में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की संख्या रविवार की रात सवा तीन लाख को पार कर गयी है लेकिन राहत की बात यह है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की तादाद निरंतर बढ़ती जा रही है।
देश में आज संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 50.76 फीसदी हो गयी जबकि मृत्यु दर केवल 2.85 प्रतिशत रही। शनिवार को संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की दर 49.95 फीसदी पर पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर मात्र 2.86 प्रतिशत रही।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,25,176 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है। सुबह यह संख्या 3,20,922 थी। अब तक कुल 1,65,274 मरीज स्वस्थ हुये हैं जबकि करीब 9283 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 1,50,581 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या अधिक है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना के जितने मरीज आए हैं उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने भी कोरोना मरीजों के लिए अपनी जांच प्रकिया में बढ़ोत्तरी की है और इस समय देश में 646 सरकारी और 247 निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाएं कोरोना जांच में लगी हैं और पिछले 24 घंटों में 1,51,432 नमूनों की जांच की गई थी। अब तक देश में 56,58,614 कोरोना नमूनों की जांच की जा चुकी है।
इस बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डा़ हर्षवर्धन और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज दिन में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से साथ बैठक कर राजधानी में कोविड मामलों की स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान कंटेनमेंट उपायों, संदिग्ध लोगों और अन्य लोगों के अधिक परीक्षण किए जाने और स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से तैयार करने पर जोर दिया गया।
फिलहाल भारत संक्रमितों के मामले में ब्रिटेन को पीछे छोड़ कर दुनिया भर के देशाें में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। ब्रिटेन में 2,95,828 लोग संक्रमित हैं जबकि 41,747 लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व में कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित देशों की सूची में अमेरिका पहले स्थान पर है, जहां इस महामारी से अब तक 20,75,840 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 1,15,458 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इसके बाद ब्राजील (8.50 लाख) और रूस (5.28 लाख) तीसरे स्थान पर है।
दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड नये 2224 मामले, मृतकों की संख्या 1327 पहुंची
राजधानी में कोरोना संक्रमण का पिछले 24 घंटों में एक बार फिर रौद्र रुप नजर आया और रिकॉर्ड 2225 नये मामलों से संक्रमितों का कुल आंकड़ा 41 हजार को पार कर गया जबकि 56 और मरीजों के दम तोड़ देने से मृतक संख्या 1327 पर पहुंच गई।
दिल्ली में रविवार को लगातार तीसरे दिन नये संक्रमित दो हजार से अधिक मामले सामने आए।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार को जारी संक्रमण के आंकडों में बताया गया कि पिछले 24 घंटों में 2225 नये मामले आए और कुल मरीजों की संख्या 41 हजार 182 पर पहुंच गई। इससे पहले शुक्रवार को रिकार्ड 2137 मामलों आए थे।
पिछले 24 घंटों में 56 और मरीजों की मौत से कुल मृतक 1327 हो गये।
दिल्ली के लिये आज लगातार दूसरे दिन राहत की बात यह रही कि 878 मरीज संक्रमण से जंग जीते और अब तक 15824 लोग कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं। शनिवार को रिकार्ड 1547 मरीज संक्रमण मुक्त हुए थे। फिलहाल राजधानी में 24,032 मामले सक्रिय हैं।
दिल्ली सरकार के मुताबिक फिलहाल 20793 कोरोना मरीज़ों को उनके घरों में ही आइसोलेशन में रखा गया है। अब तक 2,90,592 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। कंटेन्मेंट जोन की संख्या 242 है।
दिल्ली में अस्पतालों में कुल कोरोना मरीज 5137 हैं। आईसीयू में 695 और 182 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। आज अस्पतालों में 598 नये मरीज दाखिल हुए और 362 को छुट्टी मिली।
रेमडेसिविर और टोकिलिजुमाब आपात उपयोग हेतु: स्वास्थ्य मंत्रालय
