श्रीनगर, 13 सितंबर । उत्तरी कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के एक सबसे पुराने आतंकवादी समेत उसके दो सदस्यों के मारे जाने के साथ ही इस आतंकवादी संगठन को बृहस्पतिवार को बहुत बड़ा झटका लगा ।
यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर सोपोर के चिंकीपोरा में गुरुवार सुबह पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों द्वारा एक घर की घेराबंदी करने के बाद भीषण गोलीबारी नजर आयी।
इलाके में जैश आतंकवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय खुफिया सूचना मिली थी। फिर सुरक्षाबल तैनात किये गये। आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, फलस्वरुप मुठभेड़ छिड़ गयी।
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने अली उर्फ अतहर और जिया-उर-रहमान को मार गिराया। दोनों पाकिस्तान के थे।
अली ने 2014 में घाटी में घुसपैठ की थी और वह जैश के सबसे पुराने आतंकवादियों में एक था। वह नागरिकों की हत्याओं, सुरक्षाबलों पर हमलों और उत्तरी कश्मीर में देशी बम धमाके करने में शामिल था। वह इस साल जनवरी में चार पुलिसकर्मियों की जिंदगी छीन लेने वाले बम धमाके का मास्टरमाइंड था।
इस साल जैश ए मोहम्मद के 37 आतंकवादी मारे गये हैं। उनमें मुख्य अभियान कमांडर मुफ्ती वकास और उत्तरी कश्मीर में उसका कमांडर महमूद शामिल थे।
पुलिस के अनुसार आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरु होने से पहले वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ स्थल से कुछ हथियार, गोला-बारूद और संदिग्ध सामग्री बरामद की गयी है।
पुलिस ने मारे गये आतंकवादियों के पास से फर्जी आधारकार्ड भी बरामद किये हैं जिनका उपयोग शायद दोनों अपनी पहचान छिपाने के लिए करते थे।attacknews.in