भोपाल, 08 अगस्त । मध्यप्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिलों में बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण मची तबाही के बीच सोमवार से प्रारंभ हो रहे विधानसभा के चार दिवसीय मानसून सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है।
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने आज यहां सत्र प्रारंभ होने के एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक बुलायी। इसका मुख्य उद्देश्य सत्र के सुचारू ढंग से संचालन के संबंध में चर्चा करना रहा।
सत्र सोमवार से प्रारंभ होकर चार दिनों यानी गुरुवार तक चलेगा। इस दौरान कोविड संबंधी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा और मीडिया को भी काफी सीमित संख्या में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
विधानसभा सचिवालय के अनुसार अब तक सचिवालय में कुल 1184 प्रश्नों की सूचना प्राप्त हुई हैं, जबकि ध्यानाकर्षण की 236, स्थगन प्रस्ताव की 17, शून्यकाल की 40, अशासकीय संकल्प की 14 और 139 अविलंवनीय लोक महत्व की चर्चा की 8, याचिकाओं की 15 तथा शासकीय विधेयकों की 3 तथा लंबित विधेयकों की 2 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं।
इस बीच मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी सरकार को बाढ़ से तबाही, किसान और खाद आदि के मुद्दे पर घेरने की योजना बनायी है।