जकार्ता , दो जुलाई । इंडोनेशिया के एलजीबीटी (लेस्बियन , गे , बाइसेक्सुअल और ट्रांसजेंडर) समुदाय पर पुलिसिया कार्रवाई के चलते एचआईवी के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) ने आज बताया कि जो लोग एचआईवी के खतरे के कगार पर हैं वह इलाज कराने या रोकथाम सेवाएं लेने से बच रहे हैं।
हाल के कुछ सालों में इस कमजोर तबके के खिलाफ रूढ़िवादी राजनेता और कट्टरपंथी इस्लामी समूह बहुत तेजी से आवाज उठा रहे हैं जबकि विधि निर्माता विश्व के सबसे बड़े मुस्लिम बहुलता वाले देश में समलैंगिक संबंधों को गैरकानूनी घोषित करने के बारे में सोच रहे हैं।
एचआरडब्ल्यू ने कहा कि पुलिस ने उन स्थानों पर “ मनमाने और गैरकानूनी ” तरीके से छापेमारी की जहां एलजीबीटी समुदाय अक्सर जाते हैं। इनमें सॉना , नाइट क्लब , होटल कमरे , हेयर सैलून और निजी घर भी शामिल हैं।
‘ स्केयर्ड इन पब्लिक एंड नाउ नो प्राइवेसी : ह्यूमन राइट्स एंड पब्लिक हेल्थ इम्पैक्ट्स ऑफ इंडोनेशियाज एंटी एलजीबीटी मोरल पैनिक ’ शीर्षक वाली इस रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस की इस कार्रवाई के चलते एचआईवी के खतरे के कगार पर खड़े कुछ समूह इलाज कराने या रोकथाम सेवाएं लेने से बच रहे हैं । नतीजन एचआईवी के मामले बढ़ रहे हैं।attacknews.in