श्रीनगर 4 जून। जम्मू-कश्मीर के शोपियां इलाके में आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया है. आतंकियों इस बार हमले को शोपियां के सबसे भीड़भाड़ वाले बाजार बटपोरा चौक में अंजाम दिया है. हमले में एक दर्जन से अधिक लोगों के हताहत होने की सूचना है. हताहतों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 5 सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं. सभी को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एक सुरक्षाकर्मी और तीन वर्षीय बच्ची सहित तीन लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है. इन सभी को बेहतर इलाज के लिए शोपियां से श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया गया है. वहीं आतंकी हमले की सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है. हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीमें सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
सुरक्षा बल से जुड़े सूत्रों के अनुसार रमजान का महीना होने के चलते इन दिनों जम्मू-कश्मीर के बाजारों में सामान्य से ज्यादा लोगों का आना जाना लगा रहता है. सोमवार दोपहर कुछ आतंकी शोपियां के सबसे व्यस्ततम बाजार बटपोरा चौक में पहुंचे और वहां से गुजर रही सुरक्षाकर्मियों की पेट्रोलिंग पार्टी को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड हमला कर दिया. ग्रेनेड के फटते ही चारों तरफ चींख पुकार मच गई. आतंकियों का मन इतने से भी नहीं भरा. अपनी जान बचाने के इरादे से भाग रहे लोगों पर आतंकियों ने गोलियों की बौछार कर दी.
हमले की ठीक बाद मौके से कुछ दूरी पर मौजूद सुरक्षाकर्मी भी हरकत में आ आए. सूत्रों के अनुसार चारों तरफ लोगों की भगदड़ होने की वजह से सुरक्षाकर्मियों को त्वरित कार्रवाई में परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसी बीच भदगड़ का फायदा उठाकर आतंकी मौके से भागने में सफल रहे. आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों की कई टीमों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है. सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है.
इधर जम्मू में सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के जम्मू फ्रंटियर महानिरीक्षक राम अवतार ने कहा है कि पाकिस्तानी बलों की ओर से भारत की अग्रिम चौकियों पर ताजा हमला एक बार फिर साबित करता है कि इस्लामाबाद कहता कुछ और है तथा करता कुछ और है.
वहीं, जम्मू कश्मीर के बिजली मंत्री सुनील शर्मा ने पाकिस्तान के 3 जून के हमले को लेकर गुस्सा जताया और कहा कि पाकिस्तान को उसके कुकृत्यों के लिए सबक सिखाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान या तो अपनी हरकतों से बाज आए या फिर धरती के नक्शे से मिटने के लिए तैयार रहे.
यह पूछे जाने पर कि दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों के 2003 के संघर्षविराम का अक्षरश: पालन करने पर सहमत होने के बाद भी संघर्षविराम उल्लंघन के मद्देनजर क्या पाकिस्तान पर विश्वास किया जा सकता है, राम अवतार ने कहा, ‘‘हमने जहां फैसले को कड़ाई से क्रियान्वित किया है, वहीं पाकिस्तान का कृत्य आपके सामने है.’’ पाकिस्तान द्वारा 3 जून को किए गए संघर्षविराम उल्लंघन में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए.
राम अवतार ने इस संभावना को भी खारिज किया कि यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो सैनिकों की शहादत थर्मल छलावरण पहने दुश्मनों के हमले में हुई. उन्होंने कहा कि बीएसएफ के दोनों जवान सीमा पार से हुई गोलीबारी में शहीद हुए. अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में शहीद हुए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण यादव और कांस्टेबल विजय कुमार पांडेय – दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. उन्होंने बताया कि जम्मू जिले के अखनूर , कानाचक और खोउर सेक्टरों में पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा 3 जून को की गई अकारण और अंधाधुंध गोलीबारी में 13 आम लोग भी घायल हुए.
दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच लगभग एक हफ्ते पहले ही इस बात पर सहमति बनी थी कि 2003 के संघर्षविराम समझौते को अक्षरश: लागू किया जाएगा, लेकिन पाकिस्तान ने इसके बावजूद संघर्षविराम का उल्लंघन किया. राम अवतार ने कहा कि नयी दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच सैन्य अभियान महानिदेशक स्तर की हालिया बैठक के बाद एक बार फिर यह साबित हुआ है कि पड़ोसी देश कहता कुछ और है तथा करता कुछ और है.
उन्होंने कहा, ‘यह (पाकिस्तान) कह कुछ और रहा है, लेकिन कर कुछ और रहा है. हालिया घटना ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है.’
राम अवतार ने कहा कि बीएसएफ पिछले हफ्ते दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों द्वारा लिए गए फैसले का कड़ाई से पालन कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने रात लगभग सवा बजे अचानक से गोलीबारी शुरू कर दी जिससे हमारे दो सैनिक घायल हो गए जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया.’ राम अवतार ने कहा कि अग्रिम चौकियों पर यह निशाना लगाकर की गई गोलीबारी थी.
यहां बीएसएफ के मुख्यालय में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राम अवतार ने संवाददाताओं से कहा कि जवानों की जान स्नाइपिंग गोलीबारी में नहीं, बल्कि सीमा पार से अचानक की गई गोलीबारी में गई. उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुंहतोड़ जवाब दिया है और आने वाले दिनों में हम जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में जानेंगे.’’
महानिरीक्षक ने कहा कि बीएसएफ ने आम नागरिकों के इलाकों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन पाकिस्तानी बलों ने ऐसा किया. उन्होंने कहा, ‘‘हमने केवल उन ठिकानों को निशाना बनाया जहां से हमें निशाना बनाया गया था, लेकिन पाकिस्तान ने तड़के से प्रगवाल और कानाचक में आम नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया जिससे आम लोग हताहत हुए और संपत्ति को नुकसान पहुंचा.’’
इन अफवाहों के बारे में पूछे जाने पर कि हमला थर्मल छलावरण पहने लोगों ने किया जिससे कि वे पकड़ में न आ सकें. रामअवतार ने कहा, ‘‘मुझे यह नहीं लगता कि इस मामले में ऐसा कुछ हुआ है. इस मामले की गहन जांच की जरूरत है. ऐसी घटना के बाद हम व्यापक अध्ययन करते हैं और भविष्य के लिए उसी के अनुरूप ऐहतियाती कदम उठाते हैं.’’ राम अवतार ने कहा कि बीएसएफ ने आम लोगों के क्षेत्रों को निशाना नहीं बनाया, बल्कि पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के ठिकानों पर कार्रवाई की.
बीएसएफ मुख्यालय में जवानों को श्रद्धांजलि देने के समय राज्य के बिजली मंत्री सुनील शर्मा तथा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बाली भगत भी मौजूद थे. शर्मा ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि या तो वह अपनी हरकतों से बाज आए या फिर धरती के नक्शे से मिटने के लिए तैयार रहे. बिजली मंत्री ने कहा, ‘‘इस बार केंद्र सरकार बहुत ही गंभीर है और पाकिस्तान को हमारा संदेश है कि या तो वह अपनी हरकतों से बाज आए या फिर धरती के नक्शे से मिटने के लिए तैयार रहे.’attacknews.in