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोविड-19 के नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकोल के तहत रेमडेसिविर के उपयोग के बारे में मीडिया में आ रही रिपोर्टों के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि केवल सीमित आपात यानि तत्काल उपयोग हेतु टोकिलिजुमाब और अन्वेषणातमक पद्धति,( इंवेस्टिगेशनल थेरेपी,) के रूप में रेमडेसिविर दवा को शामिल किया गया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि इन पद्धतियों का उपयोग सीमित उपलब्ध प्रमाण और वर्तमान में सीमित उपलब्धता पर आधारित होगा। केवल मध्यम स्तर के रोगियों, जो ऑक्सीजन पर हैं लेकिन जिनमें कोई विरोधाभासी संकेत नहीं हैं, उनके लिये रेमडेसिविर का आपात यानि तत्काल उपयोग पर विचार किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में कोरोना मामले 1.07 लाख के पार, 3950 की मौत
देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में दिनों-दिन स्थिति भयावह होती जा रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान रिकाॅर्ड 3390 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार की रात बढ़कर 1.07 लाख के पार पहुंच गयी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,07,958 हो गयी है। इस दौरान 120 और लोगों की इस महामारी से मौत होने से इस जानलेवा वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3950 हो गयी है। इस दौरान राज्य में 1632 लोग रोगमुक्त हुए हैं जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 50,978 हो गयी है।
मुंबई में कोरोना के मामले 58000 के पार, 2182 की मौत
देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाली महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है तथा पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 1395 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या रविवार की रात 58000 के पार हो गयी।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वाणिज्यिक नगरी में अब तक 58226 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस दौरान 69 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 2182 हो चुकी है। मुंबई में 1039 संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने के बाद अब तक ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 26986 पहुंच गयी है। राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर 46.34 फीसदी है। फिलहाल मुंबई में कोरोना के 29050 सक्रिय मामले हैं।
कोरोना : दिल्ली को सभी जरूरी संसाधन मुहैया करायेगा केन्द्र
केन्द्र सरकार ने राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी के कारण उत्पन भयावह स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार को सभी आवश्यक संसाधन मुहैया कराने के साथ साथ अपने पांच वरिष्ठ अधिकारियों की सेवा देने का निर्णय लिया है।
केन्द्र ने राजधानी में कोरोना के मरीजों के लिए रेलवे के पांच सौ कोच देने की घोषणा की है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभागों की एक संयुक्त टीम को स्वास्थ्य तैयारियों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए अगले दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढाकर दो गुना किया जायेगा और 6 दिन बाद टेस्टिंग को बढाकर तीन गुना करने की भी घोषणा की गयी है।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजधानी में कोरोना के बढते प्रकोप से उत्पन्न स्थिति का संज्ञान लेते हुए आज यहां केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा हर्षवर्धन , राज्यपाल अनिल बैजल , मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा की।
बैठक के बाद श्री शाह ने सिलसिलेवार टि्वट में कहा कि सरकार राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कटिबद्ध है और इसके लिए बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। केंद्र, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग, सभी सम्बंधित विभागाें और विशेषज्ञों को इन निर्णयों को नीचे तक अच्छी तरह लागू करने का निर्देश दिया गया है।
केन्द्र ने दिल्ली सरकार को महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक संसाधन जैसे ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटीलेटर, पल्स ऑक्सीमीटर तथा अन्य सभी आवश्यकताओं को पूरा करने का आश्वासन दिया है ।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस बैठक में दिल्ली में वैश्विक महामारी से निपटने, अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, जांच की सुविधाओं और स्वास्थ्य संबंधी अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया।
शाह, बैजल और केजरीवाल के अलावा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में शामिल हुए।
गृह मंत्री ने दिल्ली के तीन नगर निगमों- उत्तर, दक्षिण एवं पूर्व- के महापौरों और नगर निकाय के आयुक्तों के साथ शाम को एक अन्य बैठक बुलाई । इस बैठक में उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी शामिल हुए ।
