नयी दिल्ली, 16 नवम्बर ।पाइप से घरों में आने वाले पीने के पानी की गुणवत्ता जाँच में मुंबई का पानी सबसे अच्छा पाया गया है जबकि दिल्ली में अनेक स्थानों का पानी पीने लायक नहीं है।
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने शनिवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन में बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो ने दिल्ली के साथ ही 20 राज्याें की राजधानियों के पेय जल के नमूनों की जाँच करायी है। उनमें मुंबई के पेय जल के नमूने को सबसे बेहतर पाया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में 11 जगहों से पाइप से आने वाले पेय जल के नमूने लिये गये थे जिनमें से ज्यादातर पेय जल के न्यूनतम मानकों को पूरा करने में विफल रहे। दिल्ली की पानी में अन्य घातक पदार्थों के अलावा बैक्टिरिया भी पाये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि पानी के नमूनों को 48 बिन्दुओं (पैरामीटर) पर जाँचा जाता है। दिल्ली का पानी 19 मानकों को पूरा करने में विफल साबित हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शुद्ध पेय जल की समस्या को लेकर वह कोई राजनीति नहीं कर रहे। लोगों को शुद्ध पानी पीने का अधिकार है। गंदे पानी से लोग कई प्रकार की बीमारियों के शिकार होते हैं और छोटे बच्चों को अधिक नुकसान होता है। केन्द्र सरकार ने वर्ष 2024 तक हर घर को नल का जल उपलब्ध कराने की योजना शुरू की है।