श्रीनगर, पांच फरवरी । सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में ग्रेनेड फेंकने की कई घटनाओं में संलिप्त पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल के भंडाफोड़ का दावा किया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने संयुक्त कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए जिले के अवंतीपुरा इलाके से पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया।attacknews.in
उन्होंने बताया कि यह मॉड्यूल जिले के पंपोर और ख्रू इलाकों में ग्रेनेड फेंकने की घटनाओं में संलिप्त था।
राजनाथ सिंह ने कहा: सेना के पराक्रम पर पूरा भरोसा
नयी दिल्ली,से खबर है कि, जम्मू कश्मीर में एलओसी पर पाकिस्तानी सैनिकों की गोलेबारी में चार भारतीय सैनिकों की जान जाने के एक दिन बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारतीयों को सेना के पराक्रम पर पूरा भरोसा है।
हमले के जवाब में भारत द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में किए गए सवाल पर सिंह ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश की जनता को भारतीय सेना के पराक्रम पर पूरा भरोसा है।’’ attacknews.in
जम्मू कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिलों में कल एलओसी पर पाकिस्तानी गोलेबारी में सेना के एक युवा कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मियों की जान चली गयी और कम से कम चार घायल हो गये।
पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को तलब किया
इस्लामाबाद, से खबर है कि, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की ओर से कथित तौर पर की गई ‘अकारण गोलीबारी’ की निंदा करने के लिए आज भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया।
पाकिस्तानी विदेश विभाग ने बताया कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया एवं दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने सिंह को तलब किया और भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से ‘संघर्ष विराम का अकारण उल्लंघन किए जाने की निंदा की।’ विदेश विभाग के बयान में कहा गया है कि चार फरवरी को नेजापीर, निकियाल और करेला सेक्टरों में की गई गोलीबारी में दो आम नागरिकों- 18 वर्षीय रफकत अली और 25 वर्षीय तबस्सुम बेगम की मौत हो गई तथा दो बच्चों सहित सात अन्य घायल हो गए।attacknews.in
फैसल ने दावा किया कि नियंत्रण रेखा और ‘कार्यकारी सीमा’ पर भारतीय सुरक्षा बल रिहायशी इलाकों को लगातार निशाना बना रहे हैं और मोर्टार और अत्याधुनिक हथियारों से गोलाबारी कर रहे हैं।
उसने कहा कि 2018 में भारतीय सुरक्षा बलों ने 190 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है जिसमें 13 आम नागरिकों की मौत हो गई।attacknews.in
फैसल ने कहा कि रिहायशी इलाकों को जानबूझकर निशाना बनाया जाना निंदनीय है और मानवीय गरिमा, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारियों और मानवीय कानूनों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि भारत की ओर से बार बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करना ‘क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है और इससे रणनीतिक रूप से गलत आकलन की स्थिति भी पैदा हो सकती है।’ बयान के मुताबिक फैसल ने भारतीय पक्ष से आग्रह किया कि वह 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करे।attacknews.in