भोपाल, 20 अप्रैल । मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित 78 नए मामले आज प्रकाश में आने के बाद इस महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1485 हो गयी है, जबकि इस बीमारी के चलते अब तक 76 लोगों की मृत्य हो चुकी है।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से जारी किए गये बुलेटिन के अनुसार इंदौर में आज जांच रिपोर्ट में सात नए मामले मिलने के बाद यहां संक्रमितों की संख्या 890 से बढ़कर 897 हो गयी, जिसमें 52 लोगों की अब तक इस बीमारी से मृत्यु हुयी है। राजधानी भोपाल में 40 नये मामले मिलने के बाद यहां पर संक्रमितों की संख्या बढ़कर 214 से 254 हो गया, जिसमें छह की मृत्यु हुयी है। इसके अलावा खरगोन में 41 लोग संक्रमित मरीज मिले हैं।
भोपाल में 28 व्यक्तियों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई
भोपाल आज 28 व्यक्तियों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है।
मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी प्रभाकर तिवारी ने बताया कि भोपाल में आज 27 व्यक्तियों की सेम्पल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनकी कॉन्ट्रेक्ट हिस्ट्री निकाली जा रही है। इन सभी कोरोना संक्रमित व्यक्ति को चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती किया जा रहा है।
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिये अलग है सैनिटाइजेशन यूनिट
जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में व्हील चेयर और स्ट्रेचर सहित मरीज को सैनिटाइज करने की व्यवस्था अलग से की गई है ।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कालेज में अत्याधुनिक एवं अपने तरह की सर्वप्रथम फुल बॉडी सैनिटाइजेशन यूनिट की स्थापना की गई है । फुल बॉडी सैनिटाइजेशन यूनिट को दो भागों में बनाया गया है । इसके एक हिस्से से साधारण व्यक्ति निकलकर करीब 20 सेकंड में पूरी तरह सेनेटाइज हो जाता है। इसी के समानांतर लगे दूसरे चेंबर में व्हील चेयर और स्ट्रेचर पर आने वाले मरीज को पूरी तरह से सैनिटाइज करने की व्यवस्था है। जिले में अभी तक जितनी भी सैनिटाइजेशन यूनिट लगी हैं, उनमें कहीं यह व्यवस्था नहीं है।
डिंडोरी में मिला पहला कोरोना पॉजिटिव
डिंडोरी जिले में आज एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन द्वारा सभी जरूरी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ डी के मेहरा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जबलपुर से प्राप्त जांच रिपोर्ट में युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। युवक पिछले दिनों कोरोना प्रभावित राज्य से आया था। कोरोना के प्रारंभिक लक्षण मिलने के बाद क्वारेंटाइन कर उसका सेंपल लिया गया था तथा जांच के लिए भेजा गया, जिसमें कोरोना पाॅजिटिव मिला। उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
रेपिड एन्टी बॉडी टेस्ट के लिये निजी चिकित्सालय अधिकृत
मध्यप्रदेश शासन ने निजी चिकित्सालयों को कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के लिये रेपिड एन्टी बॉडी टेस्ट किट के उपयोग की अनुमति प्रदान की है। आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण फैज अहमद किदवई ने पत्र जारी कर निजी चिकित्सालयों से कहा है कि इंडियन कॉउसिल ऑफ मेडिकल रिर्सच(आई.सी.एम.आर.) द्वारा अनुमोदित रेपिड एन्टी बॉडी टेस्ट किट (ब्लड बेस्ड) का ही उपयोग करें। इस संबंध में आई.सी.एम.आर. द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना भी आवश्यक होगा।
इस किट के टेस्ट पॉजीटिव आने पर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल सूचना देना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही, मरीज को उपचार के लिये नजदीक के डेडिकेटेड कोविड केयर सेन्टर अथवा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर रेफर किया जाना आवश्यक होगा।
जावेद को पकडने वाले 10 कर्मचारी पुरस्कृत होगें
मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में जबलपुर से भागा कोरोना पॅाजिटिव कैदी को पकड़ने के मामले में टीम के दस लोगों को पुरस्कृत किया जायेगा।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जबलपुर स्थित मेडिकल कालेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज कैदी जावेद को पड़ने वाली टीम के दस सदस्यों को ग्यारह-ग्यारह हजार रुपये से पुरस्कृत करने की जानकारी दी है।
रायसेन में कोरोना के संक्रमित संख्या पहुँची 24 पर
मध्यप्रदेश के रायसेन में कोरोना के संक्रमित 16 नए मरीज मिलने से अब संख्या 24 पर पहुँच गयी है।
रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि रायसेन जिले में 57 लोगों की रिपोर्ट में से आज 54 लोगों की रिपोर्ट आ गयी है जिसमें कोरोना के 16 नए मरीज सामने निकल कर आए है। प्रशासन ने सभी 16 लोगों को कोरोना केअर सेंटर में भेज दिया है। यह सभी 16 लोग दरगाह पर बने कोरेन्टीन सेंटर में पहले से थे। रायसेन में अब मरीजों की कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 24 हो गई है। शहर में 23 अप्रैल तक कर्फ्यू लगा दिया है।
कोरोना से निपटने के लिये पंचायतों को दिये 68 करोड़
मध्यप्रदेश की 22 हजार 812 ग्राम पंचायतों को ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से बचाव पर व्यय करने के लिये 14वें वित्त से 68 करोड़ 43 लाख रूपये की राशि प्रदान की गई है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव ने ग्राम पंचायतों को अधिकतम 30 हजार रूपये व्यय करने के अधिकार दिये हैं। ग्राम-पंचायत स्तर पर कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता और बचाव के उपायों पर 14 वें वित्त आयोग की राशि से व्यय करने के अधिकार प्रदान कर दिए गये है। ग्राम पंचायतों को संक्रमण से बचाव, सर्तकता एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के दिशा-निर्देश जारी किए गये हैं।