नयी दिल्ली , 16 जुलाई । दिल्ली की एक अदालत ने कश्मीरी अलगाववादी आसिया अंद्राबी को आज एक महीने की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यह मामला पाकिस्तान की मदद से देश के खिलाफ कथित तौर पर युद्ध छेड़ने का है।
राष्ट्रीय जांच एजेनसी की दस दिन की हिरासत की अवधि समाप्त होने पर प्रतिबंधित संगठन दुख्तरान ए मिलान की प्रमुख अंद्राबी को उसकी दो महिला सहयोगियों समेत अदालत के समक्ष पेश किया गया।
जिला न्यायाधीश पूनम ए बाम्बा से एनआईए ने कहा कि उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की अब जरूरत नहीं है जिसके बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एनआईए ने दावा किया कि जांच में पता चला है कि पड़ोसी देश से मदद पाने के लिए वे गहन अभियान चला रही थीं। साथ ही आरोप लगाया कि वे साजिश में लिप्त रहीं और ‘‘ भारत की संप्रभुता तथा अखंडता को गंभीर रूप से नुकसान पहुचांने के इरादे से ’’ काम कर रही थीं।
तीनों आरोपियों को तिहाड़ जेल में रखा गया है।
अंद्राबी के अलावा उसकी सहयोगियों सोफी फहमीदा और नाहिदा नसरीन को भी न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
तीनों महिलाओं के खिलाफ इस वर्ष अप्रैल माह में मामला दर्ज किया गया था।
जम्मू – कश्मीर उच्च न्यायालय ने पिछले महीने अंद्राबी की जमानत अर्जी रद्द कर दी थी। तब से वह श्रीनगर के जेल में बंद है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनआईए ने महिलाओं तथा उनके संगठन के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उक्त संगठन पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम , 1967 के तहत इस वर्ष अप्रैल में प्रतिबंध लगाया गया था।attacknews.in