इंदौर, 26 मार्च । मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना संक्रमण के कारण साढ़े आठ वर्ष के एक बालक की आज उपचार के दौरान मृत्यु हाे गयी। संभवत: राज्य में कोरोना के कारण इतनी कम उम्र के बालक की मृत्यु का यह पहला मामला है।
चोइथराम अस्पताल के निदेशक डॉ. अमित भट्ट ने इसकी पृष्टि करते हुए बताया कि लगभग दो दिन पहले ही बालक को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए यहां लाया गया था। उसे तब से ही गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया था।
उन्होंने बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद बालक को बचाया नहीं जा सका। बालक राज्य के झाबुआ जिले का रहना वाला था। उसका अंतिम संस्कार आज यहां कोविड संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा। कोरोना के कारण इतने कम उम्र के बच्चे की मृत्यु का यह संभवत: राज्य का पहला मामला है।
इंदौर में एक ही दिन में रिकॉर्ड 612 संक्रमित सामने आए
इंदौर जिले में 16.22 फीसदी की रिकॉर्ड संक्रमण दर से 612 संक्रमित सामने आए है, जो अब तक का एक दिन में सर्वाधिक संक्रमित आने का भी रिकॉर्ड हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी एस सैत्या ने बताया कि कल 3772 कोरोना संदेहियों के सेम्पल जांचे गए। इसी के साथ अब तक 907950 जांच की जा चुकी है। जिनमे सामने आए 66,569 संक्रमितों में से इलाज के बाद 62,900 स्वस्थ हो चुके है। कल दो संक्रमितों की उपचार के दौरान मौत दर्ज किए जाने के बाद यहां 951 मौते आधिकारिक रूप से दर्ज की जा चुकी है। जिले में एक्टिव केस बढ़कर 2718 तक जा पहुंच गए हैं।
डॉ सैत्या ने जिले में कोरोना संक्रमण की दर में आई अप्रत्यासित वृद्धि पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि अब तक अधिकतम 7-8 फीसदी की संक्रमण दर ही रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले जनवरी 2021 में तो संक्रमण दर घटकर 2 फीसदी से भी नीचे जा पहुंची थी। उन्होंने कहा निश्चित तौर पर संक्रमण दर बढ़ने से स्वास्थ्य दर (रिकवरी रेट) पर प्रतिकूल असर होता है, यही वजह है कि हमारा रिकवरी रेट 98 फीसदी से घटकर 94 फीसदी से भी नीचे जा रहा है। उन्होंने लोगो से अपील कि है की संयम बरतते हुए लोग कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करें।