नयी दिल्ली, 07 जनवरी। कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए आज या कल से वैक्सीन की ढुलाई का काम शुरू कर दिया जायेगा।
सरकारी सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुणे में वैक्सीन का मुख्य भंडारण केंद्र होगा और यहीं से वैक्सीन पूरे देश में 41 जगहों के लिए भेजी जायेगी।
कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए 25,800 वॉलंटियर की चयन प्रक्रिया पूरी
देश की पहली पूर्ण स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ विकसित करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने गुरुवार को घोषणा की कि वैक्सीन के तीसरे चरण के मानव परीक्षण के लिए 25,800 वॉलंटियर की चयन प्रक्रिया अब पूरी हो गयी है।
गत तीन जनवरी को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोवैक्सीन और कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी प्रदान की थी। ‘भारत बायोटेक’ने भारतीय चिकित्सा अनुधान परिषद (आईसीएमआर) के सहयोग से कोवैक्सीन विकसित की है। देश में इसके तीसरे चरण का मानव परीक्षण जारी है।
गत तीन जनवरी को डीसीजीआई की अनुमति मिलने तक कंपनी ने तीसरे चरण के परीक्षण के दौरान 22,500 वॉलंटियर को वैक्सीन की डोज दी हुई थी।
कंपनी की योजना तीसरे चरण का परीक्षण 25,800 वॉलंटियर पर करने की थी और उसने सफलतापूर्वक इस लक्ष्य को पूरा कर लिया है।
निजी क्षेत्र ने कोविड टीकाकरण में सहयोग की जताई इच्छा
निजी कंपनियों ने कोविड-19 महामारी के टीकाकरण में ‘सहयोग की इच्छा’ जताई है।
भारतीय उद्योग संगठनों के महासंघ फिक्की ने गुरुवार को कहा है कि वह टीकाकरण में सरकार का हाथ बंटाने और टीकाकरण की देश की क्षमता बढ़ाने में सहयोग की इच्छा जताई है। फिक्की की स्वास्थ्य सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. आलोक रॉय ने कहा “हम अब तक के सबसे बड़े और जटिल टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने वाले हैं। इसकी सफलता के लिए प्रभावी साझेदारी और निर्बाध गठबंधन महत्वपूर्ण होगा। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार निजी क्षेत्र की मंशा और प्रतिबद्धता पर ध्यान देगी।”