नयी दिल्ली 11 जुलाई ।देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के मामले शनिवार को को 8.44 लाख के आंकड़े को पार कर गये लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 63 फीसदी पहुंच गयी है और अब तक 5.32 लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।
देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 62.83 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.68 प्रतिशत रही। शुक्रवार को संक्रमितों के रोगमुक्त होने की दर 62.42 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.72 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब तीन फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।
देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 8,47,575 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 8,20,916 थी। अब तक कुल 5,32,532 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 22,659 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 2,92,004 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 2.43 लाख से अधिक है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।
इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू लागू किया जा रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई रात 10 बजे से 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक 55 घंटों का संपूर्ण लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की गयी है। पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी को देखते हुए राजधानी कोलकाता समेत राज्य के 10 जिलों में लॉकडाउन लागू किया गया है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार से नौ दिनों के जनता कर्फ्यू को लागू किया गया है। बिहार में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है।
गुवाहाटी समेत असम के कुछ प्रमुख शहरों में लॉकडाउन की अवधि एक सप्ताह और बढ़ा दी गयी है। इस बीच कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने राजधानी बेंगलुरु में कोरोना वायरस के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए 14 जुलाई से एक सप्ताह का पूर्ण लॉकडाउन लागू करने की घाेषणा की है। देश में संक्रमण से प्रभावित होने के मामले में दूसरे स्िाान पर स्थित तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई समेत पांच जिलाें में 31 मई तक लॉकडाउन लागू है। इसके अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन लगाया जा रहा है।
देश में कोरोना वायरस की जांच की गति तेजी से बढ़ाई जा रही है। फिलहाल देश के 1180 लैब कोरोना नमूनों की जांच कर रहे हैं। इन सभी लैब ने मिलकर पिछले 24 घंटे में 282511 नमूनों की जांच की। इस तरह अब तक 11307002 लोगों के स्वाब के नमूनों की जांच हो चुकी है।
दिल्ली में कोरोना के नये मामले 1781, स्वस्थ हुए 2998
राजधानी में कोरोना वायरस को मात देने वालों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है और शनिवार को लगातार चौथे दिन नये मामल़ों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही।
स्वास्थ्य मंत्रालय के पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के अनुसार नये मामले 1781 रहे , जबकि 2998 ने वायरस को शिकस्त दी।
दिल्ली में कुल संक्रमितों का आंकडा 1,10,921 पर पहुंच गया जबकि स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 87,692 हो गई।
नौ जुलाई को रिकार्ड 4027 मरीज ठीक हुए थे।
पिछले 24 घंटों में 34 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की कुल संख्या 3334 पहुंच गयी।
इस दौरान चिंता बढ़ाने वाली बात यह रही कि निषिद्ध जोनों की संख्या छह बढ़कर 639 पर पहुंच गई।
सात जुलाई को नये मामले घटकर 1379 आए थे।
इससे पहले दिल्ली में 23 जून को 3947 एक दिन के सर्वाधिक मामले आए थे।
महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली तीसरा राज्य है जहां संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख से अधिक है।
महाराष्ट्र में वायरस का आंकड़ा दो लाख से भी अधिक है।
दिल्ली में सक्रिय मामल़ों की संख्या भी आज 21,146 घटकर 19,895 रह गई।
कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 7,68,617 पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 21,508 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 9767 और रैपिड एंटीजेन जांच 11,741 थी।
तीन जुलाई को रिकार्ड 24,165 जांच की गई थी। दिल्ली में 10 लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत भी बढ़कर 40,453 हो गया है।
दिल्ली में कुल कोरोना बेड्स 15,253 हैं जिसमें से 4502 पर मरीज हैं जबकि 10,751 खाली हैं। होम आइसोलेशन में मरीजों की संख्या भी गत दिवस के 12272 से घटकर आज 11598 मरीज रह गई।
तमिलनाडु में कोरोना मामले 1.34 लाख के पार, मृतकों की संख्या 1900 के करीब
तमिलनाडु में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और 3965 रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद शनिवार को संक्रमितों की संख्या 1.34 लाख के पार पहुंच गयी।
राहत की बात यह है कि राज्य में संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 64 फीसदी पहुंच गयी है जबकि मृत्यु दर महज 1.41 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र में कोरोना मामले 2.46 लाख के पार, रिकवरी दर 55 फीसदी
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति भयावह होती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकाॅर्ड 8139 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार की रात बढ़कर 2.46 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों की रिकवरी दर बढ़कर 55 फीसदी से अधिक हो गयी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में अब तक 2,46,600 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। वहीं इस दौरान 223 और लोगों की इससे मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 10,116 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 4360 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 1,36,985 हो गयी है।
राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 55.54 फीसदी पहुंच गयी है जबकि मृत्यु दर महज 4.10 प्रतिशत है। सूत्रों के मुताबिक राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 99203 है जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र पूरे देश में कोरोना संक्रमण और मौत के मामले में पहले नंबर पर है।