नयी दिल्ली, 29 जून ।देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमितों की संख्या सोमवार की रात तक 5.62 लाख के पार पहुंच गयी लेकिन इसके साथ ही स्वस्थ होने वालों की दर भी निरंतर बढ़ती ही जा रही है।
देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.54 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर जबकि मृत्यु दर महज 2.98 फीसदी रही। रविवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 58.56 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.04 फीसदी थी। शनिवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 58.13 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर 3.08 प्रतिशत रही।
गुरुवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 57.72 रही जबकि मृत्यु दर महज 3.12 फीसदी रही। बुधवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 57.31 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर 3.15 प्रतिशत रही। मंगलवार को मरीजों के स्वस्थ होने की दर 56.67 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 3.18 फीसदी रही।
पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में करीब दो फीसदी का इजाफा हुआ है।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 565457 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 548318 थी। अब तक कुल 329728 मरीज स्वस्थ हुये हैं जबकि करीब 16797 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 215872 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या करीब 1.13 लाख के पार पहुंच चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत में महामारी के मामलों या रोगियों का जल्द पता लगने, समय पर परीक्षण एवं निगरानी, मरीजों के संपर्क में आए लोगों के व्यापक रूप से पता लगाने और प्रभावकारी नैदानिक प्रबंधन या उपचार की बदौलत इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या को कम करने में मदद मिली है। यह कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर केंद्र सरकार द्वारा श्रेणीबद्ध, पूर्व-निर्धारित और अत्यंत सक्रिय नजरिया अपनाने का भी एक प्रमाण है।।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि कोविड-19 का परीक्षण करने के लिए नैदानिक प्रयोगशालाओं के बढ़ते नेटवर्क के साथ, भारत में अब प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 1047 हो गई हैं। इसमें सरकारी क्षेत्र के 760 और 287 निजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में जिन 11 प्रयोगशालाओं को शामिल किया गया है, वे सभी सरकार द्वारा संचालित हैं।
इनमें रियल-टाइम आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 567 (सरकारी: 362, निजी: 205), ट्रुनेट आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 393 (सरकारी: 366 , निजी: 27)और सीबी नेट आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 87 (सरकारी: 32 , निजी: 55) हैं।
कोरोना वायरस की जांच किए जा रहे नमूनों की कुल संख्या बढ़ रही है, और इसने 8398362 आंकड़े को छू लिया है। रविवार को 170560 नमूनों का परीक्षण किया गया।
दिल्ली में कोरोना मामले 85000 के पार, निषिद्ध क्षेत्र 435
कोरोना के प्रकोप से जूझ रही राजधानी के लिए सोमवार को राहत भरी बात यह रही कि नये मामल़ों की तुलना में संक्रमण को मात देने वालों की संख्या काफी अधिक रही। हालांकि निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 435 पर पहुंच गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय कि तरफ से जारी आंकडों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान 2084 नये मामलों से कुल संक्रमितों का आंकड़ा 85161 पर पहुंच गया। मृतकों की संख्या 57 बढ़कर 2680 पर पहुंच गई।
दिल्ली में 23 जून को 3947 एक दिन के सर्वाधिक मामले आए थे।
पिछले 24 घंटों में राहत की बात यह रही कि इस दौरान नये मामलों की तुलना में कहीं अधिक 3628 मरीज ठीक हुए और अब तक 56235 संक्रमित कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं।
आज सक्रिय मामल़ों की संख्या 26246 रही।
कोरोना जांच में पिछले कुछ दिनों में आई तेजी से कुल जांच का आंकड़ा 514573 पर पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 16157 जांच की गई। इसमें आरटीपीसीआर जांच 9619 और रैपिड एंटीजेन जांच 6538 थीं। दिल्ली में दस लाख की जनसंख्या पर जांच का औसत भी बढ़कर 27089 हो गया।
कंटेन्मेंट जोन की संख्या 427 बढ़कर 435 हो गई।
दिल्ली में कुल कोरोना बेड्स 13411 हैं जिसमें से 5977 पर मरीज हैं जबकि 7435 खाली हैं।