भोपाल, 15 मई । मध्यप्रदेश में 24 घंटों के दौरान 169 कोरोना संक्रमित सामने आने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 4595 हो गयी, हालाकि अभी तक राज्य में 2283 व्यक्ति स्वस्थ भी हो चुके हैं। इस वजह से दो और मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 239 हो गयी।
राज्य के स्वास्थ्य संचालनालय की ओर से आज रात जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब ऐक्टिव केस (अस्पताल में उपचाररत) 2073 हैं। राज्य में लगभग दो माह पहले कोरोना का पहला प्रकरण सामने आया था और अब 52 में से 44 जिलों में इसका संक्रमण फैल चुका है।
इंदौर के बाद भोपाल में सबसे अधिक कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। यहां पर पिछले 24 घंटों में 26 नए प्रकरण सामने आने के बाद इनकी संख्या 900 से बढ़कर 926 हो गयी। भोपाल में इस वजह से अब तक 35 लोगों की मौत हुयी है। जबकि 525 स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। अस्पताल मेंं उपचाररत मरीजों की संख्या 366 है। भोपाल के जहांगीराबाद और मंगलवारा क्षेत्र में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
उज्जैन में 24 घंटों के दौरान 10 और मरीज मिलने पर संक्रमितों की संख्या बढ़कर 284 हो गयी है। यहां पर अभी तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है और 93 व्यक्तियों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 146 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं।
नासिक से लौटा युवक मिला कोरोना पॉजिटिव
मध्यप्रदेश के सागर जिले के सदर बाजार में नासिक से आये युवक की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद अब तक 17 मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें पांच स्वस्थ भी हुए हैं।
बुंदेलखंड मेडीकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ जी एस पटेल ने बताया कि सदर बाजार निवासी 22 वर्षीय युवक 10 मई को नासिक से सागर आया था, जिसका सैम्पल लिया गया था। बीएमसी की लैब से कल देर रात्रि मिली रिपोर्ट में वह कोरोना संक्रमित पाया गया। संक्रमित युवक को बीएमसी के कोविड सेंटर में भर्ती करा दिया गया है। सागर जिले मे कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढोतरी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सागर नगर निगम, मकरोनिया और कंटेनमेंट इलाकों को तीन दिन के लिए टोटल लॉकडाऊन घोषित कर दिया गया है।
कोरोना पॉजिटिव महिला के संपर्क में आए लोग किए गए क्वॉरेंटाइन
मुरैना जिले में गुजरात से लोटी एक कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला के सम्पर्क में आई एक महिला चिकित्सक सहित करीब एक दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों और महिला के साथ गुजरात से लौटे परिजनों को कवारेंटाइन किया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गुजरात से लौटने के बाद कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला की तबियत बिगड़ने पर जब उसे लोलुकी गांव से अम्बाह और मुरैना के अस्पताल लाया गया, तब उसके सम्पर्क में एक महिला चिकित्सक सहित करीब एक दर्जन स्वाथ्य कर्मी और गुजरात से साथ लौटे डेढ़ दर्जन उसके परिजन आये थे। ग्वालियर में इलाज के दौरान जब उसकी जांच कोरोना पॉजिटिव पाई गई, तब प्रशासन हरकत में आया और सम्पर्क में आये सभी को आज तत्काल कवारेटाइन किया गया है।
रायसेन जिले में एक नर्स की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव
रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिकलोद कला की एक स्टाफ नर्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, जिसके बाद एहतियाती कदम उठाए गए हैं।
ब्लाक मेडिकल आफिसर डॉ अरविन्द सिंह चौहान ने बताया कि नर्स के कोरोना संक्रमण की जांच भोपाल स्थित एम्स अस्पताल में की गयी थी, जिसके पॉजिटिव होने की पुष्टि एम्स प्रबंधन ने कल रात में की है। वहीं, यह नर्स सोमवार तक प्राथमिक स्वास्थ्य के चिकलोद कला में ड्यूटी पर आयी थी। उसके बाद तबियत ख़राब होने पर ड्यूटी पर आना बंद कर दिया था। नर्स अभी एम्स अस्पताल भोपाल में भर्ती है।
उज्जैन में 12 नए मरीज मिले, संख्या 296 पहुंची
उज्जैन जिले में 12 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 296 हो गयी, जिसमें से 47 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं अब तक करीब डेढ सौ कोरोना मरीज स्वस्थ्य होकर अपने अपने घर भी पहुंच गए हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण से अभी तक मरने वालों की संख्या 47 है। कल देर रात जारी बुलेटिन में 12 कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट की पुष्टि होने के बाद इनकी संख्या बढकर 296 हो गयी है। जबकि 121 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। अभी तक 04 हजार 9 सौ 07 सैम्पल लिये गये हैं। इनमें से 03 हजार 9 सौ 24 सैम्पल निगेटिव पाए गए है।
