित स्थान खोजा जायेगा जहां पर ट्रस्ट का स्थायी कार्यालय होगा । यह दायित्व दो न्यासी विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र और डा. अनिल मिश्र को दिया गया है और दोनों अयोध्या के निवासी हैं ।
बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे नृपेन्द्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। भवन निर्माण समिति मुख्य रूप से रामजन्मभूमि के लिये बनने वाले मंदिर से संबंधित प्रशासनिक विषयों के समाधान और कार्रवाई के समुचित निष्पादन का कार्य करेगा ।
एक ट्रस्टी ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्र भवन निर्माण समिति की बैठक करके निर्माण कार्य संबंधी कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे ।
मंदिर निर्माण के खाके के बारे में पूछे जाने पर एक ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि यह मूल रूप से विहिप द्वारा तैयार मॉडल के अनुरूप होगा लेकिन सुझावों के आधार पर कुछ बदलाव हो सकते हैं ।
बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर सभी संवैधानिक संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया । इसमें एक अन्य प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार की सजग भूमिका के लिये धन्यवाद दिया गया । इसमें रामभक्तों के प्रति आभार प्रकट किया गया है ।
इस न्यास का गठन केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है।
न्यास का प्रमुख वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरण को बनाया गया था। इसके अन्य सदस्य हैं जगदगुरु शंकराचार्य, ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज (इलाहाबाद), जगदगुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज (उडुपी के पेजावर मठ से), युगपुरुष परमानंद जी महाराज (हरिद्वार), स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज (पुणे) और विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (अयोध्या) शामिल हैं।