भोपाल, 09 अप्रैल ।मध्यप्रदेश में आज कोरोना संक्रमित प्रभावितों की संख्या बढ़कर 411 हो गयी, वहीं इस बीमारी से प्रदेश में अब तक 33 मरीजों की मौत भी हुयी है।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें की ओर से जारी किए गये बुलेटिन के अनुसार इंदौर में 48 नए मरीज मिलने के बाद वहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 221 हो गया, जबकि यहां मृतकों की संख्या 23 हो गयी। इसके अलावा कल रात आयी जांच रिपोर्ट में खंड़वा में पांच जमाती, विदिशा में दो और छिंदवाड़ा में दो कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। राजधानी भोपाल में अब तक 98 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिसमें एक मृत्यु हुयी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या इंदौर में सबसे ज्यादा है और दूसरे स्थान पर भोपाल है।
इसके अलावा कल रात आयी जांच रिपोर्ट में खंड़वा में चार जमाती, विदिशा में आठ वर्ष की एक बच्ची और छिंदवाड़ा में दो कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। राजधानी भोपाल में अब तक 98 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिसमें एक मृत्यु हुयी है।
इसके अलावा उज्जैन में 15, ग्वालियर में 6, जबलपुर में 8, शिवपुरी में दो, खरगोन में 4, खंड़वा मे 5, मुरैना में 12, छिंदवाड़ा में 4, विदिशा में 2, बडवानी में 3, बैतूल और श्योपुर में एक-एक मरीज अब तक मिल चुके हैं। इसे मिलाकर प्रदेश में अब तक 411 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
इंदौर में 7 मरीजों की मौत के बाद यहां मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 23 हो गया। इसी प्रकार उज्जैन में अब तक इस बीमार से 5 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं खरगोन 1 और छिंदवाड़ा 2 मरीज की मौत हुयी है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से 33 लोगों की मृत्यु हुयी, जिससे सबसे ज्यादा 23 मरीजों की इंदौर में मौत हुयी है। प्रदेश के इंदौर और भोपाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है।
कोरोना के प्रदेश में बढ़ते मामलों के बीच अब तक 25 लोग स्वस्थ भी हुए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा इंदौर में 17 मरीज, भोपाल में दो, जबलपुर में तीन, ग्वालियर में दो, शिवपुरी में एक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
इंदौर में एक चिकित्सक सहित 23 की कोरोना से मौत
मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में एक चिकित्सक की मृत्यु होने के साथ यहां ‘कोविड-19’ से मरने वालों की संख्या 23 हो गयी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने आज बताया कि जिले में एक चिकित्सक सहित 23 लोगों की कोरोना के संक्रमण से अब तक मौत हो चुकी है। वहीं इससे संक्रमितों की भी संख्या में इजाफा हुआ है, जो बढ़कर अब 221 हो गयी है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर रोगी जिले के चुनिंदा रहवासी क्षेत्रों के ही रहने वाले पाए जा रहे हैं।
छिंदवाड़ा में दो पॉजिटिव मिले, संख्या बढकर चार हुयी
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में दो मरीजों के कोविड 19 का पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल रात आई जांच रिपोर्ट में दो मरीज कोरोना पाॅजिटिव पाए गए। इससे यहां इस बीमारी से संक्रमितों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है। छिंडवाड़ा से 52 लोगों के सेम्पल जबलपुर भेजे गए थे, जहां से 12 लोगों की रिपोर्ट आयी, जिसमें दो पॉजिटिव पाए गए हैं। वे इससे पूर्व मिले कोरोना पॉजिटिव के रिश्तेदार है और इन्हीं के यहां यह कोरोना पॉजिटिव इंदौर से आकर रूका था।
विदिशा में आठ साल की बच्ची कोरोना पाॅजिटिव
मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा में आठ वर्ष की एक बच्ची के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जिले में इससे प्रभावितों की संख्या बढ़कर दो हो गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गंजबासौदा तहसील मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 15 में स्थित एक निजी मैरिज गार्डन के आइसोलेशन में कोरोंनटाइन किए गए एक परिवार की 8 साल की बच्ची की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। इस परिवार में जमात के लोग रुके थे। कलेक्टर विदिशा ने आगामी आदेश तक गंजबासौदा के नगरीय क्षेत्र में कर्फ्यू एवं तहसील की सीमाएं सील करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
