काबुल 27 जनवरी। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के मध्य सदारत चौक के निकट तालिबान के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे एक एंबुलेंस का उड़ा दिया, जिसमें 102 लोगों की मौत हो गई और लगभग 200 लोग घायल हो गए हैं.
स्वास्थ्य एवं आंतरिक मंत्रालय के सूत्रों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि कम से कम 102 लोगों की मौत हो गई है और 196 अन्य घायल हुए हैं.
अपराह्न् लगभग 12.50 बजे एक पुरानी इमारत के निकट यह हमला हुआ। इस इमारत में अभी भी कुछ मंत्रालयों के कार्यालय हैं.attacknews.in
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, काबुल पुलिस के प्रवक्ता बशीर मुजाहिद ने पुष्टि की कि एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी एक कार में बैठकर मंत्रालय परिसर में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस द्वारा पहचाने जाने पर उसने वाहन को जांच चौकी पर ही उड़ा दिया.
तालिबान ने सोशल नेटवर्किं ग साइट ट्विटर पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, “एक कार बम में सवार एक शहीद आंतरिक मंत्रालय के नजदीक पहली जांच चौकी पर पहुंच गया.”
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि विस्फोट के समय उस क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद थे.attacknews.in
उस क्षेत्र में जम्हूरियत अस्पताल, कुछ गैर सरकारी संगठनों के कार्यालय और भीड़ भरा बाजार है.
पिछले सप्ताहांत में काबुल में एक अंतर्राष्ट्रीय होटल पर हमलावरों ने हमला कर दिया था। इस हमले में 20 लोगों की मौत हो गई थी।attacknews.in
पिछले बुधवार को इस्लामिक स्टेट ने स्वयंसेवी संस्था ‘सेव द चिल्ड्रन्स’ के मुख्यालय पर हमला कर दिया था. जिसमें चार संस्था कर्मी, एक राहगीर एक सुरक्षाकर्मी के अलावा पांच आतंकवादी मारे गए थे.
संयुक्त राष्ट्र की एक रपट के मुताबिक, 2012 के बाद पहली बार नागरिकों की मौत की संख्या में 2017 के प्रथम पांच महीनों में हालांकि छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. इस दौरान 2,640 लोगों की मौत हुई और 5,379 लोग घायल हुए थे.attacknews.in
स्थानीय समाचार एजेंसी टोलो न्यूज ने एक चश्मदीद के हवाले से बताया कि गृह मंत्रालय की पुरानी इमारत के गेट पर एक कार बम धमाका हुआ.
जहां यह बम विस्फोट हुआ है. वह हाइ प्रोफाइल इलाका माना जाता है. बताया जा रहा है कि युरोपियन यूनियन का मुख्ययालय भी इसी इलाके में है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूरोपियन यूनियन के अधिकारियों को कोई ‘सेफ रूम’ में रखा गया है. धमाका इतना घातक था कि हादसे से दो किलोमीटर दूर के घरों के शीशे टूट गये.
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक वह धमाके की आवाज सुनकर बेहोश हो गया.attacknews.in
गौरतलब है कि यह हादसा ऐसे वक्त पर हुआ है, जब एक सप्ताह पहले काबुल के होटलों में तालिबान ने विस्फोट किया था. इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गयी थी. मरने वालों में ज्यादातर विदेशी थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता माहिद मजरूह ने कहा, हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है.
पिछले एक सप्ताह के बाद अफगानिस्तान में यह दूसरा बड़ा आतंकी हमला है.
अफगानिस्तान लगातार आतंकी हमलों को झेल रहा है, इससे पहले 24 जनवरी को सेव द चिल्ड्रन ऑफिस के बाहर हुए हमले में 11 लोग जख्मी हो गये थे.attacknews.in