नईदिल्ली 4 जुलाई। इस्लामिक धर्म गुरू डाक्टर जाकिर नाईक ने भारत लौटने की खबर का खंडन किया है। वह अपने विवादास्पद विचारों और भाषणों की वजह से चर्चा में रहे। 2016 में वह सुर्खियों में तब आ गए जब कि ढाका आतंकी हमले में शामिल दो आतंकवादी को उनके भाषणों से प्रेरित बताया गया। इसके बाद जुलाई 2016 में वह भारत छोड़कर चले गए । मुंबई के रहने वाले जाकिर पीस टीवी पर इस्लाम पर भाषण देते हैं और दुनियाभर में उनके समर्थक हैं।
जाकिर इस्लाम पर भाषण देने के अलावा मुंबई में इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन भी चलाते हैं। उन्होंने इसकी स्थापना वर्ष 1991 में की थी। इसके वह संस्थापक और अध्यक्ष हैं और उनकी पत्नी फरहत नाईक फाउंडेशन में महिलाओं के लिए काम करती हैं।
मुंबई के जिस इलाके में उनका फाउंडेशन चलता है वह इलाका अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का माना है। यह इलाका डोंगरी के नाम जाना जाता है। दक्षिण-मध्य मुंबई के डोंगरी में दाऊद के अलावा हाजी मस्तान, करीम लाला, छोटा शकील, अरुण गवली और रमा नाईक जैसे अंडरवर्ल्ड डॉनों का भी इलाका रहा है।
जाकिर अपने इस फाउंडेशन के जरिए जहां इस्लामिक धर्म का प्रचार करते हैं वहीं उनके इस फाउंडेशन के लिए दुनियाभर से डोनेशन भी आते हैं। डोनेशन की राशि फाउंडेशन के नाम से डेवलपमेंट क्रेडिट बैंक में खुले खाते में जमा होता है। यह फाउंडेशन गरीब मुस्लिम छात्रों को स्कॉलरशिप देता है और नौकरियां भी दिलाता है। जाकिर इस्लाम पर भाषण देने के साथ कुरान की प्रति भी बांटते हैं।
कौन है जाकिर नाईक
जाकिर नाईक का जन्म मुंबई के डोंगरी इलाके में 18 अक्तूबर 1965 में हुआ। मुंबई के टोपीवाला नेशनल मेडिकल कालेज से एमबीबीएस डिग्री ली। इसी इलाके में दवा की दुकान खोली। लेकिन इसमें सफलता नहीं मिलने के बाद इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की । पीस टीवी पर इस्लाम धर्म पर अंग्रेजी में भाषण देते हैं। पीस टीवी बांग्ला और उर्दू में भी शुरू किया है। वर्ष 2010 से लंदन और कनाडा में उनके प्रवेश पर पाबंदी है।
वर्ष 2008 में कानपुर, इलाहाबाद और लखनऊ में भी सभाओं को सम्बोधित किया था। मुंबई के सोमैया ग्राउंड में भी दस दिनों का पीस कांफ्रेंस किया था जिसमें दुनियाभर के इस्लामिक धर्म गुरुओं ने भाषण किया था। जाकिर के समर्थकों में दुनियाभर के मुस्लिम हैं। जाकिर अपने भाषण देते समय धार्मिक गुरू की पारंपरिक पोशाक के बदले टाई और सूट पहने रहते हैं।
मुंबई और हैदराबाद के भी आईएस मॉड्यूल प्रभावित हैं जाकिर से
जाकिर से ढाका के आतंकी हमले के दो आतंकी ही प्रभावित नहीं हैं बल्कि मुंबई के मालवणी के रहने वाले आईएस मॉड्यूल अयाज सुल्तान और हैदराबाद के आईएस प्रमुख इब्राहिम यजदानी भी जाकिर से प्रभावित हैं। इनके अलावा मुंबई लोकल बम धमाके का आरोपी राहिल शेख भी जाकिर से प्रभावित था। इब्राहिम ने तो जांच एजंसी एनआईए को पूछताछ में खुलासा किया कि वह वर्ष 2010 में जाकिर के 10 दिनों के कैंप में बतौर कार्यकर्ता काम किया था।attacknews.in