नयी दिल्ली 20 दिसम्बर। देश-विदेश के श्मशान घाटों से लावारिस अस्थियों को एकत्रित कर गंगा में विसर्जित करने वाली संस्था श्री देवोत्थान सेवा समिति ने केन्द्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह के गंगा में अस्थि विसर्जन और संतों की जलसमाधि आदि पर रोक लगाये जाने के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए उनसे त्यागपत्र की मांग की है।
समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र और महामंत्री विजय शर्मा ने आज कहा कि बडे दुख का विषय है कि जिस देश के प्रधानसेवक ने वाराणसी के गंगा घाट पर 70 के दशक में अस्थि विसर्जन किया हो आज उन्हीं की सरकार के मंत्री अनर्गल बयानबाजी कर हिन्दूओं की धार्मिक आस्था और भावनाओं पर कुठाराघात कर रहे हैं ।
दोनों ने कहा कि गंगा का उद्यम अस्थि विसर्जन के लिए ही हुआ है ऐसा शास्त्रों में भी उल्लेख है।attacknews.in