खंडवा में चार जमाती कोरोना पॉजिटिव, संक्रमितों की संख्या पांच हुयी
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में चार जमातियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद जिले में इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर पांच हो गयी है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार खंडवा की एक मस्जिद में रुके 17 जमातियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी कल रात आई रिपोर्ट में चार पॉजिटिव मिले, जबकि अन्य की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। इसके पहले कल यहां एक मरीज कोरोना पॉजिटिव मिला था। यहां अब तक पांच कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।
जबलपुर में राहत के बीच एक कोरोना पॉजिटिव मिला
मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना संकट से राहत के बीच 11 दिन बाद एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित मिलने से इस बीमारी को लेकर लोगों की चिंता एक बार फिर बढ़ गयी हैं।
मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी मनीष मिश्रा ने बताया कि एक वृद्ध की कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट कल शाम पॉजिटिव आयी। वृद्ध विगत 20 मार्च को एक एयर लाईंस से जबलपुर आया था। एयर लाईंस में उसे साथ आये 67 व्यक्तियों को चिन्हित कर उनसे संपर्क किया गया और उन्हे घर पर रहने के निर्देश दिये गये थे। जो यात्री दूसरे जिलों के थे, संबंधित कलेकटरों को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है।
विवाह घर के संचालक सहित 21 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज
मध्यप्रदेश के शिवपुरी के फिजिकल कॉलेज थाना अंतर्गत सिद्धेश्वर मंदिर क्षेत्र स्थित एक विवाह घर में रुके 20 व्यक्तियों और विवाह घर के संचालक सहित 21 व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। यह सभी लोग बाहरी व्यक्ति थे तथा बिना किसी सूचना के यहां रुके हुए थे।
पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि इस विवाह घर में भोपाल, विदिशा, ग्वालियर, भिंड आदि जिलों से आए लोग रुके थे जिनके द्वारा बताया गया है कि जिले में मदिरा के ठेकों के सिलसिले में वह यहां आए हुए थे। सूत्रों ने बताया कि इनके द्वारा यहां आने की एवं रुकने की कोई सूचना नहीं दी गयी। साथ ही विवाह घर के संचालक ने भी कोई सूचना नहीं दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की।
कोरोना के इलाज में नहीं किया जा रहा भेदभाव: शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि कोरोना सक्रमित सभी व्यक्तियों का समान उपचार किया जा रहा है, इसमें किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा रहा है।
श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा ‘कुछ लोग ऐसी अफ़वाहें फैला रहे हैं कि प्रदेश के कोविड 19 से संक्रमित कुछ अधिकारियों को देखभाल में ज़्यादा तवज्जो दी जा रही है और बाक़ी लोगों को सही इलाज नहीं दिया जा रहा है। मेरे लिए प्रदेश का हर एक व्यक्ति एक समान है, हर एक नागरिक भगवान है। कुछ असामाजिक तत्व क़ानून-व्यवस्था को ले कर तरह-तरह की अफ़वाह फैला रहे हैं।’
एम्स के पास दुकानें खुलने की सूचना पर पुलिस हुयी सक्रिय
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पास कुछ दुकानें खुलने की सूचना पर पुलिस ने वहां पहुंचकर लोगों को खदेड़ दिया।
बाग सेवनिया थाना पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन के बावजूद एम्स के पास कुछ दुकानें खुलने और लोगों के सामान खरीदने की सूचना पर पुलिस पहुंची और लोगों को वहां से खदेड दिया। इसी दौरान कुछ लोगों को चोट पहुंची होगी।
सहकारिता उपायुक्त एस पी कौशिक निलंबित