यह बैठक ऐसे समय में की जा रही है, जब दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली में संक्रमण के मामले बढ़कर 39,000 हो गए हैं, जिनमें से 1,200 लोगों की मौत हो गई है।
देश में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण से निपटने, अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तर उपलब्ध नहीं होने और प्रयोगशालाओं में जांच कराने में आ रही दिक्कतों को लेकर सरकार को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है।
उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को शहर की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि दिल्ली के अस्पतालों की स्थिति बेहद “भयावह” है और कोविड-19 मरीजों के पास शव रखे दिख रहे हैं।
न्यायालय की टिप्पणी के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने कहा कि वह पूरे सम्मान और ईमानदारी के साथ न्यायालय की टिप्पणियों को स्वीकार करती है और दिल्ली सरकार सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने और प्रत्येक कोविड-19 मरीज के लिए हरसंभव इलाज सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है।
बैजल ने भी कोविड-19 प्रबंधन योजना और राजधानी में चिकित्सा ढांचे को और सुदृढ़ बनाने पर सुझाव देने के लिये छह सदस्यीय एक समिति का गठन किया है।
बैजल ने हाल में दिल्ली सरकार के उस फैसले को पलट दिया था, जिसमें कहा गया कि अस्पताल के बिस्तर और जांच सिर्फ दिल्ली वालों के लिये हैं और जांच भी उन मरीजों की होगी, जिनमें लक्षण नजर आएंगे।
बैजल की परामर्श समिति में आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कृष्ण वत्स और कमल किशोर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डा . रणदीप गुलेरिया, डीजीएचएस के अतिरिक्त डीडीजी डा. रवींद्रन और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के निदेशक सुरजीत कुमार सिंह शामिल हैं।
भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 11,929 नए मामले सामने आए । इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,20,922 हो गई है। संक्रमित लोगों में से 311 और लोगों की मौत के साथ मृतक संख्या 9,195 पर पहुंच गई है।
दिल्ली में कोरोना वायरस मरीजों के लिए 5,000 और बिस्तर उपलब्ध: मुख्यमंत्री
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि छोटे एवं मध्यम मल्टी-स्पेशिएलिटी नर्सिंग होम को ‘कोविड-19 नर्सिंग होम’ घोषित किए जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 5,000 और बिस्तर उपलब्ध हो गए हैं।
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के मकसद से 10 से 49 बिस्तरों की क्षमता वाले सभी छोटे एवं मध्यम मल्टी स्पेशिएलिटी नर्सिंग होम को ‘कोविड-19 नर्सिंग होम’ घोषित किया है।
सरकार द्वारा शनिवार को जारी आदेश के मुताबिक, विशेष रूप से आंख, नाक, कान एवं गले (ईएनटी) का इलाज करने वाले केंद्रों, डायलिसिस केंद्रों, प्रसूति गृहों और आईवीएफ केंद्रों को ही इससे फिलहाल छूट दी गई है।
केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘ दिल्ली सरकार के इस निर्णय से 5,000 से अधिक बिस्तर कोरोना वायरस के मरीजों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। अगले कुछ दिनों में हमारे अधिकारी हर नर्सिंग होम के मालिक से बात करके उनकी समस्याओं को भी दूर करेंगे।’’
‘दिल्ली कोरोना ऐप’ के अनुसार कोरोना वायरस मरीजों के लिए 9,802 बिस्तर उपलब्ध हैं और रविवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 5,367 बिस्तर घिर चुके थे।
शनिवार को जारी आदेश में कहा गया, ‘छोटे और मध्यम मल्टी स्पेशिएलिटी नर्सिंग होम (10 से 49 बिस्तर वाले) में कोविड और गैर-कोविड मरीजों के एक-दूसरे के परस्पर सपंर्क में आने से बचने के लिए और कोविड-19 के मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के ऐसे सभी नर्सिंग होम को कोविड-19 नर्सिंग होम घोषित किया गया है, जिनकी बिस्तर क्षमता 10 से 49 है।’
आदेश के मुताबिक, ऐसे सभी नर्सिंग होम को आदेश जारी होने के बाद तीन दिन के अंदर अपने कोविड-19 बिस्तरों को तैयार करना होगा और ऐसा करने में विफल रहने वालों को दिल्ली नर्सिंग होम पंजीकरण (संशोधन) नियम, 2011 के नियम 14 में संलग्न अनुसूची की उपधारा 14.1 के उल्लंघन का दोषी माना जाएगा।
इससे पहले सरकार ने 24 मई को 50 या इससे अधिक बिस्तरों वाले 117 नर्सिंग होम/निजी अस्पतालों को निर्देश दिया था कि वे अपने कुल बिस्तरों में से 20 प्रतिशत बिस्तर कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित रखें।
यह अनुमान है कि 30 जून तक कोविड-19 मरीजों के लिए 15,000 से अधिक बिस्तरों की आवश्यकता होगी और जुलाई के पहले पखवाड़े के अंत में 33,000 बिस्तरों की आवश्यकता होगी