नयी दिल्ली 04 जून। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमितों की संख्या सवा दो लाख के करीब पहुंच गयी है लेकिन राहत की बात यह है कि स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है और गुरूवार को यह दर 47.90 फीसदी हो गयी जबकि मृत्यु दर केवल 2.81 प्रतिशत रही।
कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर बुधवार को हालांकि 48.28 फीसदी थी जबकि मृत्यु दर 2.80 प्रतिशत रही। मंगलवार को स्वस्थ होने की दर 48.36 फीसदी थी जबकि मृत्यु दर मात्र 2.79 प्रतिशत रही। सोमवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 48.42 फीसदी थी जबकि मृत्यु दर मात्र 2.86 प्रतिशत रही। इससे पहले रविवार को संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 47.62 फीसदी थी जबकि मृत्यु दर केवल 2.83 प्रतिशत रही।
‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस के 224215 मामलों की गुरुवार की रात तक पुष्टि हो चुकी है। आज सुबह यह संख्या 216919 थी। अब तक कुल 107419 मरीज स्वस्थ हुये हैं जबकि 6301 लोगों की मौत हो चुकी है। अन्य 110484 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) कोरोना मरीजों की जांच में लगातार अपनी क्षमता में इजाफा कर रहा है और अब देश में कोरोना मरीजों की जांच के लिए 498 सरकारी तथा निजी क्षेत्र की 212 प्रयोगशालाएं हैं। देश में अब तक कोरोना के कुल 4242718 नमूनों की जांच की जा चुकी है और पिछले 24 घंटों में 139485 नमूनों की जांच हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में इस समय 952 कोविड समर्पित अस्पताल हैं जिनमें 166332 आइसोलेशन बिस्तर, 21393 आईसीयू बिस्तर, 72762 ऑक्सीजन की सुविधा वाले बिस्तर हैं। इसके अलावा 2391 डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटर हैं जिनमें 1,34,945 आइसोलेशन बिस्तर, 11027 आईसीयू बिस्तर और 46875 ऑक्सीजन सुविधा युक्त बिस्तर हैं। केन्द्र सरकार ने विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को 125.28 लाख एन-95 मॉस्क और 101.54 पीपीई किट्स उपलब्ध करा दी हैं।
भारत में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 15 अप्रैल को 11.42 प्रतिशत, तीन मई को 26.59 प्रतिशत,18 मई को 38.29 प्रतिशत थी और इसके बाद इसमें सुधार होता गया और कल यह 48.31 प्रतिशत थी।
विश्व के 14 देशों में जहां कोरोना के मामले अधिक देखे गये हैं उनकी आबादी भारत के बराबर ही है लेकिन उनमें भारत से 22.5 प्रतिशत अधिक कोरोना के मामले देखे गये हैं और मौतों का आंकड़ा भारत से 55.2 प्रतिशत अधिक है। अगर पूरे विश्व में मौतों का प्रतिशत देखा जाए तो विश्व में यह औसत 6.13 प्रतिशत है और भारत में इस समय 2.80 प्रतिशत है जो पूरे विश्व में सबसे कम है। अगर प्रति लाख आबादी के हिसाब से कोरोना मौतों का आंकड़ा देखा जाए तो पूरे विश्व में यह 4.9 प्रतिशत है लेकिन भारत में यह मात्र 0.41 प्रतिशत प्रति लाख है और बेल्जियम जैसे देश में यह दर 82.9 प्रतिशत प्रति लाख है।
आईसीएमआर ने पिछले दो माह से कोरोना परीक्षण की क्षमता बढ़ाने पर लगातार ध्यान दिया है और अब हर राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में कोरोना की परीक्षण सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। इस समय देश में 711 प्रयोगशालाएं कोरोना की जांच मे लगी हैं। मार्च माह में हमारी टेस्टिंग क्षमता 20 से 25 हजार प्रतिदिन की थी जो अब बढ़कर सवा लाख प्रतिदिन हो गई है।
सरकार अब कोरोना की जांच के लिए ट्रूनेट प्लेटफार्म का इस्तेमाल कोरोना की जांच के लिए कर रही है। यह तपेदिक के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था और यह कोरोना के लिए कंफर्मेटरी टेस्ट है तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और जिला स्तर के अस्पतालों में उपलब्ध है । इससे टेस्टिंग की क्षमता बढ़ गई है। इसकी सबसे बड़ी खूबी है कि इसमें ‘बॉयो सेफ्टी’ की कोई अधिक जरूरत नहीं है।
