नईदिल्ली 17 अप्रैल।एक बार फिर देश के कई राज्यों में एटीएम मशीन के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई है। लोगों को फिर कैश की कमी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश के भोपाल में कई दिनों से लोग एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश में लगे हैं। लोगों का कहना है, ‘हम नकदी संकट का सामना कर रहे हैं, ATM से रुपये नहीं निकल रहे। यह स्थिति 15 दिन से बरकरार है।’
वही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऐसे हालात पर सफाई देते हुए कहा, ‘देश में जरूरत से ज्यादा नोट सर्कुलेशन में हैं और बैंकों में भी पर्याप्त नोट उपलब्ध हैं। सरकार ने देश में करंसी के हालात की समीक्षा की है। ऐसे हालात अचानक कैश की ज्यादा डिमांड की वजह से हुए हैं। जहां कैश की किल्लत है उसे दूर किया जाएगा।’
अरुण जेटली से पहले वित्त राज्यमंत्री एसपी शुक्ला ने करेंसी की कमी को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अभी 1,25,000 करोड़ रुपये की कैश करंसी है। एक समस्या यह है कि कुछ राज्यों के पास कम (कैश) करंसी है और कुछ के पास ज्यादा है। सरकार ने राज्य-स्तर पर कमिटी गठित कर दी हैं और RBI ने भी एक राज्य से दूसरे राज्य को नकदी ट्रांसफर करने के लिए कमिटी गठित कर दी है। यह 3 दिन में हो जाएगा।’
इस तरह के हालात को देखते हुए रिजर्व बैंक के सूत्रों का कहना है कि असम, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में लोगों के जरूरत से ज्यादा नकदी निकालने की वजह से यह संकट खड़ा हुआ है।
आपको बता दें 8 नवंबर 2017 को सरकार ने देश में सभी पूराने 500 और 1000 के नोटों को अवैध घोषित कर दिए थे।attacknews.in