पदयात्रा के दौरान गिरफ्तार किए गए कांग्रेस के दो विधायक जमानत पर रिहा
उज्जैन से भोपाल के लिए पदयात्रा पर निकालने से पूर्व गिरफ्तार किए गए कांग्रेस के दो विधायकों को आज जमानत पर रिहा कर दिया गया।
उज्जैन जिले के तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार और अालोट विधायक मनोज चावला को 13 मई को पदयात्रा से पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के बाहर से दर्शन करने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके साथ कांग्रेस के दो अन्य नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद दोनों विधायकों सहित चारों कांग्रेस नेताओं को जिले के केन्द्रीय भैरवगढ जेल भेज दिया गया था।
विभिन्न प्रदेशों से मध्यप्रदेश लाये गये अब तक 3 लाख 39 हजार श्रमिक
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि कोरोना संकट के कारण विभिन्न प्रदेशों में फँसे मध्यप्रदेश के करीब 3 लाख 39 हजार श्रमिक अब तक प्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं। इनमें से ट्रेन से करीब 96 हजार एवं सड़क मार्ग से 2 लाख 43 हजार श्रमिक लाये जा चुके हैं।
आज तक गुजरात से एक लाख 72 हजार, राजस्थान से 52 हजार और महाराष्ट्र से 78 हजार श्रमिक वापस लाये गये हैं। इसके अलावा गोवा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, केरल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना से भी श्रमिक लाये गये हैं।
सेंधवा से आज 241 बसों से श्रमिकों को भेजा गया देवास सेंटर
मध्यप्रदेश में दूसरे प्रदेशों के श्रमिकों को उनके गृह राज्य की सीमा तक पहुँचाने का कार्य लगातार जारी है। इसी कड़ी में 15 मई को सेंधवा के बीजासन घाट में महाराष्ट्र से आये 10 हजार 478 श्रमिकों को देवास ट्रांजिट सेंटर भिजवाया गया।
देवास से बसों के माध्यम से श्रमिकों को उनके गंतव्य के लिये रवाना किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार श्रमिकों को ट्रांजिट सेंटर पर नाश्ता, भोजन, पानी उपलब्ध कराने के साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया जा रहा है।
सिवनी जिले की खवासा चेकपोस्ट से गंतव्य तक पहुंचाये गए 2 लाख से अधिक मजदूर
सिवनी जिले में महाराष्ट व मध्यप्रदेश की सीमा को जोडने वाली चेकपोस्ट खवासा से 2 लाख से अधिक मजदूरों को सुविधाजनक रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। सिवनी जिले के खवासा चेकपोस्ट में प्रतिदिन मजदूरों का वाहनों एवं पैदल तथा अन्य माध्यमों से लगातार आवागमन हो रहा है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुरई कामेश्वर चौबे ने बताया कि अन्तर्राज्यीय खवासा चेकपोस्ट में आने वाले मजदूरों को रजिस्ट्रेशन एवं स्क्रीनिंग उपरांत संबंधित को उसके गंतव्य स्थान तक पहुचांने हेतु सतत् रूप से पर्याप्त वाहनों की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। वहीं चेकपोस्ट पर प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए भोजन, पेयजल तथा छाया हेतु टेंट आदि की व्यवस्था की गई है तथा जिले व राज्यवार वाहन व्यवस्था के साथ ही पंजीयन के पृथक-पृथक काउंटर बनाए गए हैं। अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी द्वारा सुव्यवस्थित वाहन व्यवस्था रखी गई है। वहीं खवासा चेक पोस्ट में आने जाने वाले मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण, रजिस्ट्रेशन एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौपी गई है।
मध्यप्रदेश के गुना में तीन प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत
गुना जिले में आज उत्तर प्रदेश निवासी तीन प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) नेहा पच्चिसिया ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को भरकर ब्यावरा से एक ट्रक जा रहा था। गुना बायपास के निकट उसकी भिड़ंत शिवपुरी की ओर से आ रही पिकअप से भिड़त हो गई। इन दोनों की भिड़ंत ने एक अन्य ट्रक को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके चलते वाहन पलट गई। जिसमें उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ के ग्राम अमदई निवासी महेश प्रजापति, गाजीपुर जिले के देवकथिया निवासी प्रमोद पाल एवं दीपक प्रजापति की मौत हो गई।
ग्वालियर एवं चंबल संभाग में आज 7 हजार प्रवासी श्रमिकों को पहुँचाया उनके घर
