बैतूल, 03 फरवरी । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मनुष्य में संस्कारों पर जोर देते हुए कहा है कि आजादी की लड़ाई के लिए राजा महाराजा बहुत हुए, लेकिन उन्हें कोई याद नहीं रखता, वहीं अपने आदर्शों की बदौलत आठ हजार साल पहले हुए राम अब भी याद रखे जाते हैं।attacknews.in
कल देर शाम मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में भारत-भारती आवासीय विद्यालय के वार्षिकोत्सव के अवसर पर अपने संबोधन के दौरान श्री भागवत ने कहा कि शिक्षा केवल आजीविका सिखाने वाली चीज नहीं, बल्कि वह मनुष्य जीवन में लक्ष्य देती है।
शुक्रवार शाम यहां नाटक ‘जाणता राजा’ के आरंभ के पूर्व अपने संबोधन में भागवत ने कहा कि मनुष्य और पशुओं की प्रकृति समान है, लेकिन मनुष्य संस्कारों के कारण उन्नत होता है। ऐसा जीवन जीना सीखें, जिसमें स्वयं भी उन्नत हो और अपनी उन्नति के कारण संपूर्ण विश्व उन्नत हो।attacknews.in
आजादी की लड़ाई के लिए राजा महाराजा बहुत हुए, उन्हें कोई याद नहीं रखता, बल्कि आठ हजार साल पहले के राम को सभी याद रखते हैं, जिन्होंने अपने पितृवचन के खातिर 14 वर्ष वनवास भोगा।attacknews.in