हैदराबाद, 10 सितंबर । शहर की एक मेट्रोपोलिटन अदालत ने 2007 में हैदराबाद में विस्फोटों को अंजाम देने के साजिशकर्ताओं को पनाह देने के एक और आरोपी तारिक अंजुम को सोमवार को दिल्ली तथा अन्य स्थानों पर धमाकों का दोषी पाया।
अदालत अंजुम समेत तीन आतंकी सदस्यों को सजा सुनाएगी है। अंजुम को शहर के एक मशहूर खानेपीने के स्थान तथा एक ओपन एयर थियेटर में विस्फोटों को अंजाम देने में उसकी भूमिका के लिए दोषी करार दिया गया। विस्फोटों में 44 लोगों की मौत हो गयी थी और 68 घायल हो गये।
द्वितीय अतिरिक्त मेट्रोपोलिट्रन सत्र न्यायाधीश (प्रभारी) टी श्रीनिवास राव ने चार सितंबर को अनीक शफीक सईद और मोहम्मद अकबर इस्माइल चौधरी को 11 साल पुराने मामले में दोषी ठहराया लेकिन दो अन्य आरोपियों फारूक शरफुद्दीन तरकश तथा मोहम्मद सादिक इसरार अहमद शेख को पर्याप्त सबूत नहीं होने की वजह से छोड़ दिया था।
विशेष अदालत चेरलापल्ली केंद्रीय कारावास परिसर में लगी जहां वे फिलहाल बंद हैं।
विशेष सरकारी अभियोजक सी सेशु रेड्डी ने कहा कि अभियोजन पक्ष दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग करेगी। रेड्डी तेलंगाना पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस इकाई से जुड़े हैं जिसने मामले की जांच की थी और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बचाव पक्ष के वकीलों ने कहा कि वे दोषियों के खिलाफ अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती देंगे।
एक अन्य सरकारी वकील के. सुरेंद्र के अनुसार अनीक और चौधरी को गोकुल चाट तथा लुंबिनी पार्क में विस्फोटों को अंजाम देने और दिलसुख नगर में एक पैदल पारपथ के नीचे से एक बिना फटा बम मिलने के मामले में दोषी ठहराया गया।attacknews.in