मध्यप्रदेश के सागर में सहकारिता विभाग के उपायुक्त एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं एस पी कौशिक को अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सहकारिता विभाग के उप सचिव द्वारा जारी आदेष में कहा गया है कि एस पी कौशिक, उपायुक्त सहकारिता एवं उप पंजीयक सहाकरी संस्थाएं जिला सागर द्वारा गेहूं उपार्जन कार्य की तैयारी में रूचि नही लेने, शासकीय निर्देशों का पालन नहीं करने, विधानसभा आश्वासनों की जानकारी मुख्यालय को समय पर नही देने, पदीय कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया।
आपत्तिजनक पोस्ट करने पर तीन पर मामला दर्ज
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में लॉक डाउन में व्हाटसअप पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर तीन लोगों के साथ प्रकरण दर्ज किया गया।
थाना प्रभारी विक्रम सिंह बामनिया ने बताया कि आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर सतीश गुजराती और सुनील सैनी सहित ग्रुप एडमिन अजय शंखपाल पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस एक और ग्रुप एडमिन की तलाश कर रही है।
तथ्य छिपाने पर चिकित्सक निलंबित
मध्यप्रदेश के शहडोल में एक चिकित्सक को मरकज में शामिल होने के बाद डयूटी करने और इस तथ्य को छिपाने पर निलंबित कर दिया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार शहडोल मेडिकल कालेज के डीन डाक्टर मिलिन्द्र शिरालकर ने यहां पर पदस्थ डा मोहम्मद मुजाहिद अन्सारी को घर जाने के नाम पर अवकाश लेकर मरकज में शामिल होने के बाद वापस आकर डयूटी करने और इस तथ्य को छिपाने पर निलंबित कर दिया है।
मध्यप्रदेश में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य
काेरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को मध्यप्रदेश में फैलने से रोकने के लिए प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने लाेगों को मास्क या फेस कवर पहनना अनिवार्य कर दिया है।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आज यहाँ जारी आदेश के अनुसार एपिडेमिक एक्ट एवं मध्यप्रदेश एपिडेमिक डीसीजेज कोविड-19 विनियम 2020 तथा मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ एक्ट के प्रावधानों के तहत आगामी आदेश तक प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क या फेस कवर पहनना अनिवार्य रहेगा।
अति आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में लगे वाहन न रोके जाएँ-पुलिस प्रशासन
मध्यप्रदेश के भोपाल में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूर संचार ने निर्देश दिया है कि अति आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में लगे वाहनों को मार्ग में कदापि न रोका जाए, जिससे आम जनता को रोजमर्रा के लिए जरूरी सामग्री की आपूर्ति बाधित न हो।
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस आशय के निर्देश कोरोना संक्रमण की वजह से लागू लॉक डाउन को ध्यान में रखकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूरसंचार ने भोपाल व इंदौर के डीआईजी सहित प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को जारी किए हैं। उन्होंने कहा है पुलिस के मैदानी अधिकारियों को ताकीद कर इन निर्देशों का गंभीरता से पालन कराएँ।
प्रदेश में कोरोना बचाव एवं उपचार के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य हों-शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना से बचाव में उपचार के सर्वश्रेष्ठ कार्य किए जाएं।
श्री चौहान आज मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोन स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों को अच्छे से अच्छा इलाज मिले। जिनमें भी कोरोना के लक्षण दिखें वे तुरंत टेस्ट करवाएं। संक्रमित जिलों में चिन्हित किए गए हॉटस्पॉट को पूरी तरह सील करें। वहां आवश्यक वस्तुएं, दूध, दवाई आदि की सप्लाई जिला प्रशासन के माध्यम से की जाए।
इंदौर, भोपाल, उज्जैन छोड़कर 15 जिलों में 46 कोरोना हॉट स्पॉट घोषित
मध्यप्रदेश शासन ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन को छोड़कर 15 जिलों में कुल 46 कोरोना हॉट स्पॉट घोषित किये हैं। इन जिलों में कुल 75 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
