नयी दिल्ली 12 जुलाई । देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले रविवार को को 8.72 लाख के आंकड़े को पार कर गये लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 63 फीसदी पहुंच गयी है और अब तक करीब साढ़े पांच लाख लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।
देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 62.97 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.64 प्रतिशत रही। शनिवार को संक्रमितों के ठीक होने की दर 62.83 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.68 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब तीन फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।
देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 8,74,784 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 8,49,533 थी। अब तक कुल 5,49,656 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 23,087 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 2,99,655 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या ढाई लाख से अधिक हो चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।
इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर से संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू लागू किया जा रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई रात 10 बजे से 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक 55 घंटों का संपूर्ण लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की गयी है।
पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी को देखते हुए राजधानी कोलकाता समेत राज्य के 10 जिलों में लॉकडाउन लागू किया गया है।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार से नौ दिनों के जनता कर्फ्यू को लागू किया गया है। बिहार में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है।
गुवाहाटी समेत असम के कुछ प्रमुख शहरों में लॉकडाउन की अवधि एक सप्ताह और बढ़ा दी गयी है।
इस बीच कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने राजधानी बेंगलुरु में कोरोना वायरस के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए 14 जुलाई से एक सप्ताह का पूर्ण लॉकडाउन लागू करने की घाेषणा की है।
देश में संक्रमण से प्रभावित होने के मामले में दूसरे स्थान पर स्थित तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई समेत पांच जिलाें में 31 मई तक लॉकडाउन लागू है। इसके अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन लगाया जा रहा है।
कोविड-19 से प्रभावित लोगों को चिकित्सा निगरानी प्रदान करने के लिए देश में इस समय 1370 समर्पित कोविड अस्पताल (डीसीएच), 3,062 समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र (डीसीएचसी), और 10334 कोविड देखभाल केंद्र (सीसीसी) उपलब्ध हैं।
इन सुविधा केंद्रों का संचालन सफलतापूर्वक करने के लिए, केंद्र सरकार ने अब तक 122.36 लाख पीपीई किट, 223.33 लाख एन95 मास्क उपलब्ध कराए हैं, और विभिन्न राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों/केंद्रीय संस्थानों में 21685 वेंटिलेटर वितरित किए हैं।
कोविड-19 की जांच को व्यापक बनाते हुए प्रत्येक दिन नमूनों की जांच में निरंतर वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान 280151 नमूनों की जांच की गई है। अब तक जांच किए गए नमूनों की कुल संख्या 11587153 है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, वर्तमान में भारत में प्रति दस लाख पर परीक्षण दर 8396.4 हो चुकी है।
देश में इस समय सरकारी क्षेत्र की 850 प्रयोगशालाएं और निजी क्षेत्र की 344 प्रयोगशालाएं कुल 1194 प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं।
दिल्ली में कोरोना के नये मामले 1573, स्वस्थ हुए 2276
राजधानी में कोरोना वायरस को मात देने वालों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है और रविवार को लगातार पांचवें दिन नये मामल़ों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही।
स्वास्थ्य मंत्रालय के पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार नये मामले 1573 रहे ,जबकि 2276 ने वायरस को शिकस्त दी।
दिल्ली में कुल संक्रमितों का आंकडा हालांकि 1,12,495 पर पहुंच गया जबकि इसमें से स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 89,968 अर्थात 79.97 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
नौ जुलाई को रिकार्ड 4027 मरीज ठीक हुए थे।
पिछले 24 घंटों में 37 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की कुल संख्या 3371 पहुंच गयी।
इस दौरान चिंता बढ़ाने वाली बात यह रही कि निषिद्ध जोनों की संख्या 13 बढ़कर 652 पर पहुंच गई।
सात जुलाई को नये मामले घटकर 1379 रहे थे। इससे पहले दिल्ली में 23 जून को 3947 एक दिन के सर्वाधिक मामले आए थे।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली तीसरा राज्य है , जहां संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख से अधिक है। महाराष्ट्र में वायरस का आंकड़ा दो लाख से भी अधिक है।
दिल्ली में सक्रिय मामल़ों की संख्या भी आज 19,895 से घटकर 19,155 रह गई।
कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 7,89,853 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 22,236 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 9443 और रैपिड एंटीजेन जांच 11,793 थी। दिल्ली में 10 लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत भी बढ़कर 41,571 हो गया है
महाराष्ट्र में कोरोना मामले ढाई लाख के पार, रिकवरी दर 55 फीसदी
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति गंभीर होती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकाॅर्ड 7827 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार की रात बढ़कर ढाई लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों की रिकवरी दर बढ़कर 55 फीसदी से अधिक हो गयी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 254427 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। वहीं इस दौरान 173 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 10289 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 3340 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 140325 हो गयी है।
तमिलनाडु में कोरोना मामले 1.40 लाख के करीब, 1966 की मौत
तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 4244 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद रविवार को संक्रमितों की संख्या 1.40 लाख के करीब पहुंच गयी।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 64.65 फीसदी पहुंच गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.41 प्रतिशत है।