बीकानेर, 23 फरवरी । किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को राजस्थान में चूरू जिले के सरदारशहर में आज ऐलान किया कि जल्द ही दिल्ली में 40 लाख ट्रेक्टरों की रैली निकाली जाएगी।
सरदारशहर कृषि कानून के खिलाफ किसान महापंचायत में श्री टिकैत ने कहा कि यह किसानों की आजादी की लड़ाई है। देश की आजादी की लड़ाई 90 साल चली थी। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक कोई बात नहीं की जाएगी। साथ ही जब तक एमएसपी कानून नहीं बनेगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
केन्द्र सरकार किसानों के सम्मान से नहीं खेले-टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत ने केन्द्र सरकार को दो टूक शब्दों में कहा कि वह किसानों के सम्मान से खेलने से बाज आए।
सीकर में किसान महापंचायत में भाग लेने आये श्री टिकैत ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि यह आंदोलन गैर राजनीतिक हैं तथा गरीब किसानों की रोजीरोटी से जुड़ा हुआ हैं।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लम्बा चलने वाला है। उन्होंने कहा कि किसानों का संयुक्त मोर्चा मोर्चा द्वारा आयोजित यह किसान आंदोलन केन्द्र सरकार द्वारा किसानो के लिए लाये गये तीनों कानून वापस नहीं लिये जाने तक जारी रहेगा।
नोटों की खेती करने वालों के लिये बने किसान विरोधी कानून: प्रियंका
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर अहंकार पालने का आरोप लगाते हुये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने अपने विवेक से तीन नये कृषि कानून बनाये जो नोटों की खेती करने वाले खरबपतियों, उद्योगपतियों को जमाखोरी की पूरी तरह से छूट देता है।
बांके बिहारी मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद श्रीमती वाड्रा ने मंगलवार को मथुरा में किसान पंचायत को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा सरकार ने अन्नदाता के लिए अहंकार पाल लिया है। देश के लाखों किसानों जिन्होंने इस देश की जमीन को सींचा, देश की सीमा पर अपने बेटों को आपकी हमारी सुरक्षा के लिए शहीद होने भेजा। आज वह किसान सड़क पर बैठा है। 90 दिनों से राजधानी के बॉर्डर पर अपने अधिकारों की लड़ाई वह किसान लड़ रहा है। 215 किसान शहीद हुए। सरकार ने बिजली काटी, पानी बंद किया, मारपीट कराई,उन्हें प्रताड़ित किया, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी।
सभी किसान एकजुट रहेंगे तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा: अजित सिंह
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग एकजुट रहेंगे तो कोई भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा।
श्री सिहं आज मुजफ्फरनगर में शाहपुर क्षेत्र के सौरम गांव में आयोजित किसान पंचायत को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत दिवस भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री की मौजूदगी में सत्ता पक्ष के लोगों ने किसानों के साथ जो मारपीट की है वह निंदनीय है। इसके लिए दोषियेां के विरूद्ध पुलिस रिपोर्ट होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि कोई सत्ता पक्ष का राजनेता गांव में आता है तो किसानों को पूरा हक है, कि वो उससे अपनी फसल के दाम के संबंध में बातचीत करे। यदि वह जवाब नहीं देता है तो ऐसे नेताओं को किसानों से संवाद करने का कोई हक नहीं है। मंत्री द्वारा जवाब न देकर आक्रोशित होना यह दर्शाता है कि ऐसे नेता राजनीति करने के लायक नहीं है ।
किसान पंचायतों की अनसुनी भाजपा को पड़ेगी भारी: जयंत
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर किसान आंदोलन को बदनाम करने का आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि पूरे देश में हो रही किसान पंचायतें केन्द्र सरकार को संदेश दे रहीं हैं, जिसको अनसुना करना उसके लिए ठीक नही रहेगा।
श्री चौधरी ने मंगलवार को रूधौली में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि 1907 में शुरू हुआ ‘पगड़ी सम्भाल जट्टा’ आंदोलन भी अंग्रेजो द्वारा लाए गए तीन क़ानूनों के विरूद्ध ही था जैसा आज आंदोलन लड़ा जा रहा हैं और वह क़ानून भी किसानों से उनके ज़मीन पर अधिकार को ख़त्म करने और 25 प्रतिशत टैक्स लगाने के विरोध में था। उन क़ानूनों को नो महीने लम्बे चले आंदोलन के बाद अंग्रेज़ी हुकूमत को वापिस लेना पड़ा,ठीक ऐसे ही ये सरकार भी झुकेगी।