ग्वालियर एवं चंबल संभाग में आज करीब 7 हजार प्रभासी श्रमिकों को उसके घर पहुंचाया गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार ग्वालियर एवं चंबल संभाग के कुल 8 जिलों में आज लगभग 7 हजार प्रवासी मजदूर पहुँचे हैं। जिनका संबंधित जिला प्रशासन द्वारा थर्मल स्क्रीनिंग कर विश्राम, भोजन, पेयजल आदि की व्यवस्था की गई। परीक्षण उपरांत बसों को सेनेटाइज कर उनके गृह जिले के लिये रवाना किया गया। प्रवासी श्रमिकों के आने का क्रम लगातार जारी है।
बुरहानपुर में कोरोना के 40 नए मरीज मिले
बुरहानपुर में आज कोरोना संक्रमण से पीडित चालीस मरीज मिले है।
जिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अधिकारी डॉ विक्रमसिंह वर्मा ने बताया कि आज आई रिपोर्ट में 40 नए मरीजों में 24 पुरूष और 16 महिलाएं है। अब कोरोना संक्रमित 150 मरीज हो गए है। इनमें से 9 मरीजों की मौत हुई है। मृतकों में 3 महिलाएं है। 14 मरीज ठीक हुए है। अब 127 सक्रिय मरीज हो गए है। नए मरीज अलग-अलग हिस्सें के है।
भिंड में चार नए कोरोना पाॅजिटिव पाए गए, कुल संख्या हुई 16
भिण्ड जिले में आज चार और कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गये।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार चारों लोग गोहद निवासी एक ही परिवार के है। ये सभी गुजरात के अहमदाबाद से बस द्वारा 12 मई को भिण्ड जिले के गोहद आए थे। चारों कोरोना पाॅजिटिवों को आज रात्रि में ही भिण्ड अस्पताल के कोरोना सेंटर में भर्ती कराया गया है। भिण्ड जिले में कोरोना पाॅजिटिवों की संख्या 16 हो गई है
जबलपुर छह लोग स्वस्थ होकर घर रवाना
जबलपुर में कोरोना पर विजय हासिल करने वाले छह व्यक्तियों को आज शाम मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ होने पर अस्पताल से आज जिन्हें छुट्टी दी गई है उनमें आठ बर्षीय मुशाहिद अजीज, मोहम्मद जमील तथा नूरजहां, शाहिना, सफीना एवं सुल्ताना बेगम शामिल हैं। इस तरह जबलपुर में अब तक कोरोना पॉजिटिव पाये गये 168 लोगों में से 85 स्वस्थ हो चुके हैं।
इंदौर शहर में आटा चक्की संचालित करने की मिली छूट
इंदौर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी मनीष सिंह ने लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम सीमा क्षेत्र में आटा चक्की को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित करने की छूट प्रदान की है।
श्री सिंह ने आज यहाँ जारी आदेश में बताया है कि नगर निगम इंदौर सीमा क्षेत्र में आटा चक्की संचालन के लिए सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक अनुमति प्रदान की गई है। इसके बाद आटा चक्की का संचालन बंद करना अनिवार्य होगा। आटा चक्की संचालक अपने संस्थान पर अधिकतम दो कर्मचारी लगा सकेंगे तथा आटा चक्की संचालक, कर्मचारी और ग्राहकों को सरकारी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य रहेगा। सभी लोग मास्क पहने रहें और हाथों को सेनेटाइज करते रहें।
शेजवार ने अपना परिसर कोरोना मरीजों के लिए दिया
मध्यप्रदेश के पूर्व कैबिनेट वन मंत्री डा गौरीशंकर शेजवार ने कोरोना जंग में आगे बढ़कर अपने निवास परिसर को कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए दिया है।
डॉ शेजवार ने ग्राम बारला स्थित अपने निवास परिसर को कोविड केयर आईसोलेशन सेंटर के रूप में विकसित कर करीब 80 बेड का कोरोना अस्पताल का स्वरुप दे दिया है। उन्होंने घर के गेस्ट हाउस, बैठक, लॉन में अस्पताल की तरह बेड लगाने का काम शुरू कर दिया है। उन्हें इस सब की प्रेरणा केंद्र सरकार के एक विज्ञापन से मिली है। जिसमें कहा गया है रोग से लड़ना है रोगी से नही, बीमारी से लड़ना है बीमार से नही।
इंदौर में 8 कंटेनमेंट क्षेत्रों को किया गया डिनोटिफाइड
इंदौर शहर में 8 कंटेनमेंट क्षेत्रों को आज डिनाेटिफाइड किया गया।
जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि शहर में कोविड-19 पॉजिटिव प्रकरणों के चलते कंटेनमेंट एरिया घोषित किए गए क्षेत्राें में से आठ को डिनोटिफाइड कर दिया गया है। शहर में रिकवरी का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है, मरीज लगातार स्वस्थ एवं डिस्चार्ज होकर अपने घर लौट रहे हैं। जिन क्षेत्रों से 21 दिनों की अवधि में एक भी कोविड-19 पॉजिटिव प्रकरण सामने नहीं आया है और न ही यहां किसी व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण देखने मिले हैं। उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया से मुक्त कर डीनोटिफाइड किया जा रहा है।
लगभग 50 जमातियों को भेजा गया जेल
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की एक अदालत ने आज लगभग 50 जमातियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
भोपाल के ऐशबाग, पिपलानी और श्यामला हिल्स थाना पुलिस की ओर से इन जमातियों को न्यायाधीश सुरेश शर्मा की अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए गए। सुनवायी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।