जबलपुर में कचिया पाथ गोल बाजार, प्रोफेसर कॉलोनी, सुहागी सरस्वती कॉलोनी, अंधेरदेव, शंकर नगर, मौलाना की गली कोतवाली, रामपुर तथा पंचशील नगर को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। इन स्थानों पर कुल 8 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये गये। ग्वालियर में ढोली बुआ का पुल, चेतकपुरी, विजय नगर, आमखो, नाका चंद्रवंदनी, सत्यदेव नगर और बीएसएफ कॉलोनी टेकनपुर को कुल 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये जाने पर हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। खरगोन में धारगाँव, असनगाँव, बड़गाँव, साकार नगर केजीएन और वार्ड नम्बर-11 कसरावद में कुल 12 कोरोना पॉजिटिव प्रकरण पाये जाने के कारण इन्हें हॉट स्पॉट घोषित किया गया है।
कंटेनमेंट एरिया और जिलों की सीमाओं को प्रभावी ढंग से सील करने के निर्देश
मध्यप्रदेश में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने प्रदेश के सभी संभागायुक्त एवं कलेक्टर्स को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि कंटेनमेंट एरिया तथा जिलों की सीमाओं को प्रभावी ढंग से सील किया जाये। प्रभावी जिलों की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई जाये और लोगों के आने-जाने को कड़ाई से प्रतिबंधित किया जाये। कंटेनमेंट एरिया से लोगों की आवाजाही को रोकने के लिये बेरीकेटिंग के साथ कार्डन ऑफ किया जाये।
श्री बैंस ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि कंटेनमेंट एरिया को प्रभावी ढंग से सील करें। वहाँ रहने वाले लोगों की जरूरत की आवश्यक सामग्री उनके द्वार तक पहुँचाने की व्यवस्था को प्रभावी बनायें। इस एरिया में आकस्मिक चिकित्सकीय आवश्यकता होने पर लोगों को अस्पताल जाने की छूट होना चाहिये। कंटेनमेंट एरिया के प्रबंधन के संबंध में जारी गाइड-लाइन के अनुसार कार्यवाही करें। जिले की सीमाओं से अन्य जिलों से होने वाले आवागमन पर और अधिक प्रभावी ढंग से नियंत्रण लगाया जाये।
श्री बैंस ने कहा कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन आदि बड़े जिलों को अपने शहरों की सीमाओं को और अधिक सुरक्षित करने की आवश्यकता है, जिससे जिले के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके।
रायसेन में तीन वार्ड कंटेमेंट एरिया घोषित
मध्यप्रदेश के रायसेन शहर के गवोईपुरा में कोविड-19 संक्रमित पॉजीटिव मरीज के मिलने के पश्चात कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने वार्ड क्रमांक 05, 06 तथा 07 की सम्पूर्ण सीमा को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार नोवेल कोरोना वारस कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कंटेनमेंट एरिया की सीमाएं सील करते हुए सभी लोगों को होम कोरेंटाइन किया गया है।
बिना पात्रता पर्ची वालों को भी मिलेगा नि:शुल्क राशन :शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार कोरोना संकट के चलते प्रदेश के 32 लाख ऐसे व्यक्तियों को भी नि:शुल्क राशन प्रदाय किया जाएगा, जिनके पास राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत पात्रता पर्चियां नहीं हैं। इन्हें एक माह का नि:शुल्क उचित मूल्य राशन राज्य सरकार के कोटे से प्रदाय किया जाएगा। राशन के अंतर्गत इन्हें चार किलो गेहूँ एवं एक किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रदान किया जाएगा।
प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 31 लाख 81 हजार 525 ऐसे व्यक्ति हैं, जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत निर्धारित 25 पात्रता श्रेणियों में तो आते हैं, परंतु उन्हें वर्तमान में उचित मूल्य राशन प्राप्त करने की पात्रता नहीं है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 2014-15 में प्रदेश में योजना के अंतर्गत पात्रता पर्चीधारियों की संख्या 5 करोड़ 46 लाख निर्धारित किए जाने से इन्हें पात्रता नहीं है। अब राज्य शासन ने इन्हें अपने कोटे से एक माह का नि:शुल्क राशन दिए जाने का निर्णय लिया है। राज्य के समग्र सामाजिक सुरक्षा पोर्टल पर इनका नाम दर्ज है।