इसके अलावा जीन एक्सपर्ट प्लेटफार्म से टेस्ट करने की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है और इसके लिए नई मशीन भी आर्डर की गई है। यह भी जिला स्तर पर उपलब्ध है। देश में भारतीय आरएनए एक्सट्रेक्शन किट्स काफी संख्या में उपलब्ध हैं।
देश में कोरोना के संक्रमण का पता लगाने के लिए सीरो सर्वेक्षण किया जा रहा है और यह देश के 71 जिलों में जारी है। इसके नतीजे इस हफ्ते या अगले हफ्ते तक आ जाने की उम्मीद है।
भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा 9,304 नए मामले, मृतकों की संख्या 6,075 पहुंची:
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा नए 9,304 मामले सामने आए हैं जबकि 260 लागों की मौत हो गयी है। इसके साथ ही बृहस्पतिवार तक देश में संक्रमितों एवं इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर क्रमश: 2,16,919 और 6,075 हो गयी है।
अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन और इटली के बाद भारत अब कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में सातवें स्थान पर है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 1,06,737 संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है और 1,04,106 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और एक मरीज देश से बाहर जा चुका है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ इसलिए अब तक करीब 47.99 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।’’
बुधवार सुबह से इस घातक वायरस से अब तक 260 लोगों की मौत हुई। इनमें से सबसे ज्यादा 122 मौत महाराष्ट्र में, दिल्ली में 50, गुजरात में 30, तमिलनाडु में 11, पश्चिम बंगाल में 10, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में सात-सात लोगों की मौत हुई। इसके बाद राजस्थान में छह, आंध्र प्रदेश में चार, बिहार, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, पंजाब और उत्तराखंड में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
महाराष्ट्र में अब तक यह वायरस 2,587 लोगों की जान ले चुका है। इसके बाद गुजरात में 1,122, मध्य प्रदेश में 371, पश्चिम बंगाल में 345, उत्तर प्रदेश में 229, राजस्थान में 209, तमिलनाडु में 208, तेलंगाना में 99 और आंध्र प्रदेश में 68 लोगों की मौत हुई।
कर्नाटक में 53, पंजाब में 47, जम्मू-कश्मीर में 34, बिहार में 25, हरियाणा में 23, केरल में 11, उत्तराखंड में आठ और ओडिशा में सात लोगों की मौत हुई।
हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, झारखंड में पांच-पांच लोगों की मौत हुई। असम में चार, छत्तीसगढ़ में दो, मेघालय और लद्दाख में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार मृतकों में से 70 फीसदी पहले से ही अन्य गं गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे।
संक्रमण के सबसे ज्यादा 74,860 मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। इसके बाद तमिलनाडु से 25,872, दिल्ली में 23,645, गुजरात में 18,100, राजस्थान में 9,652, मध्य प्रदेश में 8,588 और उत्तर प्रदेश में 8,729 मामले हैं।
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,508 हो गई है। इसके बाद बिहार में 4,390, आंध्र प्रदेश में 4,080, कर्नाटक में 4,063, तेलंगाना में 3,020, हरियाणा में 2,954, जम्मू-कश्मीर में 2,857 और ओडिशा में 2,388 मामले हैं।
पंजाब में 2,376, असम में 1,672, केरल में 1,494 और उत्तराखंड में 1,085 लोग संक्रमित हैं।
झारखंड में 752 मामले, छत्तीसगढ़ में 668, त्रिपुरा में 468, हिमाचल प्रदेश में 359, चंडीगढ़ में 301, मणिपुर में 118, लद्दाख में 90, पुडुचेरी में 82, गोवा में 79, नगालैंड में 58, अरुणाचल प्रदेश में 38, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और मेघालय में 33-33 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं।
मिजोरम में 14, दादरा नागर हवेली में आठ जबकि सिक्किम में संक्रमण के दो मामले हैं।
मंत्रालय ने कहा कि वह अपने आंकड़ों का मिलान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) से कर रहे हैं और राज्यवार आंकड़े मिलान एवं पुष्टि का विषय हैं।